स्किन टोनर एक तरह का स्किन केयर प्रोडक्ट है, जो त्वचा को गहराई से साफ करने और त्वचा के रोमछिद्रों को टाइट करने में भी मदद कर सकता है। हालांकि, आप चाहें तो स्किन टोनर का इस्तेमाल त्वचा के साथ-साथ अपनी रोजमर्रा की कई छोटी-मोटी समस्याओं को हल करने के लिए कर सकते हैं। चलिए फिर आज हम आपको स्किन टोनर से जुड़े कुछ ऐसे बेहतरीन हैक्स के बारे में बताते हैं, जिनके बारे में आपको शायद ही पता हो।
दीवार से इंक और मार्कर के निशान हटाएं
अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो आपको आए दिन घर की दीवारों से इंक और मार्कर के निशान साफ करने के लिए मेहनत करनी पड़ती होगी। आप चाहें तो इस काम को आसान बनाने के लिए स्किन टोनर की मदद ले सकते है। इसके लिए एक कपड़े के थोड़े से हिस्से पर स्किन टोनर लगाएं और फिर इसे इंक और मार्कर के निशान पर रगड़ें। इससे इंक और मार्कर के निशान तुरंत गायब हो जाएंगे।
शीशों को साफ करने में करें मदद
बाथरूम या फिर ड्रेसिंग टेबल के शीशे पर लगे जिद्दी दागों को कुछ ही मिनट दूर करने के लिए भी स्किन टोनर का इस्तेमाल किया जा सकता है। बस इसके लिए आप एक कटोरी में सफेद सिरके के साथ स्किन टोनर को बराबर मात्रा में मिलाएं, फिर एक खाली स्प्रे बोतल में घोल डालें और इसे अपने बाथरूम या फिर ड्रेसिंग टेबल के शीशों पर अच्छे से छिड़कें। 10 मिनट बाद एक नम कपड़े का इस्तेमाल करके इन्हें पोंछें।
मेकअप साफ करने के आए काम
रात को सोने से पहले अगर मेकअप न साफ किया जाए तो इससे त्वचा का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। अगर आपके पास मेकअप रिमूवर नहीं है तो आप मेकअप हटाने के लिए स्किन टोनर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए मेकअप वाले चेहरे पर थोड़ा सा स्किन टोनर लगाकर थोड़ी मसाज करें। इसके बाद अपने चेहरे को टिश्यू पेपर से पोंछ लें और अंत में अपना चेहरा पानी से धो लें।
लैपटॉप को साफ और सैनिटाइज करें
लैपटॉप को साफ-सुथरा न रखने की वजह से इसकी ऑपरेटिंग में समस्या आने लगती है। इसलिए समय-समय पर लैपटॉप की सफाई आवश्यक हो जाती है। इसके लिए आप स्किन टोनर का इस्तेमाल कर सकते हैं। सफाई लिए पहले रूई पर थोड़ा सा स्किन टोनर लगाएं, फिर इससे अपने पूरे लैपटॉप को साफ करें। इसके बाद लैपटॉप को एक साफ माइक्रोफाइबर कपड़े से पोंछे। आप चाहें तो ऐसे ही अपने मोबाइल को भी साफ कर सकते हैं। (एजेंसी)
प्राइवेट प्रेक्टिस में लगे सरकारी डाक्टरों पर कार्रवाई करें सरकार – रामप्रकाश तिवारी
रांची, स्वतंत्र राष्ट्रवादी पार्टी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राम प्रकाश तिवारी ने झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री श्री बन्ना गुप्ता से मांग करते हुए कहा है कि झारखंड राज्य के तमाम जिलों,प्रखंडो, अनुमंडल स्थित सभी सरकारी अस्पतालों और राजधानी राॅंची के सदर अस्पताल,रिम्स अस्पताल, रिस्पांस अस्पताल में कार्यरत अधिकांश डाक्टर प्राइवेट प्रेक्टिस कर रहे हैं जिसके कारण सरकारी अस्पतालों में ईमानदारी से अपनी सेवा नहीं दे रहे हैं उल्टे मरीजों को समय पर जिम्मेदारी से इलाज न करके अपने द्वारा संचालित प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मरीजों को बुलाने और मोटी रकम फीस वसुलते रहते हैं सरकारी वेतन,भत्ता लेने के साथ प्राइवेट प्रेक्टिस से हजारों लाखों रूपए की कमाई करते हैं उनके विरुद्ध तत्काल जांच करवाकर नौकरी से बर्खास्त करने और नए डाक्टरों की बहाली के लिए झारखंड सरकार जरूरी कदम उठाये।
प्रदेशाध्यक्ष श्री तिवारी ने कहा है कि झारखंड की लाखों गरीब जनता को सरकारी अस्पतालों में अच्छी इलाज,दवा की सुविधा नहीं मिलने से गरीब मरीजों की मृत्यु होने के मामले आ रहे हैं। गरीब मरीजों को मुफ्त दवा उपलब्ध नहीं किया जा रहा है करोड़ों रूपए के दवाओं के खरीद, वितरण में भारी घोटालों की खबरें मिल रही है।पांच सौ करोड़ में बने सदर अस्पताल,राॅंची मे दवाओं की भारी कमी और गंदगी फैला हुआ है सरकार तत्काल सदर अस्पताल में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करें, विशेष पुरे परिसर, अस्पताल के सभी कमरों,फर्नीचरों की रख-रखाव, सफाई की व्यवस्था ठीक करें।
रामप्रकाश तिवारी ने मांग करते हुए कहा है कि मरीजों को समय पर बेहतर इलाज कि सुविधा देने के लिए सभी डाक्टरों ,नर्सो, कर्मचारियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें।ताकि गरीब जनता को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके।
श्री तिवारी ने चेतावनी देते हुए कहा है किअगर स्वास्थ्य मंत्री,अपर मुख्य सचिव सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार नहीं करते हैं और गरीब मरीजों को दवाओं को उपलब्ध नहीं कराती है साथ ही प्राइवेट प्रेक्टिस में लगे सरकारी डाक्टरों को नौकरी से बर्खास्त नहीं किया जाता है तो स्वतंत्र राष्ट्रवादी पार्टी आंदोलन करेगी।
इसकी जानकारी रामप्रकाश तिवारी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र राष्ट्रवादी पार्टी झारखंड,राॅंची ने दी
लेगिंग्स पहनते समय न करें ये गलतियां, बिगड़ सकता है लुक
लेगिंग्स एक स्टाइलिश और कंफर्टेबल बॉटम वियर है जिसे महिलाएं अपने हर तरह के अपर वियर के साथ पहन सकती हैं। हालांकि कई बार ऐसा होता है कि महिलाएं लेगिंग पहनते समय कुछ ऐसी गलतियां कर बैठती हैं जिनके कारण उनका लुक बिगड़ जाता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी ही सामान्य गलतियों के बारे में बताते हैं जिनसे महिलाओं को लेगिंग पहनते समय बचना चाहिए ताकि उनका लुक खूबसूरत लगे।
लो वेस्ट लेगिंग्स पहनना
आजकल मार्केट में कई तरह की लेगिंग्स मौजूद हैं जिनमें लो-वेस्ट लेगिंग्स भी शामिल हैं, लेकिन इस तरह की लेगिंग्स को पहनने से बचें। खासकर अगर आप टॉप या शर्ट पहन रही हैं तो इनके साथ लो-वेस्ट लेगिंग पहनने की गलती न करें, बल्कि इनके साथ हाई वेस्ट लेगिंग्स को चुनें। यह न केवल आपके कूल्हों को अच्छी तरह से कवर करेगी बल्कि इसे पहनने से आपको अधिक स्लिम लुक भी मिलेगा।
ड्रेसेस के नीचे लेगिंग पहनना
अधिकतर महिलाएं शॉर्ट ड्रेसेस या फिर स्कर्ट के नीचे लेगिंग पहन लेती हैं, लेकिन यह उनकी सबसे बड़ी गलती है। बेशक कुछ सालों पहले तक यह ट्रेंड में था, लेकिन अब ऐसा करना अच्छा नहीं माना जाता है। अगर आप आउटिंग के दौरान या केजुअल्स में लेगिंग्स को एक स्मार्ट तरीके से पहनना चाहती हैं तो इसे ड्रेसेस के नीचे पहनने की बजाय टी-शर्ट और जैकेट के साथ पहनें।
क्रॉप टॉप के साथ लेगिंग पहनना
क्रॉप टॉप के साथ लेगिंग पहनना भी एक गलती है क्योंकि इससे आपका लुक देखने में काफी अजीब लग सकता है। दरअसल, लेगिंग बहुत सॉफ्ट मटीरियल से बनाई जाती हैं, इसलिए यह आपके शरीर और त्वचा से चिपक जाती हैं। क्रॉप टॉप के साथ लेगिंग पहनने से आपके कूल्हें जरूरत से ज्यादा दिखेंगे, जिसके कारण शायद आप खुद को कंफर्टेबल महसूस न करें।
प्रिंटेड लेगिंग पहनना
यूं तो मार्केट में कई तरह के प्रिंट्स वाली लेंगिंग्स मौजूद हैं और आपने कई महिलाओं को ऐनिमल प्रिंट वाली लेगिंग पहने भी देखा होगा। हालांकि, आप इन्हें खरीदने की गलती बिलकुल न करें क्योंकि ये देखने में अच्छी नहीं लगती हैं। अगर आपने अब तक लेगिंग ट्राई नहीं की हैं तो काले या सफेद रंग की लेगिंग को चुनें क्योंकि इसे आप हर रंग की कुर्ती से लेकर लूज टॉप तक के साथ पहनकर खूबसूरत लग सकती हैं।(एजेंसी)
आज का राशिफल
मेष : कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मन दुविधाग्रस्त होगा, परन्तु आवेश में लिया गया निर्णय हानिकारक हो सकता है। कार्य क्षेत्र में समुचित उर्जा की अनुभूति होगी। आर्थिक प्रगति के लिए मन प्रयत्नशील होगा।
बृषभ : कोई इच्छित कार्य की पूर्ति अपेक्षित है। नई रुचि नए व्यक्तित्व के निर्माण में सहायक होगी। घर में कुछ नये दायित्व मन पर सार्थकता हेतु दबाव बनाएंगी। भौतिक आकांक्षाएं मन प्रभावी होंगी।
मिथुन : नई आशंकाएं मन को परेशान कर सकती हैं। दूसरों में कमियां ढूंढऩे के बजाय खुद में सुधार लाएं। नयी योजनाओं को अंजाम देने के लिए उच्च मनोबल के साथ आप ऊर्जावान होंगे।
ककर् : आकस्मिक कोई यात्रा की योजना बन सकती है। रचनात्मक व सामाजिक कायरे में रुचि बढ़ेगी। उच्च महत्वाकांक्षा जल्द ऊंची प्रगति के लिए आपको प्रेरित करेगी। मित्रवत संबंधों का लाभ प्राप्त होगा।
सिंह : किसी सहकर्मी के खराब व्यवहार से कष्ट संभव। वाकपटुता व व्यवहारकुशलता से सम्बन्धों में प्रगाढ़ता बढ़ाएंगे। किसी महत्पूर्ण कार्य के परिणाम के प्रति जिज्ञासा प्रबल होगी।
कन्या : कुछ आर्थिक प्रगति के लिए मन में नई-नई युक्तियां उत्पन्न होंगी। अपने कद व गरिमा के अनुरुप व्यावहारिक जीवन में चलने का प्रयत्न करें। आकस्मिक कोई सुखद समाचार से मन प्रसन्न होगा।
तुला : नए कायरे की तलाश जारी रहेगी। किसी महत्वपूर्ण दायित्व के प्रति सुव्यवस्थित ढंग से पूर्ति के मन चिन्तित होगा। अपनी भावुकता पर नियत्रंण करें अन्यथा भावनात्मक शोषण के शिकार हो सकते हैं।
वृश्चिक : रोजगार में नए लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। सामाजिक मान-सम्मान व वर्चस्व में वृद्धि होगी। राजकीय कर्मचारियों के लिए नौकरी का वातावरण सुखद होगा।
धनु : संबंधों में छोटी-छोटी बातों को दिल से न लगाएं। सन्तान संबंधी दायित्वों की पूर्ति के लिए प्रयत्नशील होंगे। स्वास्थ्य व परिवार दोनों को लेकर मन परेशान होगा। आपकी क्रियाशीलता प्रगति की ओर अग्रसर करेगी।
मकर : संबंधों में बड़पन व त्याग के परिचायक बनें। कुछ सुन्दर भावनाएं मन पर प्रभावी होंगी, परन्तु संबंधों में अत्यधिक भावनात्मक अपेक्षाएं कष्टकारी होंगी। नये कायरे में पूंजी निवेश हेतु धनाभाव अवरोधक हो सकता है।
कुंभ : पूर्वाग्रह वश दूसरों की आलोचना करना व्यक्तित्व पर कुप्रभावी होगा। भौतिक आकांक्षाएं मन पर प्रभावी होंगी। अत्यधिक व्यस्तता व परिश्रम से मन में नीरसता संभव। शासन-सत्ता का लाभ प्राप्त होगा।
मीन : आर्थिक सुधार के अवसर बनेंगे। राजनीतिज्ञों की तीव्र सक्रियता उनके प्रयासों को सार्थक करेगी। सुन्दर भावनात्मक अभिव्यक्ति से संबंधों में मधुरता लाएं। हर क्षेत्र में अड़चन व संघर्ष से मन परेशान होगा।
इंसानियत की कसौटी पर खरे उतरे जितेंद्र शंटी
अरुण नैथानी –
सचमुच वह भयावह काल था जब अपने अपनों से बचने लगे थे। पड़ोसी और रिश्तेदार तो दूर, खून के रिश्ते भी अपनों से मुंह फेरने लगे थे। एक अनजानी महामारी से भय का वातावरण। महामारी के दायरे से सामान्य दिनों में चरमराने वाली चिकित्सा व्यवस्था कहां इन लाखों मरीजों का बोझ उठाती। ऐसे में मरीजों को अस्पताल ले जाना और लाना भी मुश्किल काम था। फिर जब महामारी पूरी लय में आई तो लाशों तक की बेकद्री शुरू हुई। गाल बजाने वाले नेता कहीं नहीं दिखाई दिये। जनप्रतिनिधि अपनी सुरक्षित मांदों में थे। उस वक्त कुछ संस्थाएं और इंसानियत के जुनूनी लोग मदद को निकले भी। ऐसा नहीं अस्पताल से लेकर सार्वजनिक जीवन में तमाम ऐसे लोग कोरोना योद्धा देश में काम कर रहे थे। इन्हीं में उल्लेखनीय हैं जितेंद्र शंटी। शहीद भगत सिंह के समाज उत्थान के लिये जुनून से प्रेरित होकर करीब पच्चीस साल से सेवा का लंगर चला रहे हैं शंटी। उनके और उनकी टीम के योगदान को पिछले दिनों नागरिक सम्मान दिया गया। यूं तो घोषणा पिछली जनवरी में हो गई थी, लेकिन फिर कोरोना की दूसरी लहर आ गई। पद्मश्री की घोषणा हुई तो उन्हें लगा उनकी जिम्मेदारी फिर कसौटी पर आई है। कुछ सतही सोच के लोगों ने कहा भी कि अब तो पद्मश्री मिल गया है क्यों श्मशान घाट के चक्कर लगा रहे हो। तब शंटी का कहना था कि भगत सिंह ने 23 साल की उम्र में शहादत दे दी, तो हम इस उम्र में क्यों नहीं कुछ कर गुजरते।
वैसे तो पहली कोरोना की लहर में भी शहीद भगत सिंह सेवा दल ने सेवा का जुनून दिखाया। लेकिन दूसरी लहर ज्यादा मारक थी। महामारी का दायरा बड़ा था। शुरुआत में शंटी की संस्था रक्तदान शिविर लगाती थी। वे खुद भी 102 बार रक्तदान कर चुके हैं। फिर मरीजों को ले जाने और अस्पताल से लाने के लिये एंबुलेंस सेवा की शुरुआत हुई। कारवां बढ़ता गया। कोरोना की दूसरी लहर में तो उनकी 18 एंबुलेंस दौड़ रही थी। महामारी ने शंटी को भी नहीं बख्शा वे खुद, उनका बच्चा और पत्नी भी कोरोना की चपेट में आये। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और ठीक होकर भी सेवा में जुट गये। उनके एक जांबाज एंबुलेंस चालक पचपन वर्षीय आरिफ खान की मौत कोरोना से हो गई। लेकिन उनका व टीम का उत्साह कम नहीं हुआ। करीब उन्नीस हजार लोगों को उनकी एंबुलेंस ने अस्पताल व घर पहुंचाया।
ऐसे वक्त में जब अपने रक्त संबंध के लोग भी अपनों के शवों को अंतिम विदाई देने से कतरा रहे थे या पूरा परिवार ही कोरोना संक्रमण की चपेट में था, तो शहीद भगत सिंह सेवा दल के जांबाज मैदान में डटे थे। उन्हें रोज चालीस-पचास फोन मदद के लिये आते। कभी-कभी तो कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया से लोगों के फोन आते कि हमारे परिजनों को अस्पताल पहुंचा दो, अंतिम संस्कार कर दो, हम पैसे देने को तैयार हैं। शंटी बताते हैं कि उनकी संस्था ने करीब चार हजार लोगों का अंतिम संस्कार किया। इस कार्य में संगठन के स्वयं सेवकों के साथ उनका बेटा व पत्नी भी शामिल होते। पीपीए किट व कई मास्क लगाकर वे अनजान लोगों को अंतिम विदाई देते। सैकड़ों ऐसे लोग भी थे, जिनका कोई आगे-पीछे न था। वे दुख जताते हैं कि करीब 967 शव ऐसे थे जिन्हें लोग श्मशान घाट के गेट पर छोड़ गये। यह बड़ा मुश्किल वक्त था, बेटे-बेटियां संक्रमित न हो जायें, इस भय से अपने मृत परिजनों को दूर से नमस्कार करके खिसक जाते थे। कई संतानें तो ऐसी थीं कि वे शव से कीमती सामान, नकदी, मोबाइल और जेवर निकालने को प्राथमिकता देते थे। क्या इन सामानों के जरिये संक्रमण नहीं फैल सकता था?
