अमित शाह आज जाएंगे जोधपुर, वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का करेंगे

जयपुर,06 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार से जोधपुर के दो दिवसीय दौरे पर आएंगे। इस दौरान वह सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

वह रविवार को जोधपुर के सर्किट हाउस के बाहर वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण करेंगे।

केंद्रीय मंत्री शाह शनिवार रात 9.30 बजे जोधपुर पहुंचेंगे और रात को बीएसएफ गेस्ट हाउस में रुकेंगे। इसके बाद रविवार को एसटीसी बीएसएफ ट्रेनिंग सेंटर में स्थापना दिवस परेड में हिस्सा लेंगे।

अमित शाह के कार्यक्रम को लेकर गुरुवार को संभागीय आयुक्त, कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 दिसंबर को जयपुर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट का उद्घाटन करेंगे।

जयपुर में राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। सुरक्षा कारणों से प्रधानमंत्री मोदी के आगमन से एक घंटा पहले उद्घाटन स्थल पर प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली वापस लौट जायेंगे।

सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट में भाग ले सकते हैं, हालांकि उनका कार्यक्रम अभी तय नहीं हुआ है।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि कई केंद्रीय मंत्रियों ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट में हिस्सा लेने के लिए अपने कार्यक्रमों को अंतिम रूप दे दिया है।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, रामदास अठावले, भागीरथ चौधरी और अन्य के शामिल होने की उम्मीद थी।

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले सकते हैं।

राइजिंग राजस्थान ग्लोबल समिट 9 से 11 दिसंबर तक जयपुर प्रदर्शनी एवं कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में आयोजित किया जाएगा।

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स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का धर्मेंद्र प्रधान 11 को करेंगे उद्घाटन

नई दिल्ली,06 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। देश भर में एक बार फिर स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) का ग्रैंड फिनाले आयोजित होने जा रहा है।

इस बार आयोजित होने जा रहे राष्ट्रव्यापी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन में 54 विभिन्न मंत्रालयों, विभागों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों की 250 से अधिक समस्याओं के समाधान दिए जाएंगे। इसका उद्देश्य दैनिक जीवन की गंभीर समस्याओं का हल ढूंढना है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का सातवां संस्करण है। यह 11 दिसंबर को देशभर के 51 केंद्रों पर शुरू होगा। इसका उद्घाटन केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वर्चुअल माध्यम से करेंगे।

एसआईएच एक राष्ट्रव्यापी पहल है और इसका उद्देश्य दैनिक जीवन में आने वाली कुछ गंभीर समस्याओं का हल करने के लिए छात्रों को मंच प्रदान करना है।

साथ ही इसका उद्देश्य उत्पाद नवाचार और समस्या-समाधान मानसिकता की संस्कृति को विकसित करना है। पिछले संस्करणों की तरह, विभिन्न संस्थाओं के छात्र दल अलग-अलग मंत्रालयों, विभागों और उद्योगों की समस्याओं पर सुझावों देने का काम करेंगे।

शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष संस्थान स्तर पर आंतरिक हैकथॉन में 240 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की गई है। यह एआईएच 2023 में 900 से बढ़कर एआईएच 2024 में 2,247 से अधिक हो गई है। यही कारण है कि यह हैकथॉन का अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है।

एआईएच का ग्रैंड फिनाले विभिन्न मंत्रालयों व सरकारी विभागों के अधिकारियों और छात्रों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों के बीच खुली बातचीत के लिए एक खुले मंच के रूप में भी कार्य करता है।

पहचान की गई चुनौतियों और उनके समाधान के तहत राष्ट्रीय महत्व और राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के क्षेत्रों से जुड़े 17 प्रमुख क्षेत्र हैं।

इन विषयों में स्वास्थ्य सेवा, आपूर्ति श्रृंखला और रसद, स्मार्ट प्रौद्योगिकी, विरासत और संस्कृति, स्थिरता, शिक्षा और कौशल विकास, जल, कृषि और खाद्य, उभरती प्रौद्योगिकी और आपदा प्रबंधन शामिल हैं।

केंद्र सरकार का मानना है कि एसआईएच ने भारत के नवाचार परिदृश्य को गहराई से प्रभावित किया है। इसने छात्रों और पेशेवरों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाया है।

इस सफलता को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण तत्व एसआईएच पूर्व छात्र नेटवर्क भी है। इस नेटवर्क के परिवर्तनकारी परिणामों को दर्शाने वाली सफलता की कहानियां एक पोर्टल पर उपलब्ध हैं।

एसआईएच से जुड़े पूर्व छात्रों द्वारा कई मजबूत सामाजिक आयाम वाले स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं। आज तक ऐसे 100 से अधिक स्टार्टअप स्थापित किए जा चुके हैं।

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मंदिर में मोबाइल और छोटे कपड़े पहनकर जाने पर प्रतिबंध

जयपुर,06 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। धार्मिक स्थल की पवित्रता बनाए रखने के लिए उदयपुर के एकलिंगजी मंदिर में मोबाइल फोन और छोटे कपड़े पहनकर प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

नए दिशानिर्देशों के तहत मंदिर ने मिनी स्कर्ट, बरमूडा और नाइट सूट जैसे छोटे कपड़े पहनकर आने वाले भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।
मंदिर प्रबंधन ने स्पष्ट किया है कि ड्रेस कोड का उद्देश्य मंदिर की पवित्रता को बनाए रखना और उसकी पवित्रता का सम्मान करना है।

शुक्रवार को मंदिर परिसर में नए दिशा-निर्देशों का उल्लेख करते हुए एक बैनर लगाया गया।

कपड़ों पर प्रतिबंध के अलावा मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल फोन ले जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इससे पहले आगंतुकों को स्विच-ऑफ मोड में फोन लाने की अनुमति थी, हालांकि मंदिर के अंदर फोटोग्राफी हमेशा प्रतिबंधित थी। प्रबंधन ने यह भी दोहराया है कि मंदिर में पालतू जानवर और हथियार ले जाना प्रतिबंधित है।

मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से मंदिर की पवित्रता बनाए रखने के लिए इन नए नियमों का सम्मान करने का आग्रह किया है।

मंदिर प्रबंधन ने कहा कि कई आगंतुकों ने मंदिर में अनुचित पोशाक को लेकर असहजता व्यक्त की थी, जिसके कारण ये परिवर्तन किए गए।
उदयपुर से लगभग 22 किलोमीटर दूर कैलाशपुरी गांव में स्थित एकलिंगजी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जिन्हें मेवाड़ के देवता के रूप में पूजा जाता है।

इसे बप्पा रावल ने 734-753 ई. के बीच स्थापित किया था और महाराणा मोकल (1421-1433 ई.) ने इसका जीर्णोद्धार कराया था। वर्तमान मूर्ति महाराणा रायमल (1473-1509 ई.) द्वारा स्थापित की गई थी।

सफेद संगमरमर से निर्मित इस मंदिर परिसर में 108 छोटे मंदिर हैं। गर्भगृह में भगवान एकलिंगजी की चार मुख वाली काले संगमरमर की मूर्ति और बाहर नंदी की चांदी की मूर्ति है।

राजस्थान के अन्य मंदिरों ने भी अनुशासन और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए ड्रेस कोड लागू किया है।

उदयपुर के जगदीश मंदिर में पिछले साल टी-शर्ट, बरमूडा और नाइट सूट पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, हालांकि इस निर्णय से विवाद उत्पन्न हो गया था, जिसके कारण बैनर हटा दिए गए थे।

जयपुर के झारखंड महादेव मंदिर में भी हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट और फटी जींस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

वहीं भीलवाड़ा के कोटड़ी चारभुजानाथ मंदिर में भी पहले ड्रेस कोड लागू किया गया था।

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संसद के शीतकालीन सत्र में गूंजा ओसीसीआरपी मुद्दा

 बीजेपी सांसद ने उठाया विदेशी साजिश से पर्दा

विपक्ष पर देते नहीं बना जवाब!

नईदिल्ली,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। संसद के शीतकालीन सत्र में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने ओसीसीआरपी रिपोर्ट का मुद्दा उठाया है. उन्होंने इसके पीछे की विदेशी साजिश से भी पर्दा उठाया है. सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जब भी संसद का सत्र चल रहा होता है.

