गोरखपुर 13 मार्च (एजेंसी)! उत्तर प्रदेश गोरखपुर में केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शानदार रोड कनेक्टिविटी के लिए 10 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली 18 परियोजनाओं की सौगात दी।
श्री गडकरी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महंत दिग्विजय नाथ स्मृति पार्क में आयोजित समारोह में 12 सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास व छह का लोकार्पण किया। ये सभी परियोजनाएं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ;एनएचएआई की हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट व्यापक निवेश की संभावनाएं बढ़ा रहा है। योगी ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिले 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों के आने में सुरक्षा के माहौल के साथ बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर की बड़ी भूमिका है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के प्रस्तावों को आगे बढ़ाकर तीन वर्ष में हम एक करोड़ नौजवानों को नौकरी व रोजगार देने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को पलायन के लिए मजबूर नहीं होना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से पूरे देश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर का मजबूत नेटवर्क नजर आ रहा है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केंद्रीय सड़क, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को जाता है। देश में मजबूती के साथ हाइवे निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि श्री गडकरी ने इसकी रफ्तार को नई ऊंचाई तक पहुंचाया है। दुनिया अचंभित है कि कैसे सदी की सबसे बड़ी महामारी के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था इतनी तेजी से उभरते हुए आगे बढ़ रही है। इसका आधार मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और श्री गडकरी ने इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती में उत्तर प्रदेश की भरपूर मदद की है। गडकरी जी ने गत दिनों बलिया में सात हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं की सौगात दी तो आज गोरखपुर में आकर 10 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं को पूर्ण करने में राज्य सरकार हर संभव सहयोग करने को संकल्पित है।
उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण बात यह है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का यह क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय बौद्ध पर्यटन का भी अहम पड़ाव है। भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर से लेकर उनके बचपन की स्थली कपिलवस्तु और श्रावस्ती को जोडऩे का कार्य हो रहा है। हजारों वर्षों की विरासत और जिस मार्ग से माता जानकी प्रभु श्रीराम के साथ अयोध्या गई थींएउस रामजानकी मार्ग को फोर लेन कर गडकरी जी ने रामायण काल के संबंधों से जोडऩे का अभिनव प्रयोग किया है। अयोध्या छावनी से लेकर सीतामढ़ी, जनकपुर तक फोरलेन की सौगात भुला दिए गए विरासत का संरक्षण और सम्मान है।
योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा महानगर गोरखपुर आसपास के जिलों समेत बिहार और नेपाल के सीमावर्ती इलाकों तक के लोगों की शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और व्यापार का प्रमुख केंद्र है। उन्होंने कहा कि यहां से बिहार और नेपाल तक की कनेक्टिविटी के लिए नए बाईपास की सौगात मिली है।
इस अवसर पर प्रदेश के मत्स्य विकास मंत्री डॉ संजय निषाद, सांसद रविकिशन शुक्ल, डॉ रमापति राम त्रिपाठी, जगदंबिका पाल, कमलेश पासवान, हरीश द्विवेदी, विजय दूबे, रविंदर कुशवाहा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती साधना सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ धर्मेंद्र सिंह, विधायक फतेह बहादुर सिंह, राजेश त्रिपाठी, श्रीराम चौहान, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह,डॉ विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, ज्ञानेंद्र सिंह, अनिल त्रिपाठी, ऋषि त्रिपाठी, दीपक मिश्र शाका, एमएलसी डॉ रतनपाल सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि भी उपस्थित थे।
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