नई दिल्ली, 07 दिसंबर (एजेंसी)। आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में चक्रवात मिचौंग द्वारा तबाही होने की वजह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रो-एक्टिव अप्रोच के तहत राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत चेन्नई के लिए 561.29 करोड़ रूपए की लागत से पहला शहरी बाढ़ राहत प्रोजेक्ट मंज़ूर किया।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने X पर अपनी पोस्ट में कहा कि चेन्नई शहर भीषण बाढ़ का सामना कर रहा है और ये पिछले 8 वर्षों में तीसरी इस प्रकार की बाढ़ है। मेट्रो शहरों में अधिक वर्षा के कारण अचानक आने वाली बाढ़ कीअधिक घटनाएं देखने को मिल रही हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने प्रो-एक्टिव अप्रोच के तहत राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत चेन्नई के लिए 561.29 करोड़ रूपए की लागत से पहला शहरी बाढ़ राहत प्रोजेक्ट मंज़ूर किया है।
इस प्रोजेक्ट से चेन्नई को बाढ़-प्रतिरोधी बनाने में मदद मिलेगी, और, शहरी बाढ़ प्रबंधन के लिए एक विस्तृत फ्रेमवर्क विकसित करने में मदद करने के लिए ये शहरी बाढ़ से राहत के प्रयासों की कड़ी में पहला कदम है। अमित शाह ने कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान मिगजौम ने तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश को प्रभावित किया है।
हालांकि इस तूफान से अलग-अलग स्थानों पर नुकसान हुआ है, इन दोनों राज्यों के कई क्षेत्रों में जलभराव हुआ है और इससे फसल भी प्रभावित हुई है।
राज्यों को ज़रूरी राहत कार्यों में मदद करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने केन्द्रीय गृह मंत्रालय को भीषण चक्रवाती तूफान मिगजॉम से प्रभावित आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु को एसडीआरएफ की दूसरी किस्त के केन्द्रीय हिस्से के रूप में 493.60 करोड़ और 450 करोड़ रूपए जारी करने के निर्देश दिए।
केन्द्र सरकार दोनों राज्यों को समान राशि की पहली किस्त पहले ही जारी कर चुकी है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने प्रभावित लोगों की सुरक्षा और सलामती की प्रार्थना की।
अमित शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार इस मुश्किल वक्त में दोनों राज्यों के लोगों के साथ खड़ी है और जल्द से जल्द स्थिति को सामान्य करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
********************************