इस दौरान कई ऐसे घटनाक्रमों से शंटी रूबरू हुए कि उन्होंने बार-बार मानवता को मरते देखा। कई घरों में लाशें पड़ी होती थीं और डर के मारे कोई रिश्तेदार व पड़ोसी उन्हें अंतिम संस्कार के लिये नहीं ले जाते थे। हमें उठाने के लिये फोन आते। कभी विदेशों से कि हमारे परिजनों को अंतिम विदाई दे दो। हमारा मानना था कि व्यक्ति की अंतिम विदाई गरिमामय होनी चाहिए। इतना ही नहीं शंटी की टीम का दावा है कि उनकी संस्था ने चौदह हजार लोगों की अस्थियां सम्मान के साथ विसर्जित की। एक घटना का जिक्र करते हुए शंटी बताते हैं कि जब वे एक शव को लेकर उसके घर गये तो बच्चों ने उनकी जेब से सारे पैसे निकाल लिये। उन्होंने मुझे ड्राइवर समझकर पैसे देने चाहे, तो मैंने उनसे कहा कि हम तो ये काम सेवा के लिये करते हैं, पैसे नहीं लेते। तब एक भाई दूसरे से बोला ये तो पागल है, ये पैसे हम बांट लेते हैं। एक किस्सा वे और बयां करते हैं कि दिल्ली में 800 गज की कोठी में रहने वाले एक धनी व्यक्ति की मौत हुई तो उनका शव लेने कोई परिवार का सदस्य नहीं आया। जब उनसे संपर्क किया गया तो कहा कि इसने कोठी तो सामाजिक संस्थाओं के नाम कर दी है, हम क्यों आयें उठाने, उन्हीं लोगों को कहो, जिन्हें प्रापर्टी मिली है। इंसानियत की मौत के ऐसे कई किस्से शंटी बयां करते हैं। लेकिन इसके बावजूद शहीद भगत सिंह सेवा दल के जांबाज इंसानियत के भरोसे को कायम रखे हुए हैं। पिछले दिनों राष्ट्रपति ने जितेंद्र शंटी को चौथा बड़ा नागरिक सम्मान पद्मश्री कोरोना में मानवता की सेवा के लिए प्रदान किया। ऐसे लोगों को जब पद्म पुरस्कार मिलता है तो लगता है पुरस्कार की प्रतिष्ठा बढ़ी है।
आज का राशिफल
मेष : आज आप का दिन अनुकूल है। स्वस्थ तन-मन से आज सारे कार्य कर पाएंगे, परिणामस्वरूप आपमें ऊर्जा एवं उत्साह छलकेगा। लक्ष्मीजी की कृपा आप पर रहेगी। पारिवारिक सदस्यों के साथ आनंद में समय बीतेगा। मित्र एवं स्नेहीजनों के मिलने से घर में खुशी का वातावरण रहेगा।
वृषभ: आपको सूचित करते हैं कि आज का दिन सावधानीपूर्वक बिताएं। आप का मन अनेक प्रकार की चिंताओं से ग्रस्त होगा। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है एवं आँखों में पीड़ा होने की संभावना है। आत्मजनों एवं परिवारजनों से विरोध होगा। फिजूल खर्ची हो सकती है। दुर्घटना से सावधान रहें। गहन परिश्रम के बाद भी आज फल प्राप्ति कम रहेगी।
मिथुन: आज का दिन आप के लिए बहुत लाभप्रद है। अविवाहितों को योग्य जीवनसाथी मिल जाए ऐसे योग हैं। धन प्राप्ति के लिए शुभ दिन है। मित्रों से मुलाकात आनंदप्रद होगी और उनसे लाभ भी हो सकता है। पत्नी एवं पुत्र की ओर से लाभ रहेगा। उत्तम भोजन सुख है। संतान की तरफ से शुभ समाचार मिलेंगे।
ककर्: आज आप धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ आदि में व्यस्त रहेंगे। धार्मिक स्थान की मुलाकात से आनंद प्राप्त होगा। परिवारजनों के साथ आनंदपूर्वक समय बीतेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मन भी चिंता रहित होगा। आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। आज आपके भाग्य में अच्छा परिवर्तन योग है।
सिंह: आज आपको संभलकर चलने की सलाह देते हैं। आज आप को विपरित संयोग का प्रतिकार करना पड़ेगा। स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें। स्वास्थ्य बिगडऩे से आकस्मिक खर्च का प्रसंग आ सकता है। परिवारजनो के साथ संयमपूर्वक व्यवहार करें। अनैतिक कार्य से दूर रहें।
कन्या: सामाजिक तथा अन्य क्षेत्रों में ख्याति या सम्मान प्राप्त होगा। सुंदर वस्त्राभुषण की खरीदी भी हो सकती है। वाहनसुख प्राप्त होगा। भागीदारों के साथ संबंध अच्छे रहेंगे। पति-पत्नी के बीच अगर तकरार हुआ होगा तो वह दूर होगा तथा घनिष्ठता भी बढ़ेगी।
तुला: आज घर में सुख-शांति का वातावरण बने रहने से आपकी प्रसन्नता में वृद्घि होगी। कार्यालय में सहकर्मियों के साथ सहकारपूर्वक कार्य कर सकेंगे। कार्य में यश की प्राप्ति होगी। माता-पिता की ओर से कोई अच्छे समाचार मिलेंगे।
वृश्चिक: आपका दिन मध्यम फलदायी होगा। विद्यार्थियों को अभ्यास में सफलता मिल सकती है। नए कार्यों का प्रारंभ आज न करें। आर्थिक आयोजन के लिए अनुकूल दिन होने से आपका परिश्रम फलदायी सिद्ध होगा। फिर भी शेर-सट्टे से दूर रहिएगा। प्रवास भी संभवत: टालें।.
धनु: आज के दिन मन में उदासीनता छाई रहेगी। शरीर में स्फूर्ति तथा मन में प्रफुल्लितता का अभाव रहेगा। परिवारजनों के साथ तनाव के प्रसंग बनने से घर का वातावरण कलुषित रहेगा। आपका स्वभिमान भंग न हो इसका ध्यान रखें।
मकर: आज का दिन नए कार्यों का प्रारंभ करने के लिए शुभ है। नौकरी, व्यापार तथा दैनिक हर कार्य में अनुकूल परिस्थिति रहने से मन मे प्रसन्नता बनी रहेगी। भाई-बंधुओं से लाभ तथा सहकार मिलेगा। आर्थिक लाभ के योग हैं। विद्यार्थी अपना अभ्यास सरलता पूर्वक कर सकेंगे।
कुंभ: धार्मिक कार्य में खर्च हो सकता है। पारिवारिक वातावरण बिगड़ सकता है। कार्य में असफलता मन में असंतोष तथा निराशा जगाएगी। इसलिए स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें। निर्णयशक्ति का अभाव होगा।
मीन: आप का दिन शुभ फलदायी है। उत्साह तथा स्वस्थता बनी रहेगी। नए कार्य के प्रारंभ के लिए दिन अच्छा है। परिवार के सदस्यों तथा मित्रो के साथ भोजन का अवसर प्राप्त होगा। धन लाभ होगा, फिर भी अधिक खर्च न हो जाए इसका ध्यान रखें। धार्मिक कार्य तथा यात्रा का योग है।
तबादला नीति को पारदर्शी बनाने की जरूरत
अनूप भटनागर
अधिक न्यायाधीशों वाले बड़े उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों का तबादला न्यूनतम न्यायाधीशों की क्षमता वाले सिक्किम और मेघालय जैसे उच्च न्यायालयों में करने के कॉलेजियम के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं। इस तरह के फैसले निश्चित ही न्यायपालिका में पारदर्शिता के अभाव की ओर संकेत कर रहे हैं। अक्सर यह कहा जाता है कि अमुक मुख्य न्यायाधीश को सजा के रूप में न्यूनतम न्यायाधीशों वाले उच्च न्यायालय में भेजा जाता है। मद्रास उच्च न्यायालय, जिसके न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या 75 है, के मुख्य न्यायाधीश संजीब बनर्जी का मेघालय उच्च न्यायालय, जिसमे दो न्यायाधीश ही हैं, तबादला भी ऐसे ही सवाल उठा रहा है।
न्यायमूर्ति ताहिलरमानी के बाद न्यायमूर्ति बनर्जी और न्यायमूर्ति माहेश्वरी के तबादलों की घटनाओं ने सहसा राष्ट्रीय न्यायिक आयोग कानून, को असंवैधानिक घोषित करने की संविधान पीठ की अक्तूबर, 2015 की व्यवस्था में अल्पमत के न्यायमूर्ति जे चेलमेश्वर के फैसले में कॉलेजियम की कार्यशैली के बारे में टिप्पणियों की याद ताजा कर दी। न्यायमूर्ति चेलमेश्वर ने कॉलेजियम की बैठक और नामों के चयन की प्रक्रिया पर असहमति जाहिर की थी। मद्रास उच्च न्यायालय के वकील इस तबादले को लेकर आंदोलित हैं और उन्होंने प्रधान न्यायाधीश को इस संबंध में पत्र भी लिखा है।
पहले भी अधिक न्यायाधीशों वाले उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का सिक्किम उच्च न्यायालय तबादला होने की खबरें आती थीं। लेकिन पूर्वोत्तर राज्यों में उच्च न्यायालयों के सृजन के बाद बड़े उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का तबादला मेघालय किये जाने की खबरें सामने आ रही हैं। आमतौर पर ऐसे तबादले को सजा के रूप में भी देखा जाता है। यह सही है कि प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली उच्चतम न्यायालय की कॉलेजियम उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों के तबादले की अनुशंसा करती है और इस पर केन्द्र सरकार के माध्यम से राष्ट्रपति निर्णय लेते हैं। मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश संजीब बनर्जी के तबादले को उनकी अध्यक्षता वाली पीठ द्वारा 26 अप्रैल को निर्वाचन आयोग के बारे में की गयी सख्त टिप्पणी से भी जोड़ा जा रहा है। इस पीठ ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के लिए निर्वाचन आयोग को जिम्मेदार ठहराने संबंधी मौखिक टिप्पणी की थी और कहा था कि आयोग पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का तबादला मेघालय उच्च न्यायालय करने की यह लगातार दूसरी घटना है। इससे पहले, शीर्ष अदालत की कॉलेजियम की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने सितंबर, 2019 में तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विजया ताहिलरमाणी का भी मेघालय उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश के पद पर तबादला किया गया था। हालांकि, न्यायमूर्ति ताहिलरमानी ने मेघालय जाने की बजाय अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
आंध्र प्रदेश में 37 सदस्यीय उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जितेन्द्र कुमार माहेश्वरी का दिसंबर, 2020 में तीन सदस्यीय सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद पर किया गया था। इस तबादले को राज्य के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी सरकार के साथ टकराव की स्थिति से जोड़ा जा रहा था। लेकिन चंद महीनों बाद ही न्यायमूर्ति माहेश्वरी की पदोन्नति हो गयी और उन्हें उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश बना दिया गया।