उसी समय विदेशों में कोई ना कोई रिपोर्ट सामने आ जा जाती है. ये केवल भारत की छवि खराब करने की कोशिश है. बता दें कि ओसीसीआरपी का मतलब ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट है. यह खोजी पत्रकारों का एक ग्लोबल नेटवर्क है, जिसकी हाल ही में एक रिपोर्ट सामने आई है.

बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने सदन में कहा कि, ‘जब से भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक उभरती हुई आर्थिक, सामरिक, और कूटनीतिक शक्ति बनकर उभरा है और जब से भारत को विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा गया है कि विदेश की बहुत सी ऐसी गतिविधिया हैं. जो भारत की व्यवस्था के आर्थिक, नैतिक, सामाजिक पर आक्रमण कर रही हैं.

इस संदर्भ में हाल ही में एक जानकारी सामने आई है, जिसे हम कह सकते हैं कि ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट. इसके खोजी पत्रकारों की रिपोर्टिंग के आधार पर एक फ्रेंच पब्लिकेशन ने हाल ही में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है.’

उन्होंने आगे कहा, ‘इस रिपोर्ट के अनुसार कहा गया है कि इस प्रोजेक्ट को विदेशी सरकारों की फंडिंग है और उसका फोकस भारत पर भी है. विदेशी फंडिंग के साथ-साथ ओसीसीआरपी का संबंध जॉर्स सोरेस के साथ भी है.

विगत तीन वर्षों से ये क्या सिर्फ संयोग है कि जिस समय भारत की संसद का सत्र चलता है, उसी समय कोई रिपोर्ट सामने आ जाती है. उन्होंने कहा कि इस तरह कि रिपोर्ट्स के जरिए से लगातार भारत की छवि बिगाडऩे की कोशिश की जा रही है.

सुधांशु त्रिवेदी ने इस बात भी जोर दिया है कि बीते तीन सालों से ये एक ट्रेंड बन गया है कि जब भी देश में संसद चल रही होती है तभी विदेश में एक रिपोर्ट आ जाती हैं, जिनमें भारत को लेकर कुछ न कुछ अनर्गल दावे किए होते हैं.

उन्होंने कहा, ‘पूर्व में भारत के किसानों को लेकर रिपोर्ट सामने आई, तब भी संसद सत्र चल रहा था और इसी तरह पेगासस और हिंडनबर्ग रिपोर्ट भी लगभग उसी समय सामने आईं, जब भारत की संसद का सत्र या तो चल रहा था या शुरू होने वाला था. उन्होंने सवाल खड़ा किया है क्या ये महज संयोग है.

ओसीसीआरपी मसले पर विपक्ष पर कोई ठोस जवाब नहीं था, उसके सांसद सदन में जोरदार हंगामा मचाने लगे. इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने ओसीसीआरपी मसले को बहुत ही गंभीर बताया. उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर इस पर चर्चा करनी चाहिए.

साथ ही उन्होंने कहा कि हम किसी भी डिपस्टेट को अपने लोकतंत्र को डिफंक्शन करने की अनुमति नहीं दे सकते हैं. सदन को एकजुट होकर इस तरह की ताकतों से मुकाबला करना चाहिए, क्योंकि वे देश की अखंडता के लिए बहुत ही खतरनाक साबित हो सकती हैं.

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इसरो की अंतरिक्ष में बड़ी छलांग, लॉन्च किया ईएसए का प्रोबा-3 मिशन

सूर्य का किया जाएगा अध्ययन 

नईदिल्ली,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने गुरुवार को यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के प्रोबा-3 मिशन लॉन्च कर दिया है।

आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से इस विशेष अंतरिक्ष मिशन को इसरो के पोलर सैटलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) की मदद से शाम 04:04 बजे लॉन्च किया गया है।

प्रोबा-3 मिशन का उद्देश्य सूर्य के कोरोना का अध्ययन करना है। इस मिशन को बीते दिन ही लॉन्च किया जाना था, लेकिन तकनीकी समस्या आने के कारण इसे एक दिन टाल दिया गया।

प्रोबा-3 मिशन में कोरोनाग्राफ और ऑकुल्टर नामक 2 सैटेलाइट्स शामिल हैं। इनमें से एक सैटेलाइट सूर्य के कोरोना का अध्ययन करेगा, जबकि दूसरा सैटेलाइट कोरोनाग्राफ की सहायता से सूर्य के बाहरी वातावरण का स्पष्ट रूप से अध्ययन करने में मदद करेगा।

इन दोनों सैटेलाइट्स के बीच केवल 150 मीटर की दूरी होगी, जो इस मिशन की विशेषता है। यह सटीक उड़ान तकनीक को प्रदर्शित करेगा, जो भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है।

प्रोबा-3 मिशन का मुख्य उद्देश्य सूर्य के कोरोना और उसके साथ जुड़ी गतिविधियों के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त करना है।सूर्य के कोरोना की उच्चतम गर्मी और सौर गतिविधियों के कारण होने वाली घटनाएं पृथ्वी के अंतरिक्ष मौसम को प्रभावित कर सकती हैं।

इस मिशन से इन घटनाओं की भविष्यवाणी करना और उनकी स्थिति पर विचार करना संभव हो सकेगा। इससे भविष्य में अंतरिक्ष में होने वाली खतरनाक घटनाओं से निपटने में मदद मिलेगी।

इस मिशन के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली तकनीकों में से एक है सटीक उड़ान नियंत्रण प्रणाली, जो 2 सैटेलाइट्स के बीच अत्यधिक छोटे अंतर को बनाए रखने में मदद करेगी।

यह इसरो की प्रगति को दर्शाता है, जो अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरिक्ष खोज के क्षेत्र में न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में नेतृत्व कर रहा है। प्रोबा-3 मिशन का सफलतापूर्वक संचालन अंतरिक्ष के अध्ययन में नए अवसर खोलेगा।

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स्पीकर राम निवास गोयल ने चुनावी राजनीति से लिया संन्यास

दिल्ली में आप को बड़ा झटका!

नई दिल्ली,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी के सीनियर विधायक राम निवास गोयल ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की है।

राम निवास गोयल ने इस संबंध में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर कहा कि वह अब अपनी उम्र के कारण चुनावी राजनीति से दूर रहना चाहेंगे लेकिन पार्टी की सेवा करना जारी रखेंगे।

पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में राम निवास गोयल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से शहादरा विधान सभा के विधायक और विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मैंने कुशलतापूर्वक अपना दायित्व निभाया है।

आपने मुझे हमेशा बहुत सम्मान दिया है जिसके लिए सदा आपका आभारी रहूंगा। पार्टी और सभी विधायकों ने भी मुझे बहुत सम्मान दिया है, इसके लिए मैं सबका आभार प्रकट करता हूं।

अपनी आयु के कारणों से स्वयं को चुनावी राजनीति से अलग करना चाहता हूं। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि मैं आम आदमी पार्टी में रहकर तन-मन-धन से सेवा करता रहूंगा। आपके द्वारा जो भी दायित्व मुझे सौंपा जाएगा उसको निभाने की कोशिश करुंगा।

आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में 76 वर्षीय गोयल ने पार्टी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपनी अगली जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं। बता दें कि राम निवास गोयल शाहदरा से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं। वह फरवरी 2015 से लगातार दिल्ली के स्पीकर हैं।

स्पीकर के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रामनिवास गोयल जी का चुनावी राजनीति से अलग होने का निर्णय हम सभी के लिए एक भावुक क्षण है। उनके मार्गदर्शन ने वर्षों तक हमें सदन के अंदर और बाहर सही दिशा दिखाई है।

अपनी बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य के चलते उन्होंने हाल ही में अभी कुछ दिन पहले ही चुनावी राजनीति से अलग होने की अपनी इच्छा ज़ाहिर की थी। उनके निर्णय का हम सम्मान करते हैं। गोयल साहब हमारे परिवार के अभिभावक थे, हैं और हमेशा रहेंगे। पार्टी को उनके अनुभव और सेवाओं की भविष्य में भी हमेशा ज़रूरत रहेगी।

