आगरा 06 फरवरी, (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा किला के सामने रामलीला मैदान में मेट्रो के टनल निर्माण कार्य का शुभारंभ किया है। रामलीला मैदान में लॉन्चिंग शाफ्ट पहुंचकर रिंग सेगमेंट पर हस्ताक्षर किया। इसके बाद सीएम योगी ने पूजा-अर्चना करके बटन दबाकर टनल निर्माण कार्य का शुभारंभ कर दिया।
आगरा में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को गंगा और यमुना का नाम दिया गया है। ये टनल बोरिंग मशीन हर दिन 10-12 मीटर तक टनल तैयार करेगी। उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन की ओर से आगरा मेट्रो के भूमिगत भाग में अप एवं डाउन ट्रैक के लिए दो समानांतर सुरंगों का निर्माण किया जाना है।
सीएम योगी ने अपने संक्षिप्त भाषण में आगरा को मिली मेट्रो रेल सौगात और जी 20 के आयोजनों के बारे में बताया। सीएम योगी ने कहा,मुझे उम्मीद है कि आगरा में निवेश और पर्यटन की पहचान वैश्विक स्तर पर और मजबूत होगी। जी-20 देश के सबसे प्रतिष्ठित देशों का समूह है। इसकी अध्यक्षता करने का गौरव पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को मिला है। जी-20 समिट के लिए उत्तर प्रदेश के चार शहरों को चयनित किया गया है। इसमें 3 समिट आगरा में होनी है। पहली 10, 11, 12 और 13 फरवरी और दो समिट अगस्त महीने में आयोजित होंगी। इसके साथ ही वाराणसी, लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर को मिलाकर कुल 11 समिट उत्तर प्रदेश में होनी है। जिसके लिए उत्तर प्रदेश पूरी तरह से तैयार है। आगरा में चल रही जी-20 की तैयारियों से भी सीएम योगी संतुष्ट नजर आए।
उन्होंने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम के पवित्र भाव के साथ वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर इस पवित्र भारतीय मनीषा के भाव को हम लोग आगे बढ़ाते हुए अतिथि देवो भव: के उत्कृष्ट भावना का परिचय इस अवसर पर देंगे। मुझे पूरा विश्वास है, जो तैयारियां चल रही हैं और जिस तत्परता के साथ कार्य हो रहा है। वो अत्यंत मजबूती के साथ और अपनी पूरी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए स्थानीय प्रशासन, जन प्रतिनिधि और जनता जनार्दन मिलकर करके इसको आगे बढ़ा रही है।
आदित्यनाथ ने कहा कि आगरा मेट्रो अपने निर्माण कार्य के एक नए दौर की शुरूआत कर रहा है। हम सब जानते हैं कि पीएम मोदी ने दिसंबर 2020 में आगरा मेट्रो कार्य के भूमिपूजन का कार्य आगरा आकर किया था। इसके लिए जो लक्ष्य तय किया गया कि अगस्त 2024 तक इसका जो प्रायोरिटी कॉरिडोर है, 6 किमी का है, जिसमें 3 किमी एलीवेटेड और 3 किमी अंडरग्राउंड टनल के माध्यम से है। उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन के मार्गदर्शन में आगरा मेट्रो का कार्य चल रहा है। यह आगरा की संवेदनशीलता, टीटीजेड की गाइडलाइन का पूरा पालन करते हुए, पर्यावरण के उन सभी मानकों को पूरा करते हुए समय से 6 माह पूर्व प्रायोरिटी कॉरिडोर के कार्य को संपन्न करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि आज यहां पर गंगा और यमुना दो अंडर ग्राउंड टनल के निर्माण कार्य का शुभारंभ हुआ है। उन सभी मानकों को पूरा करते हुए जो पर्यावरण की ²ष्टि से, सुरक्षा की ²ष्टि से भी हो, उनको करते हुए कार्य यहां पर सम्पन्न किए जा रहे हैं। मुझे प्रसन्नता है कि उत्तर प्रदेश में हम पहले से ही लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, कानपुर में मेट्रो सेवाओं का संचालन कर रहे हैं। आगरा में पर्यटन की सुविधाओं के विकास और रोजगार के बेहतर सृजन के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट के इस अत्याधुनिक साधन की यहां के माननीय जनप्रतिनिधिगण लंबे समय से मांग करते रहे हैं। हमारा प्रयास है कि दिसंबर 2023 तक हम लोग प्रायोरिटी कॉरिडोर के कार्य को जो लगभग 6 किमी है। इसे हम पूरा करने में सफल होंगे। इसके लिए दो कॉरिडोर पहले से यहां पर विकसित करने की स्वीकृति दी गई है, जो 29.4 किमी लंबा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पर्यावरण के सभी मानकों को पूरा करते हुए यहां पर अत्याधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा यहां के नागरिकों को, आने वाले पर्यटकों को उपलब्ध कराया जाएगा। मैं इसके लिए यहां के जनप्रतिनिधियों को, यहां की जनता को इस कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए हृदय से धन्यवाद देता हूं। आभार व्यक्त करता हूं प्रधानमंत्री का और भारत सरकार का, जिन्होंने आगरा मेट्रो के लिए अपना सकारात्मक योगदान दिया है। यह तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश मेट्रो कारपोरेशन और आगरा मेट्रो से जुड़े सभी अधिकारी और कर्मचारी पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहे हैं।
टनल निर्माण में सबसे पहले टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) को क्रेन की मदद से लॉन्चिंग शाफ्ट में उतार कर उन्हें जोड़ा जाता है। टीबीएएम के पिछले हिस्से में स्थित सेगमेंट इरेक्टर की मदद से कास्टिंग यार्ड में प्री-कास्ट तकनीक से निर्मित टनल रिंग सेगमेंट्स को लगाया जाता है। एक टीबीएम दिन में औसतन 10 मीटर टनल का निर्माण करती है। मशीन में सबसे आगे कटिंग हेड होता है, जिसकी मदद टीबीएम मिट्टी को काटते हुए सुरंग की खुदाई करती है। कटिंग हेड में एक विशेष किस्म के केमिकल का छिड़काव करते हैं, जिससे मिट्टी कटर पर नहीं चिपकती और कन्वेयर बेल्ट की मदद से मशीन के पिछले हिस्से में चली जाती है, जहां से ट्रॉली के जरिए मिट्टी को टनल से बाहर लाया जाता है।
टनल बोरिंग मशीन रेल के जरिए आगे बढ़ती है। इसके पिछले हिस्से में प्री-कास्ट रिंग सेगमेंट को लॉन्च करने की व्यवस्था भी होती है। टनल निर्माण के दौरान रिंग सेगमेंट लगाने के बाद टीबीएम से ही रिंग सेगमेंट एवं मिट्टी के बीच में सॉल्यूशन भर दिया जाता है, जो कि रिंग सेगमेंट्स और मिट्टी के बीच मजबूत जोड़ बनाकर टनल को मजबूती देता है। टीबीएम के मिड शील्ड में लगे थ्रस्टर्स मशीन को आगे बढ़ाने में मदद करते हैं।
टनल बोरिंग मशीन गंगा और यमुना के जरिए 7 भूमिगत स्टेशन और भूमिगत टनल बनाई जाएंगी। आगरा मेट्रो में
29.4 किमी लंबे दोकॉरिडोर का नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा। जिसमें 6 एलिवेटेड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे।
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