मोदी ने जी20 बैठक में कई देशों पर बढ़ते कर्ज के खतरे के प्रति किया आगाह

*वैश्विक कर्ज के समाधान की जरूरत*

नईदिल्ली, 25 फरवरी (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दुनिया के कई देशों पर असहनीय कर्ज के खतरे के प्रति आगाह किया जी20 राष्ट्रों के साथ ही बहुपक्षीय संस्थानों से इस समस्या का समाधान तलाशने का आह्वान किया।

जी20 राष्ट्रों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की बैठक को वर्चुअल संबोधन में मोदी ने कहा, ‘कर्ज का भारी बोझ कई देशों की वित्तीय स्थिति के लिए खतरा बन गया है। अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों में भरोसा घटा है और ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि उन्होंने खुद में सुधार लाने की रफ्तार काफी धीमी रखी है। अब वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता, विश्वास और विकास बहाल करने की जिम्मेदारी दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं और मौद्रिक प्रणालियों के संरक्षकों पर है।

मोदी ने कहा, ‘दुनिया की आबादी 8 अरब के पार पहुंच गई है मगर सतत विकास लक्ष्यों की दिशा में प्रगति धीमी प्रतीत होती है। हमें जलवायु परिवर्तन और कर्ज के ऊंचे बोझ जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करना होगा, जिसके लिए सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है।

एफएमसीबीजी बैठक की सह-अध्यक्ष वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी बैठक को संबोधित किया। दोनों ने वैश्विक कर्ज के बढ़ते बोझ का मसला उठाया और सीतारमण ने समस्या से निपटने के लिए बहुपक्षीय तालमेल पर जी20 देशों से विचार आमंत्रित किए।

एफएमसीबीजी को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था अब भी महामारी के बाद के प्रभाव और भू-राजनीतिक तनाव से जूझ रही है, जो कई देशों की वित्तीय स्थिति के लिए खतरा बना हुआ है।

मोदी ने उम्मीद जताई कि जी20 के प्रतिभागी भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवंतता से प्रेरणा लेंगे। उन्होंने कहा, ‘भारतीय उपभोक्ता और उत्पादक भविष्य के प्रति आशावादी और आश्वस्त हैं। हम आशा करते हैं कि आप उसी सकारात्मक भावना का प्रसार वैश्विक अर्थव्यवस्था में करने में सक्षम होंगे।

मोदी ने कहा, ‘मैं आग्रह करूंगा कि आपकी चर्चा दुनिया के सबसे कमजोर नागरिकों पर केंद्रित होनी चाहिए क्योंकि समावेशी एजेंडा बनाकर ही वैश्विक आर्थिक नेतृत्व दुनिया का भरोसा वापस हासिल कर पाएगा।

मोदी ने जी20 सदस्यों से डिजिटल फाइनैंस में अस्थिरता और दुरुपयोग के संभावित जोखिम काबू में करने के लिए मानक विकसित करने और प्रौद्योगिकी की क्षमता का पता लगाकर उसका उपयोग करने का आग्रह किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल भुगतान की अपनी व्यवस्था में अत्यधिक सुरक्षित, विश्वसनीय और कुशल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा विकसित किया है।

उन्होंने कहा, ‘हमारे डिजिटल भुगतान तंत्र को मुक्त सार्वजनिक वस्तु के तौर पर विकसित किया गया है। उदाहरण के लिए यूपीआई कई अन्य देशों के लिए भी मानक हो सकते हैं। हमें अपने अनुभव को दुनिया के साथ साझा करने में खुशी होगी और जी 20 इसका एक जरिया हो सकता है।

सीतारमण ने सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों से कहा कि जी 20 संबंधित देश की जरूरत और हालात को ध्यान में रखते हुए सदस्य देशों की ताकत का लाभ उठाकर दुनिया भर में जीवन में बदल सकता है। यह नए विचारों का पोषण करने वाला और दुनिया के दक्षिणी हिस्से की आवाज सुनने का मंच बन सकता है।

इस बीच आरबीआई गवर्नर ने जी 20 देशों से वैश्विक अर्थव्यवस्था के समक्ष वित्तीय स्थिरिता के जोखिम और ऋण संकट जैसी चुनौतियों का दृढ़ता से समाधान करने का आह्वान किया।

दास ने कहा कि हाल के महीनों में वैश्विक अर्थव्यवस्था की तस्वीर सुधरी है और उम्मीद जगी है कि दुनिया व्यापक मंदी में जाने से बच सकती है। अगर मंदी आती भी है तो इसका असर काफी कम होगा, लेकिन अनिश्चितता अब भी बनी हुई है।

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बाजार की तेजी के लिए बढ़ रहा है जोखिम, तेल शेयर मजबूत दांव

नईदिल्ली, 25 फरवरी (एजेंसी)। जेफरीज में इक्विटी रणनीति के वैश्विक प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने निवेशकों को भेजी अपनी ताजा रिपोर्ट ‘ग्रीड ऐंड फियर’ में कहा है कि वैश्विक इक्विटी बाजारों में तेजी की राह में जोखिम बढ़ रहा है, खासकर भूराजनीतिक चिंताओं से बाजार धारणा कमजोर पड़ती दिख रही है। उन्होंने लिखा है कि इससे भविष्य में तेल कीमतों में तेजी देखी जा सकती है।

