श्रेयस अय्यर का आईपीएल 2023 और डब्ल्यूटीसी फाइनल में खेलना संदिग्ध

नई दिल्ली,06 अपै्रल (एजेंसी)। भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर का इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 के पूरे सीजन और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल से बाहर होने की संभावना है।

अय्यर ने अहमदाबाद में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट मैच के दौरान अपनी पीठ के निचले हिस्से में सूजन की शिकायत की और बल्लेबाजी करने में सक्षम नहीं थे।

वह इस बार-बार होने वाली पीठ की चोट से उबर नहीं पाए और अंत में उनकी सर्जरी की गई जो उन्हें कम से कम तीन महीने के लिए मैदान से दूर रखेगी।

रिपोर्ट के अनुसार, अय्यर आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल से बाहर हो जाएंगे, जो भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 जून से इंग्लैंड के लंदन में द ओवल में खेला जाएगा।

28 वर्षीय अय्यर को पहली बार बांग्लादेश दौरे के समापन के ठीक बाद पिछले दिसंबर में पीठ में तकलीफ का अनुभव हुआ था। वह घर में न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टेस्ट से चूक गए।

हालांकि वह दूसरा और तीसरा टेस्ट खेलने के लिए लौटे, अंतिम टेस्ट के दौरान दर्द फिर से उभर आया, जहां उन्होंने दो दिनों तक क्षेत्ररक्षण किया। वह मैच में भारत की एकमात्र पारी के दौरान बल्लेबाजी करने नहीं आए, यह मैच ड्रॉ समाप्त हुआ।

चिकित्सा पेशेवरों से परामर्श के बाद, अय्यर को आईपीएल के पहले भाग से बाहर कर दिया गया था। भले ही कोलकाता नाइट राइडर्स ने अनुमान लगाया था कि वह सीजऩ के दूसरे भाग में वापस आ जाएंगे, लेकिन यह मुमकिन होता नहीं दिख रहा।

अय्यर बैंगलोर में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में बीसीसीआई की मेडिकल टीम की देखरेख में हैं।अय्यर की अनुपस्थिति में, जो कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान थे, नीतीश राणा आईपीएल 2023 में कोलकाता की टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।

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धोनी के विश्व कप विजयी छक्के का स्मारक बनाएगा एमसीए

मुंबई 05 अपै्रल (एजेंसी)।  मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) की शीर्ष परिषद ने वानखेड़े स्टेडियम में उस स्थान पर एक ‘स्मारक’ बनाने का फैसला लिया है जहां महेंद्र सिंह धोनी ने छक्का लगा कर 2011 विश्व कप फाइनल भारत को जिताया था।

प्रतिष्ठित स्टेडियम में धोनी के नाम पर एक विशेष सीट का नाम भी रखा जायेगा।

एमसीए के अध्यक्ष अमोल काले ने कहा कि जिस जगह पर धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ शिखर मुकाबले में मैच विजयी छक्का लगाया था, उसकी पहचान कर ली गयी है और भारत के पूर्व कप्तान का सम्मान करने के लिये सर्वसम्मति से धोनी के नाम पर एक स्थायी सीट का नाम रखने का निर्णय लिया गया है।

एमसीए ने हालांकि अभी यह तय नहीं किया है कि ‘स्मारक’ का उद्घाटन कब किया जाएगा। काले ने कहा कि एमसीए धोनी से संपर्क करेगा और उनसे उचित समय मांगेगा।

गौरतलब है कि चेन्नई सुपर किंग्स आठ अप्रैल को वानखेड़े स्टेडियम पर मुंबई इंडियंस से मुकाबला करेगी। एमसीए के अधिकारियों ने मैच से पहले धोनी की उपस्थिति में सीट का उद्घाटन करने की योजना बनायी है।

उल्लेखनीय है कि भारत ने विश्व कप 2011 के खिताबी मुकाबले में श्रीलंका को हराकर विश्व चैंपियन का ताज अपने सिर सजाया था। श्रीलंका ने भारत के सामने 275 रन का लक्ष्य रखा था और धोनी ने 49वें ओवर में नुवन कुलासेकरा को छक्का जड़कर भारत को जीत दिलाई थी।

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इस साल भी धोनी की आय पिछले साल के बराबर, झारखंड में सबसे बड़े इंडिविजुअल टैक्सपेयर

रांची 05 अपै्रल (एजेंसी)। इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद भी क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की सालाना आय पर कोई असर नहीं पड़ा है। वित्त वर्ष 2022-23 में उनकी आमदनी बीते साल यानी 2021-22 की आय के लगभग बराबर रहने की उम्मीद जताई जा रही है।

आयकर विभाग में उनकी ओर से जमा किया गया एडवांस टैक्स इसकी तस्दीक करता है। धोनी ने इस साल 31 मार्च को खत्म हुए वित्तीय वर्ष के लिए आयकर विभाग को कुल 38 करोड़ रुपए बतौर एडवांस टैक्स चुकाए हैं।

पिछले साल यानी वर्ष 2021-22 में भी उन्होंने इतनी ही राशि एडवांस टैक्स के रूप में जमा की थी। यानी इस साल उनकी आमदनी पिछले साल के बराबर रही है। वर्ष 2020-21 में धोनी ने एडवांस टैक्स के तौर पर 30 करोड़ के आसपास की रकम जमा की थी।

आयकर विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार महेंद्र सिंह धोनी इस साल भी झारखंड के सबसे बड़े इंडिविजुअल टैक्स पेयर रहे हैं।

विशेषज्ञों के मुताबिक, धोनी की ओर से जमा कराये गये 38 करोड़ के एडवांस टैक्स के आधार पर वर्ष 22-23 में उनकी आय लगभग 130 करोड़ के आसपास रहने की उम्मीद है।

आयकर विभाग के आंकड़ों के मुताबिक धोनी ने जबसे इंटरनेशनल क्रिकेट के करियर की शुरूआत की, तभी से लगातार झारखंड में व्यक्तिगत श्रेणी में सबसे बड़े आयकर दाता हैं। वर्ष 2019-20 में उन्होंने 28 करोड़ और इसके पहले 2018-19 में भी लगभग इतनी ही राशि आयकर के तौर पर चुकायी थी।

इसके पहले उन्होंने 2017-18 में 12.17 करोड़ और 2016-17 में 10.93 करोड़ का इनकम टैक्स चुकाया था।

जाहिर है, 15 अगस्त 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से बतौर प्लेयर दूरी बनाने के बावजूद धोनी बिजनेस की पिच पर भी शानदार पारी खेल रहे हैं। क्रिकेटर के तौर पर आईपीएल से भी उन्होंने इस साल विदाई का ऐलान कर दिया है।

पूर्व भारतीय कप्तान ने कई कंपनियों में निवेश किया है। स्पोर्ट्स वेयर, होम इंटीरियर की कंपनी होमलेन, पुरानी कारों की खरीद-बिक्री करने वाली कंपनी कार्स 24, स्टार्टअप कंपनी खाता बुक, स्पोर्ट्स कंपनी रन एडम, क्रिकेट कोचिंग और ऑर्गेनिक फार्मिंग में भी उन्होंने निवेश किया है। रांची में वह लगभग 43 एकड़ भूमि में ऑर्गेनिक फार्मिंग करवाते हैं।

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भारतीय भारोत्तोलकों ने दो कांस्य पदक जीते

*विश्व युवा चैम्पियनशिप*

नयी दिल्ली, 26 मार्च (एजेंसी)। भारतीय भारोत्तोलक धनुष लोगानाथन और ज्योश्ना साबर ने अल्बानिया के डुरेस में चल रही आईडब्ल्यूएफ विश्व युवा चैम्पियनशिप के शुरूआती दिन अपने वजन वर्गों में कांस्य पदक जीते।

महिलाओं के 40 किग्रा वजन वर्ग में हिस्सा ले रहीं 14 वर्षीय ज्योश्ना ने शनिवार की रात कुल 115 किग्रा (स्नैच में 53 किग्रा और क्लीन एवं जर्क में 62 किग्रा) का वजन उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया।

ज्योश्ना ने स्नैच वर्ग में रजत पदक जीता लेकिन वह क्लीन एवं जर्क वर्ग में सात भारोत्तोलकों में छठे स्थान पर थीं।