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बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोका जाना चाहिए : हेमा मालिनी

नई दिल्ली,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। बॉलीवुड अभिनेत्री और मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने गुरुवार को कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।

हेमा मालिनी ने यहां संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए इस बात पर बल दिया कि इस तरह के हमलों को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।

उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि जो हिंदू बांग्लादेश से भारत आ रहे हैं, उन्हें आने दिया जाए। बांग्लादेश में कई ऐसे हिंदू हैं, जो अपने साथ हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज नहीं उठा पा रहे हैं।

लिहाजा मैं कहूंगी कि उन्हें सुरक्षा दिलाने की दिशा में कदम उठाया जाए। बांग्लादेश में रह रहे हमारे हिंदू भाइयों-बहनों को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते।

उन्होंने कहा, बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार से कृष्ण भक्त परेशान हैं। लेकिन, जब से मैंने इस मुद्दे को उठाया है, तब से उनके दिल में एक आश जगी है कि हमारे हित में भी आवाज उठाने वाला कोई है।

उन्होंने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के संदर्भ में कहा कि इस बात को बिल्कुल भी खारिज नहीं किया जा सकता कि जब वह सत्ता में थीं, तो बांग्लादेश में हिंदुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होती थी। लेकिन, पिछले कुछ समय से वहां पर हिंदुओं का जीना दूभर हो चुका है।

भाजपा सांसद ने बांग्लादेश की मौजूदा सरकार से हमारे हिंदू भाइयों को सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में कदम बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं को तकलीफ नहीं होनी चाहिए, क्योंकि वह चैतन्य महाप्रभु की जगह है।

जहां-जहां वह थे, वहां-वहां अब मंदिर बन चुका है। ऐसे में हम सभी कृष्ण भक्तों के लिए इन मंदिरों को तोड़ा जाना कितने दुख की बात है।

बांग्लादेश में लगातार हिंदू समुदाय के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। उनके घरों और धार्मिक स्थलों पर हमले किए जा रहे हैं।

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देश है तो धर्म है, धर्म है तो हम सब : योगी आदित्यनाथ

जानकी महल में आयोजित श्रीरामजानकी विवाह उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री

कहा-सनातन धर्म की रक्षा और भारत को विकास के परम वैभव तक पहुंचाने का होना चाहिए ध्येय

अयोध्या,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सामर्थ्य के अनुसार देश व धर्म के लिए कुछ करने के साथ ही समाज और हर एक को जोडऩे की आवश्यकता है। देश है तो धर्म है, धर्म है तो हम सब हैं। हमारा ध्येय सनातन धर्म की रक्षा और भारत को विकास के परम वैभव तक पहुंचाने का होना चाहिए।

सीएम ने जाति के नाम पर बांटने वालों  से बचने का आह्वान किया।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को जानकी महल में आयोजित श्रीरामजानकी विवाह उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार का भव्य आयोजन आज जनकपुर धाम में भी हो रहा है। छह वर्ष पूर्व भारत व यूपी सरकार के योजनान्तर्गत विवाह पंचमी पर जनकपुर धाम में जाने और मां जानकी के भव्य मंदिर के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।

आज जानकी महल में विवाह पंचमी कार्यक्रम में फिर से जुडऩे का अवसर प्राप्त हो रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहाकि श्रीरामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान इसे नई ऊंचाई तक पहुंचाने में यह महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु था।

मेरे पूज्य गुरुदेव महंत अवेद्यनाथ जी महाराज रामजन्मभूमि आंदोलन से संबंधित किसी महत्वपूर्ण बैठक या आंदोलन के लिए आते थे तो अक्सर वे रात्रि विश्राम जानकी महल में ही करते थे। यह अनेक पूज्य संतों व आयोजनों का केंद्र बिंदु रहा है।

सीएम योगी ने  कहा कि यह वर्ष बहुत महत्वपूर्ण रहा। जब 22 जनवरी 2024 को पीएम मोदी के करकमलों से अयोध्या धाम में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम लला के रूप में विराजमान हो चुके हैं। भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया में कोई भी ऐसा सनातन धर्मावलंबी नहीं था, जो उस क्षण से वंचित हुआ हो।

कोई यहां उपस्थित हुआ तो किसी ने श्रव्य-दृश्य माध्यम से उस पल को देखा-सुना। 500 वर्ष तक चले संघर्षों का सामना करते-करते कई पीढिय़ां चली गईं, लेकिन यह सौभाग्य हमारे भाग्य में था कि फिर से भव्य मंदिर में रामलला को विराजमान होते हमने देखा है। 22 जनवरी को हर सनातन धर्मावलंबी उत्साहित और पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहा था।

सीएम योगी ने कहा कि 2017 के पहले की अयोध्या में बमुश्किल चार से पांच घंटे बिजली मिलती थी। यहां साफ-सफाई की उचित व्यवस्था नहीं थी। राम की पैड़ी में सरयू जी का जल सड़ता था। लोग उसी में स्नान कर पाते थे। एयर, रेल, सड़क कनेक्टिविटी अच्छी नहीं थी। अब तो न केवल सड़क, बल्कि रेल व वायुमार्ग से अयोध्या का अच्छा जुड़ाव हो चुका है।

जल मार्ग पर भी हमारा सर्वे का कार्य चल रहा है। व्यवसाय और प्रोडक्ट को दुनिया के मार्केट तक पहुंचाने के लिए जल मार्ग आसान हो सकता है। संकरी गलियां चौड़ी हो रही हैं। अब राम की पैड़ी स्वच्छ हो गई है। हर स्तर पर विकास कार्य निरंतर बढ़ते दिख रहे हैं।  श्रीराम ने महाराजा दशरथ से कहा कि आपका वचन मेरी प्रतिज्ञा है।

अपने लिए नहीं, बल्कि सनातन धर्म व देश के लिए जो अच्छा है, वह करुंगा। श्रीराम ने14 वर्ष का वनवास स्वीकार किया। उन्होंने निषादराज को गले से लगाया, चित्रकूट में कोल, वनवासी, गिरवासी से जुड़े। 12 वर्ष चित्रकूट में रहे, भारत के ज्ञान और विरासत के प्रतिनिधि होने के कारण ऋषि-मुनियों को अभय प्रदान किया। उस समय दंडकारण्य को राक्षस विहीन किया।

उन्होंने रामेश्वर में ज्योतिर्लिंग की स्थापना की। आज भी हम रामेश्वर में दर्शन करते हैं। उन्होंने सेतुबंध का निर्माण किया और धरती मां को राक्षस विहीन किया। सीएम योगी ने कहा कि 14 वर्ष बाद अयोध्या आने से पहले श्रीराम ने हनुमान जी को भेजा कि जाओ, देखो- ऐसा तो नहीं कि भरत को राज्य का मोह हो गया हो, यदि वह राजा रहना चाहते हों तो मैं अयोध्या वापस नहीं जाऊंगा।

हनुमान जी ने देखा कि संन्यासी के रूप में भरत श्रीराम जी का इंतजार कर रहे हैं। यह बातें हनुमान जी ने श्रीराम को बताईं, तब भगवान राम ने आकर प्रजा की भावनाओं का सम्मान करते हुए जिस व्यवस्था को आगे बढ़ाया, वह रामराज्य की आदर्श व्यवस्था थी। कहीं दरिद्रता-अव्यवस्था नहीं थी, हर जगह खुशहाली थी।

भारत की परंपरा भी यह कहती है कि हम जिसकी पूजा करते हैं, उसके अनुरूप बनने का प्रयास करना चाहिए, उनके आदर्शों से प्रेरणा प्राप्त करनी चाहिए।  कार्यक्रम में अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विधायक वेदप्रकाश गुप्त, विधायक रामचंद्र यादव, दिलीप कुमार सुल्तानिया, नारायण अजीतसरिया, विष्णु अजीत सरिया, चंद्रप्रकाश अग्रवाल, बिहारी लाल सर्राफ, मुरारीलाल, सुनील कुमार, आशीष, दिनेश अग्रवाल, राकेश बिहारी आदि मौजूद रहे।

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देवेंद्र फडणवीस ने ली महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ

