नई दिल्ली , 20 मई (एजेंसी)। भारत और इंडोनेशिया के बीच समुद्री सहयोग और युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है। इस तरह के अभ्यास के माध्यम से, दोनों देशों की नौसेनाएं अपनी क्षमताओं को मजबूत करने, संदर्भों में अभियोग्यता को दूर करने और संयुक्त परिस्थितियों में सहयोग को बढ़ावा देने का अवसर प्राप्त करती हैं। समुद्री चरण में आयोजित अभ्यास में इंटीग्रल चेतक हेलीकॉप्टर, डोर्नियर समुद्री गश्ती विमान, ASW (एंटी-सबमरीन वार्फेयर) कार्वेट आईएनएस कवारत्ती, हेलीकॉप्टर पैंथर, सीएन 235 समुद्री गश्ती विमान और केआरआई सुल्तान इस्कंदर मुदा शामिल थे।
यहां तक कि वायु रक्षा और पनडुब्बी रोधी युद्ध अभ्यास जैसे कई जटिल अभ्यास भी किए गए। इससे साथ ही, हथियार फायरिंग और हेलीकॉप्टर संचालन जैसी कौशलों का विकास भी हुआ।दोनों देशों के नौसेना अधिकारियों और कर्मियों के बीच संवाद, ज्ञान-विनिमय और मित्रता को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है। बंदरगाह चरण में, पेशेवर बातचीत होती है जहां नौसेना अधिकारी और कर्मी अपने विभागीय मुद्दों और समुद्री सुरक्षा के बारे में विचार-विमर्श करते हैं।
इससे वे एक दूसरे के विचारों, अनुभवों और ज्ञान का लाभ उठा सकते हैं और समुद्री सहयोग को सुनिश्चित करने के लिए संगठनित कदम उठा सकते हैं। इसके अलावा, टेबल टॉप अभ्यास भी किया जाता है जहां विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा की जाती है और विभिन्न क्षेत्रों में नौसेना सहयोग के अवसर पर विचार किया जाता है। इसके साथ ही, खेल आदान-प्रदान भी होता है जिससे दोनों देशों के नौसेना कर्मियों के बीच मित्रता बढ़ेगी।अभ्यास समुद्र शक्ति-23 के सफल समापन ने भारत और इंडोनेशिया के बीच मजबूत साझेदारी का उदाहरण प्रदान किया है और सहकारी संबंधों के माध्यम से क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ाने के लिए दोनों नौसेनाओं की प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
इस अभ्यास में, भारतीय नौसेना का आईएनएस कवारत्ती और इंडोनेशियाई नौसेना का केआरआई सुल्तान इस्कंदर मुदा ने सहभागिता की। इसके साथ ही, इंडोनेशियाई नौसेना के समुद्री गश्ती विमान और हेलीकॉप्टर, जैसे कि पैंथर हेलीकॉप्टर और सीएन 235 समुद्री गश्ती विमान, भारतीय नौसेना के इंटीग्रल चेतक हेलीकॉप्टर और डोर्नियर समुद्री गश्ती विमान के साथ संयुक्त अभ्यासों में शामिल हुए। इन अभ्यासों में, सामरिक युद्धाभ्यास, हथियार फायरिंग, हेलीकॉप्टर संचालन, वायु रक्षा, और पनडुब्बी रोधी युद्ध अभ्यास जैसे कई जटिल अभ्यासों को किया गया।
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