वहीं धनुष ने पुरूषों की 49 किग्रा स्पर्धा में कुल 200 किग्रा (88 किग्रा और 112 किग्रा) का वजन उठाया जिससे वह फिलीपींस के प्रिंस के. डेलोस सांतोस और इरोन बोरेस से पीछे तीसरे स्थान पर रहे।

इस 16 वर्षीय भारोत्तोलक ने स्नैच वर्ग में रजत पदक जीता। युवा चैम्पियनशिप में 13 से 17 वर्ष के भारोत्तोलक हिस्सा ले सकते हैं।

महाद्वीपीय और विश्व चैम्पियनशिप में स्नैच, क्लीन एवं जर्क तथा कुल वजन वर्ग में पदक अलग अलग दिए जाते हैं लेकिन ओलंपिक खेलों में कुल वजन वर्ग के लिये केवल एक पदक दिया जाता है।

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मुंबई और दिल्ली के बीच फाइनल में रोचक मुकाबले की उम्मीद

मुंबई, 26 मार्च (एजेंसी)। कप्तान हरमनप्रीत कौर की खराब फॉर्म के बावजूद मुंबई इंडियंस की टीम दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ रविवार को यहां होने वाले महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) फाइनल में खिताब जीतने के लिए अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ेगी।भारतीय कप्तान ने टूर्नामेंट के शुरू में तीन अर्धशतक जमाए थे लेकिन वह अपनी इस फॉर्म को बरकरार नहीं रख पाई। उन्होंने यूपी वारियर्स के खिलाफ एलिमिनेटर में केवल 14 रन बनाए। इस मैच में नैट साइवर ब्रंट ने शुरू में मिले जीवनदान का फायदा उठाकर नाबाद 72 रन की पारी खेली और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया।मुंबई को फाइनल में यदि बड़ा स्कोर खड़ा करना है तो हरमनप्रीत हो अच्छी पारी खेलनी होगी जबकि साइवर ब्रंट को भी अहम योगदान देना होगा।

ऑस्ट्रेलिया की दिग्गज और दिल्ली की कप्तान मेग लैनिंग मुंबई की कप्तान की लचर फॉर्म का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करेगी।दिल्ली कैपिटल्स ने धीरे-धीरे लय हासिल करके मुंबई को अंक तालिका में शीर्ष से हटाया था। उसकी तरफ से बल्लेबाजी में अभी तक लैनिंग और दक्षिण अफ्रीका की ऑलराउंडर मारिजान कैप ने शानदार प्रदर्शन किया है।इसके बावजूद इन दोनों टीमों में से किसी को भी फाइनल में जीत का प्रबल दावेदार नहीं माना जा सकता है। दोनों टीमों के प्रदर्शन को देखते हुए खिताबी मुकाबला रोमांचक होने की संभावना है।
लीग चरण में दिल्ली और मुंबई ने एक दूसरे के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज की थी। इन दोनों टीमों ने लीग चरण में समान 12 अंक हासिल किए थे

लेकिन दिल्ली की टीम बेहतर रन रेट के आधार पर चोटी पर रही।फाइनल ब्रेबोर्न स्टेडियम पर खेला जाएगा जिसमें मुंबई में अभी तक अपने तीनों मैच जीते हैं। दिल्ली ने इस मैदान पर दो मैच जीते जबकि एक मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा।मुंबई की तरफ से अभी तक साइवर ब्रंट ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने अभी तक टूर्नामेंट में 272 रन बनाने के अलावा 10 विकेट भी लिए हैं।

मुंबई के पास हेली मैथ्यूज के रूप में एक और उपयोगी ऑलराउंडर है जिन्होंने अभी तक 258 रन बनाने के अलावा 13 विकेट भी लिए हैं। इसके अलावा यास्तिका भाटिया ने बल्लेबाजी में आक्रामक रवैया दिखाया है।जहां तक मुंबई की गेंदबाजी का सवाल है तो सैका इशाक ने 15 विकेट लेकर अपनी उपयोगिता साबित की है। इसके अलावा उसके पास इसाबेल वोंग (13 विकेट) और अमेलिया केर (12) जैसे उपयोगी गेंदबाज हैं।

दिल्ली की कप्तान लैनिंग पहले डब्ल्यूपीएल का खिताब जीतकर अपने नाम पर एक और ट्रॉफी दर्ज करना चाहेंगी। उनकी अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया ने हाल में दक्षिण अफ्रीका में रिकॉर्ड पांचवी बार टी20 विश्वकप का खिताब जीता था। ऑस्ट्रेलिया की कप्तान ने अभी तक डब्ल्यूपीएल में सर्वाधिक 310 रन बनाए हैं।दिल्ली की तरफ से मारिजान कैप और एलिस कैप्सी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उसे अगर खिताब जीतना है तो उसकी टीम में शामिल भारतीय खिलाडिय़ों जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली वर्मा, शिखा पांडे और राधा यादव को ही अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
टीम इस प्रकार हैं:

दिल्ली कैपिटल्स : मेग लैनिंग (कप्तान), जेमिमा रोड्रिग्स, शेफाली वर्मा, एलिस कैप्सी, राधा यादव, शिखा पांडे, मारिजान कैप, टाइटस साधु, लौरा हैरिस, तारा नॉरिस, जसिया अख्तर, मिन्नू मणि, तान्या भाटिया (विकेटकीपर) , पूनम यादव, जेस जोनासेन, स्नेहा दीप्ति, अरुंधति रेड्डी, अपर्णा मंडल।

मुंबई इंडियंस: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), नैट साइवर-ब्रंट, अमेलिया केर, पूजा वस्त्राकर, यस्तिका भाटिया (विकेटकीपर), हीथर ग्राहम, इसाबेल वोंग, अमनजोत कौर, धारा गुज्जर, सैका इशाक, हेली मैथ्यूज, क्लो ट्राईन, हुमायरा काजी, कोमल जंजाद, प्रियंका बाला, सोनम यादव, नीलम बिष्ट, जिंतमणि कलिता।मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा।

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नीतू और स्वीटी बनी विश्व चैम्पियन

नयी दिल्ली, 26 मार्च (एजेंसी)। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किग्रा) और अनुभवी मुक्केबाज स्वीटी बूरा (81 किग्रा) शनिवार को यहां महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में अलग अलग अंदाज में जीत से विश्व चैम्पियन बनीं और इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया।

नीतू ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग को 5-0 से हराकर न्यूनतम वजन वर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम किया। स्टेडियम में बीजिंग ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और नीतू के आदर्श विजेंदर सिंह भी मौजूद थे।

स्वीटी ने लाइट हेवीवेट वर्ग में चीन की वांग लिना की चुनौती से पार पाते हुए 4-3 से जीत हासिल की और भारत को दोहरी सफलता दिलायी।
दिन के पहले मुकाबले में भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज नीतू ने आक्रामक शुरूआत की, पहले राउंड में वह 5-0 से आगे थी। दूसरे राउंड में उन्होंने सीधे मुक्के जड़े। अल्तानसेतसेग ने जब जवाबी हमला किया तो इस भारतीय मुक्केबाज ने अपनी प्रतिद्वंद्वी से अच्छा बचाव किया।

दोनों मुक्केबाज करीब होकर खेल रही थी और एक दूसरे को जकड़ रही थी जिसमें दूसरे राउंड के अंत में नीतू पर ‘पेनल्टीÓ से अंक कांट लिये गये।

दूसरे राउंड में मंगोलियाई मुक्केबाज की मजबूत वापसी के बावजूद नीते इसे 3-2 से अपने हक में करने में सफल रही।

फिर अंतिम तीन मिनट में नीतू ने दूर से शुरूआत की और अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए फिर करीब से खेलने लगीं जिसमें अल्तानसेतसेग का भी प्रतिद्वंद्वी को जकडऩे के लिये एक अंक काट लिया गया। अंत में भारतीय मुक्केबाज विजेता रहीं ।

पहले तीन मुकाबले आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीतने वाली नीतू ने पूरे टूर्नामेंट में दबदबे भरा प्रदर्शन किया।

इस जीत से 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू विश्व चैम्पियन खिताब हासिल करने वाली छठी भारतीय मुक्केबाज बनी।

