लेफ्ट दलों से भी ज्यादा हिंसक हो गई है टीएमसी

आत्मनिरीक्षण दिवस मनाए तृणमूल: शहजाद पूनावाला

नई दिल्ली 21 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तृणमूल कांग्रेस द्वारा 21 जुलाई के दिन को शहीद दिवस के तौर पर मनाने पर कटाक्ष किया।उन्होंने टीएमसी को एक खास सलाह दी!

शहजाद पूनावाला ने वीडियो संदेश जारी कर कहा, तृणमूल कांग्रेस तो लेफ्ट दलों से भी ज्यादा हिंसक हो गई है और इसलिए उन्हें शहीद दिवस की बजाय आत्मनिरीक्षण दिवस मनाना चाहिए।

आगे बोले, टीएमसी कहती है कि 21 जुलाई को वे शहीद दिवस के रूप में मनाएंगे, शहीदों को याद करेंगे। आज याद करने का या शहीद दिवस मनाने का दिन नहीं बल्कि आत्मनिरीक्षण का दिन होना चाहिए। क्योंकि तृणमूल कांग्रेस ने लेफ्ट पार्टियों से भी ज्यादा हिंसक रूप अपनाया है,राज्य में राजनीतिक हत्याएं हुई हैं और हर चुनाव में राजनीतिक हिंसा देखने को मिली है।

उन्होंने बंगाल में महिलाओं के साथ हो रही ज्यादती का जिक्र किया। बोले, आज बंगाल में मां-माटी-मानुष नहीं बल्कि बम धमाके करने वाले,भ्रष्टाचार करने वाले और बलात्कारियों को बचाओ,यही टीएमसी सरकार का नारा बन चुका है।

पूनावाला ने विपक्षी गठबंधन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार कहती है कि लेफ्ट फ्रंट की सरकार द्वारा किए गए अत्याचार के खिलाफ वे शहीद दिवस मना रहे हैं लेकिन इसी लेफ्ट फ्रंट के साथ वे दिल्ली में इंडी गठबंधन में क्यों है ? लेफ्ट के साथ रिश्ता तोड़िए।

**************************

Read this also :-

नाग अश्विन ने प्रिंस और नरेश अगस्त्य की काली का टीजऱ जारी किया

सूर्या की फिल्म कंगुवा के पहले एकल फायर सॉन्ग की झलक आई सामने

योगी सरकार में कानून का राज : ओपी राजभर

बस्ती 21 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर बस्ती पहुंचे। यहां उन्होंने सर्किट हाउस में अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान कांवड़ यात्रा के रूट पर दुकानों के सामने नाम लिखे जाने के सवाल पर उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम है, विरोध करना। हम लोगों की और सरकार की जिम्मेदारी है जनता के हित में काम करना। सपा और कांग्रेस की सरकार में दंगे होते थे, लेकिन इस सरकार में एक भी दंगे नहीं हुए। उन्होंने कहा कि सीएम योगी अपने हिसाब से सरकार चलाएंगे या अखिलेश के हिसाब से चलाएंगे।

अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के दौरान अति पिछड़ों का आरक्षण लूटा। तीन सितंबर 2013 को हाईकोर्ट ने अति पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण बांटने का आदेश दिया था, लेकिन उन्होंने क्या किया। अति पिछड़े समाज के हिस्से को लूटने का काम किया।

वहीं पेपर लीक मामले में उनके एक विधायक का वीडियो वायरल होने के सवाल पर कहा कि यह खबर फर्जी है, सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में जो रिपोर्ट दाखिल की है, उसमें उनका नाम नहीं है। वायरल वीडियो अखिलेश की सरकार के समय का है। जब सपा की राज्य में सरकार थी, तब का मामला है। आज का यह मामला नहीं है।

उन्होंने कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में 300 से ज्यादा सीटों के साथ चुनावी मैदान फतह करेंगे। डिप्टी सीएम केशव मौर्य के 2017 की तरह 2027 में भी सीटें जीतने के दावे पर उन्होंने कहा कि उनका कहना सही है। 2017 में वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष थे। उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया और 325 सीट जीती गई थी। उस समय मैं भी उनके साथ था, उसके बाद जब हम साथ नहीं थे तो 75 सीट हार गए।

*****************************

Read this also :-

नाग अश्विन ने प्रिंस और नरेश अगस्त्य की काली का टीजऱ जारी किया

सूर्या की फिल्म कंगुवा के पहले एकल फायर सॉन्ग की झलक आई सामने

नीट : छोटे शहर या कस्बों ने भी टॉपर्स दिए

नई दिल्ली ,21 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने 20 जुलाई को सभी छात्रों के लिए सिटी और सेंटर के हिसाब से नीट यूजी 2024 का रिजल्ट जारी कर दिया। इसमें 2,321 अभ्यर्थियों को 700 या उससे ज्यादा अंक मिले। कुल 23 लाख 33 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।

एक ही सेंटर पर नहीं, बल्कि देश दुनिया के 1,404 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई। इसमें भी 276 शहर और 25 राज्य/केंद्र शासित प्रदेश शामिल थे। इस पूरी तस्वीर को गौर से देखें तो हर्ष होगा।

पाएंगे कि नामीगिरामी ट्यूशन हब के अलावा छोटे शहर या कस्बों ने भी टॉपर्स दिए हैं। 2023 से तुलनात्मक अध्ययन करने पर पता चलता है कि कामयाब होने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। टॉपर्स से लेकर अच्छे स्कोरर्स की तादाद किसी एक केंद्र से नहीं, बल्कि, पहले के मुकाबले ज्यादा केंद्रों से रिकॉर्ड हुई है।

नीट परिणाम 2024 का गहनता से विश्लेषण करने पर साफ होता है कि कोटा, सीकर और कोट्टायम जैसे पारंपरिक ट्यूशन हब के छात्रों के लिए 700 अंक या उससे अधिक प्राप्त करना कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन, हैरानी ये देखकर हुई कि अन्य शहरों के अभ्यर्थियों ने भी खुद को साबित कर दिखाया। हमारे सामने कई उदाहरण है।

इसमें लखनऊ से 35, कोलकाता से 27, महाराष्ट्र के लातूर से 25, नागपुर से 20, हरियाणा के फरीदाबाद से 19, नांदेड़ से 18, इंदौर से 17, कटक और कानपुर से 16-16, कोल्हापुर, नोएडा, साहिबजादा अजीत सिंह नगर से 14-14, आगरा और अलीगढ़ से 13-13, अकोला और पटियाला से 10-10, दावणगेरे से 8, बनासकांठा से 7 अभ्यर्थियों ने 700 या उससे अधिक अंक प्राप्त कर सफलता की नई कहानी लिख डाली।

सवाल उठता है कि आखिर ऐसा कैसे हो रहा है? जहां पढ़ाई के साधन कम हैं, वहां के अभ्यर्थी कैसे कमाल कर पा रहे हैं? इसका जवाब शायद नीट के पाठ्यक्रम को उच्चतर माध्यमिक के पाठ्यक्रम संग एलाइनमेंट से संभव हो पाया है। रिपोर्ट बताती है कि 2023 के मुकाबले 2024 में विभिन्न शहरों में कामयाबी का झंडा बुलंद करने वाले अभ्यर्थियों की तादाद बढ़ी है। 2023 में 700 से 720 के बीच स्कोर करने वाले अभ्यर्थी 116 शहरों और 310 केंद्रों में थे।

