रूसी धरती पर यूक्रेनी कब्जे के बाद मॉस्को में भारतीय राजदूत से मिले पुतिन के सलाहकार

मॉस्को, 17 अगस्त : रूस की धरती पर यूक्रेन के कब्जे के बाद क्रेमलिन में खलबली मची है। रूस यूक्रेन पर भीषण पलटवार की तैयारी कर रहा है। इससे पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सलाहकार एंटोन कोब्याकोव ने रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार से मुलाकात की है। वैश्विक मंच पर इस मुलाकात कई मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दोनों देशों के बीच सहयोग को और अधिक मजबूत करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।

एक टेलीविजन चैनल ने बृहस्पतिवार को कोब्याकोव को यह कहते हुए उद्धृत किया, ”भारत और रूस व्यापार, ऊर्जा, विज्ञान, निवेश, पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण में समान स्तर पर सहयोग करते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि समेकन संधि के ढांचे के भीतर परस्पर सहयोग को भी मजबूत किया जा रहा है। इसका संप्रभु बहुध्रुवीय विश्व के गठन के लिए खास महत्व है। चैनल के अनुसार, कोब्याकोव और कुमार के बीच वार्ता का विषय ”द्विपक्षीय संबंधों और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग बढ़ाना था। गत माह पीएम मोदी ने रूस की यात्रा की थी। इस दौरान राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी के बीच अहम मुलाकात हुई थी। इसके बाद अब इन दो अधिकारियों के बीच यूक्रेनी सेना के रूस पर कब्जे के बाद मुलाकात थे। दोनों नेताओं ने कज़ान में आगामी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन और मॉस्को में ब्रिक्स व्यापार मंच में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की भागीदारी पर भी चर्चा की। ये कार्यक्रम अक्टूबर 2024 के लिए निर्धारित हैं।

दक्षिणी लेबनान में इजरायल का बड़ा हमला, 1 महिला और 2 बच्चों सहित 10 लोगों की मौत

बेरूत, 17 अगस्त : दक्षिणी लेबनान में इजरायली सेना ने बड़ा हमला किया है। बताया जा रहा है कि यह हमला आज तड़के इजरायल की ओर से किया गया। इस हमले में कम से कम 10 सीरियाई नागरिकों की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों की सही संख्या पता नहीं चल सकी है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी।

हमास के दक्षिणी इजराइल पर हमले के एक दिन बाद आठ अक्टूबर को हिजबुल्ला उग्रवादी समूह और इजराइली सेना के बीच एक-दूसरे पर हमले किये जाने के बाद से नाबातीह प्रांत के वादी अल-कफूर पर यह हमला लेबनान पर किये गये सबसे घातक हमलों में से एक माना जा रहा है। हिजबुल्ला का कहना है कि जब तक गाजा पट्टी में युद्ध विराम नहीं हो जाता तब तक वह अपने हमले बंद नहीं करेगा। मंत्रालय के मुताबिक, मृतकों में एक महिला और उसके दो बच्चे शामिल हैं। पांच अन्य लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इजरायली मंत्रालय के प्रवक्ता अविचय अद्री ने बताया कि दक्षिणी प्रांत में हुए इस हमले में हिजबुल्ला के हथियार डिपो को निशाना बनाया गया था। वादी अल-कफूर में बूचडख़ाना चलाने वाले मोहम्मद शोएब ने बताया कि हमला एक ‘औद्योगिक और नागरिक क्षेत्रÓ में किया गया, जहां ईंट, धातु और एल्युमीनियम बनाने वाली फैक्टरियां और एक डेरी फार्म भी था। हिजबुल्ला ने हमलों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। लेबनान की सरकार और कई अन्य देशों के मुख्य नेता महीनों से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए कई सप्ताह से प्रयास कर रहे हैं।

लोकसभा चुनाव के नतीजों से तिलमिलाई है भाजपा, सपा कार्यकर्ताओं पर बना रही दबाव

मैनपुरी, 17 अगस्त : मैनपुरी से सपा सांसद डिंपल यादव शनिवार को सपा नेता अब्दुल नईम के घर पहुंची। उन्होंने पिछले दिनों अब्दुल नईम के मैरिज होम पर हुई बुलडोजर की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी। सांसद डिंपल यादव ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव के परिणाम से भाजपा तिलमिला उठी है। इसलिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है। योगी सरकार के लोग हीन भावना के साथ काम कर रहे हैं। सरकार के लोग जनता के काम की अनदेखी कर रहे हैं। ये लोग सपा कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। सपा नेता अब्दुल नईम के साथ हीन भावना के तहत बुलडोजर की कार्रवाई की गई थी।

उन्होंने कहा कि अधिकारी खुद यूपी सरकार के दबाव में आकर काम कर रहे हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे कार्यकर्ताओं का मनोबल सरकार की कार्रवाई से नहीं टूटेगा। सपा कार्यकर्ताओं पर लगातार हो रही कार्रवाई को हम रोकने का प्रयास करेंगे। डिंपल यादव ने कहा कि 2024 लोकसभा के नतीजों के बाद से भाजपा तिलमिला उठी है। ये लोग अब तैयार रहें, क्योंकि उनके सत्ता से जाने का समय नजदीक आ गया है। उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बीते महीने सपा नेता अब्दुल नईम की पत्नी के मैरिज होम पर बुलडोजर की कार्रवाई की थी। यह मैरिज होम तालाब की जमीन पर बना था। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। इंडिया गठबंधन को 43 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, इसमें समाजवादी पार्टी के खाते 37 सीटें आई थी। भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों को 36 सीटों से संतुष्ट होना पड़ा था। वहीं, नगीना सीट से आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को जीत मिली थी। उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इसमें मैनपुरी की करहल सीट भी शामिल है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी। करहल समेत मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर और कानपुर की सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होने हैं।

कांग्रेस पार्टी का भ्रष्टाचार का काला इतिहास जारी है: जेपी नड्डा

नई दिल्ली, 17 अगस्त : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के भ्रष्टाचार का इतिहास काला है और यह नेशनल हेराल्ड से लेकर कर्नाटक के मैसूरु भूमि घोटाले तक जारी है।
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेताओं द्वारा कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के खिलाफ जारी बयानबाजी की तीखी आलोचना करते हुए कहा है कि नेशनल हेराल्ड से लेकर मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) घोटाले तक कांग्रेस के भ्रष्टाचार की विरासत जारी है। उन्होंने कांग्रेस को तल्ख शब्दों में नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस को इस फैसले ( राज्यपाल के फैसले) को असंवैधानिक बताने की बजाय अपने कृत्यों पर विचार करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जनता का विश्वास तोडऩे का काम किया। इन्होंने व्यक्तिगत लाभ के लिए भ्रष्टाचार किया। कांग्रेस को अपने कृत्यों पर आत्मचिंतन करना चाहिए। नड्डा ने आगे कहा कि कांग्रेस खुद को दलितों और अल्पसंख्यकों की हितैषी बताती है, लेकिन उनके मुख्यमंत्री दलित परिवार की जमीन हड़पने में शामिल हैं। यह कांग्रेस की दोहरी नीति और परिवारवादी राजनीति का एक और उदाहरण है।
जे.पी. नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, कांग्रेस पार्टी का भ्रष्टाचार जारी है! नेशनल हेराल्ड से लेकर कर्नाटक के एमयूडीए घोटाले तक, कांग्रेस पार्टी का भ्रष्टाचार का इतिहास जगजाहिर है। बार-बार, उन्होंने निजी लाभ के लिए लोगों का भरोसा तोड़ा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को इस फैसले को असंवैधानिक बताने की बजाय अपने कर्मों पर विचार करना चाहिए। कांग्रेस खुद को दलितों और अल्पसंख्यकों का संरक्षक बताती है, जबकि उनके अपने ही एक मुख्यमंत्री दलित परिवार से जमीन हड़पने में शामिल हैं। यह कांग्रेस के पाखंड और परिवार-केंद्रित राजनीति का एक और उदाहरण है।