एकनाथ शिंदे-अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने

मुंबई,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। इसी के साथ वे तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं।फडणवीस के साथ शिवसेना के एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। अजित छठी बार उपमुख्यमंत्री बन गए हैं।इन तीनों के अलावा आज किसी को भी मंत्री पद की शपथ नहीं दिलाई गई।

मुंबई के आजाद मैदान में हुए समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू समेत 2,000 वीआईपी शामिल हुए।इसके अलावा सभी बड़े उद्योगपति, फिल्मी सितारे, साधु-संत और लाडकी बहना योजना के लाभार्थी भी आमंत्रित किए गए।पार्टी कार्यकर्ताओं समेत करीब 40,000 अन्य लोगों ने भी शिरकत की।

फडणवीस पढ़ाई के दौरान ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए थे।केवल 22 साल की उम्र में फडणवीस नागपुर नगर पालिका के सबसे युवा पार्षद बन गए थे। 1997 में 27 साल के फडणवीस नागपुर के सबसे युवा महापौर बने।1999 में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव जीता था। उसके बाद से लगातार 5 बार वे विधानसभा पहुंचे हैं।2014 में वे पहली बार, 2019 में दूसरी बार और अब तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं।

शपथ ग्रहण से पहले फडणवीस कई मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे। सबसे पहले वे प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे और बप्पा के दर्शन किए। मंदिर प्रशासन ने फडणवीस को सिद्धिविनायक की मूर्ति भी उपहार में दी।इसके बाद फडणवीस कुछ लोगों के साथ मुंबा देवी मंदिर पहुंचे और दर्शन किए।शपथ से पहले फडणवीस ने गाय की पूजा भी की। इसके लिए उनके आवास पर 2 गायें भी लाई गईं।

शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा, एकनाथ शिंदे शपथ लेने के बाद गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और गृह मंत्रालय और अन्य विभागों पर चर्चा होगी।बता दें कि शिंदे कथित तौर पर गृह मंत्रालय को लेकर अड़े हुए हैं। शपथ ग्रहण से कुछ देर पहले तक उनकी नाराजगी की खबरें थीं।विभागों के बंटवारे को लेकर फडणवीस ने भी उनसे मुलाकात की थी।माना जा रहा है कि शाह से मुलाकात में मंत्रालयों पर सहमति बन सकती है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनावी नतीजों में शिवसेना, भाजपा और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के महायुति गठबंधन ने 235 सीटें जीती हैं।भाजपा को 132, शिवसेना को 57 और एनसीपी को 41 सीटें मिली हैं। गठबंधन में शामिल छोटी पार्टियों ने भी 5 सीटों पर जीत हासिल की है।वहीं, विपक्षी महाविकास अघाड़ी में शिवसेना (उद्धव ठाकरे) को 20, कांग्रेस को 16 और एनसीपी (शरद पवार) को 10 सीटें मिली हैं।

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एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर खुलासा

हत्यारों की सलमान खान को मारने की थी योजना

मुंबई,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। महाराष्ट्र के मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी (66) की हत्या के 2 महीने बाद एक और खुलासा हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक, शूटरों ने पुलिस को बताया कि सिद्दीकी की हत्या से पहले उन्होंने अभिनेता सलमान खान को मारने की योजना बनाई थी।उन्होंने पूछताछ में खुलासा किया कि सलमान उनकी हिट लिस्ट में थे, लेकिन कड़ी सुरक्षा के कारण वे उन तक नहीं पहुंच सके और सिद्दीकी की हत्या की योजना बनाई।

पूर्व विधायक और सलमान के दोस्तों में शामिल सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को उनके बेटे जीशान के कार्यालय के सामने गोली मारकर हत्या की गई थी।हत्या करने वाले 3 लोग बाइक पर आए थे, जिनमें शिव कुमार, हरियाणा का गुरनैल सिंह और उत्तर प्रदेश का धर्मराज कश्यप शामिल थे। तीनों पुलिस की गिरफ्त में हैं।पुलिस ने मामले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने ली है।

सलमान को सिद्दीकी की हत्या के बाद कथित तौर पर बिश्नोई गिरोह से काफी धमकियां मिल रही हैं। 14 अप्रैल को सलमान के घर के बाहर गोलीबारी भी हुई थी।गोलीबारी करने वाले 2 आरोपियों को गुजरात से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद जमशेदपुर और नोएडा से भी धमकी भरी कॉल आई थी।बता दें, सलमान को वाई+ श्रेणी की सुरक्षा मिली है। उनके घर के बाहर चेहरा पहचानने वाले सीसीटीवी लगे हैं और पुलिस तैनात है।

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राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर साधा निशाना

बोले- मोदी और अडाणी एक हैं

नईदिल्ली,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर उद्योगपति गौतम अडाणी के खिलाफ रिश्वतखोरी के मामले में जांच कराने की मांग की है।उन्होंने संसद परिसर में पत्रकारों से कहा, क्या आप कभी अपनी जांच कराएंगे? क्या आप अपनी जांच करा सकते हैं। मोदी जी अडाणी जी की जांच नहीं करा सकते क्योंकि अगर वे कराएंगे तो अपनी ही जांच कराएंगे। मोदी और अडाणी एक हैं, दो लोग नहीं हैं, एक है।

अडाणी के मुद्दे पर बहस और संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग कर रहे विपक्षी इंडिया गठबंधन के सांसदों ने गुरुवार को संसद परिसर में प्रदर्शन किया।इस दौरान सभी सांसदों ने मोदी-अडाणी तस्वीर वाली काली जैकेट पहन रखी थी, जिसमें पीछे मोदी-अडाणी एक हैं, अडाणी सुरक्षित हैं नारा लिखा था। सांसदों ने एक मानव शृंखला भी बनाई।बता दें, शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से विपक्ष इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर हावी

अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने अडाणी समूह पर अमेरिका की बिजली कंपनियों के साथ सौर ऊर्जा अनुबंध के लिए भारतीय अधिकारियों को 2,000 करोड़ रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया है।दावा है कि ये बात अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपाई गई। समूह को अनुबंध मिलने से करीब 16,000 करोड़ रुपये के लाभ की उम्मीद थी।अमेरिकी कोर्ट ने अडाणी और उनके भतीजे सागर समेत 8 को आरोपी बनाया है। सभी आरोपों को समूह ने नकारा है।

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लक्षद्वीप को बड़ा पर्यटन स्थल बनाएगी केन्द्र सरकार

8 नई परियोजनाएं शुरू करने की तैयारी

नईदिल्ली,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। केंद्र सरकार लक्षद्वीप को मालदीव की तरह शानदार पर्यटन स्थल बनाना चाहती है। इसके लिए सरकार जल्द ही 8 नई परियोजनाएं शुरू करने की तैयारी कर रही है।303 करोड़ रुपये की पहली परियोजना पर जल्द ही काम शुरू होगा। इसके लिए निविदाएं भी जारी कर दी गई हैं।बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के बाद से ही लक्षद्वीप को मालदीव के विकल्प के तौर पर विकसित किया जा रहा है।

रिपोर्ट के मुताबिक, जिन परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, उनमें कावरत्ती, अगाथी और मिनिकॉय द्वीपों पर बड़े जहाजों के आने की क्षमता विकसित करना, कल्पेनी, कदमथ और एंड्रोथ द्वीपों पर पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाओं का विकास करना और कल्पेनी और कदमथ द्वीप पर क्रूज जहाजों के संचालन वाले जेटी का निर्माण शामिल है।पहली परियोजना के तहत, कदमथ द्वीप पर जेटी निर्माण के लिए 4 दिसंबर को निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।

पहली परियोजना में कोच्चि से लगभग 407 किलोमीटर दूर कदमथ द्वीप में पूर्वी और पश्चिमी किनारों पर जेटी और दूसरी जरूरी यात्री सुविधाएं विकसित करना है।विश्वस्तरीय मानकों को ध्यान में रखते हुए सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक यात्री प्रतीक्षालय भी बनाया जाएगा।इसके अलावा 360 मीटर लंबी एक जेटी बनाई जाएगी, जहां से यात्री जहाजों के साथ-साथ क्रूज जहाजों का भी संचालन किया जा सकेगा।बता दें कदमथ 9.3 किलोमीटर लंबा और 0.57 किलोमीटर चौड़ा द्वीप है।