इसी तरह की घटना 85 सदस्यीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बीके राय के साथ हुई थी। न्यायमूर्ति राय का पहले 24 सदस्यीय गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के पद पर तबादला किया गया और इसके बाद 2005 में उन्हें तीन न्यायाधीशों वाले सिक्किम उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बना दिया गया था। न्यायमूर्ति राय ने न्यायाधीश पद से इस्तीफा देने की बजाय सिक्किम उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश का पद ग्रहण किया जहां से वह दिसंबर, 2006 में सेवानिवृत्त हुए।
इसी तरह, भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे न्यायमूर्ति पीडी दिनाकरन को भी 62 सदस्यीय कर्नाटक उच्च न्यायालय से तीन सदस्यीय सिक्किम उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया था। इसके बाद उन्हें उच्चतम न्यायालय भेजने की कवायद चल रही थी लेकिन इसी बीच न्यायमूर्ति दिनाकरण को न्यायाधीश के पद से हटाने की महाभियोग प्रक्रिया शुरू हो गयी थी जिस वजह से उन्होंने जुलाई, 2011 में इस्तीफा दे दिया था।
न्यायमूर्ति गीता मित्तल पदोन्नति के साथ 17 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय की पहली मुख्य न्यायाधीश बनीं जबकि इससे पहले न्यायमूर्ति गीता मित्तल 60 सदस्यीय दिल्ली उच्च न्यायालय की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश थीं।
जरूरी है कि उच्चतर न्यायपालिका में न्यायाधीशों की नियुक्ति और उनके तबादले की नीति अधिक पारदर्शी बनायी जाये और तबादले के मामले में किसी भी प्रकार का विवाद उठने पर ऐसा करने की वजह सार्वजनिक की जाए ताकि मुख्य न्यायाधीशों के तबादलों को लेकर वकीलों को आंदोलन का सहारा नहीं लेना पड़े।
आज का राशिफल
मेष : आज आप का दिन अनुकूल है। स्वस्थ तन-मन से आज सारे कार्य कर पाएंगे, परिणामस्वरूप आपमें ऊर्जा एवं उत्साह छलकेगा। लक्ष्मीजी की कृपा आप पर रहेगी। पारिवारिक सदस्यों के साथ आनंद में समय बीतेगा। मित्र एवं स्नेहीजनों के मिलने से घर में खुशी का वातावरण रहेगा।
वृषभ : आपको सूचित करते हैं कि आज का दिन सावधानीपूर्वक बिताएं। आप का मन अनेक प्रकार की चिंताओं से ग्रस्त होगा। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है एवं आँखों में पीड़ा होने की संभावना है। आत्मजनों एवं परिवारजनों से विरोध होगा। फिजूल खर्ची हो सकती है। दुर्घटना से सावधान रहें। गहन परिश्रम के बाद भी आज फल प्राप्ति कम रहेगी।
मिथुन : आज का दिन आप के लिए बहुत लाभप्रद है। अविवाहितों को योग्य जीवनसाथी मिल जाए ऐसे योग हैं। धन प्राप्ति के लिए शुभ दिन है। मित्रों से मुलाकात आनंदप्रद होगी और उनसे लाभ भी हो सकता है। पत्नी एवं पुत्र की ओर से लाभ रहेगा। उत्तम भोजन सुख है। संतान की तरफ से शुभ समाचार मिलेंगे।
ककर् : आज आप धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ आदि में व्यस्त रहेंगे। धार्मिक स्थान की मुलाकात से आनंद प्राप्त होगा। परिवारजनों के साथ आनंदपूर्वक समय बीतेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मन भी चिंता रहित होगा। आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। आज आपके भाग्य में अच्छा परिवर्तन योग है।
सिंह : आज आपको संभलकर चलने की सलाह देते हैं। आज आप को विपरित संयोग का प्रतिकार करना पड़ेगा। स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें। स्वास्थ्य बिगडऩे से आकस्मिक खर्च का प्रसंग आ सकता है। परिवारजनो के साथ संयमपूर्वक व्यवहार करें। अनैतिक कार्य से दूर रहें।
कन्या : सामाजिक तथा अन्य क्षेत्रों में ख्याति या सम्मान प्राप्त होगा। सुंदर वस्त्राभुषण की खरीदी भी हो सकती है। वाहनसुख प्राप्त होगा। भागीदारों के साथ संबंध अच्छे रहेंगे। पति-पत्नी के बीच अगर तकरार हुआ होगा तो वह दूर होगा तथा घनिष्ठता भी बढ़ेगी।
तुला : आज घर में सुख-शांति का वातावरण बने रहने से आपकी प्रसन्नता में वृद्घि होगी। कार्यालय में सहकर्मियों के साथ सहकारपूर्वक कार्य कर सकेंगे। कार्य में यश की प्राप्ति होगी। माता-पिता की ओर से कोई अच्छे समाचार मिलेंगे।
वृश्चिक : आपका दिन मध्यम फलदायी होगा। विद्यार्थियों को अभ्यास में सफलता मिल सकती है। नए कार्यों का प्रारंभ आज न करें। आर्थिक आयोजन के लिए अनुकूल दिन होने से आपका परिश्रम फलदायी सिद्ध होगा। फिर भी शेर-सट्टे से दूर रहिएगा। प्रवास भी संभवत: टालें।.
धनु : आज के दिन मन में उदासीनता छाई रहेगी। शरीर में स्फूर्ति तथा मन में प्रफुल्लितता का अभाव रहेगा। परिवारजनों के साथ तनाव के प्रसंग बनने से घर का वातावरण कलुषित रहेगा। आपका स्वभिमान भंग न हो इसका ध्यान रखें।
मकर: आज का दिन नए कार्यों का प्रारंभ करने के लिए शुभ है। नौकरी, व्यापार तथा दैनिक हर कार्य में अनुकूल परिस्थिति रहने से मन मे प्रसन्नता बनी रहेगी। भाई-बंधुओं से लाभ तथा सहकार मिलेगा। आर्थिक लाभ के योग हैं। विद्यार्थी अपना अभ्यास सरलता पूर्वक कर सकेंगे।
कुंभ : धार्मिक कार्य में खर्च हो सकता है। पारिवारिक वातावरण बिगड़ सकता है। कार्य में असफलता मन में असंतोष तथा निराशा जगाएगी। इसलिए स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें। निर्णयशक्ति का अभाव होगा।
मीन : आप का दिन शुभ फलदायी है। उत्साह तथा स्वस्थता बनी रहेगी। नए कार्य के प्रारंभ के लिए दिन अच्छा है। परिवार के सदस्यों तथा मित्रो के साथ भोजन का अवसर प्राप्त होगा। धन लाभ होगा, फिर भी अधिक खर्च न हो जाए इसका ध्यान रखें। धार्मिक कार्य तथा यात्रा का योग है।
व्यक्ति को अमृत करती आचरण की महानता
योगेंद्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ –
इस संसार में असंख्य लोगों ने जन्म लिया, जीवन जिया और उन असंख्य लोगों में से कुछ लोग ऐसे हुए, जिन्हें इतिहास ने अपना अंग बनाकर अमृत कर दिया है। पर अकसर एक प्रश्न बार-बार मनुष्य के मस्तिष्क में कौंधता रहता है कि इस संसार में जन्मे असंख्य लोगों में, जिन्हें इतिहास ने सदा- सदा के लिए अपना अंग बनाकर महानता से अलंकृत किया, क्या वे इसलिए महान बने कि वे उच्च कुल में जन्मे थे या वे बहुत धनवान थे या उन्होंने संसार पर राज किया है? हर व्यक्ति अपनी सोच और जीवन के अनुभव के अनुरूप इसकी व्याख्या कर सकता है।
कुछ अंशों में यह बात मान भी लें, तो प्रश्न उठता है कि? श्रीराम क्या अयोध्या के राजा दशरथ के पुत्र होने के कारण ही पूजे गए? ऐसा होता तो फिर उनके भ्राता भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न को भी राम के बराबर ही पूजा जाता। तब उत्तर यही मिलता है कि व्यक्ति का आचरण ही उसकी महानता का आधार बनता है। राम, कृष्ण, बुद्ध, महावीर, गांधी, विनोबा भावे, रानी लक्ष्मी बाई, महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी जैसे अनेक महापुरुष इसीलिए महानता की श्रेणी में गिने जाते हैं, चूंकि उनके आचरण पूरे संसार के लिए प्रेरणा का अक्षय स्रोत बन गए हैं। उनके आचरण का अनुकरण आज भी जनमानस द्वारा किया जाता है।?
कबीर ने तो स्पष्ट शब्दों में साफ-साफ कह भी दिया है :-
ऊंचे कुल का जनमिया, करनी ऊंच न होइ।
सुवरण कलश सूरा भरा, साधुन निंदत सोइ।
कबीर के कहने का अभिप्राय यह है कि उच्च कुल में जन्म लेकर यदि किसी व्यक्ति के कर्म ऊंचे न हों तो निश्चित रूप से वह निंदित ही होता है, जैसे सोने के कलश में यदि सुरा या विष भरा हो तो वह अमृत नहीं होता। सज्जन पुरुष उसको अस्वीकार ही करेंगे।
सही मायनों में आचरण ही व्यक्ति के चरित्र का परिचायक होता है, यही हमारे महान चिंतकों और ऋषि-मुनियों ने बताया भी है। आज भी हम कितनी ही भौतिक समृद्धि प्राप्त कर लें, किन्तु महानता तो संसार में आचरण से ही मिलती है। सदियों से इसी बात को ही स्वीकार किया जाता रहा है।
एक ऐसा प्रेरक प्रसंग भारत के दो महान पुरुषों का भी है। जब डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत के राष्ट्रपति थे, तब वे कुन्नूर की यात्रा पर गए। वहां पहुंच कर उन्हें पता चला कि भारत के वीर सपूत पूर्व फील्ड मार्शल मानेकशॉ अस्वस्थ हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। डॉ. कलाम बिना पूर्व कार्यक्रम के उन्हें देखने अस्पताल पहुंचे और हालचाल पूछने के बाद बोले-आपको कोई कष्ट तो नहीं है? कोई बात हो तो मुझे बताइए। अस्वस्थता के चलते बिस्तर पर लेटे मानेकशॉ बोले-मुझे एक बात का बहुत दु:ख है, तो डॉ. कलाम ने आश्चर्यचकित होकर पूछा-मुझे बताइए, क्या दु:ख है आपको? तो फील्ड मार्शल का उत्तर था-दु:ख है कि मैं अपने देश के राष्ट्रपति और सेनाओं के सर्वोच्च कमांडर को सेल्यूट नहीं कर पा रहा हूं। और दोनों की आंखें छलछला उठीं।
भावुक होकर अब्दुल कलाम ने फिर पूछा-सरकार से कोई शिकायत हो तो बताइए? तो फील्ड मार्शल बोले-मुझे बीस वर्ष बाद भी सरकार से फील्ड मार्शल रैंक की पेंशन नहीं मिली है। डॉ. कलाम ने दिल्ली लौटते ही फील्ड मार्शल की बीस वर्षों से रुकी हुई पेंशन रुपए 1.25 करोड़ की स्वीकृति दी और इस राशि का चेक मानेकशॉ को पहुंचाने के लिए रक्षा सचिव को वेलिंगटन, ऊटी भेजा। लेकिन यह बात यहीं खत्म नहीं हुई। महत्वपूर्ण बात यह कि जब रुकी हुई पेंशन का चेक पूर्व फील्ड मार्शल मानेकशॉ को मिला तो तुरंत उन्होंने यह सारी राशि राष्ट्रीय रक्षा-कोष में दान कर दी।
यहां अब प्रश्न यह है कि इस घटनाक्रम के बाद हम किसे सैल्यूट करें? भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को, जो बीमार पूर्व फील्ड मार्शल को देखने बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के ही कुन्नूर के अस्पताल में पहुंचे और बीस वर्षों से रुकी हुई पेंशन का चेक उन्हें भिजवाया या उन फील्ड मार्शल को नमन करें जो राष्ट्रपति को सैल्यूट न कर पाने से दुखी हुए और मिलते ही पेंशन के रुपयों को दान करते हैं?