कोलकाता रेप-मर्डर केस के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय का बड़ा ऐलान

नई दिल्ली, 17 अगस्त : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की हत्या और बलात्कार के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने देशभऱ के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में 24 घंटे हड़ताल बुलाई है. आज देशभर के सभी डॉक्टर कामकाज बंद कर प्रदर्शन कर रहे हैं और डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. डॉक्टरी की अपील पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है.इससे पहले दिन में फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन) ने भी हड़ताल की घोषणा की थी

स्वास्थ्य मंत्रालय ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए एक कमेटी गठित करने का ऐलान किया है. मंत्रालय ने डॉक्टरों से ड्यूटी पर लौटने की आह्वान किया है. मंत्रालय ने डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से अपनी ड्यूटी पर लौटने की अपील की है. हालांकि, अभी तक डॉक्टरों की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है.

इस बीच कोलकाता रेप-हत्याकांड की जांच कर रही सीबीआई की टीम आरजी कर अस्पताल में जांच पड़ताल के लिए पहुंची. इस दौरान टीम ने कॉलेज प्रिंसिपल और वरिष्ठ डॉक्टरों से पूछताछ की. इसके अलावा सीबीआई की टीम साल्टलेक में कोलकाता पुलिस की चौथी बटालियन की बैरक पहुंचकर वहां के अधिकारियों से भी पूछताछ की. बता दें कि टीम इस बैरक में इसलिए पहुंची कि मुख्य आरोपी संजय रॉय वारदात को अंजाम देने के बाद इसी बैरक में आकर रुका हुआ था. फिलहाल सीबीआई टीम अंदर जांच में जुटी हुई है.

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वारदात के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन  ने स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात की थी. केंद्रीय मंत्री से मुलाकात में एसोसिएशन ने डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की थी. इस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कमेटी गठित करने का ऐलान किया है.

कंगना रनौत की इमरजेंसी का ट्रेलर हुआ रिलीज, लोकतांत्रिक इतिहास के सबसे काले दौर की कहानी लाईं अभिनेत्री

कंगना रनौत स्टारर पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म इमरजेंसी का इंतजार एक्ट्रेस के फैंस को बेसब्री से है. फिल्म इमरजेंसी से पोस्टर और टीजर जारी होने के बाद अब फिल्म का ट्रेलर रिलीज हो गया है. कंगना रनौत ने हाल ही में इमरजेंसी के ट्रेलर की रिलीज डेट से पर्दा हटाया था.इमरजेंसी का ट्रेलर की शुरुआत से ही जोश से भरा है. कंगना रनौत बतौर पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी के रोल में अपना काम बखूबी निभा रही हैं. इसके अलावा ट्रेलर में आपातकाल और विपक्षी के नेताओं के सीन को दिखाया है. ट्रेलर में इंदिरा गांधी द्वारा साल 1975 में लगाए आपातकाल और उनके काम पर उंगली उठाने वाले सीन की भरमार है. ट्रेलर में लगभग सभी स्टारकास्ट का काम सामने आ चुका है.वहीं, इमरजेंसी के ट्रेलर रिलीज से पहले कंगना रनौत ने एक पोस्ट जारी किया है. इस पोस्ट में कंगना ने लंबे चौड़े नोट के साथ अपनी कुछ तस्वीरें शेयर की हैं.

इन तस्वीरों को शेयर कर कंगना ने लिखा है, बड़ी स्क्रिन पर फिल्म देखने के आइडिया के कॉन्स्पेशन से, फिल्ममेकर होने से बड़ी कोई चीज नहीं है, आज बेहद खास दिन है, क्योंकि आज मेरे डायरेक्शन में बनी फिल्म इमरजेंसी का ट्रेलर रिलीज होने जा रहा है, खुश हूं अपना काम आप सभी को दिखाने के लिए, फिल्म में आपकी भागीदारी का इंतजार है, इससे ज्यादा कुछ और नहीं चाहिए, बतौर स्टोरी टेलर मेरे दुनिया में आपका स्वागत है, इमरजेंसी 6 सितंबर को रिलीज होगी.फिल्म इमरजेंसी में कंगना रनौत भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गांधी का रोल प्ले करने जा रही हैं. फिल्म में दिवंगत एक्टर सतीश कौशिक को जगजीवन राम, विशाक नायर को संजय गांधी, मिलिंद सोमन को सैम मानेकशॉ, महिमा चौधरी को पुपुल जयाकर, श्रेयस तलपड़ को अटल बिहारी वाजपेयी और अनुपम खेर को जेपी नारायण के रोल में देखा जाएगा.

बीसीसीआई ने महिला टी20 विश्व कप की मेज़बानी का प्रस्ताव ठुकराया

मुंबई 16 Aug, । भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की तरफ़ से दिए गए महिला टी 20 विश्व कप की मेज़बानी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।आईसीसी को अब मेज़बानी पर अंतिम फ़ैसला 20 अगस्त को लेना है।
3 से 20 अक्तूबर के बीच होने वाली इस प्रतियोगिता की मेज़बानी से पीछे हटने के बाद श्रीलंका और यूएई दूसरे विकल्प बचे हैं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा, “उन्होंने (आईसीसी ) हमारे सामने विश्व कप की मेज़बानी का प्रस्ताव रखा था। लेकिन मैंने साफ़ तौर पर मना कर दिया, हमारे यहां ये समय बरसात का है और उससे अहम है कि अगले साल हमें ही विमेंस वनडे विश्व कप की मेज़बानी करनी है। मैं किसी को भी ग़लत संदेश नहीं देना चाहता कि हम लगातार दो विश्व कप की मेज़बानी करना चाहते हैं।”

बांग्लादेश इस समय सरकार विरोधी आंदोलनों के कारण हिंसा और सुरक्षा चुनौतियों से जूझ रहा है, और यही वजह है कि आईसीसी बांग्लादेश की जगह किसी और को मेज़बानी देने पर विचार कर रही है। बांग्लादेश में कई लोगों की मौत हो गई है और उनकी प्रधानमंत्री शेख हसीना को गद्दी से हटा दिया गया है।

आईसीसी के एक अधिकारी ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि बांग्लादेश की स्थिति पर नज़र रखी जा रही है और सभी विकल्प खुले रखे गए हैं। आईसीसी के एक बयान में कहा गया था, “हम बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड(बीसीबी), उनकी सुरक्षा एजेंसियों और हमारे अपने स्वतंत्र सुरक्षा सलाहकारों के साथ समन्वय में वहां हो रही गतिविधियों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता सभी प्रतिभागियों की सुरक्षा और भलाई है।”

जबकि बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार टूर्नामेंट को बचाने के लिए अंतिम प्रयास कर रही है, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत सहित कई भाग लेने वाली टीमों की सरकार द्वारा जारी की गई यात्रा सलाह बीसीबी के लिए सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है।

सुरक्षा चुनौतियों के अलावा, बीसीबी भी संकट में है। उनके अध्यक्ष और पूर्व खेल मंत्री नजमुल हसन 5 अगस्त को अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से प्रभावी रूप से कार्यालय से बाहर हैं। कई बोर्ड निदेशक, जिनके राजनीतिक संबंध हैं, वह भी संपर्क में नहीं हैं।