नीतू ने कहा, ”मैंने आज मुकाबले में आक्रामक खेलने का फैसला किया और मैं जीत के बाद बहुत खुश हूं। मुझे खुद पर, अपने परिवार पर गर्व है और मैं अपने कोचों विशेषकर मुख्य कोच भास्कर सर को शुक्रिया कहना चाहूंगी। ÓÓ

दिन के अंतिम मुकाबले में 2014 की रजत पदक विजेता स्वीटी अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहीं।

हरियाणा की इस मुक्केबाज ने मैच शुरू होते ही आक्रामकता बरती लेकिन वह मुक्के सही जगह पर नहीं जड़ सकीं और वांग ने तेजी से उनके हमलों को पस्त किया। लेकिन फिर स्वीटी ने एक मजबूत मुक्का जड़कर दर्शकों को खुश कर दिया और इसके बाद उन्होंने इसी तरह खेलना जारी रखते हुए पहले दो राउंड में 3-2 से पछाड़ा।

दोनों मुक्केबाज एक दूसरे को पछाडऩे के लिये एक दूसरे को गिराने की कोशिश कर रही थीं और जकड़ रही थीं।

तीसरे राउंड में स्वीटी ने रक्षण में मिला जुलाकर हमले किये लेकिन वांग ने इसे 4-1 से अपने नाम किया।

इसके बाद मुकाबला रिव्यू के लिये भेजा गया और स्वीटी विजेता रहीं।

ये दोनों अब उन एलीट मुक्केबाजों की सूची में शामिल हो गयी हैं जिसमें छह बार की चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आर एल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत जरीन (2022) शामिल हैं।

मेजबान भारत इस तरह स्वर्ण पदक के मामले में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी की ओर बढ़ रहा है जिसमें मौजूदा चैम्पियन निकहत जरीन और ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन रविवार को रिंग में उतरेंगी।

भारत ने 2006 चरण में चार स्वर्ण पदक जीते थे।

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मनिका और श्रीजा के साथ अन्य वरीय खिलाड़ी राउंड 32 में

जम्मू, 26 मार्च। शीर्ष वरीय मनिका बत्रा और दूसरी वरीयता प्राप्त गत चैम्पियन श्रीजा अकुला ने शनिवार को यहां 84वीं सीनियर राष्ट्रीय टेबल टेनिस चैम्पियनशिप के महिला एकल में अपने प्रतिद्वंद्वियों को आसानी से शिकस्त देकर राउंड 32 में प्रवेश किया।

अन्य वरीय खिलाडिय़ों में रीथ रिष्या, दीया चिताले, सुतिर्था मुखर्जी, अनुशा कुटुम्बाले, स्वस्तिका घोष और प्राप्ति सेन ने भी आसान जीत दर्ज की।

हालांकि अंकिता दास और पेल्फ तथा पूर्व राष्ट्रीय चैम्पियन शमिनी कुमारेशन और देशना वंशिका के बीच चुनौतीपूर्ण मुकाबले से सभी की दिलचस्पी इन मैचों के नतीजे पर लगी। हालांकि अंकिता अगले दौर में पहुंचने में सफल रही जबकि शमिनी को हार मिली।

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नीतू, निकहत, लवलीना और स्वीटी फाइनल में

नई दिल्ली 25 मार्च (एजेंसी)। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 चैम्पियन नीतू घनघस, मौजूदा विश्व चैम्पियन निकहत जऱीन, टोक्यो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी बूरा महिंद्रा आईबीए विमेंस वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप के फाइनल में भारत की चुनौती पेश करेंगी।

भारत और चीन की मुक्केबाज अपने शानदार अभियान के दम पर स्वर्ण पदक के प्रबल दावेदार होंगी। इन दोनों देशों की चार-चार मुक्केबाजों की निगाहें शनिवार और रविवार को यहां इंदिरा गांधी खेल परिसर में खेली जाने वाली फाइनल बाउट जीतकर गोल्ड मेडल पर टिकी होंगी।
दूसरी ओर, चीन की चार मुक्केबाज वू यू (52 किग्रा), यांग चेंगयु (63 किग्रा), यांग लियू (66 किग्रा) और वांग लीना (81 किग्रा) फाइनल में पहुंची हैं, जिनका लक्ष्य स्वर्ण पदक जीतने का होगा।

भारत के स्वर्ण पदक के अभियान की शुरुआत दो बार की यूथ वर्ल्ड चैम्पियन नीतू (48 किग्रा) के मुकाबले से होगी, जो शनिवार को फाइनल बाउट में दो बार की एशियाई चैम्पियनशिप में कांस्य पदक विजेता मंगोलिया की लुत्सेखान अल्तांसेटसेग से भिड़ेंगी। 22 वर्षीया नीतू अपनी दूसरी वर्ल्ड चैम्पियनशिप में प्रतिस्पर्धा कर रही हैं। उनका अब तक का अभियान शानदार रहा है। इस दौरान उन्होंने रेफरी स्टॉप कॉन्टेस्ट (आरएससी) फैसलों के जरिये तीन बाउट जीती है और फाइनल में भी वह इसी लय को बरकरार रखने की कोशिश करेंगी।

नीतू ने कहा, पिछली बार (वर्ल्ड चैम्पियनशिप क्वार्टर फाइनल में) हारने के बाद से कजाखस्तान के खिलाफ जीतना मेरे लिए सबसे अधिक दबाव वाला था और जीतने के बाद मैं खुद में आत्मविश्वास महसूस कर रही हूं। मैं अपने खेल में बहुत सुधार देख सकती हूं क्योंकि पहले मैं सिर्फ एक ही तरह का खेल खेलती थी लेकिन अब मुझे पता है कि अपने अलग-अलग प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अपनी तकनीक को कैसे बदलनी है, और मुझे यकीन है कि मैं इसी तरह का प्रदर्शन आगे भी जारी रखूंगी। मैंने फाइनल के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी के मुकाबले नहीं देखे हैं, लेकिन मैं उसके मुकाबले देखूंगी और उसी के अनुसार तैयारी करूंगी। जहां तक आक्रामकता का सवाल है तो वो मुकाबले पर निर्भर करेगा।

निकहत (50 किग्रा) अपने खिताब का बचाव करके लगातार वर्ल्ड चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वह रविवार को फाइनल में दो बार की एशियाई चैम्पियन और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक विजेता वियतनाम की गुयेन थी टैम से भिड़ेंगी। तेलंगाना की स्टार मुक्केबाज इस बार लाइट फ्लाईवेट कैटेगरी में उतरी हैं, लेकिन इसके बावजूद वह अब तक अपनी सभी प्रतिद्वंद्वियों पर हावी रही हैं, जिसमें अल्जीरिया की अफ्रीकी चैम्पियन रौमेसा बौआलम, दो बार की वर्ल्ड ब्रॉन्ज मेडलिस्ट थाईलैंड की चुथमत रक्सत और रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता कोलंबिया का इंग्रिट वालेंसिया शामिल हैं।

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डब्लूपीएल : यूपी को रौंद कर मुबंई फाइनल में

मुबंई 25 मार्च (एजेंसी)।  नेट साइवर-ब्रंट (72 नाबाद) की तूफानी अर्धशतकीय पारी के बाद इजी वोंग (15 रन पर चार विकेट) की कातिलाना गेंदबाजी की मदद से मुबंई इंडियन ने वुमेन प्रीमियर लीग (डब्लूपीएल) के एलिमिनेटर मुकाबले में यूपी वारियर्स को 72 रनों से रौंद कर दिल्ली कैपिटल्स के साथ फाइनल खेलने का टिकट हासिल किया।

डीवाई पाटिल स्टेडियम में मुबंई इंडियन ने पहले बल्लेबाजी करते हुये निर्धारित 20 ओवर में चार विकेट खोकर 182 रन बनाये थे और यूपी वारियर्स को जीत के लिये 183 रनो का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया था मगर यूपी की टीम 17.4 ओवर के खेल में मात्र 110 रन ही बना सकी।
यूपी वारियर्स की ओर से किरण नवगिरे (43) ही मुबंई की गेंदबाजों का मुकाबला कर सकी। उन्होने 27 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के जमाकर यूपी की उम्मीदों को कुछ हद तक जिंदा रखा मगर दूसरे छोर पर आये बल्लेबाजों ने उनका साथ नहीं दिया। यूपी की छह खिलाड़ी तो दहाई के अंक तक भी अपने स्कोर को पहुंचाने में असफल रहीं।