650 से 699 स्कोर वाले 381 शहरों और 2,431 केंद्र से थे। वहीं, 2024 में इसका दायरा बढ़ा और 509 शहरों और 4,044 केंद्रों तक पहुंचा। 2023 में, 600 से 649 अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी 464 शहरों और 3,434 केंद्रों में थे, तो वहीं 2024 में 540 शहरों और 4,484 केंद्रों के छात्र इस फेहरिस्त में शामिल हुए। आंकड़ों पर गौर करें तो पाएंगे कि 550 से 599 अंक स्कोर करने वाले छात्र 548 शहरों और 4,563 केंद्रों के थे।

इन आंकड़ों में सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करने की बात भी है। नीट 2024 में 1 से 100वीं रैंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी 56 शहरों और 95 केंद्रों के हैं। वहीं, 101 से 1000 रैंक वाले 187 शहरों और 706 केंद्रों के तो 1001 से 10,000 रैंक वाले उम्मीदवार 431 शहरों और 2,959 केंद्रों के और 10,001 से 50,000 के बीच रैंक वाले उम्मीदवार 523 शहरों और 4,283 केंद्रों के थे। 50,001 से 110000 रैंक वाले अभ्यर्थी 546 शहरों और 4,542 केंद्रों के थे। जबकि, 1,10000 से 1,50000 रैंक के बीच के अभ्यर्थी 539 शहरों और 4,470 केंद्रों के थे।

**************************

Read this also :-

नाग अश्विन ने प्रिंस और नरेश अगस्त्य की काली का टीजऱ जारी किया

सूर्या की फिल्म कंगुवा के पहले एकल फायर सॉन्ग की झलक आई सामने

चंद्रयान-3 को मिलेगा विश्व अंतरिक्ष पुरस्कार

दुनिया ने माना ISRO का लोहा

नई दिल्ली 21 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): चंद्रयान-3 ने भारत को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने वाला दुनिया का पहला देश बना दिया था। अब इस कार्यक्रम को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। चंद्रयान-3 को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष महासंघ ने विश्व अंतरिक्ष पुरस्कार से सम्मानित किया है। भारत के अलावा अब तक केवल अमेरिका, रूस और चीन ने ही चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की उपलब्धि हासिल की है।

पुरस्कार समारोह का आयोजन 14 अक्टूबर को इटली के मिलान में 75वें अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री सम्मेलन के उद्घाटन समारोह के दौरान किया जाएगा। बता दें कि चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त 2023 को सफल लैंडिंग की थी। इसके करीब एक साल के बाद उसे यह उपलब्धि हासिल होने वाली है।

महासंघ ने कहा, “इसरो द्वारा चंद्रयान-3 मिशन वैज्ञानिक जिज्ञासा और लागत प्रभावी इंजीनियरिंग के तालमेल का उदाहरण है। यह उत्कृष्टता के लिए भारत की प्रतिबद्धता और अंतरिक्ष अन्वेषण द्वारा मानवता को प्रदान की जाने वाली विशाल क्षमता का प्रतीक है। चंद्रमा की संरचना और भूविज्ञान के पहले से अनदेखे पहलुओं को तेजी से उजागर करते हुए यह मिशन नवाचार के लिए एक वैश्विक वसीयतनामा है।”

चंद्रयान-3 की कई उपलब्धियों में से एक भारत के अंतरिक्ष और परमाणु क्षेत्रों का सफल समन्वय था। इसमें मिशन का प्रणोदन मॉड्यूल परमाणु प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित था। चंद्रयान-3 की लैंडिंग की पहली वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए देश भर में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।

*******************************

Read this also :-

नाग अश्विन ने प्रिंस और नरेश अगस्त्य की काली का टीजऱ जारी किया

सूर्या की फिल्म कंगुवा के पहले एकल फायर सॉन्ग की झलक आई सामने

सोनीपत से कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार गिरफ्तार

ED की बड़ी कार्रवाई 

अवैध खनन से जुड़ा है मामला

सोनीपत 20 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : अवैध खनन के मामले में ईडी की टीम ने बड़ा एक्शन लेते हुए हरियाणा के सोनीपत के कांग्रेस विधायक सुरेंद्र पंवार को गिरफ्तार कर लिया है।पंवार पर युमुनानगर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध खनन करवाने का आरोप है। ईडी सुरेंद्र पंवार को रिमांड के लिए अंबाला के स्पेशल कोर्ट में ले जा रही है। मामला यमुनानगर क्षेत्र में सिंडिकेट द्वारा लगभग 400-500 करोड़ रुपये के अवैध खनन से संबंधित है। हरियाणा पुलिस ने अवैध खनन के संबंध में पवार और अन्य के खिलाफ कई एफआईआर दर्ज की थी जिसके बाद पिछले साल साल ईडी ने जांच अपने हाथ में ली थी।

 इस साल जनवरी में ईडी ने आईएनएलडी से पूर्व एमएलए दिलबाग सिंह, सुरेंद्र पंवार और अन्य सहयोगियों के यहां 20 जगहों पर छापे मारे थे। ईडी इस मामले में पहले दिलबाग सिंह और कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है। ईडी ने इसी साल जनवरी में फरीदाबाद, सोनीपत, यमुनानगर, करनाल, चंडीगढ़ और मोहाली में 20 परिसरों में छापेमारी की थी। यह छापेमारी यमुनानगर और हरियाणा के आस-पास के जिलों में रेत, पत्थरों और बजरी के बड़े पैमाने पर अवैध खनन से जुड़े एक मामले से संबंधित थी। इस अवैध खनन के काम में कथित तौर पर दिलबाग सिंह (पूर्व विधायक) और सुरेंद्र पंवार (विधायक) और उनके सहयोगी शामिल थे।

ईडी ने हरियाणा पुलिस द्वारा कई एफआईआर और अवैध खनन गतिविधियों से संबंधित राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों के आधार पर अपनी जांच शुरू कर की थी। जांच में यमुनानगर जिले में विभिन्न स्क्रीनिंग प्लांट मालिकों और स्टोन क्रशर द्वारा खनिजों की अवैध खनन और बिक्री का पता चला। इसमें उचित ई-रवाना बिल न बनाने या पहचान से बचने के लिए फेक दस्तावेज बनाने जैसी चोरी की रणनीति शामिल थी।

तलाशी अभियान के दौरान ईडी ने 5.29 करोड़ रुपये नकद, 1.89 करोड़ रुपये मूल्य का सोना, 02 वाहन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, निवेश से संबंधित दस्तावेज (घरेलू और विदेशी दोनों) और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए थे। इसके अलावा परिसर से अवैध हथियार, गोला-बारूद और अतिरिक्त शराब बरामद की गई। ईडी ने जनवरी में दिलबाग सिंह (पूर्व विधायक) और उनके सहयोगी कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार किया था और अब सोनीपत विधायक को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया गया है।

*******************************

Read this also :-

फिल्म देवा से शाहिद कपूर की पहली झलक आई सामने

विष्णु मांचू की फिल्म कन्नप्पा से जुड़े सरथकुमार

नहीं रहीं ऑर्गेनिक खेती के लिए नंगे पांव गांव-गांव घूमने वाली कमला पुजारी

पद्मश्री पुरस्कार से हो चुकीं सम्मानित

कटक  20 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) – पद्मश्री पुरस्कार विजेता कमला पुजारी का आज सुबह 5.45 बजे दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 70 वर्ष की थीं। दो दिन पहले उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण एससीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कमला पुजारी ओडिशा के कोरापुट की रहने वाली थी।