बांग्लादेश की पुरुष टेस्ट टीम इस समय दो मैचों की सीरीज़ के लिए पाकिस्तान दौरे पर है। बांग्लादेश में आंदोलन के कारण अभ्यास बाधित होने के बाद वे प्रस्तावित पाकिस्तान दौरे से कुछ दिन पहले ही पाकिस्तान पहुंच गए। बांग्लादेश की पुरुष टीम अगले महीने दो टेस्ट और तीन टी20 मैचों के लिए भारत का दौरा करने वाली है।

बांग्लादेश के भारत दौरे को लेकर शाह ने कहा, “हमने उनसे (बांग्लादेश अधिकारियों से) बात नहीं की है। वहां एक नई सरकार ने कार्यभार संभाला है। वे हमसे संपर्क कर सकते हैं या फिर मैं उनसे संपर्क करूंगा। बांग्लादेश श्रृंखला हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”

शेयर बाजार मजबूत ग्लोबल संकेतों के साथ सकारात्मक खुला

मुंबई 16 Aug, – मजबूत ग्लोबल संकेतों के कारण शुक्रवार के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर सकारात्मक खुला। बाजार में चौतरफा खरीदारी देखने को मिल रही है। सुबह 9:21 पर सेंसेक्स 735 अंक या 0.93 प्रतिशत की तेजी के साथ 79,841 और निफ्टी 224 अंक या 0.93 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,387 पर था।

इंडिया विक्स में 4.21 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिल रही है और यह 14.79 पर बना हुआ है, जो दिखाता है कि बाजार में स्थिरता बनी हुई है। बाजार में रुझान तेजी का है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1704 शेयर हरे निशान में और 345 शेयर लाल निशान में हैं। सेंसेक्स में सभी 30 शेयर हरे निशान में हैं।

एमएंडएम, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, विप्रो, जेएसडब्ल्यू स्टील और टाटा स्टील टॉप गेनर्स हैं। लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी सकारात्मक रुझान देखने को मिल रहा है। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 522 अंक या 0.92 प्रतिशत की तेजी के साथ 57,057 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 187 अंक या 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,274 पर है। सेक्टर के हिसाब से देखें तो ऑटो, आईटी, पीएसयू बैंक, फिन सर्विस, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी और एनर्जी और हेल्थकेयर इंडेक्स में सबसे ज्यादा बढ़त है। ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर में टेक्निकल रिसर्च की उपाध्यक्ष वैशाली पारेख का कहना है कि पिछले कुछ समय में निफ्टी ने एक सीमित दायरे में कारोबार किया है। इस कारण से तेजी के लिए 24,200 के ऊपर टिकना काफी जरूरी है।

वहीं, 24,400 एक महत्वपूर्ण रुकावट का स्तर है। वहीं, 24,000 एक सपोर्ट लेवल के तौर पर काम करेगा। एशियाई बाजार में तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। टोक्यो, हांगकांग, शंघाई, सोल और जाकार्ता में तेजी है। अमेरिका के बाजार गुरुवार को सकारात्मक बंद हुए थे।

इतंजार खत्म: तीन चरणों में होगा जम्मू कश्मीर का चुनाव, हरियाणा में 1 अक्टूबर को वोटिंग, जानें मतगणना की तारीख

नई दिल्ली 16 Aug : जम्मू कश्मीर व हरियाणा विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी गई है। जम्मू कश्मीर में तीन चरणों में चुनाव आयोजित किए जाएंगे। चुनाव का पहला चरण 18 सितंबर को होगा। दूसरा चरण 25 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। तीसरे चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा और वोटों की गिनती 4 अक्टूबर को की जाएगी। यहां सभी उम्मीदवारों को सुरक्षा प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही सभी मतदान केंद्रों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे द्वारा भी की जाएगी।

वहीं हरियाणा में 1 अक्टूबर को सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। यहां भी वोटो की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। यानी जम्मू कश्मीर और हरियाणा विधानसभा के लिए डाले गए वोटो के नतीजे एक ही दिन 4 अक्टूबर को आएंगे।

चुनाव आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर में टोटल 87.09 लाख मतदाता हैं। इनमें 42 लाख 62 हजार महिला मतदाता हैं। पुरुष मतदाताओं की संख्या 44.46 लाख है। यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख हैं। जबकि कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है।

मतदाता सूची बनाने का काम जारी है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव ने बताया कि 19 अगस्त को अमरनाथ यात्रा समाप्त होगी और 20 अगस्त को फाइनल मतदाता सूची तैयार हो जाएगी। सभी राजनीतिक दलों को इसकी कॉपी भिजवाई जाएगी।

पूरे जम्मू कश्मीर में करीब 11, 838 मतदाता केंद्र बनाए जा रहे हैं। यह मतदाता केंद्र कुल 9169 स्थानों पर बनाए जाएंगे। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 9506 मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर औसतन 735 मतदाता है। जम्मू कश्मीर में चुनाव आयोग ने इस बार 360 मॉडल पोलिंग स्टेशन बनाने का फैसला किया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू कश्मीर में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 74 जनरल, 9 एसटी व 7 एससी सीटें हैं। अमरनाथ यात्रा समाप्त होने के अगले दिन यानी 20 अगस्त को चुनाव का गजट नोटिफिकेशन किया जाएगा।

दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा चुनाव की घोषणा की। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि जम्मू कश्मीर की पार्टियों ने सुरक्षा को लेकर निवेदन किया था। इसको देखते हुए फैसला लिया गया है कि प्रत्येक चुनाव मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। चुनाव आयुक्त ने बताया कि कश्मीर में चुनाव के साथ-साथ त्यौहार का भी मौसम है, फलों का भी सीजन है, केसर और सेब का भी सीजन है।

चुनाव आयोग के मुताबिक जम्मू कश्मीर का प्रत्येक मतदान केंद्र सीसीटीवी की निगरानी में रहेगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के मुताबिक जम्मू कश्मीर और हरियाणा में प्रत्येक मतदान केंद्र पर सीसीटीवी की व्यवस्था की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में मतदान केंद्र पर जो लंबी-लंबी कतारें लगी हुई थी वे लोकतंत्र का एक बेहतरीन दृश्य पेश करती हैं। चुनाव के दौरान लगी हुई लंबी कतार एक केवल कतारें नहीं थी बल्कि वह जनता का भरोसा दिखाती हैं। हर कोई चुनाव में लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी सुनिश्चित करना चाहता था।

उम्मीद और लोकतंत्र की ऐसी झलक से पता लगता है कि जनता बदलाव चाहती है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोग न केवल बदलाव चाहते हैं बल्कि वे इस बदलाव का हिस्सा भी बनना चाहते हैं। लोगों ने बुलेट के मुकाबले बैलट को चुनने का फैसला किया।

वेब सीरीज ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ और सच्ची घटना से प्रेरित वेब सीरीज ‘सुन’ का फर्स्ट लुक जारी

15.08.2024  –  अंधेरी (वेस्ट), मुम्बई स्थित इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के थियेटर में में पिछले दिनों आयोजित एक भव्य समारोह के दौरान निर्देशक एम आर खान के निर्देशन में बनने वाली, निर्माता एम के राजपूत की वेब सीरीज ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस’ व निर्माता दिनेश के. ढाबी की वेब सीरीज ‘सुन’ का फर्स्ट लुक जारी किया गया। दोनों सीरीज के प्रोमो भी स्क्रीन पर दिखाए गए जहां सभी ने प्रोमो और इसके कॉन्सेप्ट को पसन्द किया।