निस्संदेह इस बात में कोई दो राय नहीं हो सकती है कि इन दोनों ही महान पुरुषों को इनके आचरण ने इतनी महानता दे दी है कि हम और इतिहास उन्हें कभी भुला ही नहीं पाएगा।
हम, इन दोनों की महानता को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए यह संकल्प तो ले ही लें कि अपने लिए जीने के साथ ही समाज व किसी और के लिए भी जीएंगे, ताकि इतिहास का न सही, कुछ लोगों की यादों का अंग तो हम बन ही सकें। याद रखिए :-
धरा तो क्षमाशील है आदि से ही,
गगन भी अगर दे सुधा, तब तो जानें।
स्वयं के लिए तो जगत सांस लेता,
जगत के लिए सांस लो,तब तो जानें।
आज का राशिफल
मेष : आज आप का दिन अनुकूल है। स्वस्थ तन-मन से आज सारे कार्य कर पाएंगे, परिणामस्वरूप आपमें ऊर्जा एवं उत्साह छलकेगा। लक्ष्मीजी की कृपा आप पर रहेगी। पारिवारिक सदस्यों के साथ आनंद में समय बीतेगा। मित्र एवं स्नेहीजनों के मिलने से घर में खुशी का वातावरण रहेगा।
वृषभ : आपको सूचित करते हैं कि आज का दिन सावधानीपूर्वक बिताएं। आप का मन अनेक प्रकार की चिंताओं से ग्रस्त होगा। स्वास्थ्य बिगड़ सकता है एवं आँखों में पीड़ा होने की संभावना है। आत्मजनों एवं परिवारजनों से विरोध होगा। फिजूल खर्ची हो सकती है। दुर्घटना से सावधान रहें। गहन परिश्रम के बाद भी आज फल प्राप्ति कम रहेगी।
मिथुन : आज का दिन आप के लिए बहुत लाभप्रद है। अविवाहितों को योग्य जीवनसाथी मिल जाए ऐसे योग हैं। धन प्राप्ति के लिए शुभ दिन है। मित्रों से मुलाकात आनंदप्रद होगी और उनसे लाभ भी हो सकता है। पत्नी एवं पुत्र की ओर से लाभ रहेगा। उत्तम भोजन सुख है। संतान की तरफ से शुभ समाचार मिलेंगे।
ककर् : आज आप धार्मिक कार्य, पूजा-पाठ आदि में व्यस्त रहेंगे। धार्मिक स्थान की मुलाकात से आनंद प्राप्त होगा। परिवारजनों के साथ आनंदपूर्वक समय बीतेगा। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। मन भी चिंता रहित होगा। आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। आज आपके भाग्य में अच्छा परिवर्तन योग है।
सिंह : आज आपको संभलकर चलने की सलाह देते हैं। आज आप को विपरित संयोग का प्रतिकार करना पड़ेगा। स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें। स्वास्थ्य बिगडऩे से आकस्मिक खर्च का प्रसंग आ सकता है। परिवारजनो के साथ संयमपूर्वक व्यवहार करें। अनैतिक कार्य से दूर रहें।
कन्या : सामाजिक तथा अन्य क्षेत्रों में ख्याति या सम्मान प्राप्त होगा। सुंदर वस्त्राभुषण की खरीदी भी हो सकती है। वाहनसुख प्राप्त होगा। भागीदारों के साथ संबंध अच्छे रहेंगे। पति-पत्नी के बीच अगर तकरार हुआ होगा तो वह दूर होगा तथा घनिष्ठता भी बढ़ेगी।
तुला: आज घर में सुख-शांति का वातावरण बने रहने से आपकी प्रसन्नता में वृद्घि होगी। कार्यालय में सहकर्मियों के साथ सहकारपूर्वक कार्य कर सकेंगे। कार्य में यश की प्राप्ति होगी। माता-पिता की ओर से कोई अच्छे समाचार मिलेंगे।
वृश्चिक : आपका दिन मध्यम फलदायी होगा। विद्यार्थियों को अभ्यास में सफलता मिल सकती है। नए कार्यों का प्रारंभ आज न करें। आर्थिक आयोजन के लिए अनुकूल दिन होने से आपका परिश्रम फलदायी सिद्ध होगा। फिर भी शेर-सट्टे से दूर रहिएगा। प्रवास भी संभवत: टालें।.
धनु : आज के दिन मन में उदासीनता छाई रहेगी। शरीर में स्फूर्ति तथा मन में प्रफुल्लितता का अभाव रहेगा। परिवारजनों के साथ तनाव के प्रसंग बनने से घर का वातावरण कलुषित रहेगा। आपका स्वभिमान भंग न हो इसका ध्यान रखें।
मकर : आज का दिन नए कार्यों का प्रारंभ करने के लिए शुभ है। नौकरी, व्यापार तथा दैनिक हर कार्य में अनुकूल परिस्थिति रहने से मन मे प्रसन्नता बनी रहेगी। भाई-बंधुओं से लाभ तथा सहकार मिलेगा। आर्थिक लाभ के योग हैं। विद्यार्थी अपना अभ्यास सरलता पूर्वक कर सकेंगे।
कुंभ : धार्मिक कार्य में खर्च हो सकता है। पारिवारिक वातावरण बिगड़ सकता है। कार्य में असफलता मन में असंतोष तथा निराशा जगाएगी। इसलिए स्वास्थ्य के प्रति ध्यान दें। निर्णयशक्ति का अभाव होगा।
मीन : आप का दिन शुभ फलदायी है। उत्साह तथा स्वस्थता बनी रहेगी। नए कार्य के प्रारंभ के लिए दिन अच्छा है। परिवार के सदस्यों तथा मित्रो के साथ भोजन का अवसर प्राप्त होगा। धन लाभ होगा, फिर भी अधिक खर्च न हो जाए इसका ध्यान रखें। धार्मिक कार्य तथा यात्रा का योग है।
संसद में मोदी, बिरला ने बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली ,15 नवंबर (आरएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आज यहां संसद भवन परिसर में महान आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मोदी करीब पौने 11 बजे संंसद भवन परिसर में पहुंचे जहां लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल एवं राष्ट्रीय जनजातीय आयोग के अध्यक्ष फग्गन सिंह कुलस्ते भी उपस्थित थे। मोदी और बिरला ने झारखंड के आदिवासी समुदाय में भगवान की तरह पूज्य बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धा पूर्वक नमन किया। इस मौके पर आदिवासी कलाकारों के एक दल ने सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। प्रधानमंत्री ने कलाकारों के समीप जाकर उनसे बातचीत की और उत्साहवर्द्धन किया।
आज का राशिफल
मेष : मेष राशि के जातकों के लिए आज का दिन धन के मामले में काफी भाग्यशाली हो सकता है। आज आप पैसे बचाने में सफल रहेंगे। बच्चों की एजुकेशन से संबंधित बड़ा खर्च सामने आ सकता है। कोई भी कार्य करने में जल्दबाजी न करें। दूसरों की बातों को भी तसल्ली से सुनेंगे, तो बेहतर ढंग से काम को पूरा कर पाएंगे। मित्रों के साथ अच्छा वक्त बीतेगा।
वृषभ : वृष राशि वालों के लिए आज का दिन थोड़ा सा प्रतिकूल हो सकता है। वे जातक जो घर बैठ कर काम करने की सोच रहे थे। उन्हें बॉस का बुलावा आ सकता है और उनके आराम में खलल पड़ सकती है। कमाई के लिए दिन बहुत अच्छा है और आपको पूरा लाभ होगा। व्यर्थ खर्चों की वजह से भविष्य में आर्थिक तंगी हो सकती है।
मिथुन : मिथुन राशि के जातकों के लिए आज का दिन और इंतजार करने वाला हो सकता है। सरकारी विभागों में कार्य करवाने के आज आपके प्रयास व्यर्थ जा सकते हैं। आज ऑफिस में आपका कोई काम गड़बड़ा सकता है। प्रयास जारी रखें, धन लाभ भी हो सकता है।
ककर् : कर्क राशि के जातकों के लिए आज का दिन नई ऊर्जा से कार्य करने का है। आज आपको भाग्य का साथ प्राप्त होगा। आपके काम करने के तौर-तरीकों की वजह से बहुत पसंद किया जाएगा। नजदीकी लोगों के साथ भ्रम की स्थिति से बचने का प्रयास करें। बेहतर होगा कि अपनी क्षमता के अनुसार बातचीत करें। झूठा दिखास करने से फंस सकते हैं।इन 6 राशियों के लिए शुक्र नहीं रहता शुभ, लाभ के लिए आजमाने चाहिए ये उपाय
सिंह : सिंह राशि के जातक आज समय निकालकर अपने अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करने की कोशिश करेंगे। किसी भी तरह की लापरवाही या आज्ञा का पालन ना करना आपको बर्दाश्त नहीं होगा। ज्यादा तनाव सेहत को भी प्रभावित कर सकता है। हर कार्य को बिना तनाव लिए पूरा करें। दूसरों की भलाई के कार्यों पर धन खर्च करें।
कन्या : कन्या राशि के जातकों को आज लाभ होगा और भाग्य आपका साथ देगा। गलत कार्यों की तरफ आप बढ़ सकते हैं। इससे तुरंत भले ही फायदा हो जाए, लेकिन आगे जाकर तो आपको नुकसान हो सकता है। आप जिस प्रॉजेक्ट पर कार्य कर रहे थे, उसके परिणाम आपकी इच्छा के अनुरूप नहीं आने से तनाव हो सकता है। भ्रम की स्थितियां पैदा हो सकती हैं। महत्वपूर्ण निर्णय कुछ समय के लिए टालने पड़ सकते हैं।
तुला : तुला राशि के जातक आज अपने काम का स्वयं बखान करने की कोशिश करेंगे। ऐसा करने से उनका समय और ऊर्जा दोनों ही नष्ट होंगे। असलियत में अपने वादों को पूरा करने में मुश्किल होगी और भाग्य भी आपका साथ नहीं देगा। इसलिए बिना सोचे समझे कोई भी वादा करने से बचें। वित्तीय मामलों में समय अच्छा है। ग्रह नक्षत्रों की वजह से धन कमाने में लाभ हो सकता है।
वृश्चिक : वृश्चिक राशि के जातकों को उनके गलत कामों की वजह से उच्च अधिकारियों की बातें सुननी पड़ सकती हैं। ध्यानपूर्वक काम करें तो सही रहेगा और आपके कार्य भी समय से पूर्ण होंगे। एकाग्रता बनाएं और सही ढंग आगे बढ़ें तो सफलता प्राप्त होगी।चने की दाल का इनमें से कोई एक उपाय, दूर कर देगा आपकी आर्थिक तंगी
धनु : धनु राशि के जातकों के लिए आज का दिन क्रिएटिविटी वाला हो सकता है। अपरंपरागत तरीकों के प्रयोग से लाभ होगा। मीटिंग में आपके विचारों को तरजीह दी जाएगी। शुरुआती दौर में आपको भी यह सब अजीब लगेगा लेकिन सब की तरफ से तारीफ मिलने से आप में आत्मविश्वास का संचार होगा। आपके कार्य पूर्ण होंगे।
मकर : मकर राशि के जातकों के लिए आज का दिन धन वृद्धि वाला है। कलात्मक अभिव्यक्ति में वृद्धि होगी। कुछ कामों को समय पर पूरा कराने के लिए बाहर से आउटसोर्सिंग भी करनी पड़ सकती है। प्रॉपर्टी से जुड़े हुए मामलों में सोचकर फैसला लें।
कुंभ : कुंभ राशि के जातकों के लिए आज का दिन थोड़ा सा मुश्किल वाला हो सकता है। किसी गलतफहमी की वजह से पारिवारिक मुश्किलों में पड़ सकते हैं पार्टनर का सहयोग गलतफहमी को दूर करेगा। आज आपको ऐसा मुश्किल काम सौंपा जा सकता हैं जिसे अकेले करना मुश्किल होगा।
मीन : मीन राशि के जातक आज खुश रहेंगे। अधिक काम को साहसपूर्वक पूरा कर पाएंगे। निर्धारित लक्ष्य हासिल कर पाने से मान सम्मान में बढ़ेगा और लोग आपके काम में बाधा डालने का प्रयास करेंगे, परंतु ऐसे लोगों को सही जवाब भी मिलेगा। वित्तीय लाभ देने वाला दिन है।मिसरी हर दिन खाने के इन फायदों को आपने आजमाया क्या.