सरकार की योजना लक्षद्वीप में एक मल्टीमॉडल जेटी को विकसित करने की है, जहां से यात्री जहाजों का पूरे साल संचालन किया जा सके। इससे द्वीप तक कनेक्टिविटी बढ़ेगी और पर्यटकों की पहुंचना भी आसान होगा।इसके अलावा, सरकार लक्षद्वीप के सभी द्वीपों में बंदरगाह और शिपिंग संरचना विकसित करना चाहती है, जिससे बिना बाधा के शिपिंग सेवाएं और यात्री और कार्गो हैंडलिंग हो सके।इन परियोजनाओं को मुख्यत: सागरमाला परियोजना के तहत पूरा किया जाएगा।

जनवरी में प्रधानमंत्री मोदी ने लक्षद्वीप की यात्रा की थी। उन्होंने यात्रा की कुछ तस्वीरें भी साझा की थीं, जिन पर मालदीव के मंत्रियों ने विवादित टिप्पणियां की थीं। भारत की आपत्ति के बाद इन मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया गया था।

लक्षद्वीप 36 छोटे-छोटे द्वीपों का समूह है। केरल के कोच्चि से करीब 440 किलोमीटर दूर स्थित ये जगह रणनीतिक नजरिए से भी काफी अहम है।यहां की कुल आबादी करीब 64,000 है। इसमें से भी 95 प्रतिशत मुस्लिम हैं।आदिवासियों की संस्कृति को बचाए रखने की वजह से यहां पर जाने के लिए आम भारतीयों को परमिट लेना जरूरी होता है।हालांकि, भारतीय सेना के जवान, उनके परिजन और सरकारी अधिकारियों को परमिट से छूट मिली हुई है।

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शपथ ग्रहण से पहले देवेंद्र फडणवीस सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे

लिया आशीर्वाद

मुंबई, 5 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण से पहले देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना कर भगवान गणेश का आशीर्वाद लिया।

शपथ ग्रहण समारोह मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान में शाम 5:30 बजे होगा। देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजित पवार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार भाजपा, शिंदे गुट और एनसीपी के सहयोग से बन रही है।

फडणवीस, शिंदे और पवार ने 4 दिसंबर को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की और महायुति सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राज्यपाल से मुलाकात के बाद फडणवीस ने कहा था, नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह कल शाम 5:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होगा।

मैंने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उनसे इस सरकार में शामिल होने का अनुरोध किया, क्योंकि यह महायुति कार्यकर्ताओं की इच्छा है, हम महाराष्ट्र की जनता से किए गए वादों को पूरा करेंगे।

बुधवार को महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने के बाद फडणवीस का शीर्ष पद पर यह तीसरा कार्यकाल होगा। यह निर्णय कई दिनों बाद आया है।

कथित तौर पर एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। हालांकि, भाजपा ने पीछे जब हटने से इनकार कर दिया तब शिंदे ने मीडिया के सामने आ कहा कि वह पीएम मोदी की पसंद का समर्थन करेंगे।

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की, जिसने 288 में से 235 सीटों के साथ शानदार जीत हासिल की। यह परिणाम भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ, जो 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।

जबकि, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को बड़ा झटका लगा, जिसमें कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें मिलीं। इसके गठबंधन सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें जीतीं, जबकि एनसीपी (शरद पवार गुट) को सिर्फ 10 सीटें मिलीं।

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हेमंत सरकार का कैबिनेट विस्तार : 11 मंत्रियों ने ली शपथ

छह नए चेहरे

रांची,05 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार का गुरुवार को कैबिनेट विस्तार हुआ जिसमें 11 मंत्रियों ने शपथ ली। राज्यपाल संतोष गंगवार ने राजभवन में आयोजित समारोह में सभी नवनियुक्त मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इन मंत्रियों में झारखंड मुक्ति मोर्चा से दीपक बिरुआ, रामदास सोरेन, हफीजुल हसन, सुदिव्य कुमार सोनू, योगेंद्र महतो और चमरा लिंडा शामिल हैं। कांग्रेस से दीपिका पांडेय सिंह, इरफान अंसारी, राधाकृष्ण किशोर और शिल्पी नेहा तिर्की को मंत्री बनाया गया है जबकि राष्ट्रीय जनता दल से संजय प्रसाद यादव को कैबिनेट में जगह दी गई है।

इन मंत्रियों से पहले राज्यपाल ने झामुमो के वरिष्ठ विधायक स्टीफन मरांडी को विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ दिलाई गई। राजभवन के अशोक उद्यान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सीएम हेमंत सोरेन, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर, राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव जयप्रकाश नारायण यादव सहित कई महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे।

नवगठित कैबिनेट में छह नए और पांच पुराने चेहरे हैं। नए मंत्रियों में राधाकृष्ण किशोर, सुदिव्य सोनू, चमरा लिंडा, योगेंद्र प्रसाद, शिल्पी नेहा तिर्की और संजय यादव शामिल हैं। सत्तारूढ़ गठबंधन में इस बार आठ महिलाएं चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची हैं। इनमें से दो को कैबिनेट में जगह मिली है। कैबिनेट में राज्य के पांचों प्रमंडलों को प्रतिनिधित्व दिया गया है।

संथाल परगना से सर्वाधिक चार मंत्री बनाए गए हैं। कोल्हान, दक्षिणी छोटानागपुर और उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल से दो-दो और पलामू प्रमंडल से एक विधायक को मंत्रिमंडल में जगह मिली है।

सरकार ने मंत्रिमंडल में विभिन्न समुदायों को प्रतिनिधित्व देकर सामाजिक-राजनीतिक समीकरणों को साधने का प्रयास किया है। अनुसूचित जनजाति से चार, अनुसूचित जाति से एक, ओबीसी से तीन, अल्पसंख्यक समुदाय से दो और सवर्ण समुदाय से एक विधायक को प्रतिनिधित्व दिया गया है।

हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में सोरेन के नेतृत्व वाले चार दलों के गठबंधन ने 56 सीटों पर जीत हासिल की थी। झारखंड मुक्ति मोर्चा को 34, कांग्रेस को 16, राजद को चार और भाकपा (माले) को दो सीटें मिली थीं।

भाकपा माले ने मंत्रिमंडल से बाहर रहने का फैसला किया था। हेमंत सोरेन की पिछली सरकार के सात मंत्री इस बार कैबिनेट में नहीं दिखेंगे। पूर्व की सरकारों में सबसे बुजुर्ग मंत्री रहे रामेश्वर उरांव को इस बार जगह नहीं मिल पाई।

चार पूर्व मंत्री बेबी देवी, हफीजुल हसन, मिथिलेश ठाकुर और वैद्यनाथ राम चुनाव हार गए। सत्यानंद भोक्ता इस बार चुनाव नहीं लड़ पाए, जबकि चंपई सोरेन पहले ही सत्तारूढ़ गठबंधन को अलविदा कहकर भाजपा में शामिल हो गए थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज शाम तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर सकते हैं।

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अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 7 दिसंबर को भव्य आयोजन

बीएपीएस कार्यकर स्वर्ण महोत्सव 

अहमदाबाद,04 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। विश्व के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 7 दिसंबर को बीएपीएस कार्यकर स्वर्ण महोत्सव मनाया जाएगा। विश्व के 30 देशों से पधारे एक लाख से अधिक बीएपीएस संस्था के कार्यकर्ता इसमें सहभागी होंगे।

इस कार्यक्रम में बीएपीएस के आध्यात्मिक प्रमुख और गुरुहरि परम पूज्य महंत स्वामी महाराज की उपस्थिति के साथ गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और कई अन्य गणमान्य अतिथि भी शामिल होंगे।

संस्था के मुताबिक, 1972 में ब्रह्म स्वरूप प्रमुख स्वामी महाराज ने अपने दूरदर्शी दृष्टिकोण से कार्यकरों के लिए एक संगठित ढांचा तैयार किया था। इस पहल को 50 वर्ष पूरे हो चुके हैं।

