गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया रुद्राभिषेक

Chief Minister Yogi Adityanath performed Rudrabhishek in Gorakhnath temple

गोरखपुर ,20 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान गोरखनाथ मंदिर में विधि विधान से रुद्राभिषेक और हवन-पूजन किया।

गोरखनाथ मंदिर के आधिकारिक एक्स हैंडल पर इस जानकारी को साझा करते हुए बताया गया कि मुख्यमंत्री गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान से मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक और हवन-पूजन किया। इस पोस्ट को मुख्यमंत्री कार्यालय के एक्स हैंडल पर भी रिपोस्ट किया गया, जिसमें पूजा-पाठ के दौरान की झलकियां साझा की गईं।

गोरखनाथ मंदिर के आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा गया, गोरक्षपीठाधीश्वर, महंत योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने आज श्री गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान से मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक और हवन-पूजन किया। महाराज जी ने देवाधिदेव महादेव से संपूर्ण जगत के कल्याण की कामना की।”

इससे पहले शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान वह लोगों की समस्याएं सुनने के लिए स्वयं उपस्थित रहे और प्रत्येक फरियादी से सीधे संवाद किया। किसी को भूमि विवाद था, किसी को चिकित्सा सहायता की जरूरत थी तो किसी को पुलिस से जुड़ी शिकायत थी।

मुख्यमंत्री ने सभी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि किसी भी पीडि़त को सरकारी कार्यालयों के चक्कर न काटने पड़ें और हर मामले का निष्पक्ष एवं समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाए।
जनता दर्शन में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे, जिनकी समस्याएं मुख्यत: राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य और भूमि विवादों से जुड़ी थीं। मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि सरकार आमजन के साथ खड़ी है और हर जरूरतमंद को न्याय दिलाया जाएगा।

विशेष बात यह रही कि जब सुबह तेज बारिश हो रही थी, तब भी मुख्यमंत्री योगी अपने तय कार्यक्रम के अनुसार मंदिर परिसर में भ्रमण के लिए निकले और पूरे क्षेत्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मंदिर प्रबंधन को भी निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं और आगंतुकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

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सीलमपुर मर्डर केस में पुलिस का Action : इसलिए रची गई थी हत्या की साजिश

Police action in Seelampur murder case This is why the murder was planned

‘लेडी डॉन’ समेत सात आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली 20 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : पूर्वी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में 17 वर्षीय कुणाल की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। जांच के दौरान पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता जिकरा उर्फ ‘लेडी डॉन’ समेत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

इनमें कुणाल पर चाकू से हमला करने वाले साहिल और दिलशाद भी शामिल हैं। इसके अलावा, कुछ नाबालिगों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि बीते साल दिवाली पर कुणाल के दोस्तों लाला और शंभू ने आरोपी साहिल पर चाकू से हमला किया था। इसी रंजिश के चलते साहिल ने अपने दोस्तों और बहन जिकरा के साथ मिलकर कुणाल की हत्या की साजिश रची।

वारदात की योजना और गिरफ्तारी

गुरुवार को कुणाल की उसके घर से कुछ दूरी पर चाकू मारकर हत्या कर दी गई। मुख्य साजिशकर्ता जिकरा को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस उससे हत्या में इस्तेमाल हथियार और अन्य आरोपियों की भूमिका के बारे में पूछताछ कर रही है।

पुलिस अब जिकरा के गैंगस्टर हाशिम बाबा और शोएब मस्तान से संभावित रिश्तों की भी जांच कर रही है। शुरुआती पूछताछ में जिकरा ने माना है कि हत्या की साजिश बदले की भावना से रची गई थी क्योंकि लाला, जो साहिल पर हुए हमले में शामिल था, पुलिस की पकड़ से बाहर है।

घटना के बाद इलाके में तनाव की आशंका के चलते सुरक्षा बढ़ा दी गई थी, लेकिन अब सुरक्षा बलों की संख्या घटा दी गई है। गलियों में गिनी-चुनी पुलिस की मौजूदगी दिखी, जबकि जीटी रोड पर अर्धसैनिक बल की एक टुकड़ी तैनात है। शनिवार को मृतक कुणाल के घर के बाहर भी सन्नाटा पसरा रहा।

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ATS की बड़ी कार्रवाई, भारत-इजरायल के रक्षा ठिकानों पर फिदायीन हमले की साजिश नाकाम

तीन संदिग्ध पकड़े

लखनऊ 20 April, (एजेंसी) : उत्तर प्रदेश एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (UP ATS) ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम करते हुए तीन संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। इन युवकों पर भारत और इजरायल के रक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर फिदायीन हमला करने की साजिश रचने का आरोप है। वे सोशल मीडिया के जरिए अन्य युवाओं को भी इस दिशा में उकसाने की कोशिश कर रहे थे।

हिरासत में लिए गए दो युवक उत्तर प्रदेश के संभल जिले से हैं, जबकि तीसरा युवक बिहार की राजधानी पटना का रहने वाला है। ATS ने इन्हें खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर दबोचा है। फिलहाल पूछताछ जारी है और अभी तक औपचारिक गिरफ्तारी नहीं की गई है।

सूत्रों के अनुसार, आरोपी सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़े भड़काऊ वीडियो और भाषण साझा कर रहे थे। वे हथियारों की ट्रेनिंग से जुड़े कंटेंट भी अपलोड कर रहे थे, जिनका उद्देश्य युवाओं को उग्रवादी गतिविधियों की ओर प्रेरित करना था। इसके अलावा, भारत और इजरायल के खिलाफ नफरत फैलाने वाले संदेश भी लगातार पोस्ट किए जा रहे थे।

ATS और केंद्रीय एजेंसियां अब इस बात की गहराई से जांच कर रही हैं कि क्या इनके पीछे कोई संगठित अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क सक्रिय है या ये किसी विदेशी आतंकी संगठन के संपर्क में थे। साथ ही, इनके नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसकी भी पड़ताल की जा रही है।

पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और जल्द ही इस साजिश के सभी पहलुओं से पर्दा उठने की संभावना है।

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आज से दिल्ली में दौड़ेंगे 1111 जीपीएस युक्त वॉटर टैंकर, दिखाई गई हरी झंडी

दावा- पानी की बर्बादी और चोरी पर लगेगी लगाम

नई दिल्ली 20 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): दिल्ली सरकार ने रविवार को लोगों को जल संकट से मुक्ति दिलाने के लिए 1,111 पानी टैंकर को हरी झंडी दिखाई। यह टैंकर खास हैं क्योंकि ये जीपीएस सिस्टम से लैस हैं। दावा है कि इससे पानी की बर्बादी और चोरी पर रोक लगेगी।

इसका मकसद उन इलाकों तक पानी पहुंचाना है, जहां पाइपलाइन नहीं है या पानी की सप्लाई बहुत कम है। इन टैंकरों की शुरुआत बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड से की गई, जहां से इन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान सांसद बांसुरी स्वराज समेत तमाम दिग्गज मौजूद रहे।

पानी के टैंकरों पर सही निगरानी रखने के लिए बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में एक नया कमांड सेंटर बनाया गया है। यहां से टैंकरों की हर गतिविधि को रियल टाइम यानी तुरंत देखा जा सकेगा।

दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, यह हाईटेक सिस्टम टैंकर की मूवमेंट, स्पीड और पानी की डिलीवरी के समय पर नजर रखेगा। इससे यह सुनिश्चित होगा कि हर टैंकर समय पर और सही जगह पर पानी पहुंचाए।

यह पूरी पहल दिल्ली में जल सप्लाई सिस्टम को आधुनिक बनाने की एक बड़ी योजना का हिस्सा है। इस योजना का मकसद सिर्फ पानी की सप्लाई सुधारना नहीं, बल्कि पानी की चोरी, गलत इस्तेमाल और शहर में पानी के असमान बंटवारे को रोकना भी है।