एक्सपायर हो चुके क्रेडिट कार्ड का इन बेहतरीन तरीको से करें इस्तेमाल
जब क्रेडिट कार्ड एक्सपायर हो जाता है, तब यह किसी का काम का नहीं रहता और नए क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने के बाद कई लोग उसे यूं ही इधर-उधर रख देते हैं। ऐसे में अगर आप चाहें तो इस एक्पायर्ड क्रेडिट कार्ड को कई बेहतरीन तरीकों से इस्तेमाल कर सकते हैं। चलिए आज हम आपको एक्सपायर क्रेडिट कार्ड को दोबारा इस्तेमाल करने के कुछ बेहतरीन आईडियाज के बारे में बताते हैं, जो यकीनन आपको भी काफी पसंद आएंगे।
बुक मार्क की तरह करें इस्तेमाल
अगर आपके पास एक्सपायर क्रेडिट कार्ड है तो आप इसका इस्तेमाल बुक मार्क की तरह कर सकते हैं। अगर आप किताबें पढऩे के शौकीन हैं तो आप एक बार में पूरी किताब न पढ़ पाने पर पन्ने को मोड़ देते होंगे या फिर उसे मार्कर आदि से हाइलाइट कर देते होंगे, लेकिन अब आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। आप जहां पर भी अपनी रीडिंग खत्म करें, वहां पर क्रेडिट कार्ड को रख दें।
स्क्रैपर की तरह करें इस्तेमाल
आप चाहें तो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल एक स्क्रैपर के तौर पर भी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर फर्श पर पेंट जैसा कुछ चिपक गया है या फिर आपको फ्रिज से बर्फ को खुरचना है या फिर प्लेट पर खाना चिपक गया है तो ऐसे में क्रेडिट कार्ड आपके बेहद काम आ सकता है। बस आपको इतना करना है कि आप उस जगह पर इसे अच्छी तरह उस स्थान पर स्क्रैप करें।
ईयरफोन से लेकर चार्ज को व्यवस्थित करके रखने में करे मदद
ईयरफोन से लेकर चार्जर का इस्तेमाल करना आसान होता है, लेकिन जब इन्हें स्टोर करने की बात आती है तो इनकी तारें आपस में उलझ जाती हैं और कभी-कभी तो इससे वह अंदर से कमजोर हो जाती हैं और जल्द ही खराब हो जाती हैं। ऐसे में आप तारों को व्यवस्थित करके रखने के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस हर बार इन तारों का इस्तेमाल करने के बाद आप उसे क्रेडिट कार्ड पर लपेटें।
बन जाए रूलर
अगर आपको कोई भी आर्ट एंड क्राफ्ट का कुछ काम कर रहे हैं और आपको उस दौरान एक सीधी रेखा खींचनी है, लेकिन आपके पास रूलर नहीं है तो ऐसे में आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। चूंकि इसके कार्नर एकदम सीधे होते हैं तो ऐसे में उसे बतौर रूलर इस्तेमाल करना एक अच्छा आईडिया है। यकीनन इससे एकदम सीधी रेखा खींचने में काफी मदद मिलेगी।(एजेंसी)
बच्चों में भरपूर पानी पीने की आदत डालने के लिए अपनाएं ये तरीके
अगर आपके बच्चे को कम पानी पीने की आदत है तो जल्द से जल्द अपने बच्चे की इस आदत को सुधारने की कोशिश करें। दरअसल, इससे बच्चे के शरीर में पानी की कमी हो सकती है जिसके कारण उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स देते हैं जिन्हें अपनाकर माता-पिता अपने बच्चों में भरपूर पानी पीने की आदत डाल सकते हैं।
बच्चे के पास हमेशा पानी से भरी बोतल रखें
अगर आपका बच्चा कम पानी पीता है तो उसे रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन कराने के लिए उसके पास हमेशा पानी से भरी एक बोतल रखें। बेहतर होगा कि आप इस काम के लिए रंगीन बोतल चुनें क्योंकि इससे बच्चा आकर्षित होगा और खुद ही बार-बार बोतल से पानी पीता रहेगा। यकीन मानिए बच्चों को यह तरीका बहुत पसंद आता है। आप भी अपने बच्चे को रोजाना भरपूर पानी पिलाने के लिए इसे अपना सकते हैं।
पानी को आकर्षक बनाएं
आकर्षक पानी की मदद से भी बच्चे को रोजाना भरपूर पानी पिलाया जा सकता है। पानी को आकर्षक बनाने के लिए इसमें स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और पुदीने की पत्तियां मिलाएं। अगर आपके बच्चे को सिर्फ फलों का जूस पसंद है तो उसे पानी से पतला करके अपने बच्चे को पिलाएं। इसके अतिरिक्त आप चाहें तो जूस को आइस ट्रे में फ्रीज कर सकते हैं और क्यूब्स को सादे पानी में मिलाकर बच्चे को दे सकते हैं।
पानी से भरपूर फल और सब्जियां दें
कुछ फल और सब्जियों का सेवन बच्चों को आवश्यक पोषक तत्वों के साथ-साथ बड़ी मात्रा में पानी देने में भी मदद कर सकता है, इसलिए इन्हें बच्चे की डाइट में शामिल करना फायदेमंद सिद्ध हो सकता है। उदाहरण के लिए, कीवी, संतरा, खीरा और टमाटर जैसे खाद्य पदार्थों में भरपूर मात्रा में पानी मौजूद होता है। इसके अलावा आप कुछ सूप और जूस आदि को बच्चों की डाइट में शामिल करके भी उन्हें पानी की कमी से बचा सकते हैं।
बच्चों में पानी पीने की होड़ लगाएं
अगर आपका बच्चा पानी पीने में नखरे करता है तो आप उसे खेल-खेल में भरपूर पानी का सेवन करा सकते हैं। इसके लिए खुद के सामने और अपने बच्चे के आगे पानी से भरे गिलास रखें, फिर उसके साथ पानी पीने की होड़ लगाएं। इसके अलावा आप अपने घर के बच्चों में या बच्चों के दोस्तों के बीच में पानी पीने की होड़ लगवा सकते हैं।(एजेंसी)
फिल्म राम सेतु के सेट पर लौटीं जैकलीन फर्नांडिज
जैकलीन फर्नांडिज काफी समय से फिल्म राम सेतु को लेकर चर्चा में हैं। अब सात महीने बाद फिर उन्होंने इस फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है। जैकलीन ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें शेयर कर यह जानकारी दी है। इससे पहले अयोध्या में फिल्म को शूट किया जा रहा था, जहां टीम के कई सदस्य कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। लिहाजा फिल्म की शूटिंग रोक दी गई थी।
जैकलीन फर्नांडिज ने अपनी दो तस्वीरें ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, राम सेतु के सेट पर वापसी। इसके साथ उन्होंने एक हार्ट का इमोजी भी बनाया। उनकी इस तस्वीर पर राम सेतु में उनकी को-स्टार नुसरत भरूचा ने लिखा, बेहद खूबसूरत, वहीं, प्रशंसक भी जैकलीन की तस्वीरों पर खूब प्यार लुटा रहे हैं और उन्हें शूट के लिए शुभकामनाएं दे रहे हैं। जैकलीन फेस्टिव मूड से बाहर आ चुकी हैं और काम पर फोकस करने के लिए तैयार हैं।
अभिषेक शर्मा के निर्देशन में बन रही फिल्म राम सेतु में भारतीय संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत से जुड़ी कहानी को पर्दे पर लाया जाएगा। इस फिल्म में अक्षय कुमार पुरातत्त्वविद् का किरदार निभाएंगे। फिल्म में मर्यादा पुरुषोत्तम राम की कहानी दिखाई जाएगी। इसमें अक्षय के साथ जैकलीन फर्नांडिज और नुसरत भरूचा नजर आएंगी। नुसरत इसमें उनकी पत्नी की भूमिका में होंगी और जैकलीन, अक्षय की टीम मेंबर होंगी, जो मिशन राम सेतु में अक्षय की मदद करती हैं।
इस फिल्म की घोषणा पिछले साल दीवाली के असवर पर हुई थी। अक्षय ने फिल्म का पोस्टर शेयर किया था। इसके साथ उन्होंने लिखा था, इस दीपावली, भारत राष्ट्र के आदर्श और महानायक भगवान श्री राम की पुण्य स्मृतियों को युगों-युगों तक भारत की चेतना में सुरक्षित रखने के लिए एक ऐसा सेतु बनाया, जो आने वाले पीढिय़ों को राम से जोड़ कर रखे। इसी प्रयास में हमारा भी एक छोटा संकल्प है राम सेतु। आपको दीपाध्वली की शुभकामनाएं।
जैकलीन जल्द ही फिल्म अटैक में जॉन अब्राहम के साथ नजर आएंगी। इस फिल्म का निर्देशन लक्ष्य राज आनंद कर रहे हैं। वह निर्देशक रोहित शेट्टी की फिल्म सर्कस का भी हिस्सा हैं। इस फिल्म में उनके साथ रणवीर सिंह और पूजा हेगड़े दिखाई देंगी। इसके अलावा जैकलीन फिल्म बच्चन पांडे में भी नजर आएंगी। इस फिल्म में भी वह अक्षय कुमार के साथ नजर आने वाली हैं। हॉलीवुड फिल्म वुमेन्स स्टोरीज को लेकर भी जैकलीन चर्चा में हैं।(एजेंसी)
दुल्हन बनने वाली हैं कुंडली भाग्य फेम श्रद्धा आर्या
धारावाहिक कुंडली भाग्य से घर-घर में लोकप्रिय हुईं अभिनेत्री श्रद्धा आर्या भी जल्द ही शादी के बंधन में बंध जाएंगी। इन दिनों बॉलीवुड और छोटे पर्दे से जुड़े तमाम सितारों के शादी के बंधन में बंधने की खबरें आ रही हैं। अब भले ही श्रद्धा ने खुद अपनी शादी की खबरों पर कुछ नहीं कहा है, लेकिन कहा जा रहा है कि 16 नवंबर को उनके घर पर शहनाई बजने वाली है।
इस समय अंकिता लोखंडे की शादी को लेकर कई खबरें सामने आ रही हैं। अंकिता अपने बॉयफ्रेंड विक्की जैन संग अगले महीने सात फेरे लेने वाली हैं। उनकी खास दोस्त श्रद्धा आर्या भी शादी करने की प्लानिंग कर चुकी हैं।
रिपोर्टों के मुताबिक, श्रद्धा 16 नवंबर को शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि श्रद्धा ने राहुल नाम के एक शख्स से शादी करने का फैसला किया है, जो नेवी ऑफिसर हैं।
कुंडली भाग्य से जुड़े सूत्र ने बताया कि श्रद्धा अपनी शादी से जुड़ी हर जानकारी सीक्रेट रखना चाहती हैं। कइयों को तो पता भी नहीं है कि वह किससे शादी कर रही हैं। उन्होंने दो हफ्ते की छुट्टी ली हुई है। शादी से पहले श्रद्धा ने हमारे साथ कल ही अपना आखिरी एपिसोड शूट किया है। शादी में सिर्फ कुछ खास लोग ही शामिल होने वाले हैं। श्रद्धा एक निजी समारोह में दुल्हनिया बनने वाली हैं।
श्रद्धा ने 2019 में नच बलिए में खुलासा किया था कि वह जालंधर के बिजनेसमैन आलम मक्कर को डेट कर रही हैं। हालांकि, नच बलिए 9 में आने के दो महीने बाद ही दोनों का ब्रेकअप हो गया था।
34 साल की श्रद्धा आर्या टीवी की उन अदाकाराओं में से हैं, जिनकी फैन फॉलोइंग जबरदस्त है। कुंडली भाग्य से पहले वह मैं लक्ष्मी तेरे आंगन की, तुम्हारी पाखी और ड्रीम गर्ल जैसे कई धारावाहिकों में दिख चुकी हैं, लेकिन कुंडली भाग्य में प्रीता के रोल में लोगों ने उन्हें भरपूर प्यार दिया। आज श्रद्धा आर्या का नाम टीवी की सबसे महंगी अदाकाराओं की लिस्ट में शामिल हैं। श्रद्धा पाठशाला और निशब्द जैसी फिल्मों में भी नजर आ चुकी हैं।(एजेंसी)
संगीत की नि:स्वार्थ सेवा और समर्पण के प्रतीक हैं – पद्म मदन चौहान
परेश कुमार राव –
भारत सरकार अपने नागरिकों को उनके अद्वितीय योगदान के लिए विभिन्न सम्मान प्रदान करती है । विगत कुछ वर्षों में पद्मसम्मान भारत सरकार द्वारा ऐसे कुछ महत्वपूर्ण और बिरले लोगों को प्रदान किया गया है, जिन्होंने अपनी मिट्टी से जुड़कर, ह्रदयतल की गहराइयों से, नि:स्वार्थ, निष्काम भाव से अपना कर्म किया है, साधना की है, सेवा की है ।
इसी कड़ी में भारत सरकार द्वारा वर्ष-2020 के लिए प्रदत्त पद्मसम्मानों में एक नाम छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय संगीतकार मदन चौहान का भी है । मदन चौहान जी की गायकी एक उन्मुक्त बहते झरनें की तरह है, जिसमें प्रवाह है, सादगी है, मौलिकता है, फकीराना अंदाज है, तो साधना की बानगी भी । संगीत का हर रंग फिर चाहे वो भजन हो, गजल या कव्वाली मदन चौहान जी उसे अपने अंदाज में ढाल लेते है ।
अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत का जिक्र करते मदन जी कहते है कि 10 वर्ष की उम्र में वे डब्बे बजाते थे, गरीबी का दौर था, डब्बे से शुरु हुआ सिलसिला ढोलक तक आ पहुंचा, ढोलर बजाते-बजाते आर्केस्ट्रा की तरफ आकर्षित हुए, उम्र का तकाजा था । इसके बाद कुछ लोगों ने सलाह दी कि अगर तबला बजाएं तो बेहतर होगा । तो फिर वहां से तबले की शुरुवात हुई । तबले की आरंभिक शिक्षा आपने आकाशवाणी के कन्हैया लाल भट्ट से और जगन्नाथ भट्ट से ली । आप अजराड़ा घराने के ख्याति लब्ध उस्ताद काले खां को गंड़ाबंध शागिर्द बने । तबला सीखने और सिद्धहस्त होने के बावजूद मदन जी के अंतस में एक गायक कंठ छिपा था, जिसमें गायकी के प्रति निश्चल इच्छा शक्ति थी । पहले-पहल दूसरे लोगों की तरह उन्हें भी फिल्मी संगीत ने प्रभावित किया । महान संगीतकार नौशाद, हेमन्त कुमार की धुनों से वे बंध से गए थे । उसके बाद उन्हें शंकर जयकिशन, मदनमोहन रोशन, सरदार मलिक आदि संगीतकारों ने भी काफी प्रभावित किया ।