आज ब्रह्मस्वरूप परम पूज्य महंत स्वामी महाराज के असीम पुरुषार्थ से, बीएपीएस संस्था में एक लाख से अधिक समर्पित कार्यकरों का एक विशाल वैश्विक परिवार तैयार है, जो यूक्रेन में फंसे छात्रों को सकुशल भारत लाने से लेकर भूकंप-सुनामी जैसी आपत्ति के समय हर पल मानवता की सेवा में कटिबद्ध रहता है।

जनवरी 2024 में सूरत में शुरू हुआ यह स्वर्ण महोत्सव वर्ष भर विभिन्न बीएपीएस केंद्रों में कार्यकर सम्मान समारोहों के रूप में आयोजित किया गया।

संस्था ने आगे बताया, इस आयोजन का भव्य समापन समारोह 7 दिसंबर को अहमदाबाद में होगा। इस कार्यक्रम में 30 से अधिक देशों से एक लाख स्वयंसेवकों की भागीदारी होगी।

वहीं, 2,000 कलाकारों और 1,800 लाइट्स द्वारा शानदार सांस्कृतिक प्रदर्शन किया जाएगा। इसके लिए 30 प्रोजेक्टर और आधुनिक सॉफ्टवेयर का उपयोग किया जाएगा।

इस कार्यक्रम के लिए मुख्य तैयारियां की गई है। पिछले तीन महीनों से 35 सेवा विभागों और 10,000 से अधिक स्वयंसेवकों को खास जिम्मा सौंपा गया है।

इसके अलावा रायसन में 34 एकड़ क्षेत्र में एक वर्कशॉप और सारंगपुर (बोटाद) तथा शाहीबाग में दो अन्य कार्यशालाएं हो रही है, जहां आयोजन में उपयोग होने वाली प्रॉपर्टीज को फोम शीट, फाइबर और लकड़ी जैसे हल्के और सुरक्षित सामग्रियों से तैयार जा रहा है।

रिवर फ्रंट और स्टेडियम के प्रवेश द्वारों के पास 1,300 बसों और हजारों वाहनों के लिए पार्किंग व्यवस्था की गई है, ट्रैफिक प्रबंधन स्वयंसेवकों द्वारा संभाला जाएगा।

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हवाई यात्रा के नाम पर काटी जा रही जनता की जेब

राघव चड्डा ने किरायों के बढ़ते बोझ का उठाया मुद्दा

नई दिल्ली,04 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में भारतीय वायुयान विधेयक 2024 पर हुई चर्चा में आम हवाई यात्री का दर्द सामने रखा। उन्होंने कहा कि उड़ान स्कीम में सस्ते हवाई टिकट देने का वादा सरकार भूल गई है।

उन्होंने कहा-वादा था हवाई चप्पल वालों को हवाई जहाज में सफर कराने का लेकिन सरकार के उस वादे का क्या हुआ? अब तो बाटा कंपनी का जूता पहनने वाला भी हवाई जहाज के टिकट नहीं खऱीद पा रहा है।

उन्होंने बढ़ते हुए हवाई किरायों का जिक्र किया और कहा कि इस पर नियंत्रण के लिए कोई रेग्यूलेशन होना चाहिए। राघव चड्ढा ने कहा कि हवाई यात्रा के नाम पर जनता की जेब काटी जा रही है।

उन्होंने विभिन्न सेक्टर्स के हवाई किरायों का जिक्र किया कि कहीं-कहीं यात्रियों से बहुत ज्यादा किराया वसूला जा रहा है। मालदीव की फ्लाइट सस्ती है , लेकिन लक्षद्वीप की फ्लाइट महंगी है। उन्होंने कहा कि सरकार हवाई यात्रा को लक्जऱी के बजाय आम यात्री के लिए सुलभ बनाए।

राघव चड्डा ने कहा कि एयरपोर्ट पर खाना-पीना भी बहुत महंगा है। उन्होंने कहा कि एक कप चाय के लिए 200-250 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। वहीं पानी की एक बोतल जो बाहर मार्केट में 20 रुपये में मिलती है, वही पानी की बोतल एयरपोर्ट पर 100 रुपये में मिलती है।

राघव चड्ढा ने कहा कि महंगी टिकट के बाद भी यात्रा की कोई गारंटी नहीं है। आपका सामान चाहे टूटे चाहे फूटे  उसकी कोई वारंटी नहीं हैं। उन्होंने देश के एयरपोर्ट को बस अड्डों से भी बदतर बताया और कहा कि यहां इतनी लंबी-लंबी लाइनें लगती हैं कि कई लोगों की तो फ्लाइट भी छूट जाती है। लोग अपने गंतव्य तक जल्दी पहुंचने के लिए महंगी टिकट खरीदते हैं लेकिन छोटे शहरों में फ्लाइट 3 से 4 घंटे लेट हो रही हैं।

आप सांसद ने कहा कि देश के कई लोकप्रिय टूरिस्ट स्पॉट के आसपास एयरपोर्ट नहीं है, कनेक्टिविटी नहीं होने के चलते पर्यटन प्रभावित हो रहा है। राघव चड्ढा ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री से हवाई यात्रियों के सामने आने वाली इन चुनौतियों का समाधान करने का आग्रह किया।

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गाजीपुर बॉर्डर पर जाम में फंसे लोगों का फूटा गुस्सा

कांग्रेस कार्यकर्ताओं से झड़प

राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी

नई दिल्ली,04 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। दिल्ली से सटे गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गाजीपुर बॉर्डर पर बुधवार को भारी ट्रैफिक जाम हो गया।

दरअसल राहुल गांधी संभल जा रहे थे और कांग्रेस कार्यकर्ता रोड पर आ गए। बैरिकेडिंग के कारण ट्रैफिक जाम फंसे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और नारेबाजी शुरू कर दी।

जानकारी के अनुसार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के खिलाफ जाम में फंसे लोगों ने नारेबाजी भी की। बताया जा रहा है कि नारे लगाने वालों को कांग्रेस समथकों ने पीट दिया। इसके बाद आम लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।

कांग्रेस कार्यकर्ताओं और यात्रियों के बीच झड़प का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कांग्रेस समर्थक कुछ लोग नारेबाजी कर रहे यात्रियों को हटा रहे हैं और उसके साथ बहस भी कर रहे हैं।

वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि कांग्रेस समर्थक कुछ लोगों को पीट भी रहे हैं और धक्का देकर वहां से हटा रहे हैं।

ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर फंसे एक यात्री का कहना है कि मुझे कुछ भी नहीं पता कि हमें क्यों रोका गया है? अगर राहुल गांधी सड़क के दूसरी तरफ हैं तो यह सड़क क्यों अवरुद्ध है? जनता को क्यों परेशानी उठानी पड़ रही है।

वहीं एक अन्य यात्री का कहना है कि हम बस यही चाहते हैं कि हमारा रास्ता साफ हो। मैं 80 साल का हूं। मैं दिल्ली से आ रहा हूं। मेरे भाई की मृत्यु हो गई है और मैं यहां से जाना चाहता हूं ताकि हम कम से कम उसके अंतिम संस्कार में शामिल हो सकें।

हम कहां जाएंगे? हम यहां एक घंटे से अधिक समय से इंतजार कर रहे हैं। यहां बहुत सारे लोग इंतजार कर रहे हैं, किसी को ऑफिस जाना है, किसी को कोई आपात स्थिति है।

वहीं, कांग्रेस की तरफ से कहा गया है कि नारेबाजी कर रहे लोग आम जनता नहीं बल्कि बीजेपी के कार्यकर्ता थे। फिलहाल मौके से सभी को हटा दिया गया है। पुलिस मौके पर तैनात है। राहुल गांधी भी वापस दिल्ली चले गए हैं।

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सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना

बोले- सिर्फ मीडिया आकर्षण पाने के लिए यह कार्य किया

नई दिल्ली,04 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने नई दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि संसद की शीतकालीन सत्र चल रहा है। इस सत्र में इंडी गठबंधन का बिखराव देश की जनता को साफ और स्पष्ट दिखाई दे रहा है।

उन्होंने कहा कि मंगलवार को राज्यसभा में नियम 267 के तहत अर्थात सभी कार्य रोक कर कोई मुद्दा डिस्कस किया जाए, इसके तहत 42 नोटिस आए थे।

