पुलिस अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी
जोधपुर ,11 जनवरी (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा एनकाउंटर मामले की परतें अब केंद्रीय जांच ब्यूरो खोलेगी। 2021 में हुए फर्जी एनकाउंटर के आरोपों के बाद कंडारा के परिजनों ने सीबीआई जांच की मांग की थी। 9 जनवरी को दिल्ली में मामला दर्ज होने के बाद जांच शुरू कर दी गई है।
प्रकरण के अनुसार 13 अक्टूबर 2021 को जोधपुर के रातानाडा थाने के हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा का पुलिस ने एनकाउंटर किया था। पुलिस का दावा था कि लवली अपने साथियों के साथ भागने की कोशिश कर रहा था, इसी दौरान हुई मुठभेड़ में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।
सीबीआई ने इस मामले में रातानाडा थाने के तत्कालीन एसएचओ लीलाराम और चार अन्य पुलिसकर्मियों – जितेंद्र सिंह, किशन सिंह, विश्वास, और अंकित – को आरोपी बनाया है।
आरोप है कि एनकाउंटर फर्जी था और पुलिस ने इसे सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया।
दिल्ली स्पेशल पुलिस के डिप्टी एसपी मोहिंदर सिंह इस मामले की जांच करेंगे। एनकाउंटर की सत्यता और घटनाक्रम की जांच के साथ-साथ पुलिस अधिकारियों की भूमिका पर भी नजर रखी जाएगी।
लवली कंडारा के परिवार और रिश्तेदारों ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी। अब जांच के शुरू होने से पुलिस अधिकारियों पर कानूनी शिकंजा कसने की संभावना है।
यदि एनकाउंटर को फर्जी साबित किया गया, तो यह पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। इस मामले में सीबीआई की रिपोर्ट का इंतजार पूरे प्रदेश में बड़ी उत्सुकता से किया जा रहा है।
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