शुक्रवार को इस योजना की जानकारी देते हुए जल मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा था कि जीपीएस से लैस इन पानी के टैंकरों की तैनाती, लोगों को समय पर और पारदर्शी तरीके से पानी पहुंचाने के मिशन का हिस्सा है।

उन्होंने कहा था, “हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह सपना पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं कि हर किसी को समय पर पानी मिले।”

वर्मा ने यह भी कहा था, “यह सिर्फ पानी पहुंचाने की बात नहीं है, बल्कि लोगों के प्रति हमारी जवाबदेही, पारदर्शिता और सम्मान दिखाने की कोशिश है।”

दिल्ली की भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत ने आईएएनएस से बातचीत में कहा था, “गर्मियों में दिल्ली के लोगों के लिए पानी के टैंकर बहुत ज़रूरी थे। अब इन टैंकरों में जीपीएस ट्रैकर लगे हैं ताकि पानी की सप्लाई में पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे और लोगों को कोई परेशानी न हो।

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भूकंप से फिर हिली दिल्ली-एनसीआर की धरती, जम्मू-कश्मीर में भी महसूस हुए झटके

अफगानिस्तान बॉर्डर पर था केंद्र

नई दिल्ली ,19 अपै्रल(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। अफगानिस्तान में शनिवार दोपहर 12:17 बजे रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता का भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के जरिए भूकंपीय गतिविधि की पुष्टि की। भूकंप का केंद्र 36.10 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 71.20 डिग्री पूर्वी देशांतर पर 130 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था।

भूकंप के झटके जम्मू-कश्मीर और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सहित भारत के कई उत्तरी क्षेत्रों में महसूस किए गए। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं आई।

इससे पहले बुधवार को अफगानिस्तान में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसका केंद्र बगलान से लगभग 164 किलोमीटर पूर्व में था। यूरोपीय-भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) ने शुरू में भूकंप की तीव्रता 6.4 बताई थी, लेकिन बाद में इसे संशोधित कर 5.6 किया गया।

जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ क्षेत्र में भी बुधवार सुबह करीब 5:14 बजे रिक्टर पैमाने पर 2.4 तीव्रता का हल्का भूकंप आया।
मानवीय मामलों के समन्वय हेतु संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनओसीएचए) ने का कहना है कि अफगानिस्तान भूकंप, भूस्खलन और मौसमी बाढ़ जैसे प्राकृतिक खतरों के प्रति अत्यंत संवेदनशील है।

यूएनओसीएचए का कहना है कि अफगानिस्तान में लगातार होने वाली भूकंपीय गतिविधियां पहले से ही कमजोर समुदायों को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं, जिन्होंने वर्षों से संघर्ष और पिछड़ेपन को सहन किया है। रेड क्रॉस के अनुसार, अफगानिस्तान में शक्तिशाली भूकंपों का अनुभव करने का एक लंबा इतिहास रहा है, खासकर हिंदू कुश क्षेत्र में। यह इलाका अपनी तीव्र भूगर्भीय गतिविधि और लगातार झटकों के लिए जाना जाता है।

यह देश कई प्रमुख फॉल्ट लाइनों के बीच स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं। इनमें से एक फॉल्ट लाइन सीधे हेरात से होकर गुजरती है, जिससे इस क्षेत्र में भूकंपीय घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। अक्टूबर 2023 में, 6.3 तीव्रता सहित कई शक्तिशाली भूकंपों ने पश्चिमी अफगानिस्तान, विशेष रूप से हेरात को तबाह कर दिया था, जिसमें 1,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग विस्थापित हुए।

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अमेरिका और पेरू की यात्रा पर जाएंगी वित्त मंत्री सीतारमण

आईएमएफ-विश्व बैंक की बैठकों में होंगी शामिल

नई दिल्ली 19 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण रविवार को अमेरिका और पेरू की यात्रा पर रवाना होंगी। अमेरिका प्रवास के दौरान वह वाशिंगटन डीसी में आईएमएफ-विश्व बैंक की ग्रीष्मकालीन बैठकों में भी शामिल होंगी। उनके अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते को आगे बढ़ाने की भी उम्मीद है।

वित्त मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि अपने अमेरिका प्रवास के पहले चरण में निर्मला सीतारमण 20 अप्रैल को सैन फ्रांसिस्को पहुंचेंगी। दूसरे चरण में वह 22 से 25 अप्रैल तक वाशिंगटन डीसी में होंगी। सैन फ्रांसिस्को में वह स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के हूवर इंस्टीट्यूशन में ‘विकसित भारत 2047 की नींव रखना’ विषय पर बोलेंगी। इसके बाद, एक फायरसाइड चैट सत्र में हिस्सा लेंगी।

वित्त मंत्री निवेशकों के साथ गोलमेज बैठक के दौरान प्रमुख फंड मैनेजमेंट कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ वार्ता करेंगी। इसके अलावा, वह सैन फ्रांसिस्को में स्थित सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र की शीर्ष कंपनियों के सीईओ के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगी। वह सैन फ्रांसिस्को में भारतीय मूल के लोगों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में वहां बसे भारतीय समुदाय के लोगों से भी बात करेंगी।

मंत्रालय ने बताया कि वाशिंगटन डीसी में निर्मला सीतारमण का कार्यक्रम काफी व्यस्त होगा। वह आईएमएफ-विश्व बैंक की ग्रीष्मकालीन बैठकों में शामिल होने के अलावा जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की दूसरी बैठक, डेवलपमेंट कमेटी की आम बैठक, आईएसएफसी प्लेनरी और वैश्विक सरकारी ऋण पर आयोजित गोलमेज सम्मेलन में भी शिरकत करेंगी।

ग्रीष्मकालीन बैठकों से इतर, वह अर्जेंटीना, बहरीन, जर्मनी, फ्रांस, लक्जमबर्ग, सऊदी अरब, ब्रिटेन और अमेरिका सहित कई देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी। इसके अलावा, वह वित्तीय सेवाओं के लिए यूरोपीय संघ के आयुक्त; एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष; एशियाई अवसंरचना निवेश बैंक (एआईआईबी) के अध्यक्ष; वित्तीय स्वास्थ्य के लिए संयुक्त राष्ट्र महासचिव के विशेष अधिवक्ता (यूएनएसजीएसए); और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के प्रथम उप प्रबंध निदेशक से भी मुलाकात करेंगी।

वित्त मंत्री 26-30 अप्रैल तक पेरू की अपनी पहली यात्रा के दौरान मंत्रालय के अधिकारियों और व्यापार जगत के दिग्गजों के एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी, जो दोनों देशों के बीच मजबूत होते द्विपक्षीय आर्थिक और व्यापार संबंधों पर प्रकाश डालेगा।

राजधानी लीमा में वह पेरू के राष्ट्रपति दीना बोलुआर्ट और प्रधानमंत्री गुस्तावो एड्रियनजेन से मुलाकात करेंगी। इसके अलावा, वह पेरू के वित्त एवं अर्थव्यवस्था, रक्षा, ऊर्जा और खान मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगी और स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ बातचीत भी करेंगी।

वित्त मंत्री भारत-पेरू व्यापार मंच की बैठक की अध्यक्षता करेंगी, जिसमें दोनों देशों के प्रमुख व्यापार प्रतिनिधि शामिल होंगे।

वह पेरू में वर्तमान में काम कर रहे भारतीय निवेशकों और व्यवसायों के साथ-साथ पेरू का दौरा करने वाले भारतीय व्यापार प्रतिनिधिमंडल के साथ भी बातचीत करेंगी।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, वित्त मंत्री लीमा में एक सामुदायिक कार्यक्रम में भी भाग लेंगी, जहां वह पेरू में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत करेंगी।