इससे पहले मुबंई इंडियन की हरफनमौला ब्रंट ने एक छोर पर टिक कर यूपी की लड़कियों के छक्के छुड़ाते हुये मैदान के चारों ओर आकर्षक शाट खेले। उन्होने पहले हेली मैथ्यूज (26), कप्तान हरमनप्रीत कौर (14) और फिर अमेलिया केर (29) के साथ जोड़ी बनाकर स्कोरबोर्ड की रफ्तार को बनाये रखा। पूरी लय में बल्लेबाजी कर रही ब्रंट ने 189 के स्ट्राइक रेट से खेली गयी पारी में नौ चौके और दो छक्के उड़ाये।
टास जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला करने उतरी वारियर्स के गेंदबाजों के सामने ब्रंट का आज फिलहाल कोई तोड़ नही था। सोफी एक्लेस्टोन ने 39 रन देकर दो विकेट झटके जबकि पार्शवी चोपड़ा और अंजलि सारवानी को एक एक विकेट हासिल हुआ।

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मुंबई इंडियंस ने अमेरिकी टी20 लीग में टीम खरीदी

मुंबई 23 मार्च,। मुंबई इंडियंस ने अमेरिका में इस साल से होने वाले टी20 टूर्नामेंट ‘मेजर लीगÓ में न्यूयॉर्क फ्रेंचाइजी के मालिकाना अधिकार हासिल किये हैं।

एमआई ने विज्ञप्ति में बताया कि फ्रेंचाइजी का नाम ‘न्यूयॉर्क एमआई’ रखा गया है। छह टीमों के इस टूर्नामेंट में एमआई के अलावा कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर), दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) भी हिस्सा ले रही हैं।

केकेआर ने लॉस एंजिलिस, सीएसके ने डालास और कैपिटल्स ने सिएटल ओरकास की टीमों के मालिकाना अधिकार हासिल किये हैं। टी20 लीग में दो अन्य टीमें वाशिंगटन डीसी और सैन फ्रांसिस्को की होंगी।

इस खरीद के साथ एमआई के पास चार देशों में कुल पांच टी20 टीमें हो गयी हैं। फ्रेंचाइजी के पास इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में मुंबई इंडियंस, साउथ अफ्रीका टी20 लीग में एमआई केपटाउन और दुबई टी20 लीग में एमआई अमीरात के मालिकाना अधिकार हैं।

मेजर लीग में न्यूयॉर्क की टीम को खरीदने पर नीता अंबानी ने कहा, हम अपनी नयी टीम का स्वागत करने के लिये रोमांचित हैं। अमेरिका में पहली क्रिकेट लीग में प्रवेश के साथ ही, एमआई परिवार लगातार बढ़ रहा है।

हम मुंबई इंडियंस को निडर और मनोरंजक क्रिकेट के वैश्विक ब्रांड के तौर पर स्थापित करने में सक्षम होने की आशा करते हैं। यह एमआई के लिये एक और नयी शुरुआत है। हम आगे के रोमांचक सफर का इंतजार कर रहे हैं।

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महिला विश्व चैंपियनशिप में भारत के चार पदक पक्के

नयी दिल्ली 23 मार्च (एजेंसी)। निखत जऱीन, लवलीना बोरगोहेन, नीतू घंघास और स्वीटी बूरा की दमदार चौकड़ी ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने-अपने क्वार्टरफाइनल मुकाबले जीतकर भारत के लिये चार पदक सुनिश्चित कर लिये।

इंदिरा गांधी स्टेडियम पर जारी प्रतियोगिता में लवलीना (75 किग्रा) ने शानदार फॉर्म जारी रखते हुए पिछले साल की कांस्य पदक विजेता मोजांबिक की रेडी ग्रामाने को 5-0 से हराया। निखत ने 50 किग्रा वर्ग के क्वार्टरफाइनल में थाईलैंड की छूतामत रक्षत को 5-2 से मात दी।

नीतू ने 48 किग्रा वर्ग में जापान की मदोका वाडा को आरएससी (रेफरी द्वारा मैच को रोका जाना) पद्धति से हराया, जबकि स्वीटी (81+ किग्रा) ने बेलारूस की विक्टोरिया केबिकावा को 5-0 की करारी शिकस्त दी।

दो बार की विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता रक्षत ने उत्तम दर्जे का खेल दिखाते हुए निखत को कड़ी टक्कर दी। गत विश्व चैंपियन निखत इस गलाकाट प्रतियोगिता में अपनी बेहतर तकनीकी क्षमता से जीत हासिल करने में कामयाब रहीं।

निखत ने जीत के बाद कहा, हां, आज का मुकाबला तनावपूर्ण था लेकिन मैं विभाजित निर्णय से जीती इसलिए मैं खुश हूं कि मैंने अपने देश के लिए पदक हासिल किया। आगे चलकर मैं स्वर्ण पदक भी जीतूंगा।

उन्होंने कहा, मेरी रणनीति आज पहले दो राउंड में जीतने की थी। मैंने दो राउंड 3:2 से जीते इसलिए अंतिम राउंड में मैंने दूर से खेलने का लक्ष्य रखा। अब तक मैंने जितनी भी बाउट खेली हैं, उनमें मुझे मुश्किल प्रतिद्वंदी मिले लेकिन मेरे लिये आगे बढ़ते रहना और उन्हें हराना एक अच्छा अनुभव रहा है। उम्मीद है कि मैं इसी तरह आगे बढ़ती रहूंगी और अपने देश के लिये लड़ूंगी।

निखत को जहां जीत हासिल करने के लिये कड़ा संघर्ष करना पड़ा, वहीं लवलीना, नीतू और स्वीटी ने एकतरफा मुकाबले जीतकर कांस्य पदक पक्के कर लिये।

लवलीना ने अपनी जीत पर कहा, कोचों ने मुझे बताया था कि आज कैसे खेलना है और उनकी योजना कारगर साबित हुई। मैं इस भार वर्ग में सहज महसूस करती हूं और प्रतियोगिताओं में अपने प्रदर्शन के साथ मैंने इसे अच्छी तरह से अपनाया है।

आज का पदक मेरे लिये बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन मैं कांस्य पदक से संतोष नहीं करना चाहती क्योंकि यह आगामी एशियाई खेलों के लिये भी महत्वपूर्ण होने जा रहा है।

ओलंपिक पदक विजेता लवलीना अब सेमीफाइनल में 2018 विश्व चैंपियन और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता चीन की ली कियान के खिलाफ रिंग में उतरेंगी। नीतू का सामना मौजूदा एशियाई चैंपियन कजाकिस्तान की अलुआ बाल्किबेकोवा से होगा।

नीतू ने मदोका को हराने के बाद कहा, अभी तक जो भी मुकाबले हुए हैं उनमें मैं अच्छी तरह तकनीक का इस्तेमाल कर सकी हूं। मैंने तीनों मैच आरएससी से जीते हैं। अगले मुक्केबाज पर इससे दबाव बनेगा और मुझे फायदा होगा।

उन्होंने कहा, हमारी पूरी टीम स्वर्ण पदक का लक्ष्य लेकर आयी है। हम अपना 100 प्रतिशत देकर स्वर्ण लेकर जायेंगे। पिछली बार मैं स्वर्ण से चूक गयी थी लेकिन इस बार मैं बेहतर तैयारी करके आयी हूं। भारत में घरेलू दर्शक होने से भी फायदा है इसलिये मैं स्वर्ण को हाथ से नहीं जाने दूंगी।

स्वीटी ने कहा, बेलारूस की मुक्केबाज़ (विक्टोरिया) एक विश्व पदक के साथ एक बहुत अच्छी मुक्केबाज़ है और अपरकट सहित हमारी दोनों ताकतें समान हैं। मुझे पता था कि मुझे अंत तक लडऩा होगा।

मैं आखिरी राउंड तक थोड़ा थक गयी थी लेकिन मेरे कोच रिंगसाइड से लगातार प्रेरित कर रहे थे। दर्शकों में मेरा परिवार भी था जिनमें से सभी को मुझसे बहुत उम्मीदें थीं। मेरी अगली बाउट निश्चित रूप से इससे बेहतर होगी क्योंकि मैं जितने मैच खेलती हूं उससे हमेशा बेहतर होती जाती हूं।

