चक्रवाती तूफान मैंडूस ने मचाई तबाही, घरों की छतें उड़ीं, स्कूल-कॉलेज बंद

*चेन्नई की सड़कें जलमग्न*

चेन्नई 10 Dec, (एजेंसी) : चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ और खतरनाक होता जा रहा है। यह तूफान देर रात महाबलिपुरम के पास तट को क्रॉस कर चुका है और यह महाबलिपुरम के पास पहुंच गया है। तूफान की आशंका को देखते हुए कई इलाकों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। हालांकि अब यह तूफान कमजोर होकर डीप डिप्रेशन में बदल गया है। आज दोपहर तक तूफान पूरी तरह से कमजोर पड़ जाएगा। तूफान के कारण कई तटीय जिलों में तेज बारिश हो रही है। कटुप्पक्कम में करीब 16 सेमी बारिश हो चुकी है।

ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने सभी से चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है। 3 घंटे में लगभग 65 पेड़ गिर गए हैं। तूफान के कारण मदुरंथकम, ईसीआर और ओएमआर में कई पेड़ उखड़कर सड़कों पर गिर गए हैं। इससे यातायात बाधित हो गया है। जीसीसी उन्हें हटाने के उपाय कर रही है।

निचले तश्तरी के आकार वाले क्षेत्रों में पानी के ठहराव को दूर करने के लिए मोटर पंपों का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा चक्रवात के कारण भारी हवाओं और बारिश से चेन्नई के एग्मोर में एक फ्यूल स्टेशन की छत गिर गई। उसके परिसर में लगा पेड़ भी गिर गया है। अभी तक किसी की जान जाने की खबर नहीं आई है।

तूफान की वजह से चेन्नई और कुड्डालोर सहित 16 जिलों में स्कूल और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। इसके अलावा कॉलेज और यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं।

मौसम विभाग ने 10 दिसंबर को उत्तरी तमिलनाडु और रायलसीमा और दक्षिण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। 11 दिसंबर को भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। तूफान की आशंका के मद्देनजर कई इलाकों में पहले ही रेड अलर्ट जारी कर दिया गया था।

जानकारी के मुताबिक सुबह 4 बजे तक बसों का परिवहन फिर से शुरू कर दिया गया है। चेन्नई और महाबलिपुरम को जोड़ने वाले हाईवे पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई थी।

जानकारी के मुताबिक जब चक्रवाती तूफान तट से टकराया उस समय अधिकतम 65-75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। तूफान अब उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, इसलिए उत्तर-पश्चिम क्षेत्रों में 55-65 किमी/घंटे की तेज हवाएं चलेंगी, जो शाम तक 30-40 किमी प्रति घंटे तक कम हो जाएंगी।

चेन्नई में सुरक्षा, राहत एवं बचाव कार्यों को अंजाम देने के लिए 16,000 पुलिसकर्मी और 1500 होम गार्ड्स को तैनात किया गया है। इसके साथ ही तमिलनाडु आपदा मोचन बल के 40 सदस्यों सहित जिला आपदा मोचन बल की टीम के 12 सदस्यों को स्टैंडबाई पर रखा गया है।

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