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हम इस तरह नहीं जी सकते दंगा प्रभावित मुर्शिदाबाद में एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष के सामने रो पड़ीं महिलाएं

कोलकाता ,19 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक धुलियान की महिलाओं ने केंद्र से हिंसा प्रभावित इलाकों में स्थायी रूप से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) शिविर स्थापित करने का आग्रह किया है, ताकि सांप्रदायिक अशांति के बाद उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को अपनी अध्यक्ष विजया रहाटकर के नेतृत्व में हिंसा प्रभावित लोगों से मिलने के लिए धुलियान का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल से बातचीत के दौरान कई महिलाएं रो पड़ीं और केंद्रीय बलों की स्थायी तैनाती की गुहार लगाई।

एक महिला ने रोते हुए और प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य के पैर छूते हुए कहा कि हम यहां स्थायी बीएसएफ शिविरों के बिना जीवित नहीं रह सकते। यदि आवश्यकता हुई, तो हम उन्हें स्थापित करने के लिए अपनी जमीन और घर देने के लिए तैयार हैं। एनसीडब्ल्यू की टीम ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंताओं को केंद्रीय गृह मंत्रालय तक पहुंचाया जाएगा।

प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने महिलाओं से कहा कि इस संकट की घड़ी में हम आपके साथ खड़े हैं। पूरा देश आपको देख रहा है और आपका समर्थन कर रहा है। हम केंद्र को एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगे और इस क्षेत्र में बीएसएफ की स्थायी उपस्थिति की मांग भी शामिल करेंगे।

शनिवार के दौरे से पहले ही, एनसीडब्ल्यू सदस्य अर्चना मजूमदार ने क्षेत्र में स्थायी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) शिविरों की आवश्यकता पर जोर दिया था। मजूमदार ने शुक्रवार को कहा था कि मुर्शिदाबाद में पीडि़त महिलाओं ने अपनी गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीएपीएफ की स्थायी तैनाती की आवश्यकता को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया है। हम इस मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएंगे।

इस बीच, मुर्शिदाबाद जिला प्रशासन ने संपत्ति के नुकसान पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार की है। शुरुआती अनुमानों के अनुसार, अशांति के दौरान 250 से अधिक घरों और 100 दुकानों में तोडफ़ोड़ की गई। एक वरिष्ठ जिला अधिकारी ने कहा कि यह सिर्फ शुरुआती अनुमान है। विस्तृत आकलन पूरा होने पर वास्तविक आंकड़ा बढ़ सकता है।

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19 साल बाद फिर एकसाथ आ सकते हैं उद्धव और राज ठाकरे

बोले झगड़े से जरूरी महाराष्ट्र

मुंबई ,19 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। खबर ये है कि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शनिवार को महाराष्ट्र और मराठी लोगों के हितों के लिए अपने बीच मतभेदों को भुलाकर एकजुट होने की इच्छा जताई है। राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे को साथ आने का प्रस्ताव दिया है।

मनसे प्रमुख ने कहा है कि महाराष्ट्र और मराठियों के अस्तित्व के आगे उद्धव और उनके झगड़े बहुत छोटे हैं। महाराष्ट्र बहुत बड़ा है। उनके लिए उद्धव के साथ आना और साथ में रहना कोई मुश्किल काम नहीं हैं।

राज ठाकरे ने ये बात फिल्म निर्देशक महेश मांजरेकर के साथ किए पॉडकास्ट के दौरान कही। राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को साथ आने का प्रस्ताव देते हुए अपनी तरफ से ये साफ कर दिया कि उद्धव के साथ आने में उनको कोई परेशानी नहीं है। महाराष्ट्र के लिए दोनों एक साथ आ सकते हैं।

राज ठाकरे के साथ आने के प्रस्ताव पर उद्धव ठाकरे का भी बयान सामने आया है। उद्धव का कहना है कि उनकी तरफ से कोई झगड़ा नहीं था। महाराष्ट्र के हित के लिए वे साथ आने को तैयार हैं। उद्धव ठाकरे भी भाई राज ठाकरे के प्रस्ताव से सहमत दिखाई दे हैं। उन्होंने मिलकर काम करने के संकेत दिए हैं।

उद्धव ने कहा कि महाराष्ट्र की भलाई के लिए वह छोटे-मोटे झगड़ों को छोड़कर आगे बढऩे के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमने सही फैसला लिया होता तो हम केंद्र और राज्य में सरकार बना सकते थे।

पहले उनके साथ जाओ, फिर उनका विरोध करो, फिर एडजस्टमेंट करो, इससे काम नहीं चलेगा, सिर्फ महाराष्ट्र का भविष्य, फिर जो बीच में आएगा, उसका मैं स्वागत नहीं करूंगा।

बता दें कि राज ने शिवसेना में उद्धव को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद 27 नवंबर 2005 को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद अपनी पार्टी ‘महाराष्ट्र नव निर्माण सेना’ बनाई थी। तब दोनों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं रहे।

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प्रयागराज के टेंट गोदाम में लगी भीषण आग

दूर से नजर आ रही लपटें

प्रयागराज 19 April,(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के शास्त्री ब्रिज के पास लल्लू एंड सन्स टेंट हाउस में शनिवार को भीषण आग लग गई है। सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया है।

फायर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हमें सूचना मिली कि लल्लू के गोदाम में आग लग गई है। तो वहां जितने भी टैंकर खड़े थे, सभी को रवाना किया गया है। आग की विकरालता को देखते हुए प्रयागराज में नैनी, हंडिया, सोरांव, प्रतापगढ़, कौशांबी समेत अगल-बगल के जिलों से फायर के टैंकर मंगाए गए हैं। डिफेंस के टैंकर भी मांगे गए हैं। आग बहुत ज्यादा है। इसको शील्ड लगाकर बुझाया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि भयंकर आग के कारण इसको बुझाने दौरान भी कई लोग झुलस गए हैं। आग बुझाने का काम जारी है। गोदाम में लापरवाही देखी गई है, जहां ओवरफ्लो माल भरा था। कई सिलेंडर भी रखे थे, जो कि ब्लास्ट हुए हैं। इस कारण आग और बढ़ गई है। गोदाम में की गई लापरवाही के लिए बाद में कार्यवाही भी की जाएगी। फिलहाल आग बुझाई जा रही है। आग पर काबू पाने के लिए पानी की गाड़ियां मौके पर भेजी गई हैं और आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं। अभी तक इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

स्थानीय लोगों के अनुसार परेड ग्राउंड स्थित एक टेंट हाउस के गोदाम में शनिवार को आग लग गई। देखते ही देखते आग फैलती गई। आग का भयावह रूप देख इलाके में हड़कंप मच गया। ऊंची-ऊंची आग की लपटें और आसमान में धुएं के गुबार दिखाई दिए। कई दमकल आग बुझाने के काम में जुटी हैं। फायर ब्रिगेड के कर्मचारी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं। टेंट हाउस में बांस-बल्लियों और अन्य ज्वलनशील पदार्थों के चलते आग बुझाने के काम में दिक्कत आ रही है। टैंकर द्वारा पानी लाया जा रहा है। जिससे आग में काबू पाया जा सके।

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भाषा के प्रति नफरत अनुचित, गुड गवर्नेंस वही जो संविधान के अनुसार चले : मायावती

लखनऊ 19 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने आजकल चल रहे भाषा विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भाषा के प्रति नफरत अनुचित है।

बसपा मुखिया मायावती ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा कि पश्चिम के महाराष्ट्र, गुजरात तथा दक्षिण भारत के कर्नाटक, तमिलनाडु व केरल में बीएसपी संगठन के गठन की तैयारी व मजबूती एवं पार्टी के जनाधार को बढ़ाने आदि पर दिल्ली में हुई बैठक में गहन समीक्षा और आगे पूरे तन, मन, धन से पार्टी के कार्यों को दिशा-निर्देशानुसार बढ़ाने का संकल्प लिया गया।