कमला पुजारी को 2019 में जैविक खेती को बढ़ावा देने और स्वदेशी बीजों की 100 से अधिक किस्मों के संरक्षण के लिए पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया था। पुजारी ने कई गांवों की यात्राएं नंगे पांव की। उन्होंने किसानों, खासकर महिलाओं को जैविक खेती और जैविक उर्वरकों के उपयोग के बारे में सिखाया। पद्मश्री कमला पुजारी ऑर्गेनिक खेती के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए गांवो में नंगे पाँव घूमती थी, जिसको लेकर लोग उन्हें जानने लगे थे।

*****************************

Read this also :-

फिल्म देवा से शाहिद कपूर की पहली झलक आई सामने

विष्णु मांचू की फिल्म कन्नप्पा से जुड़े सरथकुमार

वाराणसी : कांवड़ यात्रा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

2000 सुरक्षाकर्मी रहेंगे तैनात

वाराणसी  20 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । सावन के पावन महीने में कांवड़ यात्रा की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। इसके चलते वाराणसी के विश्व विख्यात काशी विश्वनाथ मंदिर में तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। पुलिस-प्रशासन कांवड़ियों की सुविधा के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम में जुटा हुआ है।

जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि कांवड़ मार्गों का निरीक्षण किया गया है। जिन मार्गों पर साफ-सफाई की जरूरत है। सड़कों में गड्ढे हैं, उनसे संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है। साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के साथ भी इस संबंध में बैठक हो गई है। जिन रास्तों से कांवड़ियां गुजरेंगे, वहां मीट की दुकानें बंद रहेंगी।

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि कांवड़ियों को यात्रा के दौरान कोई समस्या न हो इसका भी खास ख्याल रखा जा रहा है। प्रयागराज, जौनपुर, आजमगढ़ रूट पर पुलिस की तीन-तीन चौकियां बनाई जा रही हैं। उन मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिए पानी, शौचालय और मेडिकल जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है।

यातायात को नियंत्रण में रखने के लिए रूट डायवर्जन भी किया जा रहा है, ताकि कांवड़ियों और स्थानीय लोगों को आवाजाही में समस्या नहीं हो सके। काशी विश्वनाथ मंदिर पर भी सुरक्षा के लिहाज से बैरिकेडिंग की जा रही है। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।

उन्होंने बताया कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को रोकने के लिए यात्रा के दौरान 10 आईपीएस, 15 एडीशनल एसपी, 15 डिप्टी एसपी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा पीएसी की तीन कंपनी और एटीएस की टीम भी तैनात रहेगी।

स्ट्रैटिजिक प्वाइंट के लिए एक विशेष क्यूआरटी टीम भी हथियारों के साथ मौजूद होगी। इस दौरान 2,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे के माध्यम से चप्पे-चप्पे पर की निगरानी की जाएगी।

************************

Read this also :-

फिल्म देवा से शाहिद कपूर की पहली झलक आई सामने

विष्णु मांचू की फिल्म कन्नप्पा से जुड़े सरथकुमार

 

महाराष्ट्र की जनता को महा विकास अघाड़ी से हैं उम्मीदें

अमित शाह के दौरे पर शरद पवार का हमला

पुणे  20 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के प्रमुख शरद पवार ने पुणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, भतीजे अजित पवार की पार्टी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के महाराष्ट्र दौरे पर प्रतिक्रिया दी। शरद पवार ने कहा, “महाराष्ट्र की जनता ने उन्हें उनकी जगह दिखा दी है।

इस बार लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की जनता ने 48 में से 31 सांसद हमारे चुने हैं। इसका मतलब साफ है कि जनता का रुझान बदल गया है। अब लोगों को महा विकास अघाड़ी से उम्मीदें हैं। पांच साल पहले 2019 में कांग्रेस का एक सांसद था और एनसीपी के चार सांसद चुने गए थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है।”

मोहन भागवत के सुपरमैन वाले बयान का जिक्र कर शरद पवार ने कहा, “इसका मुझे कोई अंदाजा नहीं कि वे किसके बारे में बात कर रहे थे, लेकिन कोई सुपरमैन बनने की कोशिश कर रहा है तो कोई भगवान बनने की कोशिश। इस मुद्दे पर बीजेपी और आरएसएस के लोग बयानबाजी कर रहे हैं। समझदार लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।”

उन्होंने अपने भतीजे अजित पवार की बैठक के बारे में कहा, “यह लोकतंत्र है और यहां हर किसी को अपनी राय रखने का पूरा हक है। आज मेरी पिंपरी-चिंचवड़ में बैठक है, जहां कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के शामिल होने की उम्मीद है। वह लोग सांसद अमोल कोल्हे के नेतृत्व में काम करना चाहते हैं।”

शरद पवार ने दिलीप वलसे पाटिल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह 35 सालों से विधायक हैं, इनमें से वह 25 सालों तक तो मंत्री पद पर रहे, इसके बावजूद वह अपने क्षेत्र का विकास नहीं कर पाए। लोगों को न्याय नहीं मिला, इसका जवाब अब उन्हें देना है। हालांकि, शरद पवार ने दिलीप वलसे की बेटी की उनकी पार्टी से चुनाव लड़ने वाले सवाल का जवाब देते हुए कहा कि इस मामले में फैसला हमारा स्थानीय नेतृत्व करेगा। इससे आगे किसी और का नाम लेने की जरूरत नहीं है।

उन्होंने महाराष्ट्र में सीट आवंटन का जिक्र करते हुए कहा कि महा विकास अघाड़ी में शामिल तीनों दल एक साथ बैठकर फैसला लेंगे। हमारा मुख्य उद्देश्य राज्य को स्थिर सरकार देना है।

****************************

Read this also :-

फिल्म देवा से शाहिद कपूर की पहली झलक आई सामने

विष्णु मांचू की फिल्म कन्नप्पा से जुड़े सरथकुमार

इंडी गठबंधन के नेता ही हिंदू-मुसलमान की राजनीति करते हैं

जवाब दें राहुल गांधी : शहजाद पूनावाला

नई दिल्ली 20 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)  । कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी के बयान का हवाला देते हुए भाजपा ने आरोप लगाया है कि इंडी गठबंधन के नेता ही हिंदू-मुसलमान की राजनीति करते हैं और राहुल गांधी को अब इन आरोपों का जवाब देना चाहिए।

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और इंडी गठबंधन दूसरे को हिंदू मुसलमान की राजनीति नहीं करने का लेक्चर देते हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने इंडी गठबंधन में शामिल तृणमूल कांग्रेस पर मुसलमानों को भड़काने और हिंदुओं के खिलाफ जहर बोने का आरोप लगाया है।

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने इस पर राहुल गांधी से सफाई देने की मांग करते हुए कहा कि अधीर रंजन चौधरी के आरोपों से साफ है कि इंडी गठबंधन के नेता ही हिंदू-मुसलमान की राजनीति करते हैं और राहुल गांधी को इस पर अपना बयान देना चाहिए कि क्या उनके सबसे बड़े नेता झूठ बोल रहे हैं और अगर वे सच बोल रहे हैं तो फिर तृणमूल कांग्रेस इंडी गठबंधन का हिस्सा कैसे है ?