महत्वपूर्ण बात यह है कि नोटिस 9 अलग-अलग विषयों के लिए आए थे। इंडी गठबंधन के किसी भी दल ने, किसी दो दलों ने एक विषय के लिए नहीं दिया था।

यह स्पष्ट था कि कांग्रेस जो अपना एजेंडा लेकर चल रही थी, इंडी गठबंधन के बाकी दलों ने अपनी राह खुद तय कर ली। सदन के पटल पर सहयोगी दलों को साथ में लेने की असफलता के बाद आज राहुल गांधी उस विवशता में एक रस्म अदायगी करने के लिए उत्तर प्रदेश के संभल में जाने की कोशिश करते नजर आए।

भाजपा नेता ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने कहा है कि कांग्रेस औपचारिकता निभा रही है। उन्होंने सपा नेता के बयान में एक शब्द जोड़कर कहा कि कांग्रेस औपचारिकता नहीं विवशता निभा रही है।

विवशता इसलिए क्योंकि इस मुद्दे पर कांग्रेस के किसी भी नेता ने ना कुछ बोला और ना ही लिखा। ऐसा प्रतीत होता कि राहुल गांधी ने सिर्फ मीडिया आकर्षण पाने के लिए यह कार्य किया है।

उन्होंने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी ने जब अपना विषय ही बदल दिया तो कांग्रेस पार्टी को मजबूरन उसी दिशा में जाना पड़ा। शायद कांग्रेस को लगा होगा कि सपा ने हमसे ज्यादा माइलेज ले लिया है।

कांग्रेस को लगा होगा हम बड़ी पार्टी हैं, अगर हम कोई ऐसा कार्य करें जिस पर बेहतर फोटो दिखेगा तो मीडिया माइलेज हम ले सकते हैं। इसलिए यहां प्रतीत होता है कि दोनों पार्टियों के बीच हो रही अपने कोर वोट बैंक की प्रतिस्पर्धा से ये प्रेरित है। इसमें कांग्रेस पार्टी की तरफ से कोई संवेदनशीलता या कोई भी सहानुभूति का तत्व दिखाई नहीं पड़ता।

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राहुल को बांग्लादेश भी जाना चाहिए : आचार्य प्रमोद कृष्णम

संभल में पूरी तरह से शांति है

हापुड़,04 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने हापुड़ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी के संभल जाने पर प्रतिक्रिया दी।

आचार्य प्रमोद कृष्णम से पूछा कि राहुल गांधी के संभल जाने पर इतना पहरा क्यों है। इस पर उन्होंने कहा कि ये तो उत्तर प्रदेश की पुलिस और सरकार बताएगी। संभल में पूरी तरह से शांति है।

यूपी की सरकार ने और संभल के प्रशासन ने दंगों पर पूरी तरह से नियंत्रण किया है।

उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को थोड़ा समय निकालकर बांग्लादेश भी जाना चाहिए।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। संसद में बांग्लादेश की बात उठानी चाहिए। संभल बिल्कुल शांत है। संभल शांतिपूर्ण तरीके से धीरे-धीरे शांति की राह पर आगे बढ़ रहा है।

राहुल गांधी दंगों की आग में घी डालने का काम ना करें। अगर इतना ही जाने का शौक है तो बांग्लादेश जाएं, जहां हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है।

अगर राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष के तौर पर संभल जा रहे हैं तो इसमें क्या परेशानी है। इस पर उन्होंने कहा कि इस सवाल का जवाब उत्तर प्रदेश सराकर को देना चाहिए।

बता दें कि कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को संभल जा रहे थे, लेकिन उन्हें पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया। काफी देर तक पुलिस और उनके बीच तनातनी चली। इसके बाद पुलिस ने उन्हें संभल नहीं जाने दिया।

पुलिस के संभल जाने से रोके जाने पर राहुल गांधी ने कहा, हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, पुलिस हमें मना कर रही है। हमें वहां जाने की इजाजत नहीं दे रही है। एक नेता प्रतिपक्ष होने के नाते यह मेरा अधिकार बनता है कि मैं वहां जाऊं। लेकिन, फिर भी मुझे रोका जा रहा है।

उन्होंने कहा, मैंने कहा कि मैं अकेला जाने को तैयार हूं। मैं पुलिस के साथ जाने के लिए तैयार हूं। लेकिन, वो तब भी तैयार नहीं हुए और अब वो हमें कह रहे हैं कि कुछ दिनों में अगर हम वापस आएंगे, तो वो हमें जाने देंगे।

यह नेता प्रतिपक्ष के अधिकारों और संविधान के खिलाफ है। हम जाकर वहां देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ है। लेकिन, हमें रोका जा रहा है। हम लोगों से मिलना चाहते हैं। लेकिन, मेरा जो संवैधानिक अधिकार है, वो मुझे नहीं दिया जा रहा है।

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शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा की बढ़ीं मुश्किलें

ईडी ने जारी किया समन

मुंबई,03 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अश्लील फिल्मों के कथित अवैध वितरण से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कारोबारी राज कुंद्रा को 4 दिसंबर को पूछताछ के लिए तलब किया है।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, पहले कुंद्रा को सोमवार को पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने नई तारीख मांगी, जिसके बाद अब उन्हें 4 दिसंबर को पेश होने के लिए कहा गया है।

ईडी की जांच में यह मामला शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा और उनके सहयोगियों के खिलाफ चल रही है। जांच का संबंध मई 2022 में दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग मामले से है, जिसमें कुंद्रा और अन्य के खिलाफ मुंबई पुलिस की दो प्राथमिकी और आरोप पत्र आधारित कार्रवाई की जा रही है।

ईडी ने 29 दिसंबर को मुंबई और उत्तर प्रदेश के कुशीनगर सहित विभिन्न शहरों में कुंद्रा और उनके सहयोगियों के परिसरों पर छापेमारी की थी।

साथ ही सूत्रों के अनुसार, कुंद्रा के अलावा उत्तर प्रदेश के एक अन्य व्यवसायी को भी 4 दिसंबर को तलब किया गया है, जबकि अभिनेत्री गहना वशिष्ठ को 9 दिसंबर को गवाही देने के लिए कहा गया है।

राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी पर पहले भी आरोप लग चुके हैं कि उन्होंने अवैध रूप से पोर्नोग्राफी सामग्री का निर्माण और वितरण किया था। हालांकि, कुंद्रा ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि वह इस जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं और उनके खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है। कुंद्रा ने यह भी कहा कि उन्हें झूठा फंसाया गया है और वह इस मामले में बलि का बकरा बन रहे हैं।

यह मामला पहले से ही एक जमानत पर रिहा किए गए कुछ व्यक्तियों के खिलाफ चल रहा है, जिनमें से कुछ को पहले गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा इस साल की शुरुआत में ईडी ने कुंद्रा और शेट्टी की 98 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी, लेकिन बंबई हाई कोर्ट ने इस आदेश के खिलाफ राहत दी थी।

ईडी और मुंबई पुलिस की जांच अब यह स्पष्ट करने की कोशिश कर रही है कि कुंद्रा और उनके सहयोगियों ने पोर्नोग्राफी सामग्री के निर्माण और वितरण के लिए कौन सी अवैध गतिविधियां की थीं और क्या इनसे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के पहलुओं को उजागर किया जा सकता है।

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दिल्ली की सड़कों पर उतरेंगी 150 मोहल्ला बस

मुख्यमंत्री आतिशी ने किया निरीक्षण

नई दिल्ली, 3 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। दिल्ली में रहने वाले लोग जो ऑफिस जाने के लिए डीटीसी बसों का प्रयोग करते हैं, उन्हें दिल्ली सरकार ने मोहल्ला बस का तोहफा दिया है।

9 मीटर की इन छोटी बसों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी के तहत शुरू किया जा रहा है। मंगलवार को मुख्यमंत्री आतिशी ने 150 मोहल्ला बसों का निरीक्षण किया। 9 मीटर की ये ध्वनिरहित बसें भीड़भाड़ वाले इलाकों के लिए बनाई गई हैं, इनका ट्रायल पहले ही पूरा हो चुका है।
बसों का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा है कि दिल्ली की अनूठी मोहल्ला बसें 9 मीटर लंबी इलेक्ट्रिक लो-फ्लोर बसें हैं।