उन्होंने आगे लिखा कि जनगणना व उसके आधार पर लोकसभा सीटों का पुनः आवंटन, नई शिक्षा नीति व भाषा थोपने आदि के चलते इन राज्यों व केंद्र के बीच राजनीतिक स्वार्थ के लिए विवाद से जन व देशहित का प्रभावित होना स्वाभाविक है। गुड गवर्नेंस वही है जो पूरे देश को संविधान के हिसाब से साथ लेकर चले।

मायावती ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले खासकर शोषित-उपेक्षित गरीबों, दलितों, आदिवासियों व पिछड़े वर्ग आदि के बच्चे-बच्चियां अंग्रेजी का ज्ञान अर्जित किए बिना आगे चलकर आईटी व स्किल्ड क्षेत्र में कैसे आगे बढ़ सकते हैं, सरकार इस बात का जरूर ध्यान रखे। भाषा के प्रति नफरत अनुचित है।

इसके पहले उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि विदित है कि अन्य पार्टियों की तरह आए दिन सपा द्वारा भी पार्टी के ख़ासकर दलित लोगों को आगे करके तनाव व हिंसा का माहौल पैदा करने वाले अति विवादित बयानबाजी, आरोप-प्रत्यारोप व कार्यक्रम आदि का जो दौर चल रहा है, यह इनकी घोर संकीर्ण स्वार्थ की राजनीति ही प्रतीत होती है।

उन्होंने आगे लिखा कि सपा भी दलितों के वोटों के स्वार्थ की खातिर यहां किसी भी हद तक जा सकती है। अतः दलितों के साथ-साथ अन्य पिछड़ों व मुस्लिम समाज आदि को भी इनके किसी भी बहकावे में नहीं आकर इन्हें इस पार्टी के राजनीतिक हथकंडों का शिकार होने से जरूर बचना चाहिए।

ऐसी पार्टियों से जुड़े अवसरवादी दलितों को दूसरों के इतिहास पर टीका-टिप्पणी करने की बजाय यदि वे अपने समाज के संतों, गुरुओं व महापुरुषों की अच्छाइयों एवं उनके संघर्ष के बारे में बताएं तो यह उचित होगा, जिनके कारण ये लोग किसी लायक बने हैं।

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अमेरिकी उपराष्ट्रपति का प्रस्तावित जयपुर दौरा

सी सीएम भजनलाल शर्मा ने की अधिकारियों के साथ बैठकएम भजनलाल शर्मा ने की अधिकारियों के साथ बैठक

जयपुर  19 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। अमेरिकी उप राष्ट्रपति जे.डी. वेंस भारत के दौरे पर आ रहे है । इस दौरान 21 अप्रैल को जयपुर आने का भी प्रस्तावित कार्यक्रम है ।

वहीं अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के जयपुर आगमन को लेकर व्यवस्थाओं के संबंध में सीएम भजनलाल शर्मा ने शनिवार को अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री निवास पर बैठक ली।

इस दौरान उपस्थित अधिकारियों को सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा, प्रोटोकॉल मानकों का पालन एवं समन्वित कार्ययोजना के संबंध में निर्देशित किया गया।

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ब्राह्मणों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने पर अनुराग कश्यप के खिलाफ शिकायत दर्ज

नई दिल्ली  19 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । मशहूर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के खिलाफ ब्राह्मण समुदाय को लेकर “आपत्तिजनक और अपमानजनक” टिप्पणी करने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई गई है।

यह मामला दिल्ली के तिलक मार्ग थाने में उज्ज्वल गौड़ नामक व्यक्ति ने दर्ज कराया है। गौड़ ने अपनी शिकायत में कहा कि अनुराग कश्यप की टिप्पणी न केवल घिनौनी और अशोभनीय है, बल्कि समाज में नफरत फैलाने, सार्वजनिक शांति भंग करने और सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने वाली है।

यह विवाद बुधवार को तब शुरू हुआ जब अनुराग कश्यप ने इंस्टाग्राम पर एक यूजर को जवाब देते हुए ब्राह्मणों को लेकर बेहद शर्मनाक बात लिखी, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मचा और लोगों ने उनकी आलोचना की।

गौड़ ने इसे ब्राह्मण समुदाय के आत्मसम्मान पर सीधा हमला बताते हुए कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की।

हालांकि, विवाद बढ़ने के बाद शुक्रवार को अनुराग कश्यप ने इस टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा, “यह मेरी माफी है, मेरे पोस्ट के लिए नहीं, बल्कि उस एक पंक्ति के लिए जिसे संदर्भ से काटकर पेश किया गया और जिसके चलते घृणा फैल रही है। कोई भी बात या बयान इस लायक नहीं कि आपके परिवार, दोस्तों, बेटियों को बलात्कार और जान से मारने की धमकी मिले।”

कश्यप ने अपनी पोस्ट में आगे कहा, “जो कहा गया है, वो वापस नहीं लिया जा सकता और मैं उसे वापस नहीं लूंगा। आप मुझे गाली दीजिए, लेकिन मेरी फैमिली ने कुछ नहीं कहा। इसलिए अगर आपको माफी चाहिए, तो ये रही मेरी माफी।

ब्राह्मणों से बस इतना कहूंगा कि महिलाओं को बख्शिए, इतना तो शास्त्रों में भी सिखाया गया है, सिर्फ मनु स्मृति में नहीं।”

दरअसल, यह पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब एक यूजर ने अनुराग कश्यप पर भड़काऊ टिप्पणी की, जिसके जवाब में कश्यप ने विवादित बात लिखी।

यह विवाद उनके आगामी फिल्म ‘फुले’ के इर्द-गिर्द भी घूम रहा है, जो जाति और लैंगिक भेदभाव पर आधारित है। पहले यह फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज और परशुराम आर्थिक विकास महामंडल की आपत्तियों के बाद इसे टाल दिया गया। सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कुछ बदलाव सुझाए, जिन्हें स्वीकार कर लिया गया है। अब यह फिल्म 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

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कोटा में खनन माफिया की गुंडागर्दी : चेकिंग के दौरान डंपर चालक ने होमगार्ड को किया अगवा

20 किलोमीटर दूर ले जाकर की मारपीट

कोटा 19 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । शहर में खनन माफिया की दबंगई का एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। देर रात खनिज विभाग की कार्रवाई के दौरान एक डंपर चालक ने डंपर रोकने पर होमगार्ड को अगवा कर लिया।

डंपर में बैठते ही चालक ने वाहन भगाया और लगभग 20 किलोमीटर तक होमगार्ड को साथ घुमाने के बाद सुनसान इलाके में पटक कर भाग गया।

घटना उद्योग नगर थाना क्षेत्र की है। खनिज विभाग की टीम देर रात 1:30 बजे के करीब कैथून पुलिया (बाईपास), एनएच 27 पर गश्त कर रही थी।

टीम में शामिल फॉरमेन गंगाधर मीणा ने बताया कि अवैध खनन व परिवहन के विरुद्ध अभियान के तहत यह कार्रवाई की जा रही थी। टीम में दो होमगार्ड व एक ड्राइवर शामिल थे।

गश्त के दौरान ग्रेवल से भरे एक डंपर को रोका गया। जब उसे जब्त करने की कार्रवाई शुरू हुई, तभी होमगार्ड परमपाल सिंह डंपर में बैठा, और उसी समय चालक ने गाड़ी को तेजी से भगा दिया।

डंपर के साथ एक कार भी एस्कॉर्ट कर रही थी। विभाग की टीम ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी और खुद भी पीछा किया। डंपर चालक ने करीब 20 किलोमीटर तक वाहन दौड़ाया और फिर नया नोहरा होते हुए एक सुनसान फॉरेस्ट एरिया में होमगार्ड को उतार कर उसके साथ मारपीट की और सड़क पर पटक कर फरार हो गया।

इस हमले में होमगार्ड को चोटें आई हैं। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। माइनिंग फॉरमेन की ओर से उद्योग नगर थाने में अज्ञात डंपर चालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस ने डंपर चालक का मोबाइल जप्त कर लिया है और मामले की जांच जारी है।

पुलिस ने क्या कहा?