उन्होंने हिंदुओं और सनातन के खिलाफ विपक्षी नेताओं द्वारा दिए गए कई बयानों का जिक्र करते हुए कटाक्ष किया कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन के सिद्धांत हाथी के दांत खाने के अलग और दिखाने के अलग जैसे हैं।

****************************

Read this also :-

फिल्म देवा से शाहिद कपूर की पहली झलक आई सामने

विष्णु मांचू की फिल्म कन्नप्पा से जुड़े सरथकुमार

दुकानों पर नेमप्लेट लगाने का फैसला संविधान, लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला : प्रियंका गांधी

नई दिल्ली ,19 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी सरकार के कांवड़ यात्रा मार्ग की दुकानों के मालिकों के नाम लिखने के आदेश पर आक्रोश जताया है।

उन्होंने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है। इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने इस आदेश को तुरंत वापस लेने और इसे जारी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी बात कही है।

प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, हमारा संविधान हर नागरिक को गारंटी देता है कि उसके साथ जाति, धर्म, भाषा या किसी अन्य आधार पर भेदभाव नहीं होगा। उत्तर प्रदेश में ठेलों, खोमचों और दुकानों पर उनके मालिकों के नाम का बोर्ड लगाने का विभाजनकारी आदेश हमारे संविधान, हमारे लोकतंत्र और हमारी साझी विरासत पर हमला है।

समाज में जाति और धर्म के आधार पर विभाजन पैदा करना संविधान के खिलाफ अपराध है। यह आदेश तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और जिन अधिकारियों ने इसे जारी किया है, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”

इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी सरकार के कांवड़ यात्रा मार्ग पर आने वाली दुकानों के मालिकों के नाम लिखने के आदेश पर रोष प्रकट किया। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, यूपी व उत्तराखंड सरकार द्वारा कांवड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानों पर मालिक व स्टाफ का पूरा नाम प्रमुखता से लिखने व मांस बिक्री पर भी रोक का यह चुनावी लाभ हेतु आदेश पूर्णत: असंवैधानिक। धर्म विशेष के लोगों का इस प्रकार से आर्थिक बायकॉट करने का प्रयास अति-निंदनीय।

बता दें कि 22 जुलाई से शुरू हो रही कावड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक नया आदेश जारी किया है। मुजफ्फरनगर पुलिस ने कावड़ यात्रा के रास्ते में आने वाली दुकान और रेस्टोरेंट के मालिकों को अपने नाम का बोर्ड लगाने का आदेश जारी किया है।

वहीं, उत्तर प्रदेश की तर्ज पर अब उत्तराखंड में कांवड़ रूट पर आने वाली दुकानों और रेस्टोरेंट के मालिक को अपनी नाम की नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया गया है। हरिद्वार पुलिस ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है।

******************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

 

ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर को झटका, यूपीएससी ने दर्ज करवाई?FIR

कारण बताओ नोटिस भी जारी

नई दिल्ली ,19 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। ट्रेनी आईएएस पूजा दिलीप खेडकर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) ने पूजा के खिलाफ कथित जालसाजी का मामला दर्ज करते हुए?उनकी उम्मीदवारी रद्द करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

यूपीएससी ने उनसे पूछा है कि क्यों न उनकी उम्मीदवारी रद्द की जाए। इसके अलावा पूजा को आगे होने वाली परीक्षाओं में हिस्सा लेने पर भी रोक लगाई जा सकती है। आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने सिविल सेवा परीक्षा-2022 की अनंतिम रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा दिलीप खेडकर के दुव्र्यवहार की विस्तृत और गहन जांच की है।

उल्लेखनीय है कि पूजा तब विवादों में घिरी थीं जब पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनाती मिलते ही उन्हें कथित रूप से खास मांगें कर डालीं।?आरोप है कि पूजा ने तैनाती लेने से पहले ही कार, आवास, कर्मचारी और अलग कमरे के लिए बार-बार दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर यह सुविधाएं नहीं मिलती। वहीं, हाल ही में उनकी मां को भी किसानों को धमकाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।?पूजा के दिव्यांगता सर्टिफिकेट पर सवाल उठ चुके हैं।

******************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

आरएसएस का एजेंडा लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही थोपना है-अखिलेश

लखनऊ 19 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने में लगी है और उसके मातृ संगठन आरएसएस का एजेंडा लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही थोपना है।

इन दोनों की कोशिश है कि विधानसभा के उपचुनाव में साजिश करके जैसे तैसे लोकतंत्र की पवित्रता भंग की जाए। समाजवादी पार्टी भाजपा की इन साजिशों से सतर्क है और उनके किसी भी कुत्सित इरादे को सफल नहीं होने देगी। जनता भी भाजपा को करारी शिकस्त देने के लिए मन बना चुकी है।

अखिलेश यादव आज यहां समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय, लखनऊ के डॉ0 लोहिया सभागार में एकत्र पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा में सत्ता संघर्ष छिड़ा हुआ है। इस कारण राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो रही है। थाना- तहसील और दूसरे विभागों में जनता भटक रही है, बिना रिश्वत कोई काम नहीं हो रहा है।

जनता त्रस्त है। भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है। कहा कि भाजपा ने नफरत फैलाने के अपने एजेंडा के तहत उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड में होटल, ढाबा और ठेला लगाकर जीवनयापन करने वालों को अपना नाम लिखने का सरकारी आदेश देकर साबित कर दिया है कि वह किसी भी कीमत पर सौहार्द और भाईचारा नहीं रहने देना चाहती है।अखिलेश यादव ने कहा कि विगत लगभग आठ वर्ष में भाजपा ने सरकार में रहते हुए विकास का कोई काम नहीं किया है। विकास भाजपा सरकार में पूरी तरह ठप्प है।

भाजपा की सरकार में नौजवानों को धोखा मिला है। उनकी रोटी-रोजगार के प्रति सरकार जरा भी फिक्रमंद नहीं है। उनका भविष्य अंधकार में है। नौकरियों में छंटनी हो रही है।   कहा कि भाजपा सरकार में किसान सर्वाधिक उत्पीड़ित है। किसानों की आय दोगुनी करने का झांसा दिया गया था, उसे भी पूरा नहीं किया। उसकी फसलों का लागत मूल्य भी नहीं मिल पाता है। भाजपा किसानों को एमएसपी का कानूनी अधिकार नहीं देना चाहती है। भाजपा सरकार में बाजार पर पूंजी घरानों का नियंत्रण बढ़ता जा रहा है। महंगाई चरम पर है।

जनसामान्य के उपयोग की सभी वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं। भाजपा सरकार महंगाई और भ्रष्टाचार रोकने में पूरी तरह विफल साबित हुई है।अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय, जातीय जनगणना के लिए प्रतिबद्ध है।

पीडीए पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों, महिलाओं, गरीबों की साझा ताकत के आगे भाजपा कहीं भी टिक नहीं सकती है। भाजपा तो जनता के जनादेष को कुचल कर सत्तासीन है। विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा के आम चुनाव में अब जनता जनार्दन भाजपा का सूपड़ा साफ करने को तैयार है।

**********************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

बजट सत्र में विपक्षी दलों को एक सुर में जवाब देगा एनडीए

नई दिल्ली ,19 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। संसद का आगामी बजट सत्र 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है और इसके 12 अगस्त तक चलने की संभावना है। यह मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का दूसरा संसद सत्र है और इसलिए केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा और केंद्र सरकार कई स्तरों पर इसे लेकर तैयारी कर रही है।

लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद राहुल गांधी ने पिछले सत्र के दौरान, जो कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला सत्र भी था, जिस अंदाज में सरकार को घेरने की कोशिश की थी और जिस तरह से विपक्ष के कई राजनीतिक दल राहुल गांधी का साथ देते नजर आए, उसे देखते हुए भाजपा और सरकार ने सोमवार से शुरू होने जा रहे सत्र को लेकर काउंटर रणनीति तैयार कर ली है।