मुलत: रायपुर शहर से ताल्लुक रखने वाले मदन जी उस दौर को याद करते कहते हैं कि काफी पिछड़ा व देहाती इलाका था । बिजली भी नहीं थी, सिर्फ रेडियों में सुकर संगीता का आनंद मिलता था । अपनी शिक्षा के बारें में बताते मदन जी कहते हैं कि उन्होंने मैट्रिक तक पढ़ाई की और फिर नौकरी की तलाश में लग गए, लेकिन साथ ही संगीत के शौक ने उन्हें एक मुकाम दिया । मदन जी ने आरम्भिक दौर में संगीत में संगत की फिर रुख किया आर्केस्ट्रा का । आर्केस्ट्रा और फिर तमाम संगीत समूहों के साथ संगत करते-करते आकाशवाणी में भी अपनी जगह बनाई । पुराने दौर को याद करते मदन जी रोचक संस्मरण सुनाते कहते है कि खमतराई में स्थित ट्रांसमीटर से ही प्रसारण होता था आकाशवाणी का । स्टूडियों नहीं बना था । उस दौर में साजों सामान भी कम था, फिर भी रेडियो की अपनी दुनिया थी, लोग रेडियों में आने को लालायित रहते थे ।
मदन जी गर्व से कहते है कि उन्हें सही पहचान रेडियो से ही मिली । अपनी पहली रिकार्डिंग को याद करते वे कहते हैं कि उन्होंने लोकगायक स्व. शेख हुसैन, रहमान शरीफ और निर्मला इंगले जी के साथ संगत की थी और छत्तीसगढ़ के कोने-कोने में अपनी प्रस्तुति दी है । उन्होंने अपने लोगों के बीच अपना संगीत प्रस्तुत कर गर्व का अनुभव किया, नि:स्वार्थ भाव से लोगों का मनोरंजन करते रहे । लोक संगीत में मदन जी ने काफी काम किया पर सुगम संगीत में नामचीन कलाकारों के साथ संगत की जैसे- राहत अली, चंद्रकांत गधर्व, पुष्पा हंस और अहमद हुसैन मोहम्मद हुसैन अच्छे और बड़े कलाकारों के साथ संगत करते-करते मदन जी का मन गायकी की तरफ मुड़ गया । गाना तो ह्रदय की गहराइयों में था ही, रुहानियत सी की अच्छा संगीत सुनते थे तो बस वही से शुरुवात हुई गाने की । तबले के साथ-साथ अब गाना सुकुन देने लगा, गजलों की तरफ उनका रुझान काफी था । गायन, वादन के साथ-साथ मदन जी अपने साजो कि रख-रखाव के लिए भी जाने जाते हैं, वे कहते हैं कि साज को बेहतर ढंग से रखना और उसके बारे में जानना बेहद जरुरी है ।
संगीत में साधना, तपस्या, समर्पण के साथ मदन जी ने समाज को बहुत कुछ दिया । धर्म-निरपेक्षता की मिसाल पेश करते भजन भी गाए, कव्वाली भी गाई, गुरुवाणी भी सुनाई । बच्चों को संगीत की तालीम लगातार देते रहे । 74 वर्ष की आयु में भी सक्रिय मदन जी कहते है कि क्षेत्र की प्रतिभाएं आगे आएं और छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करें, इसके लिए सदैव तत्पर रहते हैं । संगीत में निर्गुण रंग को अपनी अनोखी अभिव्यक्ति देते मदन जी ने सूफीयाना अंदाज को भी अपनाया । कबीर, अमीर खुसरों और मध्यकालीन संत कवियों की रचनाओं का निरंतर गायन किया । अपने बंदिशे खुद तैयार की, अपनी मौलिकता और सादगी के साथ पद्मजैसे उच्च सम्मान के अतिरिक्त आपको कला रत्न, सूफी तारीख, संगीत विभूति जैसे प्रादेशिक सम्मान भी मिले । आपके प्रतिष्ठित दाउ रामचंद्र देशमुख सम्मान भी मिला । सन् 2017 में गायन में आजीवन उपलब्दियों के लिए उन्हें चक्रधर सम्मान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के करकमलों से प्राप्त हुआ ।
नि:संदेह मदन चौहान ने अपने संगीत साधना से सुरों को, साजों को, संगीत को नए आयाम दिए हैं । संगीत की निस्वार्थ सेवा और समर्पण से उन्होंने नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा प्रदान की है ।
(लेखक वरिष्ठ उद्घोषक, आकाशवाणी केन्द्र, रायपुर)
आज का राशिफल
मेष : आज के दिन आप सामाजिक कार्यों और मित्रों के साथ व्यतीत करेंगे। आपके मित्रों की मंडली में नए मित्र जुड़ेंगे। मित्रों के पीछे धन खर्च होगा। बुजुर्गों की तरफ से लाभ होगा और उनका सहयोग मिलेगा। आकस्मिक धन लाभ मानसिक प्रसन्नता बढ़ाएगी। दूर रहनेवाले संतान का शुभ समाचार मिलेगा।
वृषभ : नौकरी में पदोन्नति के समाचार मिलेंगे। उच्च पदाधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। सरकारी निर्णय आपके पक्ष में आने से लाभ मिलेंगे। गृहस्थजीवन में सुख. शांति रहेगा। नए कार्यों का आयोजन हाथ में लेंगे। अधूरे कार्य पूरा कर सकेगें। दांपत्यजीवन में मधुरता रहेगी। तंदुरुस्ती बनी रहेगी।
मिथुन : आज आपको थोड़ी प्रतिकूलताओं का सामना करना पड़ेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। जिसके कारण कोई भी कार्य करने का उत्साह मंद रहेगा। नौकरी. धंधा के जगह भी साथी कर्मचारियों का और उच्च पदाधिकारियों का व्यवहार सहयोगपूर्ण न होने से मानसिक हताशा पैदा होगी।
ककर् : आज के दिन आप पर नकारात्मक व्यवहार हावी रहेंगे। क्रोध अधिक रहेगा। स्वास्थ्य के सम्बंध में शिकायत रहेगी। अनैतिक कामवृत्ति और चोरी जैसे विचारों पर संयम रखें, अन्यथा अनिष्ट हो सकता है। आज वाणी पर संयम रखना पड़ेगा। कुटुंबीजनों के साथ झगड़े विवाद होने की संभावना है।
सिंह : आज के दिन आप मनोरंजन तथा घूमने. फिरने में समय व्यतीत करेंगे। फिर भी सांसारिक मामलों के विषय में आपका व्यवहार उदासीन रहेगा। जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब होने की संभावना है। विपरीत लिंगीय व्यक्तियों के साथ की मुलाकात बहुत आनंददायक नहीं रहेगी।
कन्या : परिवार में आनंद एवं उत्साह का वातावरण रहने से आपका मन भी प्रसन्न रहेगा स्वास्थ्य बना रहेगा। बिमार व्यक्ति की तबीयत में सुधार होने से राहत का अनुभव होगा। कार्य में सफलता और यश मिलेगा। आफिस में सहकर्मीगण सहायक होंगे और व्यापार. धंधे में प्रतिस्पर्धियों और विरोधियों से नुकसान होने की संभावना है।
तुला : आज आप अपनी कल्पनाशक्ति और सृजनशक्ति को अच्छी तरह काम में लगा सकेंगे। बौद्धिक प्रवृत्तियां या चर्चा में भाग लेना आपको पसंद आएगा। संतान की तरफ से शुभ समाचार मिलेगा। उनकी प्रगति होगी। स्त्री मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रिय व्यक्ति के साथ मिलन सुखद रहेगा। अत्यधिक विचारों से मन विचलित बनेगा।
वृश्चिक : आज का दिन शांति से व्यतीत करने की सलाह देते हैं। शारीरिक स्वास्थ्य तो बिगड़ेगा ही, मानसिक रूप से भी आप स्वस्थ नहीं रह सकोगे। माता के स्वास्थ्य के संबंध में चिंता रहेगी। पारिवारिक सदस्यों के साथ अनबन होने से मन दु:खी होगा।
धनु : आज आप पर गूढ़ रहस्यवाद और आध्यात्मिकता का रंग चढ़ेगा। इसलिए इस विषय में गहरे उतरने का प्रयास करेंगे। नए कार्य करने के लिए प्रेरित होंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आपका मन प्रसन्न रहेगा। लघु यात्रा की संभावना है। मित्रों और सगे. संबंधियों के साथ की मुलाकात सुखद रहेगी।
मकर : न बोलने में नौ गुण, इस कहावत की यथार्थता को समझकर आप यदि वाणी पर संयम रखेंगे, तो बहुत से अनर्थ होने से रुक जाएंगे। विद्यार्थियों को पढ़ाई में परिश्रम करने पड़ेंगे। नकारात्मक विचारों पर काबू रखने की सलाह देते हैं। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। दाहिने आंख में तकलीफ होने की संभावना है।
कुंभ : आज का दिन आपके लिए अच्छा साबित होगा। परिवारजनों के साथ सुरुचिपूर्ण भोजन का आनंद उठाएंगें। मित्रों के साथ बाहर घूमने जाने का आयोजन होगा, तो दूसरी तरफ आज आपकी चिंतनशक्ति और आध्यात्मिक शक्ति भी अच्छी रहेगी।
मीन : थोड़े समय में लाभ लेने की लालच छोडऩे और पूंजी निवेश में ध्यान रखने की सलाह है। आज आपके मन की एकाग्रता कम रहेगी। शारीरिक स्वास्थ्य खराब होगा। संतान की समस्या उलझन में डालेगी। स्वजनों से दूर जाने का अवसर आएगा। धार्मिक कार्यों के पीछे खर्च होगा।
००
जनप्रतिनिधियों की भी हो लक्ष्मण रेखा..?
लक्ष्मीकांता चावला –
जनता को जानना चाहिए कि उनके जनप्रतिनिधियों को कई विशेष अधिकार मिलते हैं। अगर कोई सरकारी अधिकारी उनको पूरा मान-सम्मान न दे या उनका उचित-अनुचित आदेश न माने तो उसे जनप्रतिनिधि की मानहानि मानकर विधानसभा या संसद के स्पीकर के समक्ष शिकायत की जा सकती है। स्पीकर महोदय बड़े से बड़े अधिकारी को बुलाकर डांट भी सकते हैं, दंड भी दिलवा सकते हैं। शायद इसीलिए जनप्रतिनिधियों का अपने अधिकारों के प्रति विवेकहीन दुराग्रह बन गया है। हाल ही में गुरदासपुर जिले के एक विधायक ने उस व्यक्ति को बुरी तरह थप्पड़ जड़ दिए, जिसने अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए अपने विधायक से यह पूछा था कि उनके क्षेत्र में आज तक क्या विकास किया गया। विधायक ने उत्तर थप्पड़ और घूंसे से दिया। ऐसे ही जब मामले की खूब चर्चा हुई, विधायक की निंदा हुई तो स्वांग रचा गया कि प्रश्न करने वाले युवक की शब्दावली अशिष्ट थी। विडंबना कि उस युवक ने माफी मांगी।
कुछ समय पहले इंदौर के एक सत्तापति राजनेता ने जो बाद में विधायक भी बना, एक इंजीनियर को क्रिकेट के बैट से पीट दिया। थोड़ी-सी नाक बचाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व में उसे एक कारण बताओ नोटिस दिया, पर वह राजनीति के बड़े खिलाड़ी का बेटा था। फिर उसके बेटे को पार्टी से निकालने या दंड देने का साहस किसी ने न किया।
ऐसी ही दुर्घटना महाराष्ट्र में भी हुई। वहां भी सत्तापतियों के हाथों एक वरिष्ठ अधिकारी पीटा गया। उसके मुंह पर कीचड़ ही पोत दिया। आखिर क्या अधिकार केवल उनके ही हैं, जिनको अधिकार आम जनता ने दिया। विधायकों और सांसदों को सत्तापति बनाने के लिए जिन्होंने मतदान किया, दुख-सुख में संरक्षण के लिए अपना प्रतिनिधि बनाया, वही इतने उद्दंड हो जाएं कि जब चाहें, जिसे चाहें अपनी सत्ता के नशे में पीट दें, अपमानित करें या मुंह पर कीचड़ या कालिख पोत दें। डराने और धमकाने में भी हमारे जनप्रतिनिधि अनेकश: सभी सीमाएं लांघ जाते हैं। अभी-अभी हरियाणा से एक सांसद ने तो नेताओं का घेराव करने वाले किसानों को यह धमकी भी दे दी कि उनकी आंखें निकाल देंगे। हाथ तोड़ देंगे।
बहुत से मतदाता पूछते हैं कि अगर नेताजी चार या उससे ज्यादा निर्वाचन क्षेत्रों से वोट ले सकते हैं तो हम एक से ज्यादा स्थानों पर वोट क्यों नहीं डाल सकते। इसका उत्तर मिलना भी नहीं, मिला भी नहीं। अगर निष्पक्ष ढंग से सोचा जाए तो जो नेता एक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ता है और सभी जगहों से विजयी होने के बाद त्यागपत्र देता है तो वहां पुन: चुनाव करवाने का खर्च सरकार पर क्यों डाला जाए। नियम तो यह होना चाहिए कि वह सारा खर्च वही विधायक या सांसद दे, जिसने एक से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ा और पुन: चुनाव करवाने की स्थिति के लिये मजबूर किया।
सवाल है कि जहां न नेता का वोट है और न उसे उस क्षेत्र की कोई जानकारी है, वहां से चुनाव कैसे लड़ सकता है? आज तक कोई भी सरकार या चुनाव आयोग यह नियम नहीं बना सका कि जनता का प्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद अपने चुनाव क्षेत्र में ही रहे, जिससे जनता की सुख-सुविधाओं का ध्यान रख सके, उनकी कठिनाइयां दूर कर सके। हमारे देश के सैकड़ों ऐसे विधायक व सांसद हैं जो चुनाव जीतने के बाद अपने क्षेत्र से लगभग गायब रहते हैं। वे जानते हैं कि शायद ही वे इस क्षेत्र में चुनाव की मार्केट में दोबारा उतरें अन्यथा जिस पार्टी को उनकी जरूरत होगी वे स्वयं ही कोई सुरक्षित क्षेत्र चुनाव लडऩे के लिए दे देगी। जनता ठगी-ठगी सी रह जाती है। चुनावों में टिकट देने वाले जानते हैं कि यह पैराशूटी उम्मीदवार जनता के लिए नहीं चुने, अपितु संसद या विधानसभा में हाथ खड़े करने के लिए चुने हैं।