इस बीच, दो बार की विश्व चैंपियन साक्षी चौधरी (52 किग्रा), 2022 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन (57 किग्रा), जैस्मिन लम्बोरिया (60 किग्रा) और नूपुर श्योराण (+81 किग्रा) अच्छा प्रयास करने के बावजूद क्वार्टर फाइनल में हार गईं।

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मैकग्रा, हैरिस के अर्द्धशतकों से वॉरियर्स विजयी

मुंबई 22 मार्च(एजेंसी)। यूपी वॉरियर्स ने ग्रेस हैरिस (41 गेंद, 72 रन) और ताहलिया मैकग्रा (38 गेंद, 57 रन) के विस्फोटक अर्द्धशतकों की बदौलत विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में गुजरात जायंट्स को तीन विकेट से हराकर प्लेऑफ के लिये क्वालीफाई कर लिया।

जायंट्स ने ‘करो या मरो’ मुकाबले में दयालन हेमलता (57) और एशले गार्डनर (60) के अर्द्धशतकों की मदद से 178 रन बनाये। वॉरियर्स ने 179 रन का लक्ष्य 19.5 ओवर में हासिल करके जायंट्स को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।

जायंट्स को शुरुआती झटके लगने के बाद हेमलता और गार्डनर ने चौथे विकेट के लिये 108 रन की साझेदारी करके टीम को संकट से निकाला। हेमलता ने 33 गेंद पर छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 57 रन बनाये, जबकि गार्डनर ने 39 गेंद पर छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 60 रन बनाकर जायंट्स को दमदार स्कोर तक पहुंचाया।

लक्ष्य का पीछा करते हुए वॉरियर्स ने भी तीन विकेट जल्दी गंवा दिये, लेकिन हैरिस-मैकग्रा की जोड़ी एक बार फिर टीम को बचाने के लिये आगे आयी और चौथे विकेट के लिये 78 रन जोड़े।

वॉरियर्स ने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले इन दोनों बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिये, हालांकि उसे आखिरी ओवर में जीत के लिये सात रन की जरूरत थी। सोफी एकलेस्टन (19 नाबाद) ने पहली चार गेंद पर पांच रन लेने के बाद पांचवीं गेंद पर चौका जड़कर वॉरियर्स को यादगार जीत दिलाई।

वॉरियर्स ने सात मैच में आठ अंक के साथ डब्ल्यूपीएल तालिका में तीसरे स्थान पर है और उसने प्लेऑफ के लिये क्वालीफाई कर लिया है। जायंट्स ने आठ मैच में सिर्फ दो जीत के साथ अपना अभियान समाप्त किया, जबकि उसकी इस हार के साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (सात मैच, चार अंक) भी टूर्नामेंट से बाहर हो गयी है।

वॉरियर्स ने 179 रन के कठिन लक्ष्य का पीछा करते हुए कप्तान एलीसा हीला और किरण नवगिरे का विकेट जल्दी गंवा दिया। हीली (12) ने मोनिका पटेल की गेंद पर हरलीन देओल को कैच पकड़ाया, जबकि नवगिरे को किम गार्थ ने आउट किया।

मैकग्रा ने क्रीज़ पर आने के बाद कुछ अच्छे शॉट खेले लेकिन पावरप्ले समाप्त होने से पहले देविका वैद्या भी उनका साथ छोड़कर पवेलियन लौट गयीं। वॉरियर्स के तीन विकेट 39 रन पर गिरने के बाद ग्रेस हैरिस ने मैकग्रा का साथ दिया।

इस जोड़ी ने एक बार फिर शतकीय साझेदारी करके वॉरियर्स को संकट से निकाला। इस साझेदारी में मैकग्रा ने मुख्यत: आक्रामक भूमिका निभाई, लेकिन हैरिस ने 12वें ओवर में दो छक्के और एक चौका जड़कर वॉरियर्स को 100 रन के स्कोर के पार पहुंचाया। मैकग्रा ने अगले ओवर में चौका जड़कर अपना अर्द्धशतक पूरा किया।

यह साझेदारी वॉरियर्स को जीत की ओर ले जा रही थी लेकिन गार्डनर ने मैकग्रा को आउट करके मुकाबले को रोमांचक बना दिया। इससे पहले की वॉरियर्स इस झटके से संभलती, स्नेह राणा ने दीप्ति शर्मा को पवेलियन लौटा दिया। मैकग्रा ने 38 गेंद पर 11 चौकों की मदद से 57 रन बनाये, जबकि दीप्ति मात्र छह रन ही बना सकीं।

हैरिस दो लगातार झटके लगने के बावजूद नहीं रुकीं और 17वें ओवर में अपना अर्द्धशतक पूरा करते हुए तनुजा कंवर को दो चौके जड़े। हैरिस की आक्रामकता की मदद से वॉरियर्स 18वें और 19वें ओवर में 23 रन बनाकर लक्ष्य के करीब आ गया। किम गार्थ ने 19वें ओवर की चौथी गेंद पर हैरिस को आउट कर मैच का रोमांच दोबारा बढ़ाया, हालांकि एकलेस्टन ने दबाव में धैर्य का प्रदर्शन करते हुए चौका जड़कर वॉरियर्स को जीत दिलाई।

जायंट्स ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन आक्रामक शुरुआत के बाद तेजी से तीन विकेट गंवा दिये। सलामी बल्लेबाज लौरा वुलवार्ड और सोफिया डंकली ने पहले विकेट के लिये चार ओवर में 41 रन की साझेदारी की।

अंजली सरवानी ने पांचवें ओवर की पहली गेंद पर वुलवार्ड (13 गेंद, 17 रन) को आउट किया, जबकि छह गेंद बाद डंकली (13 गेंद, 23 रन) राजेश्वरी गायकवाड़ का शिकार बन गयीं। गायकवाड़ ने पावरप्ले समाप्त होने से पहले हरलीन देओल को भी चार रन के स्कोर पर आउट किया।

शुरुआती झटके लगने के बाद हालांकि दयालन हेमलता और एशले गार्डनर ने जायंट्स की पारी को संभाल लिया। गार्डनर को नजऱे जमाने में थोड़ा समय लगा लेकिन हेमलता ने शुरुआत से ही तेज बल्लेबाजी की और 30 गेंद में अपना अर्द्धशतक पूरा कर लिया।

हेमलता और गार्डनर ने चौथे विकेट के लिये विशाल साझेदारी करके जायंट्स को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।

यह साझेदारी अंतिम ओवरों में वॉरियर्स पर भारी पड़ सकती थी लेकिन पार्शवी चोपड़ा ने दोनों बल्लेबाजों को आउट करके अपनी टीम को राहत दिलाई। इस साझेदारी की बदौलत हालांकि जायंट्स ने अंतिम पांच ओवर में 50 रन जोड़कर 178/6 का स्कोर खड़ा किया।

वॉरियर्स की ओर से पार्शवी ने चार ओवर में 29 रन देकर दो विकेट लिये, जबकि गायकवाड़ ने चार ओवर में 39 रन देकर दो सफलताएं हासिल कीं। अंजलि और एकलेस्टन को एक-एक विकेट प्राप्त हुआ।

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साक्षी, लवलीना क्वार्टरफाइनल में, प्रीति बाहर

नयी दिल्ली 22 मार्च (एजेंसी)। एशियाई चैंपियनशिप 2021 की कांस्य पदक विजेता साक्षी चौधरी और टोक्यो ओलंपिक मेडलिस्ट लवलीना बोर्गोहेन ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के प्री-क्वार्टरफाइनल में सोमवार को अपने-अपने मुकाबले सर्वसम्मति से जीतकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।

साक्षी ने 52 किग्रा वर्ग के एकतरफा मुकाबले में कज़ाकस्तान की ज़जिऱा उराकबायेवा पर शुरू से ही दबाव बनाया और 5-0 से जीत दर्ज की। लवलीना ने 75 किग्रा वर्ग में मेक्सिको की वनेसा ओर्टिज़ को 5-0 से हराया।