पुलिस के अनुसार, जल्द ही आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं खनिज विभाग ने भी कार्रवाई को लेकर सख्ती के संकेत दिए हैं।

बढ़ते मामलों पर चिंता

हाल के दिनों में कोटा में अवैध खनन और उससे जुड़े आपराधिक मामलों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में खनन माफिया की इस तरह की हरकतें न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि जांच टीमों की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर रही हैं।

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एवरेस्ट पर चढ़ाई कर वापस आई बेटी को मिला कम सम्मान

हरियाणा की रीना भट्टी के संघर्ष और बहादुरी की अनजान कहानी

चंडीगढ़ 19 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । “जब बेटी ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा फहराया तो आसमान गर्व से झुक गया। लेकिन, धरती पर उसका स्वागत खामोशी से हुआ। हरियाणा के हिसार जिले के छोटे से कस्बे बालक की बेटी रीना भट्टी ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की है, जिस पर हर भारतीय को गर्व है।

ट्रैक्टर मैकेनिक की बेटी होने के बावजूद वह 20.5 घंटे में भारत की सबसे ऊंची चोटियों पर पहुंची और उसे भारत की सबसे तेज महिला पर्वतारोही का खिताब मिला। फिर भी, न तो अधिकारियों और न ही उसे वास्तव में वह सम्मान मिला, जिसकी वह हकदार थी।

हिमपुत्री की उड़ान

इस नाम का कारण भी काफी अनोखा है; लोग रीना को प्यार से “हिमपुत्री” कहते हैं। पिछले पांच सालों में रीना ने बीस से ज्यादा बार शिखर फतह किए हैं। कई बार तो ऐसा हुआ है, जिसे अब तक कोई भारतीय महिला पार नहीं कर पाई थी।

उनका खिताब ऑक्सफोर्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है, इसलिए उनकी उपलब्धियां यहीं खत्म नहीं हुईं। पहाड़ियों की सीमाएँ।

‘हर घर तिरंगा’ का शीर्ष चित्रण

रीना ने इसे 15 अगस्त 2022 को फहराया, जब राष्ट्र ‘हर घर तिरंगा’ मना रहा था। केवल 24 घंटों में, उन्होंने माउंट एल्ब्रस की दोनों रूसी चोटियों पर चढ़कर तिरंगा फहराया। वह इस यात्रा पर जाने वाली पहली भारतीय महिला थीं।

कठिनाइयों से बनी चोटी

रीना की यात्राएँ कठिन थीं। कम साधनों, बिना किसी सरकारी सहायता और किसी बड़े प्रायोजक के, उसने अपने दम पर हर चोटी पर चढ़ाई की। किर्गिस्तान की स्नो लेपर्ड पीक, माउंट ज़ो ज़ोंगो, नेपाल के अमा डबलाम और माउंट कांग यात्से जैसी ख़तरनाक चोटियों पर उसने जो हासिल किया, वह किसी फ़िल्म की तरह लगता है।

फिर भी, सब चुप क्यों हैं?

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी को आश्चर्य होता है कि इतनी कमज़ोर बेटी की सराहना क्यों नहीं की जाती। वैसे तो सरकारें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसी पहल करती हैं, लेकिन जब वही बेटियां देश का नाम रोशन करती हैं, तो उन्हें नजरअंदाज क्यों किया जाता है? रीना अभी भी अपने अगले मिशन के लिए प्रायोजकों की तलाश कर रही हैं।

उन्हें कोई आधिकारिक सम्मान, पदक या सरकारी वित्तीय सहायता नहीं मिली। यह न केवल एक एथलीट के साथ अन्याय है, बल्कि कई बेटियों की बहादुरी पर भी सवालिया निशान है। रीना जैसी बेटियां समाज की सोच को नई ऊंचाई देने के साथ-साथ पहाड़ भी छूती हैं। अब समय है उनका सम्मान करने, उनकी मदद करने और हर चीज के लिए आभार जताने का।

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अलीगढ़ में संघ प्रमुख मोहन भागवत का पांच दिवसीय प्रवास

प्रदूषण और सामाजिक मुद्दों पर होगी चर्चा

अलीगढ़ ,18 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। सरसंघचालक मोहन भागवत पांच दिवसीय प्रवास के लिए अलीगढ़ पहुंचे हैं। वे सीबी गुप्ता सरस्वती विद्यापीठ में ठहरे हैं, जहां ब्रज क्षेत्र के आरएसएस पदाधिकारियों के साथ उनकी अहम बैठक हो रही है।

यह बैठक मडराक थाना क्षेत्र के सिंगापुर गांव में चल रही है। भागवत का अलीगढ़ आगमन 14 साल बाद और इतिहास में तीसरी बार हुआ है, जिसे 2027 के चुनावों से पहले महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बैठक में गंगा और यमुना नदियों में बढ़ते प्रदूषण के साथ-साथ देश में जातियों में बांटने की कोशिश जैसे सामाजिक मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक एकता जैसे विषय भी एजेंडे में शामिल हैं।

कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के शामिल होने की भी संभावना है, जो युवा पीढ़ी को सामाजिक जागरूकता से जोडऩे का प्रयास है।

कार्यक्रम की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें भारी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैनात हैं।

चर्चा का समय एक घंटे निर्धारित किया गया है, जो तय समय पर शुरू होगी। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए क्षेत्र में आवाजाही पर भी नजर रखी जा रही है।

स्थानीय आरएसएस कार्यकर्ताओं का कहना है कि मोहन भागवत का यह दौरा सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

गंगा और यमुना के प्रदूषण को लेकर चिंता जताते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि संघ इस दिशा में ठोस कदम उठाने की योजना बना रहा है। साथ ही, देश में जातिगत विभाजन की कोशिशों को रोकने के लिए भी रणनीति बनाई जाएगी।

बैठक के बाद संघ की ओर से सामाजिक एकता और पर्यावरण संरक्षण के लिए नए कार्यक्रमों की घोषणा की उम्मीद है। यह दौरा न केवल अलीगढ़ बल्कि पूरे ब्रज क्षेत्र में आरएसएस की गतिविधियों को मजबूती देगा।

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तेजस्वी को इंडी अलायंस में मिली नई जिम्मेदारी

केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी बोले लॉलीपॉप थमा दिया गया

पटना ,18 अपै्रल(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के नेता और केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने इंडिया गठबंधन की बैठक में तेजस्वी यादव को समन्वय समिति का नेता चुने जाने पर सवाल उठाए। उनके चयन को लॉलीपॉप बताया।

मीडिया से बातचीत में मांझी ने दावा किया कि गठबंधन में एकता की कमी है और सभी नेता खुद को प्रधानमंत्री पद का चेहरा मान रहे हैं। उन्होंने इसे सत्ता की लड़ाई करार देते हुए कहा कि एनडीए में कुर्सी की ऐसी लड़ाई नहीं है, बल्कि विकास पर ध्यान है।

मांझी ने कहा कि इंडिया गठबंधन की पिछली बैठक में भी समन्वय समिति के लिए नेता चुना गया था, जिसे प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना गया।

उन्होंने तेजस्वी के चयन पर कहा,  उन्हें लॉलीपॉप थमा दिया गया है। गठबंधन में नेतृत्व को लेकर आपसी मतभेद साफ दिख रहे हैं। बिहार की जनता तेजस्वी को गठबंधन का नेता नहीं मानेगी।