150 बसों का पहला जत्था आ चुका है। ये बसें तैयार हैं और दो रूटों पर इनका ट्रायल भी हो चुका है। आज हम इन बसों और इनके चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का निरीक्षण करने आए हैं। एक बार जब ये 150 बसें दिल्ली की सड़कों पर आ जाएंगी, तो ये मोहल्ला बसों के रूप में काम करेंगी, जो 9 मीटर लंबी हैं और भीड़भाड़ वाले इलाकों तक पहुंच सकती हैं, जहां 12 मीटर की बड़ी इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसें नहीं जा सकती हैं।

उन्होंने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में दिल्ली सरकार ने यह पहल की है। दिल्ली में परिवहन हमेशा से एक समस्या रही है, खासकर लास्ट-माइल कनेक्टिविटी।

मेट्रो का काफी विस्तार हुआ है, लेकिन मेट्रो स्टेशन से घर पहुंचना दिल्लीवासियों के लिए एक बड़ी समस्या बनी हुई है। लास्ट-माइल कनेक्टिविटी समस्या को दूर करने के लिए दिल्ली भर में 2,000 से अधिक ऐसी मोहल्ला बसें चलाई जाएंगी।

उन्होंने बताया कि एम्स, आईएएनए, गोविंदपुरी जैसे इलाकों को इस मोहल्ला बसों से कवर किया जाएगा। इस बस में खास बात यह है कि जब तक बस के दरवाजे बंद नहीं होते हैं बस नहीं चलेगी। बस के अंदर आराम से सफर कर सकते हैं। 10 साल से दिल्ली सरकार जनता की सुविधा के लिए काम कर रही है।

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राज्यसभा में रामगोपाल यादव और प्रमोद तिवारी ने संभल मुद्दे को उठाया

सभापति बोले-शून्यकाल में बुलाते हैं

नई दिल्ली, 3 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। राज्यसभा की कार्यवाही जारी है। इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता और प्रोफेसर रामगोपाल यादव उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा का मुद्दा उठाना चाह रहे थे।

उन्हें राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने रोक दिया। उन्होंने कहा कि आपको शून्यकाल (जीरो ऑवर) में बुलाते हैं।

राज्यसभा में जब रामगोपाल यादव ने संभल का मुद्दा उठाना चाहा तो राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि यदि मैं आपको बोलने दूं तो और लोग भी बोलना चाहेंगे। मेरा फैसला आ चुका है।
एक ही सदस्य ने 267 में कई नोटिस दिए हैं। मुझे नहीं पता मैं कौन सा स्वीकार करूं। यह असंभव है कि मैं उस पर एक साथ चार लोगों को बोलने दूं। सदस्यों की संख्या काफी है, जिन्होंने जीरो ऑवर में नोटिस दे रखा है। आपको शून्यकाल (जीरो ऑवर) में बुलाते हैं।

रामगोपाल यादव ने अनुरोध किया आप मुझे कुछ सेकेंड के लिए तो सुन लें। इस सभापति ने कहा कि इससे इक्वलिटी का सिद्धांत वायलेट हो जाएगा। आपको जीरो ऑवर में बुलाते हैं।

वहीं कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी भी राज्यसभा संभल का मुद्दा उठाना चाहा, तो सभापति ने उन्होंने भी रोक दिया। हालांकि, इस बीच प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस की तरफ से हम इतनी चिंता व्यक्त करते है कि संभल में प्लेस ऑफ वर्शिप एक्ट का उल्लंघन हुआ है।

सभापति ने कहा कि आपको जीरो ऑवर में बुलाते हैं।

बता दें कि संभल की सदर कोतवाली क्षेत्र में रविवार 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की टीम रविवार को कोतवाली परिसर पहुंची थी।

हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में टीम ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मौजूदा हालात का जायजा लिया था। आयोग की टीम शाही जामा मस्जिद में पहुंचकर वहां की स्थिति का भी जायजा लिया था।

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2020 से दोनों पड़ोसियों के रिश्ते काफी असामान्य रहे…

लोकसभा में विदेश मंत्री ने भारत-चीन संबंधों पर दी जानकारी

नईदिल्ली,03 दिसंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। लोकसभा में विदेश मंत्री डॉ.एस जयशंकर ने कहा, मैं सदन को भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में हाल के कुछ घटनाक्रमों और हमारे समग्र द्विपक्षीय संबंधों पर प्रभाव से अवगत कराने के लिए यहां पर आया हूं.

सदन को इस बात का पता लगा है कि 2020 से दोनों पड़ोसियों के रिश्ते काफी असामान्य रहे हैं. ऐसे में परिणाम स्वरूप सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति भंग हुई है. हाल के घटनाक्रम तब से हमारे निरंतर राजनयिक जुड़ाव को दर्शाते हैं. यह बतातें हैं कि हमारे रिश्ते में कुछ सुधार स्थापित हुए हैं.

1962 के संघर्ष और उससे पहले की घटना के परिणाम स्वरूप अक्साई चिन में 38,000 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जे और इसके साथ पाकिस्तान ने 1963 में 5,180 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र अवैध रूप से चीन को सौंप दिया. यह 1948 से उसके कब्जे में रहा है.

चीन ने सीमा मुद्दे को हल करने के मामले में कई दशकों से बातचीत की है. हम सीमा समाधान के लिए निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य ढांचे पर पहुंचने को लेकर द्विपक्षीय चर्चाओं के माध्यम से चीन के साथ जुडऩे को लेकर प्रतिबद्ध हैं.

सदस्यों को यह याद होगा कि अप्रैल-मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन की ओर से बड़ी संख्या में सैनिकों को एकत्र करने के परिणाम स्वरूप कई बिंदुओं पर हमारी सेना के साथ आमना सामना हुआ.

ऐसे हालात के कारण गश्त गतिविधियों में बाधा देखी गई है.हमारे सशस्त्र बलों को इस बात का श्रेय जाता है कि साजो-सामान संबंधी चुनौतियां, प्रचलित कोविड हालात के बाद वे तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम थे.

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पीएम मोदी ने सीएम एमके स्टालिन से की फोन पर बात

तमिलनाडु में आई बाढ़ को लेकर

नई दिल्ली, 3 दिसंबर (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तमिलनाडु में बाढ़ के कहर को देखते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से फोन पर बात कर उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

तमिलनाडु के जिले विल्लपुरम में आई बाढ़ की वजह से चेन्नई-तिरुचिरापल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी यातायात प्रभावित है। मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा से 69 लाख परिवार और 1.5 लोग प्रभावित हुए हैं।

उन्होंने केंद्र सरकार से राष्ट्रीय आपदा राहत कोष (एनडीआरएफ) से 2,000 करोड़ रुपये जारी करने का अनुरोध किया है।

वहीं मौसम विभाग ने इस संबंध में बताया कि उत्तरी तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के ऊपर चक्रवाती तूफान फेंगल कमजोर होकर कम दबाव वाले क्षेत्रों में तब्दील हो गया। इससे विल्लुपुरम और आसपास के क्षेत्र बाढ़ से पानी-पानी हो गए।

तमिलनाडु का विल्लुपुरम जिला मौजूदा समय में बाढ़ के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहा है। सोमवार को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने यहां पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था और पीडि़तों को हरसंभव मदद का भी भरोसा दिलाया था।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से बात करके उनके बीच राहत सामग्री भी वितरित की। इस बाढ़ की वजह से रेलवे ने अपनी तरफ सेवाओं को प्रभावित कर दिया है।

रेलवे ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा कि विक्रवंडी में शहर को मुंडियामपक्कम से जोडऩे वाले एक मुख्य पुल पर बाढ़ का पानी बढऩे के कारण रेल सेवाएं स्थगित कर दी गई हैं।

चेन्नई एग्मोर-नागरकोइल वंदे भारत एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया है। उत्तरी तमिलनाडु को मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों से जोडऩे वाले कई अन्य प्रमुख मार्ग भी इसकी चपेट में आए हैं।

थेंपेन्नई नदी उफान पर है, जिससे कुड्डालोर और पड़ोसी जिले जलमग्न हो गए हैं।

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