मुम्बई के पूर्व एसीपी संजय पाटिल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। चीफ गेस्ट पूर्व एसीपी संजय पाटिल ने दोनों सीरीज के लिए निर्माताओं व निर्देशक को ढेर सारी शुभकामनाएं दीं और कहा कि देश की सुरक्षा सबसे जरूरी है। यह देश है तो हम हैं, इसलिए देश सर्वोपरि है। एमके फिल्म्स टेलीविजन प्रोडक्शन्स द्वारा प्रस्तुत इस वेब सीरीज के प्रोड्यूसर एम के राजपूत और एमआर खान हैं।

सह निर्माता के के शर्मा और क्रिएटिव डायरेक्टर रिहाना खान, डीओपी कुंदन, लेखक मोती सुल्तानपुरी और विंध्या शुक्ला हैं। भारत की एकता और अखंडता को परिभाषित करती इस वेब सीरीज में मिस रिज्जु, मुस्कान, सुनील, प्रिया ठाकुर, कल्याणी, इशिता चक्रवर्ती सहित कई कलाकार नजर आएंगे।

पोस्टर अनावरण के अवसर पर वंदे मातरम गीत भी दिखाया गया जिसे साजन सरहदी ने कम्पोज़ किया है और स्वर दिया है। इस गीत में फीमेल आवाज़ इशिता चक्रवर्ती की है। सच्ची घटना से प्रेरित महिला सशक्तिकरण की आवाज बुलंद करती वेब सीरीज ‘सुन’ के निर्माता दिनेश कुमार प्रभात, लेखक बाबा खान व मो. राशिद खान और डीओपी कुंदन हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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ब्रिटेन में दंगों के सिलसिले में एक हजार से ज्यादा लोग गिरफ्तार

लंदन ,14 अगस्त । ब्रिटेन में पिछले दो सप्ताह में हुई हिंसा, आगजनी और लूटपाट के साथ-साथ नस्लवादी हमलों के सिलसिले में पुलिस ने एक हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।

रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट पर गलत जानकारी से हिंसा भड़की थी। जिसमें दावा किया गया था कि जुलाई के अंत में उत्तर-पश्चिमी इंग्लैंड के साउथपॉर्ट में तीन बच्चों की हत्या करने वाला संदिग्ध एक मुस्लिम अप्रवासी था। इसे हत्या का दोषी ठहराया गया था।
इंग्लैंड के कई शहरों और उत्तरी आयरलैंड में भी हिंसा भड़क उठी, लेकिन इसमें शामिल लोगों की पहचान करने के प्रयासों में तेजी लाने के बाद पिछले सप्ताह से हिंसा की घटनाओं में कमी आई है।

कई लोगों को तुरंत जेल भेज दिया गया और कुछ को लंबी सजा भी दी गई। राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख परिषद ने अपने लेटेस्ट अपडेट में कहा कि पूरे ब्रिटेन में 1,024 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 575 पर आरोप लगाए गए।

गिरफ्तार किए गए लोगों में लिवरपूल में तोडफ़ोड़ के आरोपी 69 वर्षीय व्यक्ति तथा बेलफास्ट में 11 साल का लड़का शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अभियोजक ने बताया कि 13 वर्षीय लड़की ने बेसिंगस्टोक मजिस्ट्रेट कोर्ट में हिंसक उपद्रव करने का अपराध स्वीकार किया है। उसे 31 जुलाई को शरणार्थियों के लिए बने एक होटल के प्रवेश द्वार पर लात-घूंसे मारते हुए देखा गया था।
अभियोजक थॉमस पावर ने कहा, इस भयावह घटना से उन लोगों में डर पैदा हो गया, जो इन गुंडों के निशाने पर थे। यह बेहद दुखद है कि इतनी छोटी लड़की ने इस हिंसक घटना में हिस्सा लिया।

इससे पहले ब्रिटेन में 2011 में बड़े पैमाने पर दंगे हुए थे। पुलिस ने एक अश्वेत व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद कई दिनों तक सड़कों पर हिंसा फैली।

बांग्लादेश में हिंसा और बर्बरता का सामना कर रहे हिंदू परिवार, देश छोडऩे की दी जा रही धमकियां

ढाका ,14 अगस्त ।  बांग्लादेश के 23 धार्मिक संगठनों के एक राष्ट्रीय मंच, बांग्लादेश जातीय हिंदू मोहजोत (बीजेएचएम) ने कहा कि 5 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से देश के 48 जिलों में 278 हिंदू परिवारों को बड़े पैमाने पर हिंसा और बर्बरता का सामना करना पड़ा है। 5 से 12 अगस्त के बीच देश के हिंदू समुदाय के खिलाफ हुई हिंसा की भयावह घटनाओं पर विस्तृत आंकड़ा जारी करते हुए बीजेएचएम नेताओं ने कहा कि कई पीढिय़ों से इस क्षेत्र में रहने के बावजूद वे डर के माहौल में जी रहे हैं।

बांग्लादेश जातीय हिंदू मोहजोत (बीजेएचएम) ने अपनी सात सूत्री मांगों की सूची भी सामने रखी है, जिसमें बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार से अनिश्चितता के समय में तेजी से कार्य करने का आग्रह किया गया।
मंच के प्रवक्ता और कार्यकारी सचिव पलाश कांति डे ने मंगलवार को ढाका में नेशनल प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ढाका ट्रिब्यून के हवाले से कहा, बदलते राजनीतिक परिदृश्य के कारण हिंदू समुदाय पर बर्बरता, लूटपाट, आगजनी, जमीन पर कब्जा करने और देश छोडऩे की धमकी देने की घटनाएं बार-बार हो रही हैं। यह सिर्फ व्यक्तियों पर हमला नहीं है, बल्कि हिंदू धर्म पर हमला है।

डे ने कहा कि समुदाय के नेताओं ने अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार ब्रिगेडियर जनरल (सेवानिवृत्त) एम सखावत हुसैन को अपनी चिंताओं से अवगत कराया है, जिन्होंने आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे को अगली कैबिनेट बैठक में उठाया जाएगा।

गठबंधन द्वारा किए गए सात मांगों में देश भर में हिंदू समुदाय पर सबसे बदतर सांप्रदायिक हमलों की गहन न्यायिक जांच कराना भी शामिल है। इसके साथ ही अल्पसंख्यक संरक्षण अधिनियम और आयोग का निर्माण, सार्वजनिक खर्च पर हिंदू समुदाय के क्षतिग्रस्त मंदिरों और घरों की मरम्मत, त्वरित सुनवाई कर दोषियों को सजा दिलाने के साथ ही पूरी जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करना, 2000 से आज तक देश में अल्पसंख्यक उत्पीडऩ पर एक विस्तृत रिपोर्ट, आगामी दुर्गा पूजा के दौरान तीन दिन की छुट्टी और एक अल्पसंख्यक मंत्रालय की स्थापना मुख्य है।

बीजेएचएम के अध्यक्ष प्रभास चंद्र रॉय ने कहा, जब भी सरकार बदलती है, हिंदुओं पर सबसे पहले हमला होता है। हालांकि, पहले इस देश में ऐसी कम घटनाएं होती थीं, लेकिन, हाल ही में उनमें वृद्धि हुई है। हम इस देश में सुरक्षा के साथ रहना चाहते हैं। हम यहां पैदा हुए हैं और हमारे पास अधिकार हैं।