सर्वविदित है कि बहुत से जनप्रतिनिधि पंचायत से लेकर संसद तक जनता से दूर रहते हैं। विधानसभाओं और संसद में कभी उन्होंने जनता के हित के लिए मुंह नहीं खोला। बहुत से तो शायद यह भी नहीं जानते होंगे कि काल अटेंशन और स्थगन प्रस्ताव कैसे बनाए, दिए और पेश किए जाते हैं। सदन में उनकी उपस्थिति भी कम रहती है। एक कालेज विद्यार्थी को 75 प्रतिशत उपस्थिति देना आवश्यक है अन्यथा परीक्षा के लिए अयोग्य माना जाता है, पर इनकी उपस्थिति पांच प्रतिशत भी रहे तो ये माननीय सांसद व विधायक हैं। पूरा वेतन भत्ता लेते हैं। इनसे प्रश्न करने वाला कोई नहीं, क्योंकि ये जनता बेचारी के वोट लेकर वीआईपी हो गए। इसलिए अगर लोकतंत्र को स्वस्थ बनाना है तो जनता को भी ऐसे चुनावी उम्मीदवारों का विरोध करना चाहिए जो फसली बटेरे ज्यादा हैं, जनप्रतिनिधि नहीं। जो चार-चार सीटों पर चुनाव लड़ते हैं और कभी भी अपने चुनाव क्षेत्र से वफादारी नहीं निभाते। जनता को चाहिए कि जागरूक होकर ऐसे चुनावी खिलाडिय़ों को नकार दे जो जनप्रतिनिधि बनने के लिए नहीं, अपितु माननीय और वीआईपी बनने के लिए चुनाव लड़ते हैं।
दौलत उगाते किसान को भी समृद्ध कीजिए
देविंदर शर्मा –
हमें बखूबी पता है कि कोविड महामारी के मायूसी भरे दिनों में कृषि संकटमोचक बनी। इतना ही नहीं, लॉकडाउन के दौरान परिवारों को भोजन की लगातार आपूर्ति भी होती रही और जो लोग खरीदने लायक नहीं थे, उनको मुफ्त राशन भी मिला और इस खेती ने ही अर्थव्यवस्था के पहिए चलाए रखे। ऐसे वक्त पर, जब वित्तीय वर्ष 2020 की पहली तिमाही में आर्थिकी 23.9 प्रतिशत नीचे फिसली थी, जबकि 3.4 फीसदी का सकल मूल्य संवर्धन अर्जित कर कृषि ही एकमात्र चमकता बिंदु रही।
पूरे वर्ष के दौरान खेती ने ठोस आधार प्रदान किए रखा। कोविड-19 से पैदा हुए व्यवधानों के बावजूद, जब आर्थिकी के तमाम अन्य क्षेत्र संघर्ष में फंसे थे और आशान्वित करती संभावना की शिद्दत से जरूरत थी, ऐसे में कृषि ने 3.08 करोड़ टन खाद्यान्न पैदा कर रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज करवाया। 2020-21 की यह बंपर उपज पिछले फसल चक्र की बनिस्बत 1.15 करोड़ टन ज्यादा थी। यही नहीं, देश में 32.9 करोड़ टन फल, सब्जियां, सुगंधित फूल, मसालों के अलावा 20.4 करोड़ टन दूध और 3.61 करोड़ टन तिलहन का उत्पादन भी हुआ।
सरल शब्दों मे कहें तो किसान ने देश के लिए दौलत उगाई। यह न सिर्फ महामारी के दौरान हुआ बल्कि साल-दर-साल हो रहा है। यह बात काबिलेतारीफ है कि कृषकों की कड़ी मेहनत से हमारी मेजों तक भोजन पहुंच पाता है। बात ज्यादा पुरानी नहीं है। 1960 के दशक तक भी आलम यह था कि भारतवासियों को दो जून की रोटी के लाले पड़े रहते थे। लेकिन बलिहारी जाएं किसानों पर, जिन्होंने देश को अन्न के मामले में आत्मनिर्भर बना डाला और इस तथ्य को झुठलाया नहीं जा सकता। कृषि ने बड़ी कुलांचे भरी और खाद्यान्न उत्पादकता में वर्ष 1950-51 के मुकाबले 2020-21 तक 6 गुणा लंबी छलांग लगाई है।
एक जीवंत खेती वह होती है जो बढ़ती आर्थिक तरक्की के साथ बढ़े। लेकिन यह यकीन करना कि केवल आर्थिक प्रगति के सहारे भूख और कुपोषण की समस्या को हल किया जा सकता है तो यह एक वहम है। जैसा कि संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) ने खुद माना है कि बेशक आर्थिक विकास जरूरी है लेकिन यह अपने आप में भूख और कुपोषण घटाने में गति नहीं ला सकता। ‘द लांसेटÓ विज्ञान पत्रिका में छपे एक अध्ययन के मुताबिक विकासशील देशों में आर्थिक विकास दर में 10 फीसदी का इजाफा होने पर भी कुपोषण में ज्यादा से ज्यादा 6 फीसदी की कमी हो पाई है। वहीं दूसरी ओर वे देश जिनके नागरिकों को अच्छी खुराक मुहैया है, वहां कुशल और उत्पादक श्रमशक्ति बनती है जो कि उच्च आर्थिक विकास पाने को जरूरी है।
वर्ष 1950-51 से लेकर यदि जनसंख्या वृद्धि के हिसाब से देखें तो भारत की आबादी लगभग 4 गुणा बढ़ी है, जो 35.9 करोड़ से 140 करोड़ तक पहुंच गई है। लेकिन भारतीय कृषि ने न केवल जनसंख्या वृद्धि के मुकाबले अपनी रफ्तार कायम रखी बल्कि ‘माल्थुसियन कैटास्ट्रोफÓ नामक सिद्धांत (उपज से कहीं ज्यादा खाने वाले मुंह) को इस कदर गलत सिद्ध कर दिया कि कल्पनातीत अतिरिक्त अनाज पैदा कर दिखाया। यह इजाफा सिर्फ देश का पेट भरने लायक अन्न पैदा करने तक सीमित नहीं था, इसके अलावा फल, सब्जियां और दूध में प्रति व्यक्ति हुई बढ़ोतरी ने कुपोषण और अपरोक्ष भुखमरी को कम करने में काफी मदद की है। हालांकि भुखमरी आज भी देश के कुछ भागों में व्याप्त है, लेकिन इसके पीछे का कारण खाद्यान्न उत्पादन में कमी न होकर वंचितों तक पंहुच और वितरण की जुड़वां खामियां है।
यदि प्रगति और सपन्नता एडम स्मिथ के मौलिक अध्ययन का मुख्य केंद्र बिंदु था, जो कि राष्ट्रों की अमीरी के पीछे के कारणों और प्रकृति को लेकर था तो यह मानना पड़ेगा कि भारतीय कृषि में हुआ उल्लेखनीय परिवर्तन वह है जिसने न केवल देश की दौलत में योगदान दिया बल्कि इसमें इजाफा किया है। आज आवश्यक भोजन जैसे कि गेहूं, चावल, फल, दूध और दालों के उत्पादन में भारत दुनियाभर में दूसरे पायदान पर है, यह तमाम रिकॉर्ड उपलब्धियां भारतीय किसानों द्वारा भरी गई बड़ी कुलांचे दर्शाता है, तथापि यह प्राप्ति उनके लिए ऊंची आमदनी में तबदील न हो पाई। इस मामले में वृद्धि खेती की समृद्धि नहीं बन पाई।
जिस अदृश्य हाथ का उल्लेख एडम स्मिथ ने किया है, वह दरअसल किसान को गुजारे लायक आमदनी देने तक में असफल रहा है। यह त्रासदी केवल भारत की नहीं बल्कि दुनियाभर की है। किसानी से होने वाली आमदनी साल-दर-साल कैसे सिकुड़ती गई, कैसे मुक्त मंडियों ने कृषकों की कमाई हड़प ली है, यह जानने के लिए किसी परिष्कृत अर्थशास्त्र ज्ञान की जरूरत नहीं है। इसकी बजाय, जैसा कि इस साल अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता ने अपने लेख में स्वयं कबूल किया है ‘कारण और प्रभाव का निष्कर्ष नैसर्गिक प्रयोगों से निकाला जा सकता है।Ó इस कथन से सहमत होते हुए मुझे लगता है कि जब आसानी से उपलब्ध साक्षात सबूतों के जरिए निष्कर्ष निकाला जा सकता है तो इसके लिए अर्थशास्त्रियों को जटिल अर्थ-समीकरण वाले अध्ययन करने की जरूरत नहीं होनी चाहिए।
खाद्य एवं कृषि संगठन के वर्ष 2008 के आकलन के मुताबिक (रिपोर्ट मार्च, 2021 में जारी की गई है) भारत के खाद्यान्न उपज का मूल्य लगभग 28,98,02,032 मिलियन डॉलर था, वहीं सकल कृषि उत्पादों की कीमत 40,07,22,025 मिलियन डॉलर रही है। इस मामले में चीन (418541343 मिलियन डॉलर) के बाद भारत दूसरे स्थान पर है। अब इससे पहले कि आप इन आंकड़ों की भूलभुलैया में खो जाएं, यहां पर गौर करना बहुत महत्वपूर्ण है कि किसानों ने इतना हैरतअंगेज सरमाया पैदा किया है और कृषि क्षेत्र कुल मिलाकर कितनी कीमत का उत्पादन करता है। दूसरे शब्दों में किसान दौलत उगाने वाला है।
इसलिए आर्थिक नीतिकारों को अपनी सोच में तबदीली लाने की जरूरत है, वह जिन्हें रिवायती तौर पर यही यकीन रहा है कि केवल व्यापार-धंधे (बड़े हों या छोटे) सिर्फ दौलत बनाते हैं। जिस किस्म की आर्थिक असमानता आज व्याप्त है, वह इसी पुरानी पड़ चुकी आर्थिक सोच का नतीजा है। वरना, मुझे कोई कारण समझ नहीं आता कि ऐसे समय पर, जब वर्ष 1999 के बाद से सकल कृषि उत्पादों की वार्षिक वृद्धि दर 8.25 प्रतिशत रही है, तो फिर आमदनी में किसान सबसे निचले पायदान पर कैसे हो सकता है। अमेरिका में भी वर्ष 2018 में कृषि उत्पादों से होने वाली आय में किसान के हिस्से आने वाला अंश घटकर महज 8 फीसदी रह गया है। भारत में, सिचुएशन एसेस्मेंट सर्वे की नवीनतम रिपोर्ट में खेती से कृषक परिवार की रोजाना आय सिर्फ 27 रुपये आंकी गई है।
यह दिखाने को काफी सबूत हैं कि मुक्त मंडी व्यवस्था ने दुनियाभर में कृषि-आय को किस कदर उजाड़ा है। इसको बदलना होगा। यह तभी संभव है जब हम किसान को मूलत: सिर्फ एक ‘उगाने वालेÓ की तरह न लेकर ‘दौलत पैदा करने वालाÓ मानें, ताकि समृद्धि लाने में उनके योगदान को माकूल कीमत मिल पाए। विश्वभर में खेती से आजीविका चलाने वालों को जिलाए रखने, दौलत पैदा करने में उनकी भूमिका को सम्मान देने के लिए, ऐसी व्यवस्था बनानी पड़ेगी जो किसानों को जिंस का आश्वासित और मुनाफादायक मूल्य की गारंटी सुनिश्चित करे।
आज का राशिफल
मेष : घर-परिवार और संतानों के मामले में आज आपको आनंद और संतोष की भावना का अनुभव होगा। आज आप सगे. सम्बंधियों और मित्रों से घिरे रहेंगे। व्यापार. धंधे के सम्बंध में प्रवास होगा और उसमें लाभ होगा। व्यवसाय के क्षेत्र में आपको लाभए मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। नौकरी में पदोन्नति मिलेगी।
वृषभ : व्यापारियों के लिए आज का दिन शुभ है। वे नए आयोजनों को हाथ में ले सकेंगे। इसके अतिरिक्त आर्थिक लाभ भी प्राप्त कर सकेंगे। विदेश में रहने वाले मित्रों या स्वजनों का समाचार आपको भावविभोर करेगा। लंबी दूरी की यात्रा का योग है।
मिथुन : बदनामी और निषेधात्मक विचारों से दूर रहना हितकर रहेगा। अत्यधिक खर्च से आर्थिक तंगी अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्य और आफिस में सहकर्मियों के साथ मनमुटाव या विवाद के प्रसंग बनेंग, जिसके कारण मन खुन्न बनेगा। बीमार मरीज़ को नई चिकित्सा और आपरेशन न कराने के लिए कहते हैं
कर्क : आज का दिन सामाजिक और व्यावसायिक क्षेत्र में आपके लिए लाभदायक साबित होगा। मौजशौक के साधन, उत्तम आभूषण और वाहन की खरीदारी करेंगे। मौजमस्ती और मनोरंजन की प्रवृत्तियों में समय व्यतीत होगा। इसके साथ ही विपरीत लिंगीय व्यक्ति के साथ की रोमांचित मुलाकात से सुख अनुभव करेंगे।
सिंह: उदासीन वृत्ति और संदेह के बादल का आपके मन पर घिरे होने से मानसिक राहत नहीं अनुभव करेंगे। फिर भी घर में शांति का वातावरण होगा। दैनिक कार्यों में थोड़ा अवरोध आएगा। अधिक परिश्रम करने के बाद अधिकारियों के साथ वाद. विवाद में न पड़ें।
कन्या : चिंताए उद्वेगपूर्ण आज का दिन आपको किसी न किसी कारण से मन में चिंता रहा करेगी। विशेष रूप से संतानों और स्वास्थ्य के बारे में आप अधिक चिंतित होंगे। पेट संबंधी बीमारियों की शिकायत रहेगी। विद्यार्थियों की पढ़ाई में कठिनाइयां आएंगी आकस्मिक धन खर्च आ सकता है।
तुला: आज आप अत्यधिक भावनाशील बनेंगे और उसके कारण मानसिक अस्वस्थता अनुभव करेंगे। माताजी के साथ सम्बंध बिगड़ेंगे अथवा माताजी के स्वास्थ्य के सम्बंध में चिंता होगी। यात्रा के लिए वर्तमान समय अनुकूल नहीं है। कौटुंबिक और जमीन. जायदाद से सम्बंधित चर्चाओं में सावधानी रखने की आवश्यकता है।
वृश्चिक : कार्य सफलता, आर्थिक लाभ और भाग्यवृद्धि के लिए अच्छा दिन है। नए कार्य की शुरुआत भी कर सकते हैं। भाई. बंधुओं का व्यवहार आज अधिक सहयोगपूर्ण और प्रेमपूर्ण रहेगा। प्रतिस्पर्धियों को परास्त कर सकेंगे। प्रियव्यक्ति के साथ मिलन होने से मन आनंद का अनुभव करेगा। लघु यात्रा होगी।
धनु : निरर्थक धन खर्च होगा। विलंब से कार्य पूरा होगा। महत्त्वपूर्ण निर्णय लेना हितकर नहीं हैं। पारिवारिक सदस्यों के साथ गलतफहमी टालने का प्रयास करना पड़ेगा। दूर बसनेवाले मित्र या स्नेही का सामना करना पड़ेगा। दूर बसनेवाले मित्र या स्नेही के समाचार या संदेश व्यवहार आपको लाभदायक साबित होंगे।
मकर : ईश्वर के नाम स्मरण से आपके दिन का शुभारंभ होगा। धार्मिक कार्य और पूजा पाठ होंगे। गृहस्थजीवन में आनंदमय वातावरण रहेगा। आपका हरेक कार्य सरलता से पूरा होगा। मित्रों, सगे संबंधियों की तरफ से भेंट सौगात मिलेंगे, शारीरिक, मानसिक रूप से प्रफुल्लित रहेंगे।