बताया जा रहा है कि संसद सत्र के दौरान भाजपा, एनडीए गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ मिलकर उन तमाम मुद्दों पर एक साझा जवाब तैयार करेगी, जिन मुद्दों को सदन में उठाने की तैयारी विपक्षी दल कर रहे हैं। सरकार के रणनीतिकारों का जोर इस बात पर ज्यादा होगा कि विपक्षी दलों के आरोपों और हमलों का जवाब एनडीए गठबंधन में शामिल सभी दल एक सुर में देते हुए नजर आएं।

बता दें कि सोमवार से शुरू होने जा रहे संसद सत्र के दूसरे दिन 23 जुलाई को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे लोकसभा में मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी।

सरकार आगामी बजट सत्र के दौरान, केंद्रीय बजट पारित करवाने के साथ ही 5 अन्य विधेयकों – आपदा प्रबंधन (संशोधन) विधेयक-2024, बॉयलर विधेयक-2024, भारतीय वायुयान विधेयक-2024, कॉफी (संवर्धन और विकास) विधेयक-2024 और रबड़ (संवर्धन और विकास) विधेयक-2024 भी पारित करवाने का प्रयास करेगी। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर संघ राज्य क्षेत्र का बजट पेश करना और चर्चा के बाद पारित करवाना भी सरकार के एजेंडे में शामिल है।

*****************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

दिल्ली में अंतरराज्यीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़

आठ  गिरफ्तार

नई दिल्ली 19 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने एक अंतरराज्यीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘आरोपी जाली दस्तावेजों के आधार पर पांच राज्यों के कई अस्पतालों में प्रतिरोपण करवाते थे।’’ उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने एक सप्ताह के अभियान के बाद उन्हें गिरफ्तार किया है।

पिछले दिनों भंडाफोड़ किए गए बांग्लादेश के रैकेट के मामले में पहले राजस्थान पुलिस ने अहम खुलासा किया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच भी इस मामले की जांच में जुट गई थी और फिर पुलिस को पता लगा कि दिल्ली के एक बड़े अस्पताल की महिला डॉक्टर नोएडा के एक अस्पताल में 15 से 16 ट्रांसप्लांट को अंजाम दे चुकी है।

***************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

अब पूरे UP में लागू हुआ मुजफ्फरनगर फॉर्मूला

कांवड़ मार्गों पर दुकानों में लगानी होगी नेम प्लेट

CM योगी ने दिए आदेश

लखनऊ 19 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर नेमप्लेट वाला नियम अब पूरे यूपी में लागू होगा। मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों के मालिकों को नेमप्लेट लगाने का आदेश जारी किया है।

आदेश में कहा गया है कि कांवड़ मार्गों पर खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान लिखना होगा। कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए ये फैसला लिया गया है। साथ ही कहा गया है कि हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर कार्रवाई होगी।

 भाजपा ने मुजफ्फरनगर पुलिस के कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली सभी दुकानों पर मालिक और काम करने वाले लोगों का नाम लिखने वाले निर्देश का बचाव किया है। बीजेपी के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘भारत की ‘धर्मनिरपेक्षता’ इतनी कमजोर नहीं हो सकती है कि सभी भोजनालयों को मालिक व श्रमिकों के नाम और संपर्क नंबर प्रदर्शित करने के लिए जारी एक समान आदेश इसे नुकसान पहुंचाए।

मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश पर देशभर में प्रतिक्रिया आई। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पुलिस के इस फैसले को सामाजिक अपराध बताया था। वही AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तानाशाह फैसला बताया था। वहीं, गीतकार जावेद अख्तर ने इस फैसले की तुलना जर्मनी के नाजी शासन से की थी।

बीजेपी के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के नेता केसी त्यागी ने मुजफ्फरनगर पुलिस के आदेश को वापस लिए जाने को कहा है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर पुलिस के खाने-पीने वाले दुकानदारों का नाम प्रदर्शित करने से सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है। उन्होंने कहा कि धर्म और जाति के आधार पर किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए।

केसी त्यागी ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों से गुजरने वाली कांवड़ यात्रा में कभी सांप्रदायिक तनाव की कोई खबर नहीं आई। धर्म के आधार पर इस तरह का भेदभाव गलत है और इससे सांप्रदायिक विभाजन ही बढ़ेगा।

**************************

Read this also :-

 न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीजबैड

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

अमित शाह झारखंड विधानसभा चुनाव का करेंगे शंखनाद

रांची 19 Jully ((Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह शनिवार को रांची आ रहे हैं। वह झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के अभियान का शंखनाद करेंगे।पार्टी ने रांची के प्रभात तारा मैदान में प्रदेश की विस्तारित कार्यसमिति की सभा बुलाई है, जिसे वह मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित करेंगे। इस सभा में प्रदेश, जिला, मंडल स्तर की कार्यसमिति और पार्टी के विभिन्न मोर्चों-प्रकोष्ठों के 26 हजार से ज्यादा पदाधिकारी और सदस्य शामिल होंगे।

अमित शाह शनिवार को लगभग छह घंटे तक रांची में रहेंगे। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, वह अपराह्न डेढ़ बजे रांची आएंगे और इसके बाद प्रभात तारा मैदान पहुंचकर प्रदेश भाजपा की विस्तारित कार्यसमिति की सभा में नेताओं-कार्यकर्ताओं में चुनावी समर को लेकर उत्साह भरेंगे। बाद में शाह प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंचकर पार्टी के प्रमुख नेताओं और प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ चुनावी रणनीति पर विमर्श करेंगे।

भाजपा ने लोकसभा चुनाव परिणाम के तुरंत बाद राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरने की मुहिम शुरू कर दी है। 18 जून को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झारखंड के प्रमुख भाजपा नेताओं के साथ दिल्ली में बैठक की थी, जिसमें तय हुआ था कि अगले पांच महीने के चुनावी अभियान के लिए ब्लूप्रिंट तैयार किया जाए।

इसके लिए केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को राज्य में चुनाव प्रभारी और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा को सह प्रभारी नियुक्त किया गया। इन्हें टास्क सौंपा गया है कि लोकसभा चुनाव में जहां भी कमी रही गई, वहां डैमेज कंट्रोल की प्रभावी योजना बनाई जाए। एक-एक बूथ पर मिले वोट को ध्यान में रखकर काम हो।

पिछले तीन हफ्तों के दौरान शिवराज सिंह चौहान और हिमंता बिस्वा सरमा ने तीन बार झारखंड के अलग-अलग इलाकों का दौरा कर कार्यकर्ताओं से संवाद किया। पार्टी की ओर से पिछले 5 जुलाई से लेकर 16 जुलाई तक सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में विजय संकल्प सभाओं का आयोजन किया गया और बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।

***************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

हाथरस हादसे पर राज्यपाल आनंदीबेन ने कहा..

अंधश्रद्धा बढ़ाना एक गुनाह है,इसके लिए सज़ा होनी चाहिए

हाथरस 19 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हाथरस हादसे पर कहा घटना में जिन लोगों ने जान गंवाई, उनको मैं श्रद्धांजलि देती हूं…लेकिन इसके अलावा, जब हम शिक्षा देने का कार्य करते हैं.