इससे पहले दिन में, अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने ढाका में एक ऐतिहासिक हिंदू मंदिर का दौरा किया और हिंदू समुदाय के नेताओं को आश्वासन दिया कि मानवाधिकार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता स्थापित करना उनके प्रमुख लक्ष्यों में से एक है।
ढाकेश्वरी राष्ट्रीय मंदिर, जो इस क्षेत्र में 800 वर्षों से भी अधिक समय से हिंदू समुदाय के लिए सबसे महत्वपूर्ण पूजा स्थलों में से एक है, के दौरे के दौरान स्थानीय मीडिया ने उनसे संपर्क किया, जहां यूनुस ने कहा, देश में सभी को समान अधिकार है। हमारे बीच कोई भेदभाव नहीं है। कृपया मदद करें, धैर्य रखें और बाद में हमें आंकें कि हमने क्या किया और क्या नहीं किया। अगर हम असफल होते हैं, तो आलोचना करें।
अंतरिम सरकार के कानूनी और धार्मिक मामलों के सलाहकार आसिफ नजरूल और ए.एफ.एम. खालिद हुसैन भी यूनुस के साथ मंदिर गए थे।

यूनुस ने बांग्लादेश पूजा उत्सव परिषद के अध्यक्ष वासुदेव धर और महासचिव संतोष शर्मा की उपस्थिति में कहा, हमारी लोकतांत्रिक भावना में, हमें मुस्लिम, हिंदू या बौद्ध के रूप में नहीं, बल्कि इंसान के रूप में देखा जाना चाहिए। हमें अपने अधिकारों को लेकर सजग रहना और इसके लिए दावा करना चाहिए। सभी समस्याओं की जड़ में संस्थागत व्यवस्थाओं की कमजोरी है। इसीलिए ऐसी समस्याएं पैदा होती हैं।

संस्थागत सिस्टम में सुधार की जरूरत है।
सोमवार को सरकार के धार्मिक मामलों के सलाहकार हुसैन ने अल्पसंख्यकों पर हमले की निंदा की थी और आश्वासन दिया था कि वर्तमान

सरकार सांप्रदायिक सद्भाव में विश्वास करती है।
सचिवालय में हुई एक मीडिया ब्रीफिंग में, हुसैन ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदायों पर हमले उपद्रवियों द्वारा किए गए थे और अंतरिम सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।

उन्होंने यह भी कहा कि नष्ट हुए घरों और मंदिरों की सूची तैयार की जा रही है और पीडि़तों को वित्तीय सहायता दी जाएगी।
बांग्लादेश में लगातार जारी हिंसा अंतरिम सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है, जिसने 8 अगस्त को मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में शपथ ली थी।

शनिवार को, हजारों हिंदू चटगांव में इक_े हुए थे, उन्होंने समुदाय पर चल रहे हमलों के खिलाफ एक विशाल विरोध रैली निकाली और देश के नागरिकों के रूप में सुरक्षा और समान अधिकारों की मांग की।
बांग्लादेश हिंदू-बौद्ध-ईसाई ओइक्या परिषद ने भी यूनुस को एक ‘खुला पत्रÓ भेजा था, जिसमें अल्पसंख्यकों के खिलाफ एक विशेष समूह की हिंसा पर गहरा दुख और चिंता व्यक्त की गई थी।

‘द डेली स्टारÓ अखबार ने एकता परिषद के अध्यक्ष रोसारियो के हवाले से यह बात कही कि इसको लेकर निर्मल ने कहा, हम सुरक्षा चाहते हैं क्योंकि हमारा जीवन संकटपूर्ण स्थिति में है। हम रात भर जागकर अपने घरों और धार्मिक स्थलों की रखवाली कर रहे हैं। मैंने अपने जीवन में ऐसी घटनाएं कभी नहीं देखी है। हम मांग करते हैं कि सरकार देश में सांप्रदायिक सद्भाव बहाल करे।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि हसीना के ढाका छोडऩे के तुरंत बाद शुरू हुई सांप्रदायिक हिंसा ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बीच व्यापक भय, चिंता और अनिश्चितता पैदा कर दी है।

संगठनों से प्राप्त विवरण और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हजारों हिंदू परिवार बेसहारा हो गए हैं और कई मंदिरों पर हमला किया गया और जला दिया गया। कई महिलाओं को हमलों का सामना करना पड़ा है और कई स्थानों पर हत्याएं हुई हैं। इस अवधि के दौरान अन्य अल्पसंख्यकों को भी नुकसान उठाना पड़ा है।

इसी तरह, बांग्लादेश हिंदू जागरण मंच ने भी देश भर में हिंदू समुदाय पर हाल की बर्बरता, आगजनी, लूटपाट और हमलों के विरोध में जुलूस और रैलियां आयोजित की है।

हॉकी इंडिया ने पीआर श्रीजेश की 16 नंबर की जर्सी को रिटायर किया

नई दिल्ली, 14 अगस्त। हॉकी इंडिया ने महान गोलकीपर पी.आर. श्रीजेश द्वारा पहनी गई 16 नंबर की जर्सी को रिटायर करने की घोषणा की है। यह निर्णय हाल ही में संपन्न पेरिस खेलों में भारत को लगातार दूसरा ओलंपिक कांस्य पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले श्रीजेश की सेवानिवृत्ति के बाद लिया गया है।

श्रीजेश के सम्मान में आयोजित एक समारोह के दौरान हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने श्रीजेश की जर्सी को रिटायर करने की घोषणा की। 36 वर्षीय श्रीजेश को जूनियर राष्ट्रीय टीम का कोच नियुक्त किया गया है, जहां वह भारतीय गोलकीपरों की अगली पीढ़ी को तैयार करने की जिम्मेदारी संभालेंगे।

सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 16 नंबर की जर्सी जूनियर टीम में रहेगी और श्रीजेश अगले श्रीजेश को तैयार करेंगे जो वह यह जर्सी पहनेगा।
पेरिस 2024 ओलंपिक में भारतीय टीम ने कई बार शानदार हॉकी खेली; ऐसा प्रदर्शन जिसने उन्हें ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हराने में मदद की, ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ एक सदस्य कम होने के बावजूद उन्होंने 40 मिनट से अधिक समय तक बचाव किया और पेनल्टी शूटआउट के लिए मजबूर किया और श्रीजेश की वीरता से 4-2 से जीत हासिल की। हॉकी इंडिया ने बुधवार को श्रीजेश को सम्मानित करने के लिए एक सम्मान समारोह का आयोजन किया था।

पंजाब में अकाली दल को झटका, विधायक सुखविंदर सुखी AAP में हुए शामिल

चंडीगढ़ 14 Aug : पंजाब में बुधवार को अकाली दल के इकलौते दलित विधायक डॉ. सुखविंदर सुखी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। सीएम भगवंत मान ने उनका पार्टी में स्वागत किया।

इस मौके विधायक सुखविंदर सुखी ने कहा कि वह डॉ अंबेडकर की सोच को लेकर आगे चल रहे हैं। डॉ. सुक्खी ने कहा कि अकाली दल में उन्हें पूरा मान सम्मान मिला है। लेकिन हलके का विकास उनकी प्राथमिकता है। उनके पार्टी छोड़ने को शिरोमणि अकाली को झटका माना जा रहा है।

डॉ. सुखविंदर कुमार सुक्खी का परिवार बसपा से जुड़ा रहा है। सुक्खी ने बसपा की टिकट से 2009 में चुनाव लड़ा था। बाद में उन्होंने बसपा छोड़कर 2012 में अकाली दल का दामन थाम लिया था। 2017 में अकाली दल ने उनको प्रत्याशी बनाया तो उन्होंने बंगा विधानसभा हलका से जीत हासिल की। हालांकि अकाली दल व भाजपा गठजोड़ के खिलाफ सूबे में लहर चल रही थी। 2022 में अकाली दल के तीन विधायक ही पंजाब में चुनाव जीते थे। इनमें एक नाम सुखविंदर कुमार सुक्खी का है। सुक्खी ने बंगा विधानसभा से दूसरी बार जीत हासिल की है।

