कोलकाता 17 Jully (एजेंसी): विदेश मंत्री एस जयशंकर और टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन समेत 11 नेता राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं। इनके खिलाफ खड़े डमी कैंडिडेट्स ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। ऐसे में भाजपा को एक सीट का फायदा होगा और इसके साथ ही राज्यसभा में सत्तापक्ष की संख्या 93 हो जाएगी। बता दें कि राज्य सभा में मोदी सरकार का बहुमत नहीं है। बताया जा रहा है कि 24 जुलाई को जो वोटिंग कराई जानी थी, वह नहीं होगी। पश्चिम बंगाल की 6 सीट, गुजरात की तीन और गोवा से एक सीट के लिए मतदान कराया जाना था।
6 टीएमसी और पांच भाजपा प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। जो अन्य टीएमसी नेता चुने गए हैं उनमें सुखेंदु शेखर रॉय, डोला सेना, साकेत गोखले, समीरुल इस्लाम और प्रकाश बारिक शामिल हैं।
बता दें कि नामांकन की समय सीमा 14 जून को खत्म हो गई थी। गुजरात की तीन राज्यसभा सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए हैं। इनमें बाबूभाई देसाई और केसरीदेव सिंह झाला शामिल हैं। इसके अलावा एक सीट पर एस जयशंकर थे। विपक्ष में कोई प्रत्याशी ना होने की वजह से ये तीनों ही निर्विरोध जीत गए।
विदेश मंत्री एस जयशंकर दोबारा राज्यसभा पहुंचे हैं। इसके अलावा अन्य दोनों प्रत्याशी पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं। विधानसभा में भाजपा का संख्याबल इतना है कि ये सभी निर्विरोध जीते माने जा सकते हैं। भाजपा ने गुजरात विधानसभा चुनाव में 182 में से 156 पर कब्जा किया था। यहां भाजपा का संख्याबल 159 का है क्योंकि तीन निर्दलीय भी सरकार के साथ हैं।
अब राज्यसभा में कांग्रेस की एक सीट कम हो जाएगी और भाजपा की एक बढ़ जाएगी। सहयोगी दलों को मिलाकर सत्तापक्ष के पास राज्यसभा की 105 सीटें होंगी। वहीं भाजपा को पांच मनोनीत और दो निर्दलीय सांसदों का भी समर्थन मिलेगा। इस तरह से सरकार के पक्ष में राज्यसभा में 112 सांसद होंगे। बीएसपी, जेडीएस और टीडीपी के एक-एक सांसत भी भाजपा का समर्थन कर सकते हैं।
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