कुंभ : जमानती न होने तथा पैसे की लेन.देन न करने की सलाह देते हैं। खर्च में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य के मामले में ध्यान रखें। परिवारजनों के साथ संघर्ष में उतरने का अवसर आएगा। किसी के साथ गलतफहमी होने से झगड़ा होगा। क्रोध को नियंत्रण में रखना पड़ेगा।।
मीन : आज आपके लिए लाभदायक दिन है। नौकरी व्यवसाय के क्षेत्र में आय वृद्धि होगी। बुजुर्ग वर्ग और मित्रों की तरफ से आपको कुछ लाभ होगा। नए मित्र बनेंगे, जिनकी मित्रता भविष्य के लिए लाभदायक साबित होगी। मांगलिक अवसरों में जाना होगा।
चीन की तर्ज पर आर्थिकी सर्जरी के सबक लें
भरत झुनझुनवाला –
चीन इस समय तीन संकटों से जूझ रहा है। पहला संकट बेल्ट एंड रोड परियोजना या बीआरआई का है। बीते दो दशकों में चीन ने सम्पूर्ण विश्व को माल निर्यात किया है और चीन को भारी मात्रा में आय हुई है। इस रकम का निवेश करना जरूरी था। चीन ने इसका उपयोग बीआरआई में किया है। इससे चीन के निर्यातकों को आसानी होगी क्योंकि चीन का माल दूसरे देशों में आसानी से पहुंच सकेगा। साथ-साथ चीन की निर्माण कंपनियों को भी बड़े ठेके मिलेंगे। लेकिन दूसरे देशों पर बीआरआई का प्रभाव संदिग्ध है। विश्व बैंक के अनुसार चीन से यूरोप को जाने वाली बीआरआई पर कजाखस्तान और पोलैंड में निर्माण की गतिविधियां बढ़ी हैं।
लेकिन बीआरआई में भ्रष्टाचार व्याप्त है। चीन की नौकरशाही द्वारा परियोजनाओं की लागत को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जाता है और पर्याप्त रकम का रिसाव कर लिया जाता है। इस दृष्टि से मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने बीआरआई को ‘नया उपनिवेशवाद’ बताया है। म्यांमार ने कुछ बंदरगाह परियोजनाओं को निरस्त किया है। अन्य तमाम देशों ने परियोजनाओं के आकार में बदलाव की मांग की है। इसलिए बीआरआई के दो परस्पर विरोधी संकेत उपलब्ध हैं। एक तरफ कजाखस्तान और पोलैंड जैसे देशों को लाभ हो रहा है जबकि दूसरी तरफ मलेशिया जैसे देश इसका विरोध कर रहे हैं। इन दोनों परस्पर विरोधी संकेतों के बीच चीन को बीआरआई की सर्जरी करनी होगी, जिसमें केवल कुशल परियोजनाओं को लागू किया जाए और परियोजनाओं में रिसाव पर नियंत्रण किया जाए। फिलहाल चीन यह सर्जरी नहीं कर रहा है। इसलिए बीआरआई पर संकट विद्यमान रहने की संभावना है।
चीन का दूसरा संकट एवरग्रैंड नाम की कंस्ट्रक्शन कंपनी और दूसरी इसी तरह की विशाल कंपनियों का है। इन कंपनियों ने भारी मात्रा में लोन लिए थे। एवरग्रैंड ने भारी मात्रा में बहुमंजिले रिहायशी मकान बनाए लेकिन कोविड संकट के कारण इनकी बिक्री नहीं हो सकी। फलस्वरूप यह कंपनी लोन से दब गई और समय के अनुसार रिपेमेंट नहीं कर पा रही थी। इस तरह की कंपनियों के डूबने से संपूर्ण अर्थव्यवस्था में संकट पैदा न हो, इसलिए शी जिनपिंग ने नियम बनाया कि किसी भी कंपनी को लोन तब ही दिए जायेंगे जब वे तीन शर्तों को पूरा करेंगी।
पहली शर्त थी कि कंपनी की कुल संपत्ति, कंपनी द्वारा लिए गए कुल लोन से अधिक होनी चाहिए। दूसरी शर्त थी कि कंपनी के पास अल्प समय में लोन के रिपेमेंट को जितनी रकम की जरूरत है, उससे अधिक नकद उपलब्ध होना चाहिए। तीसरी शर्त थी कि कंपनी के अपनी पूंजी या शेयर कैपिटल की तुलना में लिया गया लोन कम होना चाहिए। जिन कंपनियों द्वारा इन तीनों शर्तों को पूरा किया जाता था, केवल उन्हीं को बैंक लोन दे सकते थे। एवरग्रैंड इन तीनों ही शर्तों को पूरा नहीं कर सकी। फलस्वरुप एवरग्रैंड को नए लोन नहीं मिल सके। वह लिए गए लोन का रिपेमेंट नहीं कर सकी क्योंकि उसके द्वारा बनाए गए रिहायशी मकान बिक नहीं रहे थे। इस संकट से उबरने के लिए एवरग्रैंड को अपनी संपत्तियों को कम मूल्य पर बेचना पड़ा।
चीन की सरकार ने सार्वजनिक इकाइयों को आदेश दिए कि एवरग्रैंड की संपत्तियों को वे कम दाम पर खरीद सकते हैं। इस प्रकार भारी भरकम लोन से दबी हुई एवरग्रैंड कंपनी को अपनी संपत्तियां बेचकर अपने को हल्का बनाना पड़ रहा है। यदि सरकार इस प्रकार का सख्त कदम नहीं उठाती तो बैंक इस कंपनी को और लोन देते रहते और आने वाले समय में यह बड़े संकट के रूप में संपूर्ण चीन की अर्थव्यवस्था को डुबा सकती थी। इसलिए चीन द्वारा अपनी वित्तीय अर्थव्यवस्था की सर्जरी की गई है, ऐसा मानना चाहिए। यह शुभ संकेत है क्योंकि स्वयं अपने ऊपर लाये गए इस छोटे संकट से चीन अपनी अर्थव्यवस्था को भविष्य में बड़े संकट से बचा सकेगा।
वर्तमान में चीन के सामने तीसरा संकट बिजली का है। इसका कारण यह है कि शी जिनपिंग ने प्रदूषण फैलाने वाले थर्मल संयंत्रों द्वारा वायु के प्रदूषण किए जाने पर रोक लगाई है। कोयले से बिजली उत्पादन करने वाले कई संयंत्र बंद हो गए हैं और बिजली का संकट पैदा हो गया है। नशेड़ी को गुटखा न दिया जाए तो वह पस्त हो जाता है। इसी प्रकार वायु प्रदूषण के नशे में धुत चीन की अर्थव्यवस्था को प्रदूषण पर रोक लगाने से यह संकट पैदा हुआ है। यह भी चीन के लिए शुभ संकेत है। प्रदूषण कम होने से अर्थव्यवस्था मूलत: सुदृढ़ होती है। ऊर्जा का कुशल उपयोग होता है और लम्बे समय में सस्ता माल बनाया जाता है। बिजली महंगी होगी तो बिजली का सदुपयोग होगा और अंत में चीन की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी।
चीन के तीन संकटों में एवरग्रैंड का वित्तीय संकट और पावर कट का संकट इसलिए पैदा हुआ है कि चीन स्वयं अपनी सर्जरी कर रहा है। बीआरआई की सर्जरी फिलहाल चीन करता नहीं दिख रहा है लेकिन यदि इसकी भी सर्जरी करेगा तो चीन उस संकट से भी सुदृढ़ता से निकलेगा। इस परिस्थिति में भारत को चीन द्वारा उठाए गए कदमों से सीख लेनी चाहिए। पहला यह कि अपने देश में थर्मल बिजली संयंत्रों और जल विद्युत परियोजनाओं द्वारा भारी मात्रा में प्रदूषण किया जा रहा है, जिस पर रोक लगाने से हमारी अर्थव्यवस्था कुशल होगी। भारत सरकार फिलहाल सस्ती बिजली के लिए प्रदूषण को छूट दे रही है जो कि अर्थव्यवस्था को डुबाएगी।
फिर भी भारत सरकार ने वित्तीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सही कदम उठाए हैं। बड़ी संकटग्रस्त कमजोर कंपनियों को भारतीय बैंकों से लोन मिलने कम हो गए हैं और आने वाले समय में वित्तीय संकट भारत पर उत्पन्न नहीं होगा। लेकिन बिजली के क्षेत्र में भारत को चीन की तरह अपनी सर्जरी करनी होगी अन्यथा हम आने वाले समय में चीन से पिछड़ जाएंगे।
लेखक आर्थिक मामलों के जानकार हैं।
स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है चाय का अधिक सेवन, हो सकती हैं ये समस्याएं
सुबह-सुबह चाय की चुस्की लेना ज्यादातर लोगों को पसंद होता है क्योंकि यह आलस को दूर भगाने में काफी मदद करती है। हालांकि, कहते हैं कि किसी भी चीज की अति नुकसान का कारण बनती है। यह नियम आपकी चाय पीने की आदत पर भी लागू होता है। अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो इससे आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए ऐसी ही कुछ समस्याओं के बारे में जानते हैं।
नींद की समस्या
यह समस्या आपको चाय का अधिक सेवन करने के अलावा गलत समय पर चाय पीने से उत्पन्न हो सकती है। उदाहरण के लिए, शाम के बाद चाय पीना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। खासकर, अगर आप रात का खाना खाने के बाद चाय का सेवन करते हैं तो यह वास्तव में आपके नींद के पैटर्न को प्रभावित करके लंबे समय तक जागने पर मजबूर कर सकता है।
लिवर की बीमारियां
चाय का अधिक सेवन लिवर के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है और इसे कमजोर कर सकता है। दरअसल, चाय कैफीन युक्त होती है, जो शरीर में पहुंचकर शरीर की तंत्रिकाओं और कोशिकाओं में सूजन पैदा करता है, जिसकी वजह से लिवर कमजोर होने लगता है। इसके अलावा इसका अधिक सेवन करने से फैटी लिवर की बीमारी भी हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप रोजाना सीमित मात्रा में ही चाय का सेवन करें।
सिरदर्द और चिड़चिड़ापन
सिरदर्द, एंग्जायटी, तेज धड़कन, शारीरिक अकडऩ या चिड़चिड़ापन आदि लक्षण कुछ दिनों तक लगातार सामने आएं तो समझ जाइए कि आप चाय का अधिक सेवन करने लगे हैं। ये सभी चाय में मौजूद कैफीन की अधिक मात्रा के कारण होते हैं। अगर आपको लगातार इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो बेहतर होगा कि इस स्थिति में आपको अपने चाय के सेवन की मात्रा पर ध्यान देना चाहिए।
पेट संबंधी समस्या
अगर आपको अधिक चाय पीने की आदत हैं तो इसकी वजह से आपको अकसर सीने में जलन के साथ-साथ पेट संबंधी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए यह जरूरी है कि आप चाय के सेवन को सीमित करने के साथ-साथ इसका सही समय पर सेवन भी करें, ताकि किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या से आप बच सकें क्योंकि यहां बात आपके स्वास्थ्य से संबंधित है।
आपके कई कामों को आसान बना देंगे बॉडी लोशन से जुड़े ये हैक्स
बॉडी लोशन को स्किन केयर रूटीन का हिस्सा बनाना काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि यह त्वचा की प्राकृतिक नमी के बरकरार रखने और इसे हाइड्रेट रखने में काफी मदद करता है। हालांकि, इसका इस्तेमाल सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। आप चाहें तो घर के अलग-अलग कामों के लिए और अन्य चीजों के विकल्प के तौर पर बॉडी लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। चलिए फिर आज बॉडी लोशन से जुड़े ऐसे ही कुछ हैक्स जानते हैं।
बालों की कंडीशनिंग करने में है सहायक
रूखे बालों से परेशान लोगों के लिए बॉडी लोशन का इस्तेमाल करना काफी बेहतर हो सकता है क्योंकि यह कई ऐसे पोषक गुणों से समृद्ध होता है, जो बालों को नमी प्रदान कर सकते हैं। इसके लिए बस आप बॉडी लोशन का इस्तेमाल बालों को कंडीशनर करने के लिए करें। हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना है कि बॉडी लोशन मार्केट की बजाय होममेड होना चाहिए। इसी के साथ बॉडी लोशन का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें।
जूते चमकाएं
आप चाहें तो बॉडी लोशन का इस्तेमाल जूतों को चमकाने के लिए भी कर सकते हैं। अगर आपके जूतों की पॉलिश खत्म हो गई है तो इन्हें चमकाने के लिए जूते पॉलिश करने वाले ब्रश पर थोड़ा सा बॉडी लोशन डालें और इसे जूतों पर अच्छे से रगड़े। इससे आपके जूते एकदम नए जैसे चमकने लगेंगे। आप चाहें तो अपने लेदर के बैग या फिर बेल्ट को चमकाने के लिए भी बॉडी लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बतौर शेविंग क्रीम करें इस्तेमाल
कई लोग शेविंग क्रीम खत्म होने पर साबुन का इस्तेमाल करने लगते हैं, लेकिन इससे त्वचा रूखी लगने लगती है। इस काम के लिए बॉडी लोशन का इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है क्योंकि इससे त्वचा मॉइश्चराइज होती है। इसके अलावा, इसकी मदद से ब्लेड से त्वचा के कटने का डर भी नहीं रहता। इसके लिए शेविंग करते समय बॉडी लोशन को अपनी दाढ़ी वाले हिस्से पर लगाएं, फिर रेजर से अनचाहे बालों को साफ करें।
मेकअप साफ करने के आए काम
रात को सोने से पहले अगर मेकअप न साफ किया जाए तो इससे त्वचा का स्वास्थ्य प्रभावित होता है। अगर आपके पास मेकअप रिमूवर नहीं है तो आप मेकअप हटाने के लिए बॉडी लोशन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए मेकअप वाले चेहरे पर थोड़ा सा बॉडी लोशन लगाकर थोड़ी मसाज करें। इसके बाद अपने चेहरे को टिश्यू पेपर से पोंछ लें और अंत में अपना चेहरा पानी से धो लें।