स्वतंत्रता दिवस से पहले आतंकियों के साथ बड़ी मुठभेड़, कैप्टन शहीद; 4 आतंकियों के मारे जाने की खबर

श्रीनगर 14 Aug : स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के अस्सर इलाके में आतंकवादियों के साथ हुई एक बड़ी मुठभेड़ में भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक कैप्टन शहीद हो गए हैं। यह मुठभेड़ स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले हुई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एनकाउंटर में 4 आतंकियों की भी मारे जाने की खबर है। इस मुठभेड़ में एक नागरिक भी घायल हो गया है।

सुरक्षा बलों को इलाके से एक एम4 कार्बाइन और तीन बैग मिले हैं। डोडा के अस्सार इलाके में यह मुठभेड़ मंगलवार शाम शुरू हुई थी। सेना के व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर बताया कि विशेष खुफिया सूचनाओं के आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पटनीटॉप के पास अकर वन में संयुक्त अभियान शुरू किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अभियान में एक आतंकवादी घायल हुआ है।

इसके अलावा, अनंतनाग में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान में मंगलवार को चौथे दिन भी सुरक्षा बलों की कार्रवाई जारी रही। अधिकारियों के अनुसार, अहलान गगरमांडू जंगल में संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए सुरक्षाबलों ने गोलीबारी की। जंगल में छिपे आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।

छोटे निवेशकों ने हिंडनबर्ग और कांग्रेस की साजिश का कड़ा जवाब दिया

नई दिल्ली 13 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने हिंडनबर्ग रिसर्च की ताजा रिपोर्ट को अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर और कांग्रेस पार्टी के बीच की मिलीभगत और साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि देश के छोटे निवेशकों ने भारत के हितों को नुकसान पहुंचाने की शरारती साजिश का करारा जवाब दिया है।

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह पूरा मामला कांग्रेस पार्टी और हिंडनबर्ग की मिली जुली साजिश है। इससे पहले जो आरोप लगाया गया था, वह सफल नहीं हो पाया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इंक्वायरी हुई, जब सेबी ने हिंडनबर्ग को जुलाई में नोटिस किया कि आप जवाब दीजिए, तब फिर यह काउंटर शुरू किया गया।

रविशंकर प्रसाद ने बातचीत में आगे कहा कि भारत को आर्थिक रूप से कमजोर करने की ये एक साजिश है। इसमें कांग्रेस पार्टी भी लगी हुई है। यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, भारत के पूंजी निवेशक और छोटे निवेशक बहुत प्रसन्न हैं, क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में आर्थिक विकास तेजी से हुआ है। भारत की अर्थव्यवस्था पांचवें नंबर पर है जल्दी ही तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगी। सर्वाधिक पूंजी निवेश हो रहा है। फिर भी यह बात कही जा रही है।

उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो भारत के पूंजी निवेशकों का हित कर रहे हैं या फिर अहित कर रहे हैं? मुझे गर्व है कि भारत के पूंजी निवेशकों पर क्योंकि वह जरा भी भड़के नहीं। उनको पीएम मोदी की अगुवाई में भारत की आर्थिक विकास की पूरी कहानी पर विश्वास है।

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने यूपीए-1 और यूपीए-2 के शासनकाल में हुए कई घोटालों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह सरकार के दौरान बड़े घोटाले हुए थे। लोग जेल गए, ठेके रद्द हुए, कोयला घोटाला में सारे अलॉटमेंट रद्द हुए, 2 जी घोटाले में लाइसेंस रद्द हुए। मोदी सरकार ईमानदारी से चलती है, इसलिए कुछ लोग बैठे हुए हैं कि भारत को आर्थिक रूप से कमजोर करो। इसमें कांग्रेस पार्टी भी शामिल है। इसका हम विरोध करते हैं।

बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हिंडनबर्ग रिसर्च के हालिया रिपोर्ट का जिक्र करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर किया था। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए एक्स पोस्ट में लिखा था, ”छोटे खुदरा निवेशकों की संपत्ति की सुरक्षा का दायित्व संभालने वाले प्रतिभूति नियामक सेबी की शुचिता, इसके चेयरपर्सन के विरुद्ध लगे आरोपों से गंभीर रूप से प्रभावित हुई है।”

उन्होंने ये कहा कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया? अगर निवेशकों की मेहनत की कमाई डूब जाती है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?

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आसाराम को बड़ी राहत, HC से मिली इतने दिनों की पैरोल

जोधपुर 13 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): यौन उत्पीड़न के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम को राजस्थान हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने आसाराम को 7 दिन की पैरोल दी है। ये पैरोल आसाराम को इलाज के लिए मिली है। आसाराम पुलिस कस्टडी में इलाज के लिए महाराष्ट्र जाएंगे। हाई कोर्ट के जस्टिस डॉक्टर पुष्पेंद्र सिंह भाटी की खंडपीठ ने उनकी अंतरिम पैरोल मंजूर की।

मार्च 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने रेप के मामले में सजा काट रहे आसाराम की याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था। आसाराम ने स्वास्थ्य के आधार पर सजा निलंबित करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया था। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया था।

आसाराम ने खराब सेहत का हवाला देकर सुप्रीम कोर्ट से राहत मांगी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि निचली अदालत से मिली उम्रकैद की सजा के खिलाफ आसाराम की याचिका पर राजस्थान हाईकोर्ट तेजी से सुनवाई करे। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि इलाज को लेकर राहत के लिए वे राजस्थान हाईकोर्ट में अर्जी दें।

इससे पहले सितंबर 2023 में भी सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम को जमानत देने से इनकार कर दिया था। राजस्थान हाईकोर्ट से जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद आसाराम के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी थी। राजस्थान हाईकोरट ने वर्ष 2022 में आसाराम को जमानत देने से इनकार कर दिया था। आसाराम की उम्र करीब 81 साल हो गई है और वह कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।

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दिल्ली में आतिशी नहीं कैलाश गहलोत फहराएंगे झंडा

नई दिल्ली 13 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)- दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कैबिनेट मंत्री आतिशी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने की सीएम केजरीवाल की सिफारिश को अस्वीकार कर दिया है, इसके बजाय गृह मंत्री कैलाश गहलोत को इस जिम्मेदारी के लिए नामित किया है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के सुझाव के बाद एलजी सक्सेना ने गृह मंत्री कैलाश गहलोत को 15 अगस्त को झंडा फहराने के लिए नामित किया है। पिछले हफ्ते उपराज्यपाल वीके सक्सेना को लिखे पत्र में सीएम केजरीवाल ने कहा था कि कैबिनेट मंत्री आतिशी उनकी जगह दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि दिल्ली के उपराज्यपाल दिल्ली के किसी भी मंत्री को नामित कर सकते हैं। इसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने गृह मंत्री कैलाश गहलोत को तिरंगा फहराने के लिए नामित किया है।

इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तिरंगा फहराने के लिए आतिशी को नामित किया था, लेकिन एलजी ने यह कहकर उनकी चिट्ठी वैध मानने से इनकार कर दिया गया कि नियम के मुताबिक जेल से केवल निजी मामलों में ही चिट्ठी लिखी जा सकती है। सामान्य प्रशासन मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को विभाग को निर्देश दिया था कि वह मुख्यमंत्री की इच्छा के अनुसार आतिशी द्वारा ध्वज फहराने की व्यवस्था करें। मंत्री के पत्र का जवाब देते हुए सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) के अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन कुमार चौधरी ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री का निर्देश कानूनी रूप से अमान्य है और उस पर कार्रवाई नहीं की जा सकती। जेल में बंद सीएम किसी को झंडा फहराने के लिए अधिकृत नहीं कर सकते।