तो मेरा मानना ​​है कि हमें लोगों के सामने ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए कि जिसकी वजह से ऐसे हादसे हों…जब कोई यह कहता है कि ‘मेरी चरणरज ले लो और इसे अपने माथे से लगाओ, तो तुम्हारे सारे दुख और दर्द दूर हो जाएंगे’, क्या वास्तव में ऐसा होता है?…अंधश्रद्धा बढ़ाना और लोगों के सामने ऐसी बातें कहना, यह भी एक गुनाह है और मेरा मानना ​​है कि उन्हें इसके लिए सज़ा होनी चाहिए।दरअसल उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई थी, जिसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

***************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

बंगाल से तेलंगाना तक महिला अत्याचार चुप क्यों हैं विपक्षी दल

चुप क्यों हैं राहुल और प्रियंका – शहजाद पूनावाला

नई दिल्ली 19 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । भाजपा ने टीएमसी शासित राज्य पश्चिम बंगाल से लेकर कांग्रेस शासित तेलंगाना तक में महिला उत्पीड़न को लेकर विपक्षी दलों पर निशाना साधा है। पार्टी ने लोकसभा सांसद राहुल गांधी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर दिनाजपुर, चोपड़ा की तालिबानी कृत्य के बाद एक और ऐसे कृत्य की तालिबानी तस्वीर सामने आई है।

इस बार यह तस्वीर बंगाल के हावड़ा से आई है,जहां एक परिवार को पीटा जा रहा है,एक महिला के बाल काटे जा रहे हैं। उन्होंने इस मामले के अपराधियों के संबंध तृणमूल कांग्रेस के साथ होने का दावा करते हुए कहा कि यह दिखाता है कि आज मां-माटी-मानुष नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल में आज टीएमसी यानी तालिबानी मानसिकता और कल्चर छा चुका है।

उन्होंने कांग्रेस नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में इस तरह की अनेकों घटनाएं हो रही है लेकिन कांग्रेस पार्टी के दिग्गज राहुल गांधी , प्रियंका गांधी वाड्रा और ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ ब्रिगेड,ये सभी चुप है। ये सभी चुप रहेंगे भी क्योंकि इनके अपने राज्य तेलंगाना में भी इस तरह की घटनाएं हो रही है।

उन्होंने आगे लिखा, तेलंगाना में एक गरीब महिला को इलेक्ट्रिक पोल से बांधकर पीटा गया और पूरे देश में भ्रमण करने वाले ये नेता तेलंगाना, पश्चिम बंगाल , संदेशखाली और इस तरह की घटनाओं पर चुप्पी साधे रहते हैं। कुछ सेलेक्टिव जगह के मुद्दों को ही उठाते हैं इससे यह साफ जाहिर होता है कि उन्हें महिलाओं की सुरक्षा से कोई मतलब नहीं है बल्कि उनकी चिंता सिर्फ उनकी राजनीति और सियासत ही है।

**************************

Read this also :-

बैड न्यूज का नया गाना रब्ब वरगा रिलीज

कल्कि 2898 एडी इतिहास रचने की ओर, 600 करोड़ से इंचभर है दूर

विपक्ष द्वारा हिंसा-हत्या जैसे शब्दों का प्रयोग बंद होना चाहिए : भाजपा

नई दिल्ली ,18 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद डॉ सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि  विपक्ष के द्वारा नरेन्द्र मोदी  के विरुद्ध हिंसा के लिए उकसाने वाली भाषा का प्रयोग निरंतर किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि मौत और हिंसा जैसे शब्दों का प्रयोग किसी भी राजनैतिक पार्टी के बयानों में नहीं होना चाहिए।

राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बने हैं, तो उत्साह से उद्दंडता की ओर जाने की जगह उन्हें परिपक्वता का प्रदर्शन करना चाहिए। त्रिवेदी ने कहा कि आज देश के एक प्रमुख अंग्रेजी समाचार पत्र में एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने वर्तमान समय में विश्व में हो रही गतिविधियों और इससे भारत पर पड़ने वाले प्रभावों पर एक लेख लिखा है।

लगभग एक से डेढ़ वर्ष पहले जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो ऐबे जी की एक राजनैतिक कार्यक्रम में हत्या हुई थी और अभी कुछ दिन पहले ही अमेरिका में राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी पर भी जानलेवा हमला हुआ, जिससे वह बाल-बल बचे हैं। इस प्रकार की प्रवृत्तियां जो हिंसा और हत्या को बढ़ावा देती हैं, यह उन सभी बयानों से प्रेरित होती है, जहां राजनैतिक दल अपने तात्कालिक राजनैतिक स्वार्थ के लिए हिंसा और हत्या जैसे शब्दों का प्रयोग करते हैं।

चिंताजनक बात यह है की आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विरुद्ध हिंसा के लिए उकसाने वाली भाषा पर प्रयोग निरंतर किया जा रहा है। कांग्रेस नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आम चुनाव के दौरान और विगत वर्ष में अपमानजनक शैली में  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के लिए मारना, डंडा मारना, इत्यादि जैसे शब्दों का प्रयोग किया और कहा है कि काफिले पर कुछ फेंका गया, तो कुछ और भी फेंका जा सकता है।

त्रिवेदी ने कहा कि दो वर्ष पहले  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  पंजाब दौरे पर थे, तब सुरक्षा घेरे को तोड़कर प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए एक बेहद खतरनाक स्थिति उत्पन्न की गयी थी। भारतीय जनता पार्टी स्पष्ट रूप से कहती है कि मौत और हिंसा जैसे शब्दों का प्रयोग किसी भी राजनैतिक पार्टी के बयानों में नहीं होना चाहिए।

क्या यह सत्य नहीं है कि कांग्रेस के कई नेताओं और पूर्व केंद्रीय मंत्रियों ने प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के लिए इस प्रकार की मौत और उस प्रकार की मौत के जैसे शब्दों के साथ-साथ कब्र खुदेगी, मर जा, सर फोड़ देंगे, जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। यह सब बहुत लंबे समय से चला आ रहा है।  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के लिए जिसने बोटी-बोटी काटने जैसे शब्दों का प्रयोग किया, उन्हें दूसरी पार्टी से लाकर कांग्रेस पार्टी का सांसद बनाया गया।  त्रिवेदी ने कहा कि किसी नेता के लिए ‘मौत’ शब्द का प्रयोग सबसे पहले सोनिया गांधी ने 2007 में ‘मौत के सौदागर’ कहकर किया था।

भारतीय जनता पार्टी ने आपातकाल के दौरान भी  इंदिरा गांधी के लिए मौत जैसे शब्द का प्रयोग नहीं किया था। राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ की राजनीति बहुत लंबे समय से हो रही है। जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में थी, तब भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के इतिहास का एक विचित्र उदाहरण “इशरत जहां केस” देखने को मिला।

उस समय की तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार की दो एजेंसियां आईबी और सीबीआई ने कहा था कि इशरत जहां आतंकवादी है, लेकिन जैसे ही पता चला कि इस केस में तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री और वर्तमान प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी के खिलाफ हत्या की साजिश रची गयी थी, तब अचानक सीबीआई ने अपना हलफनामा बदल दिया और कहा कि इशरत जहां आतंकवादी नहीं है।

भारत के इतिहास में बिना किसी वजह के इस तरह का यू टर्न लेने का और कोई उदाहरण मौजूद नहीं है।  त्रिवेदी ने कहा कि जब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई और इशरत जहां मामले की फाइल तलब की गई, तो पता चला कि फाइल गायब हो गयी है।

संबंधित अधिकारियों के अनुसार, उन लोगों ने फाइल के ऊपर कुछ नहीं लिखा था, सिर्फ तत्कालीन गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने स्वयं वो नोट बदला था। उस समय सीबीआई ने अपना मत बदल दिया था, लेकिन आईबी ने अपना मत नहीं बदला था। दुनिया के इतिहास का यह एकलौता उदाहरण है कि जहां एक ही सरकार की दो एजेंसियां एक दूसरे के खिलाफ खड़ी थीं।

एक एजेंसी कह रही थी कि इशरत जहां आतंकी है और दूसरी एजेंसी कह रही थी कि वो आतंकी नहीं है। श्री नरेन्द्र मोदी जी की हत्या के इरादे के साथ किसी आतंकी को बचाने के लिए किस सीमा तक जाया जा सकता है, यह इसका दुखद उदाहरण है। 24 अक्टूबर 2013 को पटना में  नरेन्द्र मोदी  की रैली में सीरियल बम धमाके हुए और केन्द्र में कांग्रेस की सरकार थी। वहां  केंद्र सरकार की ओर से क्या सुरक्षा व्यवस्था की गयी थी?

