शिमला ,28 फरवरी (एजेंसी)। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत कर क्रॉस वोटिंंग करने वाले 6 कांग्रेस विधायकों की सदस्यता खतरे में है। सीएम सुक्खू ने स्पीकर से इन विधायकों को अयोग्य करने की मांग की है। स्पीकर कुलदीप पठानिया ने मामले की सुनवाई शुरू कर दी है और सभी छह विधायकों को नोटिस भी जारी कर दिया है। संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान की ओर से दिए गए प्रस्ताव में कहा गया है कि ये विधायक व्हिप जारी करने के बावजूद सदन में नहीं आए। अब स्पीकर कुलदीप पठानिया को इस मामले में निर्णय लेना है।
कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में अपनी सरकार पर मंडराए संकट के बीच बुधवार को कहा कि जनादेश को बरकरार रखने के लिए सारे विकल्प खुले हुए हैं तथा जरूरत पडऩे पर वह कठोर निर्णय लेने से पीछे नहीं हटेगी। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी लोगों के अधिकार को कुचलना और प्रदेश को ‘राजनीतिक आपदा’ में धकेलना चाहती है।
हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर हुए मतदान में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा ‘क्रॉस वोटिंग’ किये जाने के बाद भाजपा ने सीट पर जीत हासिल की थी और उसके बाद से राज्य में राजनीतिक संकट पैदा हो गया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पर्यवेक्षकों से बात की है और उनसे कहा है कि वे विधायकों से बात करके जल्द रिपोर्ट सौंपें। उनका कहना है कि पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा।
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