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महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले की होगी CBI जांच

कलकत्ता High Court ने दिया आदेश

नई दिल्ली 13 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) – कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में महिला प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और छात्रों के विरोध-प्रदर्शन के बीच इस मामले पर कलकत्ता हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। जिसके बाद अब इस केस की जांच अब सीबीआई करेगी। मंगलवार को उच्च न्यायालय ने यह आदेश दिया।

अदालत ने कहा कि इस घटना में अस्पताल प्रशासन ने गंभीर लापरवाही की है और इस मामले की जांच अब सीबीआई को दी जाती है। इसके साथ ही अदालत ने अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल को लंबी छुट्टी पर भेज दिया है। इस वीभत्स हत्याकांड का पूरे देश में विरोध हो रहा है। यहां तक कि देश भर के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर विरोध जता रहे हैं और कई जगहों पर ओपीडी ठप पड़ी है। अदालत ने कहा कि अस्पताल प्रशासन ने इस मामले में ढिलाई बरती, जबकि उसे पता था कि क्या घटना हुई है। किस तरह डॉक्टर के शरीर पर गंभीर चोटों के और जख्मों के निशान हैं। अदालत ने कहा कि मृतका के परिजन ऐसी एजेंसी से जांच चाहते हैं, जिसमें कोई छेड़छाड़ की गुंजाइश न रहे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के केवी राजेंद्रन केस में दिए फैसले का जिक्र किया और कहा कि दुर्लभतम मामलों में अदालत भी केस ट्रांसफर करने की अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर सकती है। अदालत का यह फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि सीएम ममता बनर्जी ने खुद कहा था कि पुलिस रविवार तक इस मामले की पूरी जांच करे और खुलासा हो।

यदि ऐसा नहीं हो पाता है तो हम केस की जांच सीबीआई को ट्रांसफर कर देंगे। वहीं हाई कोर्ट ने रविवार के पहले ही यह फैसला दे दिया है। अदालत ने पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को भी लताड़ा। बेंच ने कहा कि यह दिल दुखाने वाली बात है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी वह ऐक्टिव नहीं थे। यहां तक कि उन्होंने हंगामे के बाद जब पद से इस्तीफा दिया तो उन्हें दूसरे कॉलेज में जिम्मेदारी मिल गई। कोर्ट ने कहा कि घोष को तुरंत छुट्टी देनी चाहिए और उन्हें काम से अलग रखना चाहिए। वह प्रभावशाली व्यक्ति हैं और जांच पर असर डाल सकते हैं।

राज्य सरकार की भी अदालत ने घोष को दूसरे अस्पताल में नियुक्ति देने पर खिंचाई की। अदालत ने कहा कि यह तो ध्यान रखना चाहिए था कि किन स्थितियों में इस्तीफा दिया गया है। अथॉरिटी ने यह भी नहीं सोचा कि कैसे एक जगह से इस्तीफा मंजूर होने से पहले ही दूसरी जगह पर नियुक्ति दे दी जाए। यही नहीं कोर्ट ने कहा कि घटना के बाद अस्पताल प्रशासन पीड़िता के परिजनों के साथ नहीं दिखा। अब इसमें वक्त गंवाने से कोई फायदा नहीं है। अन्यथा सबूतों से छेड़छाड़ की जा सकती है।

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देशभर में आज भी OPD सेवाएं रहेंगी ठप

डॉक्टरों ने किया हड़ताल का ऐलान

कोलकाता 13 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) ने घोषणा करते हुए कहा कि कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के विरोध में उसकी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। उधर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक में कोई समाधान नहीं निकल पाया।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई इस वीभत्स घटना के विरोध में देश भर के सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर सोमवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए, जिससे ओपीडी और गैर-आपातकालीन सर्जरी सहित वैकल्पिक सेवाएं प्रभावित हुईं। यह हड़ताल फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोरडा) के आह्वान पर की गई। फोरडा द्वारा सोमवार रात जारी एक बयान में कहा गया, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की टीम के साथ व्यापक चर्चा के बावजूद कोई ठोस समाधान नहीं निकला, जिसके कारण हड़ताल जारी रहेगी।”

फोरडा के अध्यक्ष डॉ. अविरल माथुर ने कहा कि हड़ताल मंगलवार को भी जारी रहेगी। माथुर ने कहा, “मैंने एसोसिएशन के सदस्यों और डॉक्टरों के साथ सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की टीम से मुलाकात की। चूंकि उनकी मांगों के संबंध में कोई समाधान नहीं निकला, इसलिए हड़ताल एक और दिन जारी रहेगी।”

यह भी स्पष्ट किया कि रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे, लेकिन आपातकालीन सेवाएं पहले की तरह जारी रहेंगी। उधर आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों और छात्रों का प्रदर्शन जारी है। उन्होंने कहा है कि उनकी मांगें पूरी होने तक वे अपनी हड़ताल जारी रखेंगे। इस तरह से मेडिकल कॉलेज में हड़ताल का आज पांचवां दिन होगा। डॉक्टरों की हड़ताल के कारण अस्पतालों में सेवाएं बाधित हो रही हैं।

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बाबा रामदेव को भ्रामक विज्ञापन मामले में बड़ी राहत

सुप्रीम कोर्ट ने लिखित माफीनामे के बाद बंद किया केस

नई दिल्ली 13 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : सुप्रीम कोर्ट ने योगगुरु रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के आचार्य बालकृष्ण को बड़ी राहत देते हुए उनके खिलाफ अवमानना का केस बंद कर दिया है। रामदेव और बालकृष्ण ने लिखित में माफी मांगी और कहा कि आगे से गुमराह करने वाले विज्ञापनों और पतंजलि के उत्पादों को लेकर भ्रामक दावे नहीं किए जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने भ्रामक विज्ञापन मामले में योग गुरु रामदेव, उनके सहयोगी बालकृष्ण और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को जारी अवमानना ​​नोटिस पर 14 मई को अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था।

 इससे पहले पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया कि उसने उन 14 उत्पादों की बिक्री रोक दी है, जिनके निर्माण लाइसेंस उत्तराखंड राज्य लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने अप्रैल में निलंबित कर दिए थे। कंपनी ने जस्टिस हिमा कोहली और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को बताया था कि उसने 5,606 फ्रेंचाइजी स्टोर को इन उत्पादों को वापस लेने का निर्देश दिया है। इसी के बाद बेंच ने पतंजलि आयुर्वेद से एक एफिडेविट फाइल करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि हलफनामा दायर करके बताना होगा कि विज्ञापन हटाने के लिए सोशल मीडिया मंचों से किए गए अनुरोध पर अमल किया गया है और इन 14 उत्पादों के विज्ञापन वापस ले लिए गए हैं।

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बॉलीवुड लीजेंड फिल्म फेस्टिवल 2024 का आयोजन 15 अगस्त को

13.08.2024 – कृष्णा चौहान फाउंडेशन (केसीएफ) के बैनर तले डॉ कृष्णा चौहान, अंधेरी (वेस्ट), मुम्बई स्थित इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के प्रेक्षागृह में 15 अगस्त को बॉलीवुड के नामचीन हस्तियों की उपस्थिति में बॉलीवुड लीजेंड फिल्म फेस्टिवल 2024 का आयोजन करने जा रहे हैं।