उस वक्त   नरेन्द्र मोदी  के पास जेड प्लस सुरक्षा थी, उसी सभा में वर्तमान रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, जो भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। दो ऐसे नेता, जिनके पास केन्द्र सरकार की जेड प्लस सुरक्षा हो, उनकी सुरक्षा के लिए केन्द्र की कांग्रेस सरकार ने वहां क्या व्यवस्था की थी।

त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी के पास भी जेड प्लस सुरक्षा है, वो कश्मीर जैसी संवेदनशील जगह पर अपनी बहन के साथ मधुर मनोभावों के साथ बर्फ के गोलों के साथ खेल का आनंद लिया, क्योंकि केन्द्र सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की थी।

मणिपुर जैसी जगह पर भी उनकी यात्रा निकली और उनकी सुरक्षा की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। भारत की राजनीति में नेताओं के साथ प्रतिस्पर्धा अपनी जगह है, लेकिन प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के विरुद्ध राहुल गांधी ने जो ‘हिंसा’ और ‘हत्या’ जैसे जो शब्द बोले थे, उनका प्रयोग बंद होना चाहिए।

दुनिया में इसके दुखद परिणाम के कई उदाहरण दिखे हैं और भारत में भी इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं। यदि राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बने हैं तो अति उत्साह से उद्दंडता की ओर जाने की जगह, उन्हें परिपक्वता का प्रदर्शन करना चाहिए।

त्रिवेदी ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करते हुए कहा कि मौत, हत्या, मारना-पीटना और कब्र खुदेगी जैसे शब्दों का प्रयोग बंद होना चाहिए, क्योंकि “लगेगी आग तो आएंगे घर सभी जद में, यहां पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है”।

कांग्रेस के मन में  प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति हीन भावना, ईर्ष्या और कुंठा है लेकिन उस कुंठा को हिंसा और मौत जैसे शब्दों तक ले जाने से बचना चाहिए। ‘कागज का है लिबास चिरागों का शहर है, चलना संभल-संभल के क्योंकि तुम नशे में हो’। कांग्रेस हार को जीत मानने के उत्साह के नशे से बाहर आए और समझदारी का आचरण दिखाए।

****************************

Read this also :-

धनुष की 50वीं फिल्म रायन का दमदार ट्रेलर आउट

फिल्म औरों में कहां दम था के नए गाना जहां से चले थे जारी

NEET मामले में सुप्रीम कोर्ट का बड़ा आदेश

शहर और सेंटर वाइज ऑनलाइन डालें रिजल्ट

नई दिल्ली 18 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)  – सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को निर्देश दिया कि सभी छात्रों के परिणाम – शहरवार और केंद्रवार – शनिवार दोपहर 12 बजे तक ऑनलाइन अपलोड किए जाने चाहिए। कोर्ट ने सोमवार तक काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।

एसजी ने कहा, ‘काउंसलिंग में कुछ समय लगेगा। यह 24 जुलाई के आसपास शुरू होगी।’ सीजेआई ने कहा, ‘हम सोमवार को ही सुनवाई करेंगे।’

मामले की सुनवाई करते हुए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हर सेंटर के लिए अलग-अलग रिजल्ट घोषित किया जाएं। अब मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी।

इस दौरान बिहार पुलिस और ईओडल्यू की भी रिपोर्ट सीजेआई ने मांगी है। सुनवाई के दौरान एनटीए ने कोर्ट को बताया कि नीट यूजी की काउंसलिंग की शुरुआत 24 जुलाई से हो जाएगी।

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुनवाई के दौरान अनुरोध किया कि परीक्षा केंद्रों का खुलासा नहीं किया जाना चाहिए, लेकिन कोर्ट ने कहा कि केंद्रवार रिजल्ट नंबरों के पैटर्न के बारे में बताएगा। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि पटना और हजारीबाग में पेपर लीक होना एक फैक्ट है, क्योंकि परीक्षा से पहले पेपर उपलब्ध था।

सीजेआई ने कहा, “…हमें केंद्रवार देखना चाहिए कि अंकों का पैटर्न क्या है? अंत में अगर याचिकाकर्ता असफल होते हैं, तो हमें संतुष्टि होगी।” कोर्ट में आज हुई सुनवाई से पहले परीक्षा को आयोजित करने वाले एनटीए ने बताया था कि परीक्षा को कंडक्ट करवाने में कोई भी सिस्टमैटिक विफलता नहीं थी।

एनटीए ने कहा था, ”याचिकाकर्ताओं के आरोप हैं कि सिस्टैमैटिक विफलता हुई है क्योंकि उम्मीदवारों ने केवल टॉप कैटेगरी में अभूतपूर्व नंबर हासिल किए हैं, जोकि गलत हैं और इसलिए उनका खंडन किया जाता है।”

****************************

Read this also :-

धनुष की 50वीं फिल्म रायन का दमदार ट्रेलर आउट

फिल्म औरों में कहां दम था के नए गाना जहां से चले थे जारी

धोती पहने किसान को एंट्री देने से इनकार करने पर सरकार सख्त

मॉल पर हुई तालाबंदी

बेंगलुरु 18 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) – कर्नाटक के बेंगलुरु शहर के प्रसिद्ध जीटी मॉल पर सरकार ने एक्शन ले लिया है। किसान को मॉल में प्रवेश न दिए जाने के मामले पर सिद्धारमैया सरकार ने मॉल को सात दिनों के लिए बंद रखने का आदेश दिया है।

दरअसल, कुछ दिन पहले एक किसान अपने बेटे के साथ जीटी मॉल फिल्म देखने पहुंचा था। लेकिन बुजुर्ग किसान के धोती पहने होने के कारण उसे मॉल में एंट्री नहीं दी गई। सुरक्षाकर्मियों ने किसान को वहां से वापस जाने के लिए कह दिया।

देश के अन्नदाता के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार हैरान करने वाला रहा। किसान के साथ इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, और लोगों ने इसका काफी विरोध किया। इस मुद्दे को कर्नाटक विधानसभा सत्र में भी उठाया गया। कर्नाटक के शहरी विकास मंत्री बिरथी सुरेश ने मॉल प्रबंधन के खिलाफ एक्शन का आश्वासन दिया।

गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा में उन्होंने कहा कि ”मैंने इस मामले में बेंगलुरु महानगर पालिका को मॉल के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। सरकार ने मॉल को सात दिनों तक बंद करने का आदेश दिया है।”

