नई दिल्ली 07 Dec, (एजेंसी): संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत हो रही है। इससे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि देश आजादी का अमृत काल में आगे बढ़ रहा है। भारत को जी20 की अध्यक्षता करने का मौका मिलने पर पीएम मोदी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, दुनिया को देश से उम्मीदें हैं।
पीएम मोदी ने इस दौरान सदनों में होने वाले हंगामे की ओर इशारा करते हुए कहा है कि संसद में हो हल्ला होने से युवा सांसदों का बड़ा नुकसान होता है। वे कुछ सीखना चाहते हैं, लेकिन वे अछूते रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सांसदों का भी यही बोलना है कि हमें बोलने का मौका नहीं मिलने से बहुत नुकसान होता है। उम्मीद है सभी पार्टी अपने सांसदों के युवा सांसदों की वेदना को समझेंगे। पीएम ने कहा कि ‘मैं आग्रह के साथ संसद सत्र को प्रगतिशील बनाने का सामूहिक प्रयास के लिए मांग करता हूं।’
पीएम मोदी ने इस दौरान भारत को मिली जी20 की मेजबानी पर भी खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा है कि यह भारत के लिए बड़ा अवसर है। भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत का स्थान महत्वपूर्ण है। विश्व समुदाय में भारत को सम्मान मिला और भारत से अपेक्षाएं बढ़ी हैं। ऐसे समय में जी20 की मेजबानी मिलना बड़ी बात है। ये सिर्फ डिप्लोमेटिक अवसर नहीं है बल्कि भारत के समग्रता को दिखाने और भारत को जानने का अवसर है। भारत के लिए विश्व पटल पर अपनी मजबूत स्थिति दिखाने का अवसर है।
पीएम मोदी ने कहा कि सभी दलों से शांतपूर्ण चर्चा की उम्मीद है। इस संबंध में सभी दलों से बातचीत हुई है। मुझे विश्वास है कि सभी दल चर्चा को और मूल्यवान बनाएंगे। नए विचारों से चर्चा को ताकत देंगे। दिशा को स्पष्ट रूप से उजागर करने में मदद करेंगे। सदन से भी यहीं स्वर निकलेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को बढ़ाने का अवसर है। मुझे विश्वास है कि सभी राजनीतिक दल अपने विचारों से निर्णयों को लेने में मददगार होंगे। पीएम मोदी ने कहा कि संसद का जो कार्यकाल बचा है, मैं सभी पार्टी के फ्लोर लीडर को आग्रह करता हूं कि जो पहली बार युवा जीतकर आए हैं, उनको ज्यादा अवसर दें ताकि चर्चाओं में उनकी भागीदारी बढ़े।
बता दें कि संसद सत्र 7 दिसंबर को शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलेगा। सरकार ने इससे पहले मंगलवार को सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। इसमें विपक्षी दलों ने महंगाई, बेरोजगारी, चीन सीमा पर स्थिति, कॉलेजियम के विषय व केंद्र राज्य संबंध जैसे मुद्दों को उठाने व चर्चा के लिए पर्याप्त समय देने की मांग की है। संसद सत्र से पहले सरकार ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिसमें विपक्ष ने यह मांग की। बैठक में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, बीजद, आप सहित 31 दलों के सदन के नेताओं ने हिस्सा लिया था। सरकार ने बैठक में आश्वस्त किया कि वह लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति की अनुमति से नियमों के तहत विपक्ष के उठाये मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार है।
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