इस फिल्म फेस्टिवल में हिंदी फिल्म, शॉर्ट फिल्म, विज्ञापन फिल्म, एल्बम, वेब सीरीज का प्रदर्शन किया जाएगा और सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट को पुरस्कृत किया जाएगा।

इसमे कई श्रेणियों में सम्मान दिए जाएंगे जैसे सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म, सर्वश्रेष्ठ शॉर्ट फिल्म, सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री, सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता, सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखक, सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड फीचर फिल्म, सर्वश्रेष्ठ छायाकार, सर्वश्रेष्ठ फैशन डिजाइनर, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ फिल्म संपादक, सर्वश्रेष्ठ मेकअप कलाकार, सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन डिजाइनर, सर्वश्रेष्ठ बैकग्राउंड स्कोर, सर्वश्रेष्ठ गीत, सर्वश्रेष्ठ स्पेशल इफेक्ट्स, सर्वश्रेष्ठ निर्माता, सर्वश्रेष्ठ गायक, सर्वश्रेष्ठ गायिका, सर्वश्रेष्ठ संगीतकार, सर्वश्रेष्ठ गीतकार, सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक, सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्म, सर्वश्रेष्ठ वेब फिल्म और सर्वश्रेष्ठ म्युज़िक वीडियो।

इस आयोजन को लेकर डॉ कृष्णा चौहान बॉलीवुड में चर्चा का विषय बने हुए हैं। विदित हो कि गोरखपुर यूपी के मूल निवासी डॉ कृष्णा चौहान पिछले 20 वर्षों से बॉलीवुड में सक्रिय हैं। इन्होंने अपना फिल्मी सफर बतौर सहयक निर्देशक शुरू किया था। इन्होंने कई एड फिल्म्स, म्यूजिक वीडियो बनाया है। डॉ कृष्णा चौहान न केवल एक कामयाब फ़िल्म निर्देशक एवं चर्चित समाज सेवक हैं बल्कि अवार्ड्स फंक्शन करने के मामले में सबसे अधिक सुर्खियों में रहने वाले पर्सनाल्टी माने जाते हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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‘खेल खेल में’…….! बाजी मार गए अक्षय…..!

13.08.2024  –  टी-सीरीज़ फिल्म, वाकाऊ फिल्म्स और केकेएम फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, विपुल डी शाह, अश्विन वर्दे, राजेश बहल, शशिकांत सिन्हा और अजय राय द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित और मुदस्सर अज़ीज़ द्वारा निर्देशित कॉमेडी-ड्रामा फिल्म ‘खेल खेल में’ 15 अगस्त को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म से खिलाड़ी कुमार अक्षय को काफी उम्मीद है।

वैसे पिछले कुछ वर्षों में, अक्षय कुमार ने कई चुनौतियों का सामना किया है। आलोचकों, प्रशंसकों और यहां तक कि सामान्य दर्शकों ने भी यह सलाह दी कि अक्षय कुमार को अपनी पूर्व की चमक वापस पाने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं। लेकिन अब, ‘खेल खेल में’ की आगामी रिलीज के साथ, ऐसा लगता है कि अक्षय कुमार की स्थिति बदलाव की कगार पर हैं।

उनका इस फिल्म के साथ धमाकेदार कमबैक होने वाला है। फिल्म ‘खेल खेल में’ के प्रचार अभियान को पूरे भारतवर्ष में अत्यधिक सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है, इसके गाने स्वाभाविक रूप से लोकप्रिय हो रहे हैं और 15 अगस्त को रिलीज की चर्चा राष्ट्रीय स्तर पर स्पष्ट रूप से देखी जा रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री एक साथ सांस रोके हुए है, यह देखने के लिए कि अक्षय कुमार एक ऐसी प्रदर्शन देने वाले हैं जो सभी को महसूस कराएगा कि अक्षय अभी भी एक ताकतवर अभिनेता हैं।

फिल्म ‘खेल खेल में’ को अक्षय का कॉमेडी जॉनर में पुनः लौटना माना जा रहा है। इस फिल्म के ट्रेलर ने ही सिनेप्रेमियों के बीच उत्सुकता को जन्म दिया है, प्रशंसकों और आलोचकों के द्वारा इसे एक संभावित धमाकेदार वापसी की वजह की संज्ञा दी जा रही है। ‘खेल खेल में’ के ट्रेलर लॉन्चिंग के समय अक्षय में काफी बदलाव देखा गया। अक्षय कुमार आत्मविश्वास और आकर्षण से भरे हुए थे और पिछले असफलताओं को बड़े ही परिपक्वता के साथ कम शब्दों में कह गए। अपनी रणनीति में बदलाव लाना, फिल्म को अपनी खुद की स्टार पावर से उपर रखना।

उनके करियर के एक नए अध्याय की ओर इंगित करता है। हाल के दिनों में उन्होंने अपनी फिल्म को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपने जीवन से जुड़ी व्यक्तिगत पहलुओं को सिनेप्रेमियों के बीच खुली किताब की तरह साझा किया है। चाहे वह बशीर बद्र की एक भावनात्मक कविता के माध्यम से हो या उनके पारिवारिक जीवन की सच्ची झलकियों के माध्यम से।

ये अक्षय कुमार की दूरदृष्टि का परिचायक है। अक्षय कुमार में आए बदलाव के कारण प्रशंसक बड़ी संख्या में साकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं, एक ऐसे सितारे के समर्थन में जुट रहे हैं जो उन्हें एहसास दिला रहा है कि वह उनकी समर्थन और फीडबैक को महत्व देता है। पारंपरिक मीडिया चैनलों को दरकिनार करके, अक्षय कुमार अब अपने दर्शकों के साथ एक मजबूत, व्यवहारिक व्यक्तिगत संबंध विकसित कर रहे हैं। एक ऐसा संबंध जो ‘खेल खेल में’ की रिलीज के लिए अनमोल साबित हो सकता है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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सूर्या स्टारर ‘कंगुवा’ का नया पोस्टर जारी…..

फिल्म का ट्रेलर 12 अगस्त को रिलीज होगा

13.08.2024  –  स्टूडियो ग्रीन द्वारा निर्मित और शिवा द्वारा निर्देशित बहुप्रतीक्षित सूर्या स्टारर ‘कंगुवा’ का नया पोस्टर सोशल मीडिया पर जारी किया गया है। इस साल की सबसे बड़ी और सबसे महंगी इस फिल्मकी शूटिंग अलग अलग कॉन्टिनेंट्स के 7 अलग देशों में की गई है।

मेकर्स के दिमाग में फिल्म के लिए एक अपनी तरह का लुक है, क्योंकि यह प्रीहिस्टोरिक पीरियड को दिखाने वाली अनोखी फिल्म है। मेकर्स ने टेक्निकल डिपार्टमेंट जैसे एक्शन और सिनेमेटोग्राफी के लिए हॉलीवुड एक्सपर्ट्स को हायर किया है। फिल्म में कुल 10 हजार लोगों से ज्यादा के साथ शूट किया गया, सबसे बड़ा वॉर सीक्वेंस भी है।

350 करोड़ से ज़्यादा के अनुमानित बजट की इस फिल्म का ट्रेलर 12 अगस्त को रिलीज़ किया जाएगा। इस फिल्म को 10 अक्टूबर को बड़े लेवल पर दुनिया भर में एक साथ रिलीज करने के लिए स्टूडियो ग्रीन ने टॉप डिस्ट्रीब्यूशन हाउसेज के साथ हाथ मिलाया है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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