इंदिरा गांधी खेल परिसर पर आयोजित चैंपियनशिप में लवलीना ने अपने मुकाबले की रक्षात्मक शुरुआत की और उन्हें लय हासिल करने में समय लगा। छोटे कद की ओर्टिज़ के विरुद्ध लवलीना को सूझबूझ से डिफेंस करना पड़ा लेकिन जैसे-जैसे बाउट आगे बढ़ता गया, लवलीना अपनी विपक्षी खिलाड़ी पर हावी हो गयीं।

लवलीना ने जीत के बाद कहा, विपक्षी मुक्केबाज का कद मुझसे छोटा था। मेरी कोशिश थी कि मैं आगे आकर खेलूं लेकिन छोटे मुक्केबाज के खिलाफ ऐसा करना आसान नहीं है। मैंने काफी सारी योजनाएं बनायी थीं लेकिन मैं सब पर अमल नहीं कर सकी। मैं बेहतर कर सकती थी। कोशिश होगी कि अगले बाउट में इससे भी बेहतर कर सकूं।

उन्होंने कहा, मैं पहली बार 75 किग्रा भार वर्ग में खेल रही हूं। अन्य मुक्केबाज पहले से ही इस वर्ग में हैं तो यह मेरे लिये मुश्किल होगा लेकिन मैं अपना 100 प्रतिशत प्रयास करूंगी।

दूसरी ओर, साक्षी ने अपनी पहुंच का शानदार इस्तेमाल किया और दोनों हाथों से लगातार मुक्के बरसाये। वह शुरुआत से ही पूरी तरह से नियंत्रण में दिखीं और पहले राउंड में जीत हासिल की।

दो बार की विश्व युवा चैंपियन ने अगले दोनों राउंड में अपने प्रतिद्वंद्वी को वापसी करने का मौका नहीं दिया और अपनी गति एवं चतुर आक्रमण रणनीति के साथ सर्वसम्मत निर्णय से आसानी से दर्ज कर ली।

साक्षी ने जीत के बाद कहा, काजाकिस्तान की मुक्केबाज (उराकबायेवा) मजबूत प्रतिद्वंदी थी इसलिए मैंने सोचा कि लड़ाई का स्कोर ऊपर या नीचे जा सकता है लेकिन कोचों और बीएफआई की रणनीति का पालन करने के बाद मैं अच्छा खेल सकी।

उन्होंने घरेलू समर्थन के बारे में कहा, इसके अलावा, जो लोग हमारा समर्थन करने आये उन्होंने मुझे जीतने के लिये प्रेरित किया। मैं पहली बार उसके खिलाफ खेल रही थी इसलिये मैंने और मेरे कोच ने उसके पिछले टूर्नामेंटों के 7-8 वीडियो देखकर और उनका विश्लेषण करके अपनी रणनीति बनाई। जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे मेरा आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है और मैं स्वर्ण जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रही हूं।

इसी बीच, 54 किग्रा भार वर्ग की भारतीय मुक्केबाज प्रीति शीर्ष’6 मुकाबले में थाईलैंड की जितपोन्ग जुतामास से हार गयीं। प्रीति ने विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता को कड़ी टक्कर दी लेकिन उन्हें 3-4 के निर्णय से हार का सामना करना पड़ा।

गौरतलब है कि मौजूदा विश्व चैंपियन निखत जरीन (50 किग्रा), नीतू घनघास (48 किग्रा), मनीषा मौन (57 किग्रा), जैसमीन लम्बोरिया (60 किग्रा), शशि चोपड़ा (63 किग्रा) और मंजू बंबोरिया (66 किग्रा) सहित छह भारतीय मुक्केबाज मंगलवार को होने वाले क्वार्टरफाइनल में जगह बना चुके हैं।

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एशियन 20 किमी पैदल चाल चैंपियनशिप : अक्षदीप ने स्वर्ण जीता, विकास और परमजीत ने पेरिस ओलम्पिक के लिए किया चलीफाई

नोमी 21 मार्च (एजेंसी)। भारत के अक्षदीप सिंह ने एशियन 20 किमी पैदल चाल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीत लिया जबकि प्रियंका गोस्वामी ने महिला वर्ग में कांस्य पदक जीता।

पुरुष 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी अक्षदीप सिंह ने 1:20:57 का समय लेकर पोडियम पर शीर्ष स्थान हासिल किया। यह भारत का इस प्रतियोगिता में दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले ओलम्पियन गुरमीत सिंह ने 2016 में स्वर्ण पदक जीता था।

अन्य भारतीयों में विकास सिंह और परमजीत बिष्ट ने क्रमश: 1:20:05 और 1:20:08 का समय लिया जो 2023 विश्व चैंपियनशिप और 2024 पेरिस ओलंपिक्स के 1:20:10 के चलिफिकेशन मार्क से कम था।

उल्लेखनीय है कि अक्षदीप और प्रियंका इस महीने के शुरू में राष्ट्रीय चैंपियनशिप से विश्व चैंपियनशिप और पेरिस ओलंपिक्स के लिए पहले ही चलीफाई कर चुके हैं।

इस बीच राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता प्रियंका ने 1:32:27 का समय लेकर कांस्य पदक जीता। चीन को स्वर्ण और जापान को रजत मिला। इन पदकों के साथ भारत की प्रतियोगिता में पदक संख्या नौ पहुंच गयी है जिसमें दो स्वर्ण, दो रजत और पांच कांस्य पदक शामिल हैं।

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महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप: जैसमीन और शशि अगले दौर में

नई दिल्ली 21 मार्च (एजेंसी)। 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैसमीन लैम्बोरिया और शशि चोपड़ा ने महिंद्रा आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप ने शानदार जीत दर्ज कर अगले दौर में प्रवेश किया।

इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भारत की सबसे कुशल युवा मुक्केबाज़ों में से एक जैसमीन ने 32 बाउट के 60 किग्रा राउंड में तंजानिया की न्यामबेगा बीट्राइस एम्ब्रोस के खिलाफ रेफरी स्टॉपिंग द कॉन्टेस्ट्स (आएससी) जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की।

हरियाणा की 21 वर्षीय मुक्केबाज़ ने अपने आक्रमण के इरादे से फ्रंट फुट पर शुरुआत की और पहले राउंड में विजेता घोषित होने से पहले केवल 12 सेकंड के भीतर अपने प्रतिद्वंद्वी को रस्सियों से घेरने के लिए मुक्कों की झड़ी लगा दी।

टूर्नामेंट की सबसे तेज जीत में से एक के बाद, जैस्मीन अगले दौर में ताजिकिस्तान की समदोवा मिजगोना से भिड़ेंगी। दूसरी ओर शशि ने भी 63 किग्रा वर्ग में केन्या की मवांगी तेरेसिया को 5-0 से हरा दिया।

भारतीय खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए बहुत मजबूत साबित हुई। उन्होने अपने कुशल प्रहारों और कड़े बचाव का उपयोग करके बाउट को आराम से जीत लिया।

वह राउंड ऑफ़ 16 में 2022 एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता जापान की कीटो माई से भिड़ेंगी।

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टीम इंडिया के अर्शदीप सिंह ने ले लिया अब बड़ा फैसला

*दूसरे देश में खेलते आएगा नजर*

नईदिल्ली, 20 मार्च (एजेंसी)। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अभी तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जा रही है और दोनों टीमें इस सीरीज में 1-1 से बराबरी पर है। ऐसे में अगला मैच दोनों टीमों के लिए ही महत्वपूर्ण रहने वाला है। लेकिन इस बीच ही टीम के एक खिलाड़ी ने बड़ा फैसला लिया है।

टीम इंडिया का घातक तेज गेंदबाज वैसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस सीरीज में अपनी जगह नहीं बना सका लेकिन ये खिलाड़ी अब दूसरे देश में खेलता हुआ नजर आएगा। जी हां हम बात कर रहे है तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के बारे में। जो अब इंग्लैंड के आगामी काउंटी सीजन में केंट की टीम के लिए काउंटी चैंपियनशिप के पांच मुकाबले खेलेंगे।

ये खिलाड़ी पिछले साल एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट्स में टीम इंडिया का हिस्सा था। ऐसे में बताया जा रहा है की भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ की सलाह पर बाएं हाथ के इस गेंदबाज ने ये फैसला किया है।

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मुझे बाहर करने का गुजरात टाइंटस ने जो कारण दिया, उससे हैरान हूं : डोटिन