वहीं, पश्चिम बंगाल की स्थिति पर बोलते हुए मांझी ने ममता बनर्जी की सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब है और राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही। ममता बनर्जी उन लोगों का साथ दे रही हैं, जो गड़बड़ी फैला रहे हैं।

उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि वह पश्चिम बंगाल में संवैधानिक मूल्यों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करे।

मांझी ने अपनी पार्टी की रणनीति पर भी बात की। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा एनडीए के साथ मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर मजबूती से लड़ेगी। सीट बंटवारे का फैसला एनडीए के नेता मिलकर करेंगे।

मांझी ने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार ही एनडीए के मुख्यमंत्री पद के चेहरा होंगे और उनके नेतृत्व में गठबंधन 225 सीटें हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है।

मांझी ने अमित शाह और अन्य एनडीए नेताओं के बयानों का हवाला देते हुए कहा कि गठबंधन में एकजुटता है और नीतीश कुमार के नेतृत्व पर कोई विवाद नहीं है।

उन्होंने जनता से अपील की कि वे भ्रामक बयानों पर ध्यान न दें और एनडीए के विकास के एजेंडे पर भरोसा रखें।

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अरविंद केजरीवाल की बेटी संभव जैन संग विवाह बंधन में बंधीं

नई दिल्ली ,18 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)।  आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बेटी हर्षिता केजरीवाल शुक्रवार को विवाह बंधन में बंध गईं। उन्होंने संभव जैन के साथ दिल्ली में सात फेरे लिए।

यह शादी समारोह सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। हर्षिता और संभव जैन का विवाह समारोह दिल्ली के कपूरथला हाउस में आयोजित किया गया, जहां उन्होंने पारंपरिक रीति-रिवाज से सात फेरे लिए।

इससे पहले, 17 अप्रैल को दिल्ली के शंगरीला होटल में मेहंदी और अन्य प्री-वेडिंग रस्मों का आयोजन किया गया था। इन कार्यक्रमों में सीमित संख्या में ही लोग शामिल हुए थे, जिनमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया प्रमुख रूप से मौजूद रहे। विवाह के बाद, अब 20 अप्रैल को रिसेप्शन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

हर्षिता केजरीवाल और संभव जैन ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (ढ्ढढ्ढञ्ज) में साथ में पढ़ाई की है। दोनों ने कुछ ही महीने पहले मिलकर एक स्टार्टअप भी शुरू किया है।

शादी से पहले शंगरीला होटल में हुई मेहंदी व अन्य रस्मों के दौरान अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने डांस भी किया। इन कार्यक्रमों के वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जमकर वायरल हो रहे हैं, जिनमें मुख्यमंत्री केजरीवाल को अपनी पत्नी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को उनकी पत्नी के साथ डांस करते हुए देखा जा सकता है।

हर्षिता केजरीवाल ने नोएडा के दिल्ली पब्लिक स्कूल (ष्ठक्कस्) से स्कूली शिक्षा प्राप्त की है। साल 2014 में, उन्होंने ढ्ढढ्ढञ्ज-छ्वश्वश्व ्रस्र1ड्डठ्ठष्द्गस्र परीक्षा में 3 हजार 322वीं रैंक हासिल की और ढ्ढढ्ढञ्ज दिल्ली से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।

ढ्ढढ्ढञ्ज में पढ़ाई के दौरान वो अपने डिपार्टमेंट में तीसरे नंबर पर रहीं। पढ़ाई पूरी करने के बाद, हर्षिता ने गुरुग्राम की एक कंपनी में एसोसिएट कंसल्टेंट के तौर पर काम किया। वर्तमान में, वह बेसिल हेल्थ (क्चड्डह्यद्बद्य ॥द्गड्डद्यह्लद्ध) कंपनी की को-फाउंडर हैं।

अपने काम के साथ ही, हर्षिता पिता अरविंद केजरीवाल की सियासत में उनके कदम से कदम मिलाकर चलती हुई भी देखी गई हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के चुनाव कैंपेन में सक्रिय रूप से भाग लिया था और 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में अपने पिता और पार्टी के लिए प्रचार भी किया था। बता दें कि अरविंद केजरीवाल के दो बच्चे हैं – बेटा पुलकित और बेटी हर्षिता।

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अगले आदेश तक वक्फ में कोई नई नियुक्ति नहीं

सरकार को जवाब के लिए दी 7 दिन की मोहलत

नई दिल्ली ,17 अपै्रल(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। वक्फ कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। कोर्ट ने केंद्र सरकार को जवाब देने के लिए 7 दिन का समय दिया है। इसके साथ ही कोर्ट ने कहा है कि वक्फ संपत्ति में कोई बदलाव नहीं होगा। यानी वक्फ की स्थिति जैसी है वैसी ही रहेगी। वक्फ कानून के खिलाफ 70 से ज्यादा याचिकाएं कोर्ट में दायर की गई है।

इस मामले की अगली सुनवाई 5 मई को होगी। सरकार की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता दलील दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि फिलहाल वक्फ बोर्ड और काउंसिल में कोई नियुक्ति न हो। इसपर तुषार मेहता ने कहा कि सरकार अभी नियुक्ति नहीं करने वाली है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसने कहा था कि कानून में कुछ सकारात्मक बातें हैं और इस पर पूरी तरह रोक नहीं लगाई जा सकती। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह नहीं चाहता कि मौजूदा स्थिति में कोई बदलाव हो। सरकार के जवाब तक यथास्थिति बनी रहेगी। इसके साथ ही अगले आदेश तक नई नियुक्तियां भी नहीं होगी।

सीजेआई संजीव खन्ना ने कहा कि सरकार 7 दिनों के भीतर जवाब दाखिल करे और उस पर प्रतिउत्तर अगले 5 दिनों के भीतर दाखिल किया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम फैसला नहीं दे रहे। यह तो अंतरिम आदेश होगा। सीजेआई ने कहा कि हमारे सामने जो स्थिति है उसके आधार पर हम आगे बढ़ रहे हैं। हम नहीं चाहते कि स्थिति पूरी तरह से बदल जाए। हम एक्ट पर रोक नहीं लगा रहे हैं।

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एसबीआई में सैलरी अकाउंट वाले झारखंड के सरकारी कर्मियों को मिलेगा एक करोड़ का दुर्घटना बीमा

रांची ,17 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। झारखंड सरकार ने अपने कर्मचारियों के सैलरी पैकेज को लेकर भारतीय स्टेट बैंक के साथ एक महत्वपूर्ण एमओयू किया है। इसके तहत भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में सैलरी अकाउंट वाले राज्य कर्मियों को एक करोड़ रुपए तक का दुर्घटना बीमा कवरेज मिलेगा।

इसके अलावा उन्हें स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा और कई अन्य बैंकिंग सेवाओं का लाभ भी मिलेगा। इन सुविधाओं के लिए कर्मियों को किसी अतिरिक्त शुल्क का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य सरकार के वित्त विभाग की विशेष सचिव राजेश्वरी बी. और एसबीआई के उप महाप्रबंधक देवेश मित्तल ने इससे संबंधित एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

झारखंड के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर, मुख्य सचिव अलका तिवारी और भारतीय स्टेट बैंक के झारखंड-बिहार के मुख्य महाप्रबंधक के.बी. बंगाराजू भी समारोह में मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि सभी श्रेणी के सरकारी कर्मियों के सम्मान, सुरक्षा और कल्याण के लिए उनकी सरकार प्रतिबद्ध है। उन्हें आर्थिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में आज से एक नए अध्याय की शुरुआत हो रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में सरकारी कर्मियों की अहम भूमिका होती है। राज्य कैसे आगे बढ़े, इसके लिए नीति निर्धारण से लेकर कार्य योजनाओं को धरातल पर उतारने का माध्यम सरकारी कर्मचारी बनते हैं। ऐसे में सरकारी कर्मियों का मनोबल बढ़ाने के साथ, उन्हें कार्य करने के लिए बेहतर वातावरण दिया जा रहा है।