********************************

Read this also :-

धनुष की 50वीं फिल्म रायन का दमदार ट्रेलर आउट

फिल्म औरों में कहां दम था के नए गाना जहां से चले थे जारी

उत्तर प्रदेश में 20 जुलाई को वृक्षारोपण महाभियान : सीएम योगी

लखनऊ ,18 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ के संकल्प के साथ 20 जुलाई को आयोजित होने जा रहे वृक्षारोपण महाभियान को लेकर ग्राम पंचायत, पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष, नगर निगमों के महापौर आदि जनप्रतिनिधियों से वर्चुअली संवाद किया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि सात वर्ष में 168 करोड़ से अधिक पौधे रोपने का कार्य किया गया है। थर्ड पार्टी ऑडिट में इनमें से 75-80 फीसद पौधे सुरक्षित होने की पुष्टि हुई है। इस वर्ष की गर्मी और लंबे समय तक चले हीट वेब को कोई भूल नहीं पाएगा। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए 20 जुलाई का अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण है। 20 जुलाई को एक बार फिर पूरा प्रदेश वृक्षारोपण के महाभियान से जुडऩे जा रहा है। इस बार हमारा लक्ष्य 36.50 करोड़ पौधे लगाने का है। यह बड़ा लक्ष्य है, इसमें सभी की सहभागिता जरूरी है।

उन्होंने कहा कि महाभियान को सफल बनाने के लिए जनजागरूकता पहली आवश्यकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर देशवासी को एक पेड़ मां के नाम लगाने की प्रेरणा दी है। उत्तर प्रदेश का हर नागरिक उनके भाव से जुड़कर इस वर्ष के वन महोत्सव को अभूतपूर्व सफलता दिलाने में अपना योगदान करेगा। न केवल पेड़ लगाना है, बल्कि उसकी सुरक्षा भी हमारी जिम्मेदारी है। पीएम/सीएम आवास योजना के लाभार्थियों को सहजन का पौधा लगाने को दें। सड़कों के किनारे-किनारे और डिवाइडर पर पौधे लगाए जा सकते हैं। नदियों के किनारे भी उपयुक्त स्थान पर पौधे लगाए जाने चाहिए।

उन्होंने कहा कि नदियों के किनारे, अमृत सरोवर के पास पौधरोपण करें। पौधारोपण नदियों को सदानीरा बनाएगा। पीपल, पाकड़, जामुन, आम, नीम, गुटेल, बरगद, हरसिंगार, मौलश्री, चितवन, अर्जुन आदि के पौधे लगाएं। पाकड़ की तो टहनी भी लग जाती है। इसे निराश्रित गोआश्रय स्थल पर लगाया जा सकता है। पूर्वजों, महापुरुषों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों की स्मृति में वाटिका बनाएं। पौधा लगाना जितना महत्वपूर्ण है, उतना ही उसका संरक्षण। ऐसे में पौधारोपण के साथ ट्री-गार्ड भी लगाएं। यह सुनिश्चित करें कि किस पौधे की देखभाल कौन करेगा-कैसे करेगा।

उन्होंने कहा कि सेल्फी लें और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अपलोड भी करें। हमें वाटर लेवल को ठीक रखने के लिए जल संरक्षण का काम करना होगा। हर गांव में खाद का गड्ढा तैयार करने के भी प्रयास हों। सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग से हम सभी को परहेज करना होगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए बीते सात वर्षों में हुए प्रयासों का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश को 200 करोड़ रुपये कार्बन क्रेडिट के रूप में मिलने वाले हैं। इसका लाभ उन 25 हजार किसानों को मिलेगा, जिन्होंने इस अभियान में योगदान किया है।

*********************************

Read this also :-

धनुष की 50वीं फिल्म रायन का दमदार ट्रेलर आउट

फिल्म औरों में कहां दम था के नए गाना जहां से चले थे जारी

स्पर्श, दृष्टि और स्मरण से होता है समाज और बच्चों का विकास : मोहन भागवत

गुमला ,18 जुलाई (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को झारखंड के गुमला जिले के बिशुनपुर में ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में ग्रामीणों को संबोधित किया। मोहन भागवत ने कहा, एक बार मुझे सुनने को मिला कि जगत में तीन प्रकार से प्राणियों का पालन-पोषण होता है।

एक मुर्गी जैसा, जहां मुर्गी अंडों पर बैठती है और उसकी गर्मी से अंडे से बच्चे बाहर निकलते हैं। दूसरा, मछली की तरह, जो पानी में अंडे देती है और उसे पानी में छिपा देती है। लेकिन मछली उन पर हमेशा नजर रखती है। और कुछ, कछुए की तरह होते हैं, जो अंडे समुद्र तल पर देता है। और रेत में उसे छुपा देता है। मगर उसे याद रहता है कि हमने अंडे को छुपाया है। और बाद में उस अंडे का विकास होकर बच्चा बाहर आता है।

उन्होंने आगे कहा कि स्पर्श, दृष्टि और स्मरण से समाज और बच्चों का विकास होता है। उसी तरह कुछ लोग यहां बीच-बीच में आते रहते हैं। और हमारे जैसे लोग तो कभी-कभार आते हैं। मैं यहां 12 साल के बाद आया हूं। यहां 12 साल कुर्सी बदलती रही, लेकिन लोग नहीं बदले। यहां अभी भी कुछ भी बदलाव नहीं हुआ है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने कहा कि हमारे यहां आने से लोगों में उत्साह बढ़ता है। जो लोग काम कर रहे हैं, उन्हें मंच से बोलना चाहिए और हमें बैठकर सुनना चाहिए। आजकल हर कोई सेहत को लेकर परेशान है। हम यह नहीं देखते कि समाज में चारों ओर क्या हो रहा है, ऐसे लोग हैं जो समाज में काम कर रहे हैं जो प्रसिद्धि या नाम नहीं चाहते।

उन्होंने कहा, मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे यात्रा करने और ये चीजें देखने का मौका मिलता है। इसलिए, मैं कभी दुखी नहीं होता। मुझे कभी चिंता नहीं होती कि देश का क्या होगा क्योंकि हर कोई काम कर रहा है और हम भी वही कर रहे हैं।

*************************

Read this also :-

धनुष की 50वीं फिल्म रायन का दमदार ट्रेलर आउट

फिल्म औरों में कहां दम था के नए गाना जहां से चले थे जारी

पेरिस ओलंपिक की सुरक्षा में तैनात होंगे भारत के Trained Dogs

CRPF की दो K9 टीमों का हुआ चयन

नई दिल्ली 18 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : पेरिस ओलंपिक की सुरक्षा में इस बार केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एलीट डॉग स्क्वॉड K-9 तैनात होगा। K9 टीमें 10 K9 टीमों के हिस्से के रूप में 10 जुलाई को पेरिस के लिए रवाना हुईं। बता दें कि इन्हें 26 जुलाई से 11 अगस्त तक होने वाले आगामी पेरिस ओलंपिक, 2024 के विभिन्न स्थानों पर सुरक्षा प्रदान करने के लिए चुना गया था।

प्रशिक्षित कुत्ते (Trained Dogs) अहम भूमिका निभाएंगे। नस्ल के कुत्तों में से एक K9s वास्ट और डेनबी, दोनों बेल्जियम शेफर्ड मैलिनोइस हैं, इनकी उम्र 5 और 3 साल बताई जा रही है।

इस तरह हुआ चयन
इन्हें सीआरपीएफ के डॉग ब्रीडिंग एंड ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित सख्त टेस्ट को पार करने के बाद नौकरी के लिए चुना गया था। सीआरपीएफ ने इसकी जानकारी दी है। सीआरपीएफ ने एक बयान में कहा कि दोनों के9 के संचालकों को भी, उनके प्रस्थान से पहले, सख्त टेस्ट से गुजरना पड़ा था।

******************************

Read this also :-

धनुष की 50वीं फिल्म रायन का दमदार ट्रेलर आउट

फिल्म औरों में कहां दम था के नए गाना जहां से चले थे जारी

Exit mobile version