नयी दिल्ली,20 मार्च। वेस्टइंडीज की डिएंड्रा डोटिन ने महिला प्रीमियर लीग से बाहर रहने पर निराशा जताते हुए कहा कि इसके लिये गुजरात जाइंट्स ने जो कारण बताया, वह हैरान करने वाला है ।

वेस्टइंडीज की 31 वर्ष की हरफनमौला डोटिन को अडानी समूह की टीम ने 60 लाख रूपये में खरीदा था लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने से पहले उन्हें चिकित्सा कारणों से बाहर कर दिया गया । जाइंट्स ने कहा डोटिन निर्धारित समय सीमा तक चिकित्सा मंजूरी नहीं ले सकी जिसकी वजह से उनकी जगह आस्ट्रेलिया की किम गार्थ को शामिल किया गया ।

डोटिन ने हालांकि ट्विटर पर कहा, मैं पहली महिला प्रीमियर लीग से मेरे बाहर होने को लेकर लग रही अटकलों पर संक्षिप्त बयान देना चाहती हूं । मैं इस सबसे बहुत निराश हूं । मेरे बाहर होने का जो कारण बताया, वह हैरान करने वाला है ।

उन्होंने कहा , अडानी समूह की गुजरात जाइंट्स टीम ने लीग की नीलामी में मुझे खरीदा था । टूर्नामेंट शुरू होने से पहले फ्रेंचाइजी ने दावा किया कि मुझे चिकित्सा कारणों से बाहर रखा गया है । इसके बाद कहा गया कि मैं चिकित्सा मंजूरी नहीं ले सकी जबकि 20 फरवरी को ही मुझे वह मिल गई थी । वेस्टइंडीज के लिये 143 वनडे और 127 टी20 खेल चुकी डोटिन ने कहा कि वह टीम प्रबंधन के फैसले से हैरान है ।

उन्होंने कहा , मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि मेरे पेट में हलका दर्द था और सूजन हो गई थी । मैने दिसंबर 2022 में इलाज कराया । इसके बाद विशेषज्ञों को दिसंबर और जनवरी में दिखाया । मुझे 13 फरवरी तक आराम के लिये कहा गया था और 14 फरवरी से मुझे फिटनेस गतिविधियों और खेलने की अनुमति मिल गई ।

डोटिन ने कहा , मैने अभ्यास शुरू कर दिया ।गुजरात जाइंट्स के फिजियो के साथ मैने पूरी ईमानदारी से सारी जानकारी साझा की लेकिन उसे तोड़ मरोड़कर पेश करके टीम प्रबंधन को बताया गया कि अभ्यास सत्र के बाद मुझे पेट में दर्द उठा है जबकि ऐसा नहीं था । बाद में टीम ने मुझे कनाडा में जांच कराने को कहा । मैने अपने डॉक्टर इयान लुईस से 20 फरवरी को मिली मंजूरी भी टीम को दी थी ।

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भारतीय गोल्फर दीक्षा डागर संयुक्त 53वें स्थान पर रहीं

सिंगापुर,19 मार्च (एजेंसी) । भारतीय गोल्फर दीक्षा डागर ने शनिवार को यहां अरामको टीम सीरीज सिंगापुर में अंतिम दौर में निराशाजनक प्रदर्शन किया जिससे वह संयुक्त 53वें स्थान पर रहीं।

दीक्षा टूर्नामेंट में एकमात्र भारतीय थीं, उन्होंने दो बर्डी लगायी लेकिन तीन बोगी और दो डबल बोगी कर बैठी। इससे उन्होंने पांच ओवर 77 का कार्ड खेला।

वह बीती रात संयुक्त 29वें स्थान पर थीं, लेकिन खराब कार्ड से संयुक्त 53वें स्थान पर खिसक गयीं।

इससे पहले टीम स्पर्धा में दीक्षा की टीम 19वें स्थान पर रही।

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मुक्केबाजी विश्व चैम्पियनशिप: नीतू, प्रीति, मंजू प्री क्वार्टर फाइनल में

नयी दिल्ली, 19 मार्च (एजेंसी)। भारतीय मुक्केबाजों का महिला विश्व चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन जारी है और शनिवार को तीन मुक्केबाजों ने अपने अपने मुकाबले जीतकर प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई ।

राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास ( 48 किलो ) ने कोरिया की डोयोन कांग को आरएससी फैसले पर हराया जबकि प्रीति ने 54 किलोवर्ग में रोमानिया की लाकरामियोआरा पेरिजोक को बंटे हुए फैसले के आधार पर 4 . 3 से शिकस्त दी ।

मंजू बाम्बोरिया (66 किलो ) ने न्यूजीलैंड की सारा वेरेयू को 5 . 0 से हराया ।

नीतू पिछले चरण में क्वार्टरफाइनल में हार गयी थीं, उन्होंने इस बार पहले राउंड में ही मुकाबला जीत लिया।

पहले मिनट में उन्होंने अपने ‘हुक’ और ‘क्रास’ का बखूबी इस्तेमाल किया लेकिन अंक जुटाने वाले मुक्के नहीं जड़ सकीं। फिर दोनों मुक्केबाजों ने दोनों हाथों से एक दूसरे को मुक्के जडऩा शुरू कर दिया। तुरंत ही कोरियाई मुक्केबाज कांग को पहला ‘स्टैंडिंग काउंट’ मिला।
नीतू ने फिर दबदबा जारी रखा और कांग को दूसरा ‘स्टैंडिंग काउंट’ 20 सेकेंड बाद मिला जिससे रैफरी ने मुकाबला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में कर दिया।

पहले दौर में आरएसी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीत दर्ज करने वाली प्रीति को हालांकि दूसरी जीत के दौरान मशक्कत करनी पड़ी।
उन्होंने कहा, मैंने इस मुकाबले की तैयारी की थी, वह पिछली बार रजत पदक जीती थी। मैं भी साबित करना चाहती थी कि मैं किसी से कम नहीं हूं।

2022 एशियाई चैम्पियनशिप की कांस्य पदक विजेता प्रीति ने कहा, मैं शुरू में उसकी रणनीति समझने की कोशिश कर रही थी। अंतिम राउंड में मैंने रणनीति बदली। वह आक्रामक थी और संतुलन खो रही थी।

प्रीति ने रोमानियाई प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ पहले राउंड में 3-2 से बढ़त बनायी। फिर हरियाणा की इस मुक्केबाज ने अपने पैरों का इस्तेमाल करते हुए रोमानियाई मुक्केबाज पर मुक्के जड़े। हालांकि दूसरे राउंड को वह 2-3 से गंवा बैठी।

पर अंतिम तीन मिनट में प्रीति ने जवाबी हमले किये। इसमें दोनों मुक्केबाजों के अंक बराबर रहे जिससे मुकाबले का फैसला ‘रिव्यू’ से किया गया। अंत में फैसला भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में रहा।

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पैरा एथलीटों को सभी सुविधाएं उपलब्ध करायेगी योगी सरकार

लखनऊ 18 मार्च (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश में समय-समय पर पैरा गेम्स आयोजित किये जायेंगे और राज्य सरकार प्रदेश में दिव्यांग खिलाडिय़ों को अब सामान्य खिलाडिय़ों की तरह सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करायेगी।

अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डा नवनीत सहगल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन को मान्यता प्रदान की गयी। इसके साथ ही डीफ, डम्ब एण्ड ब्लांइड (श्रवणह्रास, नेत्रहीन एवं बधिर) खिलाडिय़ों को भी इसमें सम्मलित करने पर जल्द ही निर्णय लिया जायेगा।

सहगल ने कहा कि राज्य सरकार अन्य लोगों की तरह पैरा एथलीटों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में एक मजबूत पैरा स्पोर्ट्स इको सिस्टम बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। पैरा स्पोर्ट्स और पैरा एथलीट को विभाग की हर योजना में शामिल किया जायेगा।

उन्होने कहा कि प्रदेश में छात्रावास समेत राज्य के स्वामित्व वाली खेल सुविधाओं में दिव्यांगों के अनुकूल बुनियादी ढ़ांचा तैयार कराया जायेगा। खेल केन्द्रों एवं अकादमियों में पैरा खिलाडिय़ों के लिए अलग से कोटा निर्धारित कराया जायेगा।