उन्होंने सरकारी कर्मचारियों से राज्य हित में पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने दायित्वों के निर्वहन की अपील की। के.बी. बंगाराजू ने इस मौके पर कहा कि एसबीआई का उद्देश्य बैंकिंग के साथ-साथ देश और राज्य के विकास में सहभागिता भी है। बैंक अपने खाताधारकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करनेकेलिए प्रतिबद्ध है।

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कुछ बड़ा होने वाला है… मोदी से मिले नड्डा, हाईप्रोफाइल बैठक से अटकलें शुरू

नई दिल्ली ,17 अपै्रल(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। भाजपा सांगठनिक चुनाव के मद्देनजर बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की आज पीएम मोदी से मुलाकात हुई है। जेपी नड्डा की प्रधानमंत्री मोदी के साथ आज सुबह 10 बजे मुलाकात हुई जो करीब 1 घंटे तक चली।

भाजपा को अब नए अध्यक्ष मिलने की अटकलें तेज हो गई हैं क्योंकि बुधवार को दिल्ली में पीएम मोदी के नेतृत्व में एक मीटिंग हुई जिसमें भाजपा के कई बड़े नेता शामिल हुए। सूत्रों के मुताबिक, संगठनात्मक फेरबदल और राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर चर्चा के लिए भाजपा नेताओं ने अहम बैठक की।

प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष शामिल हुए। इस बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगामी चुनाव पर चर्चा हुई। पार्टी सूत्रों के मुताबिक चुनाव की घोषणा एक सप्ताह के भीतर की जा सकती है।

वहीं, कल रात जेपी नड्डा के आवास पर एक हाई-प्रोफाइल बैठक ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और अश्विनी वैष्णव जैसे दिग्गज नेता शामिल हुए।

यह बैठक करीब ढाई घंटे तक चली। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। अमित शाह और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं की मौजूदगी इस बात का संकेत देती है कि चर्चा में राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा से जुड़े मुद्दे भी शामिल हो सकते हैं।

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व्यवसाय और आध्यात्मिकता को जोड़कर सफलता का नया मार्ग दिखाने की दिशा में अग्रसर : माइंड ट्रेनर श्री देवीदास श्रवण नाइकरे

17.04.2025 – देवीदास ग्रुप ऑफ़ कंपनी के निदेशक और संस्थापक श्री देवीदास श्रवण नाइकरे द्वारा पिछले दिनों प्राकृतिक सौंदर्य से आच्छादित महाराष्ट्र के लोनावाला की मनोहारी वादियों में व्यवसायिक दुनिया से जुड़े पेशेवरों के मार्गदर्शन के लिए चार दिवसीय कार्यशाला ‘Ultimate Millionaire Blueprint’ का आयोजन किया गया।

इस कार्यशाला के क्रम में एक भव्य अवॉर्ड समारोह के दौरान महाराष्ट्र के चुनिंदा उद्यमियों को उनके नवाचार, साहसिक दृष्टिकोण और सामाजिक विकास की दिशा में उल्लेखनीय योगदान के लिए भारतीय फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता मुश्ताक खान की उपस्थिति में सम्मानित किया गया।

अभिनेता मुश्ताक खान ने सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई दी और कहा, “यह पुरस्कार आपकी मेहनत और सोच का प्रतीक है… आगे बढ़ते रहिए..।” कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में देवीदास ग्रुप ऑफ़ कंपनी के निदेशक और संस्थापक श्री देवीदास श्रवण नाइकरे ने देश के अन्य उद्यमियों को अपने ऑनलाइन मंच www.devidasnaikare.in से जुड़ने का आह्वान करते हुए संदेश दिया “जब आपके अंदर विश्वास, आपकी सोच में स्पष्टता, और आपके कर्मों में समर्पण हो, तो कोई भी सीमा आपको रोक नहीं सकती।

विदित हो कि देवीदास ग्रुप ऑफ कंपनी एक व्यावसायिक निगम है जिसमें विभिन्न उद्यम शामिल हैं, जैसे कि सिटीधन कैपिटल, नैपर शॉप, वेदांत ट्रेनिंग एकेडमी, एस. एम. सर्विसेज, डी. के फाउंडेशन, देवीदास पब्लिकेशन्स, ऑल-इन-वन सर्विसेज, डिजिटल शॉप, इंस्टीट्यूट ऑफ़ बिज़नेस मैनेजमेंट और देवीदास करियर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट। इनमें से प्रत्येक उद्यम देश की जनता को अलग-अलग सेवाएँ और समाधान प्रदान कर रहा है।

देवीदास ग्रुप ऑफ़ कंपनी के संस्थापक निदेशक श्री देवीदास श्रवण नाइकरे भारत के पहले आध्यात्मिक बिजनेस कोच और माइंड ट्रेनर हैं और उन्होंने देश के उद्यमियों को प्रेरित करने के लिए दो भाषा इंग्लिश और हिंदी में भारत में पहली बार ‘साहस’ विषय पर 12 प्रेरणादायक पुस्तकें लिखी हैं, जो हजारों युवाओं और उद्यमियों को आत्म-विकास और सफलता की राह दिखा रही हैं।

माइंड ट्रेनिंग और सशक्तिकरण पहल के साथ भारत में क्रांति लाने की दिशा में अग्रसर श्री देवीदास श्रवण नाइकरे को यंग एंटरप्रेन्योर 2022, महाराष्ट्र बिजनेस आइकन अवार्ड 2023, इंस्पायरिंग लीडर अवार्ड 2023, पुणे एंटरप्रेन्योर और श्री महात्मा गांधी राष्ट्रीय सम्मान अवार्ड 2023 जैसे 30 से अधिक राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है।

देवीदास ग्रुप ऑफ कंपनी का मिशन आत्म-प्रचार की सीमाओं से कहीं आगे तक फैला हुआ है। कंपनी ने 2028 तक भारत में 5,000 मजबूत उद्यमी बनाने का लक्ष्य रखा है। श्री देवीदास श्रवण नाइकरे व्यवसायिक दुनिया में आध्यात्मिक मार्गदर्शन के लिए जाने जाते हैं।उनकी शिक्षाओं का मुख्य बिंदु है, साधारण व्यक्तियों को असाधारण पेशेवरों में बदलना, जिसमें ध्यान, माइंडफुलनेस और आध्यात्मिक तकनीकों को व्यवसायिक रणनीतियों के साथ एकीकृत किया जाता है।

श्री देवीदास श्रवण नाइकरे का मानना है कि नेक इरादे और कर्म की शक्ति से असंभव भी संभव बन जाता है। सच्ची सफलता केवल धन अर्जित करने में नहीं, बल्कि मानसिक शांति, अच्छा स्वास्थ्य और मजबूत रिश्तों को बनाए रखने में भी है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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सॉरी ! घर गिराने के बाद नगर निगम ने मांगी माफी, बोला- सुप्रीम कोर्ट का आदेश पता नहीं था

मुंबई ,16 अपै्रल(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। सांप्रदायिक हिंसा के आरोपियों की संपत्तियों पर कार्रवाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट हिदायतों के बावजूद नागपुर नगर निगम (एनएमसी) ने एक आरोपी का मकान गिरा दिया। अब इस मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच के समक्ष निगम ने बिना शर्त माफी मांगी है।

नगर निगम आयुक्त अभिजीत चौधरी की ओर से दाखिल हलफनामे में कहा गया है कि नगर निगम के टाउन प्लानिंग और स्लम विभाग के अधिकारी नवंबर 2023 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश से अनजान थे।