पैरा एथलीटों के लिए कई खेलों में उच्च प्रदर्शन केन्द्र स्थापित कराने के साथ ही पैरा स्पोर्ट्स के लिए विशेष प्रशिक्षकों की भर्ती की जायेगी। साथ ही नेत्रहीन एवं बधिर खेलों के लिए सुविधायें विकसित की जायेगी।

इसके अलावा पैरा ओलंपिक खिलाडिय़ों को अन्य ओलंपिक खिलाडिय़ों की भांति पुरस्कृत भी किया जायेगा। इस अवसर पर साईं तथा खेल विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।

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महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप: जैसमीन और शशि अगले दौर में

नई दिल्ली 18 मार्च (एजेंसी)। 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैसमीन लैम्बोरिया और शशि चोपड़ा ने महिंद्रा आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप ने शानदार जीत दर्ज कर अगले दौर में प्रवेश किया।

इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भारत की सबसे कुशल युवा मुक्केबाज़ों में से एक जैसमीन ने 32 बाउट के 60 किग्रा राउंड में तंजानिया की न्यामबेगा बीट्राइस एम्ब्रोस के खिलाफ रेफरी स्टॉपिंग द कॉन्टेस्ट्स (आएससी) जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की।

हरियाणा की 21 वर्षीय मुक्केबाज़ ने अपने आक्रमण के इरादे से फ्रंट फुट पर शुरुआत की और पहले राउंड में विजेता घोषित होने से पहले केवल 12 सेकंड के भीतर अपने प्रतिद्वंद्वी को रस्सियों से घेरने के लिए मुक्कों की झड़ी लगा दी।

टूर्नामेंट की सबसे तेज जीत में से एक के बाद, जैस्मीन अगले दौर में ताजिकिस्तान की समदोवा मिजगोना से भिड़ेंगी। दूसरी ओर शशि ने भी 63 किग्रा वर्ग में केन्या की मवांगी तेरेसिया को 5-0 से हरा दिया।

भारतीय खिलाड़ी अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए बहुत मजबूत साबित हुई। उन्होने अपने कुशल प्रहारों और कड़े बचाव का उपयोग करके बाउट को आराम से जीत लिया।

वह राउंड ऑफ़ 16 में 2022 एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता जापान की कीटो माई से भिड़ेंगी।

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ऑल इंग्लैंड ओपन : लगातार दूसरे सेमीफाइनल में पहुंची त्रेसा, गायत्री

नई दिल्ली 18 मार्च (एजेंसी)। राष्ट्रीय चैंपियन ट्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद पुलेला ने बर्मिंघम में ऑल इंग्लैंड ओपन के महिला युगल सेमीफाइनल में पहुंचकर विश्व बैडमिंटन में अपने बढ़ते कद को रेखांकित किया।

दुनिया की 17वें नंबर की भारतीय जोड़ी ने चीन के ली वेन मेई और लियू जुआन जुआन को एक घंटे चार मिनट में 21-14, 18-21, 21-12 से हराकर अंतिम चार चरण में पहुंचने से पहले दूसरे गेम में करीबी हार का सामना किया।

भारतीय बैडमिंटन संघ के महासचिव संजय मिश्रा ने कहा ट्रीसा और गायत्री शानदार हैं और परिपक्वता के साथ हर खेल खेल रही हैं। सबसे कठिन परिस्थितियों में भी वे जिस तरह का संयम दिखाती हैं, वह सराहनीय है।

ऑल इंग्लैंड में यह उनका लगातार दूसरा सेमीफाइनल है और मुझे उम्मीद है कि वे अपना प्रभावशाली प्रदर्शन जारी रखेंगी।

यह जोड़ी अब शनिवार को सेमीफाइनल में कोरियाई जोड़ी बाएक ना हा/ली सो ही से भिड़ेगी।

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बॉक्सिंग चैंपियनशिप से हटीं दोंजेता सादिकु

*अपने देश का झंडा इस्तेमाल करने की नहीं मिली अनुमति*

नई दिल्ली 18 मार्च (एजेंसी)। इस्तांबुल विश्व चैंपियनशिप में बीते वर्ष कांस्य पदक जीतने वाली कोसोवो की मुक्केबाज दोंजेता सादिकु ने विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप से नाम वापस ले लिया है।

कोसोवो मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष ओस्मानी ने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया है कि उन्हें दिल्ली में उनके देश के झंडे तले नहीं खेलने की अनुमति मिलने पर उन्होंने यह कदम उठाया है।

भारत सरकार की ओर से सर्बिया से अलग हुए कोसोवो को देश के रूप में मान्यता नहीं दी गई है, जिसके चलते सादिकु को 2018 की दिल्ली विश्व चैंपियनशिप और 2019 की गुवहाटी में हुई यूथ विश्व चैंपियनशिप में वीजा नहीं दिया गया था।

इस बार भी उन्हें वीजा नहीं मिल रहा था, लेकिन 13 मार्च को उन्हें सोफिया (बुल्गारिया) में भारत आने का वीजा दे दिया गया। ओस्मानी का आरोप है कि वीजा जरूर दिया गया, लेकिन साथ में यह शर्त थी, कि चैंपियनशिप के दौरान उन्हें कोसोवो के झंडे के इस्तेमाल की अनुमति नहीं होगी और न ही उनके देश के झंडे के ध्वजारोहण होगा। इसके बाद उन्होंने चैंपियनशिप से नाम वापस लिया।

आईबीए ने बयान में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय और भारतीय मुक्केबाजी संघ ने कोसोवो के दिल्ली चैंपियनशिप में भाग लेने का पूरा प्रयास किया, जिसमें भारत सरकार ने पूरा सहयोग दिया और वीजा प्रदान किया।

यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोसोव की मुक्केबाज ने चैंपियनशिप में खेलने से इन्कार कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ हमेशा खिलाड़ी के उसके देश के झंडे तले खेलने के अधिकार के साथ खड़ी है, लेकिन वह दो देशों के कूटनीतिक रिश्तों को प्रभावित नहीं कर सकता है।

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कोहली के संदेश ने जोश से भर दिया: कणिका

मुंबई, 17 मार्च (एजेंसी)। प्रतिभाशाली ऑलराउंडर कणिका आहूजा ने कहा कि भारत के महान बल्लेबाज विराट कोहली के साथ बातचीत ने उनका हौसला बढ़ाया जिससे उन्होंने 46 रन की आक्रामक पारी खेल कर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) को यहां महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में पहली जीत दिलायी।

आरसीबी की टीम ने 18 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 136 रन का लक्ष्य हासिल कर लगातार पांच मैचों की हार का सिलसिला खत्म किया।

पंजाब की 20 साल की कणिका ने 30 गेंद में 46 रन की ताबड़तोड़ पारी खेलने के बाद कहा,  विराट सर ने हमसे कहा कि यहां दबाव की कोई बात नहीं है, यह खुशी की बात है

कोहली बुधवार को भारतीय टीम के वैकल्पिक अभ्यास सत्र में शामिल नहीं हुए और इसके बजाय यहां मुंबई में डब्ल्यूपीएल में प्रतिस्पर्धा कर रही आरसीबी महिला टीम से मिले।

पहली बार संवाददाता सम्मेलन में पहुंची कणिका ने कहा, उन्होंने (कोहली) हमसे कहा कि मैदान में उतरने के बाद खुद पर दबाव को हावी नहीं होने दे। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि हमें यहां खेलने का मौका मिल रहा है, सभी को इस तरह का अवसर नहीं मिलता है।
कणिका ने कहा कि वह सूर्यकुमार यादव की तरह मैदान के हर कोने में शॉट खेलने का महारत हासिल करना चाहती है।

मैन ऑफ द मैच कणिका ने 46 रन बनाने के अलावा हिथर नाइट (24) के साथ चौथे विकेट के लिए 46 और रिचा घोष ( नाबाद 31) के साथ पांचवें विकेट के लिए 60 रन की साझेदारी कर टीम की जीत सुनिश्चित की।

उन्होंने कहा,  मेरे दिमाग में एक बात थी कि चाहे कुछ भी हो, हमें जीतना ही है। लक्ष्य बड़ा नहीं था इसलिए हम समय लेकर परिस्थितियों के अनुसार खेल सकते थे। हमने कमजोर गेंदों का फायदा उठाने का इंतजार किया।

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