इसी कारणवश फहीम खान का दो मंजिला मकान 24 मार्च को गिरा दिया गया। यह कार्रवाई नगर निगम की अतिक्रमण विरोधी टीम ने स्थानीय पुलिस की सहायता से की थी, जिसकी तुलना उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हुई बुलडोजर कार्रवाई से की जा रही है।

बता दें कि फहीम खान माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के प्रमुख हैं। उन्हें 19 मार्च को नागपुर के महल इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन पर आगजनी, पथराव और देशद्रोह जैसे गंभीर आरोप हैं।

यह हिंसा 17 मार्च की रात तब फैली थी, जब यह अफवाह उड़ी कि खुलदाबाद में औरंगजेब की मजार को हटाने की मांग के बीच एक धार्मिक चादर की बेअदबी हुई है।

फहीम खान की मां मेहरुन्निसा और एक अन्य बुजुर्ग अब्दुल हफीज की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति नितिन साम्ब्रे और न्यायमूर्ति वृषाली जोशी की बेंच ने महाराष्ट्र सरकार को दो सप्ताह का समय दिया है।

कोर्ट ने सरकार से पूछा है कि सुप्रीम कोर्ट की हिदायतें स्थानीय अधिकारियों तक क्यों नहीं पहुंचाई गईं। इस मामले में अब अगली सुनवाई दो हफ्ते बाद होगी।

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जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई होंगे अगले सीजेआई, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की लेंगे जगह

नई दिल्ली ,16 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) संजीव खन्ना ने बुधवार को केंद्रीय कानून मंत्रालय को न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई को अगला सीजेआई नियुक्त करने की सिफारिश भेजी है। न्यायमूर्ति गवई वर्तमान सीजेआई के बाद उच्चतम न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं और वह आगामी 14 मई को देश के 52वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। सीजेआई खन्ना 13 मई को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जस्टिस गवई को पद की शपथ दिलाएंगी। न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ के 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त होने के बाद न्यायमूर्ति खन्ना ने नवंबर 2024 में मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला था।

जस्टिस गवई का पूरा नाम भूषण रामकृष्ण गवई है और उनका जन्म 24 नवंबर, 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था। उन्होंने 12 नवंबर, 2005 को उच्च न्यायालय के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति प्राप्त की थी। तब से वह शीर्ष अदालत की कई महत्वपूर्ण संविधान पीठों का हिस्सा रहे हैं, जिन्होंने कई ऐतिहासिक फैसले सुनाए हैं।

जस्टिस गवई उस पांच न्यायाधीशों की पीठ के सदस्य थे जिसने सर्वसम्मति से केंद्र सरकार के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले को बरकरार रखा था, जिसने तत्कालीन राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान किया था।

जस्टिस गवई इसी वर्ष नवंबर में सेवानिवृत्त होने वाले हैं, जिसके कारण वह लगभग छह महीने तक मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहेंगे। जस्टिस गवई उस पांच न्यायाधीशों की पीठ में भी शामिल थे जिसने केंद्र सरकार की विवादास्पद चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द कर दिया था।

जस्टिस गवई सात न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ का हिस्सा थे जिसने 6:1 के बहुमत से यह माना था कि राज्यों को अनुसूचित जातियों के भीतर उप-वर्गीकरण करने का संवैधानिक अधिकार है, ताकि उन जातियों के उत्थान के लिए आरक्षण प्रदान किया जा सके जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अधिक पिछड़ी हैं।

जस्टिस गवई सहित सात न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया था कि पक्षों के बीच बिना मुहर लगे या अपर्याप्त रूप से मुहर लगे समझौते में मध्यस्थता खंड लागू करने योग्य है, क्योंकि इस तरह के दोष को ठीक किया जा सकता है और यह अनुबंध को अवैध नहीं बनाता है।

उनके नेतृत्व वाली पीठ ने एक महत्वपूर्ण फैसले में अखिल भारतीय स्तर पर दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा था कि ‘कारण बताओ’ नोटिस दिए बिना किसी भी संपत्ति को ध्वस्त नहीं किया जाना चाहिए और प्रभावितों को अपना जवाब दाखिल करने के लिए 15 दिनों का समय दिया जाना चाहिए। वह उस पीठ का भी नेतृत्व कर रहे हैं जो वन, वन्यजीव और वृक्षों के संरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई कर रही है।

उन्होंने 16 मार्च 1985 को बार में दाखिला लिया था और वह नागपुर नगर निगम, अमरावती नगर निगम और अमरावती विश्वविद्यालय के स्थायी वकील भी रहे थे।

अगस्त 1992 से जुलाई 1993 तक उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ में सहायक सरकारी वकील और अतिरिक्त लोक अभियोजक के रूप में नियुक्त किया गया था। सत्रह जनवरी 2000 को उन्हें नागपुर पीठ के लिए सरकारी वकील और लोक अभियोजक नियुक्त किया गया था।

उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति, पदोन्नति और स्थानांतरण संबंधी प्रक्रिया ज्ञापन के अनुसार, कानून मंत्री सीजेआई को पत्र लिखकर उनसे उनके उत्तराधिकारी का नाम मांगते हैं। प्रक्रिया ज्ञापन के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश को सीजेआई का पद संभालने के लिए उपयुक्त माना जाता है और न्यायपालिका के निवर्तमान प्रमुख के विचार ‘उचित समय’ पर मांगे जाते हैं।

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मकान की तीसरी मंजिल पर बेडरूम में घुस गया सांड

नीचे उतारने के लिए बुलानी पड़ी क्रेन

जमशेदपुर ,16 अपै्रल(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। जमशेदपुर के सोनारी इलाके में एक सांड की वजह से घंटों अफरा-तफरी मची रही। सांड एक मकान का दरवाजा खुला पाकर न सिर्फ अंदर घुस आया, बल्कि सीढिय़ों से मकान की तीसरी मंजिल पर जा पहुंचा और जमकर उत्पात मचाया। मोहल्ले के लोगों की लाख मशक्कत के बाद सांड नीचे नहीं उतरा। करीब चार घंटे बाद सांड को एक क्रेन के सहारे छत के रास्ते से नीचे उतारा गया।

बताया गया कि सोनारी आदर्श नगर के न्यू ग्वाला बस्ती के रिहायशी इलाके में बुधवार को तीन सांड सड़क पर आपस में लड़ रहे थे। इसी दौरान एक सांड मनोज यादव नामक शख्स के घर के अंदर दाखिल हो गया।

उसे निकालने की कोशिश की गई तो वह बाहर निकलने के बजाय सीढिय़ों से होता हुआ तीसरी मंजिल पर स्थित बेडरूम में जा पहुंचा। उसने बेडरूम के सामान इधर-उधर कर दिए।

इसकी जानकारी मिलते ही मोहल्ले के सैकड़ों लोग घर के अंदर और बाहर इक_ा हो गए। कुछ लोगों ने सांड की गर्दन में रस्सी बांधकर नीचे उतारने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। बाद में ‘बजरंग दल’ संगठन से जुड़े लोगों ने एक क्रेन बुलाया। 10-12 लोगों ने एक साथ ऊपरी

मंजिल पर पहुंचकर सांड को रस्सी से बांधा और इसके बाद छत के रास्ते क्रेन के सहारे धीरे-धीरे नीचे उतारा।

कुछ स्थानीय लोगों ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो रिकॉर्ड किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जमशेदपुर में आवारा सांड के उत्पात और हमले की यह कोई पहली घटना नहीं है। इसी साल जनवरी में साकची थाना अंतर्गत एमजीएम गोलचक्कर के पास पोटका हल्दीपोखर निवासी महफूज सांड के हमले में बुरी तरह जख्मी हो गए थे।

मार्च 2023 में शहर के साकची शीतला मंदिर के पास सड़क पर घूम रहे सांड ने दो लोगों अशोक अग्रवाल और राज किशोर सिंह को पटककर मार डाला था। इस सांड को काबू करने में पुलिस-प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी।

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