उन्होंने लिखा है, ‘ग्रीड ऐंड फियर में न सिर्फ अमेरिका और चीन के बीच चल रहे मौजूदा टकराव पर ध्यान दिया गया है बल्कि यह भी आशंका है कि बाजार यूक्रेन से संबंधित खबरों पर फिर से प्रतिक्रिया देना शुरू कर सकता है, जिसे पिछले कुछ महीनों से नजरअंदाज कर दिया गया था। इसलिए चिंताएं फिर से बढऩे का खतरा पैदा हुआ है।

चीन द्वारा रूस को हथियारों की संभावित आपूर्ति के मुद्दे को पिछले सप्ताह अमेरिका द्वारा उठाए जाने से दोबारा से यूक्रेन और अमेरिका-चीन संबंधों पर बहस गरमा गई है, जैसा कि करीब एक साल पहले इस युद्ध की शुरुआत में भी देखने को मिला था।
वुड का कहना है, ‘यूक्रेन मुद्दा अभी भी बाजार में उतार-चढ़ाव लाने की क्षमता रखता है, खासकर ऊर्जा कीमतों में तेजी के संदर्भ में, जिसका नकारात्मक असर फेड की नीति पर पड़ सकता है।

निवेश रणनीति के तौर पर, वुड ने निवेशकों को ऊर्जा-संबंधित शेयर अपने पोर्टफोलियो में बनाए रखने का सुझाव दिया है, क्योंकि वे ऊर्जा/तेल कीमतों में यूक्रेन की वजह से आई तेजी के खिलाफ हेजिंग के सबसे अच्छे दांव हैं।

खबरों से पता चला है कि रूस ने अपने पश्चिमी बंदरगहों से तेल निर्यात मार्च में घटाकर 25 प्रतिशत करने की योजना बनाई है। कच्चे तेल की कीमतें शुक्रवार को 3 प्रतिशत से ज्यादा चढ़कर 84 डॉलर प्रति बैरल के आसपास पहुंच गईं।

कई विश्लेषकों ने कुछ महीने पहले वर्ष के लिए अपने अनुमान पेश करते हुए तेल कीमतें कैलेंडर वर्ष 2023 के ज्यादातर समय में मजबूत बने रहने की संभावना जताई।

उदाहरण के लिए, मॉर्गन स्टैनली ने ब्रेंट क्रूड तेल 2023 की दूसरी छमाही में बढ़कर 110 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने का अनुमान जताया है, जो मौजूदा स्तरों से करीब 33 प्रतिशत तक अधिक है। वहीं दूसरी तरफ, जेपी मॉर्गन ने 2023 में ब्रेंट की औसत कीमत 90 डॉलर प्रति बैरल के आसपास रहने का अनुमान जताया था।

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गृह मंत्री अमित शाह के पटना दौरे को लेकर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम

पटना,25 फरवरी (आरएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के शनिवार को पटना दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता गंवाने के बाद पहली बार शाह प्रदेश की राजधानी का दौरा कर रहे हैं.

कार्यक्रम के अनुसार शाह आज शाम करीब चार बजे पटना हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे. इससे पूर्व शाह पश्चिम चंपारण जिले में पार्टी की एक रैली को संबोधित करेंगे. गृह मंत्री पटना हवाई अड्डे से लगभग चार किलोमीटर दूर सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में एक किसान मजदूर समागम को संबोधित करेंगे. उन्हें सुरक्षा प्रदान करने में केंद्रीय अर्धसैनिक बल स्थानीय पुलिस की मदद करेंगे.

शाह शाम करीब साढ़े छह बजे तख्त हरमंदिर पटना साहिब गुरुद्वारा जाएंगे, जहां गुरु गोबिंद सिंह का जन्म हुआ था. गुरुद्वारे में करीब आधा घंटा रुकने के बाद गृह मंत्री राजकीय अतिथि गृह के लिए रवाना होंगे, जहां से रात्रि भोजन के बाद करीब सवा नौ बजे वह वापसी के लिए रवाना हो जाएंगे.

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राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने भविष्य की मांगों के अनुसार शिक्षा प्रणाली को नया आयाम दिया: पीएम मोदी

नई दिल्ली,25 फरवरी (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ने भविष्य की मांगों के अनुसार शिक्षा प्रणाली को नया आयाम दिया है.

बजट-पश्चात वेबिनार को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा प्रणाली पहले सख्ती का शिकार थी.

उन्होंने कहा कि एनईपी लचीलापन लेकर आई है और इसने भविष्य की मांगों के अनुसार शिक्षा प्रणाली को नया आयाम दिया है.

प्रधानमंत्री ने 2023-24 के केंद्रीय बजट में की गई घोषणाओं को सूचीबद्ध करते हुए भारत को दुनिया की कौशल राजधानी बनाने की रूपरेखा को रेखांकित किया.

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देश में कोविड के 180 नए मामले आए सामने

*उपचाराधीन रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी*

नई दिल्ली,25 फरवरी (आरएनएस)। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 180 नये मामले सामने आए, जबकि उपचाराधीन रोगियों की संख्या बढ़कर 2,090 हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार मृतकों की कुल संख्या 5,30,764 है.

देश में अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की संख्या 4,46,85,799 हो गई है और 4,41,52,945 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं. संक्रमण से उबरने की दर 98.80 प्रतिशत, जबकि मृत्यु दर 1.19 फीसद है. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक कुल 220.63 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं.

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जगरगुंडा-कुंदेड़ में हुई मुठभेड़ में 03 डीआरजी के जवान शहीद, 02 घायल

सुकमा, 25 फरवरी (एजेंसी)। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा व कुंदेड़ के बीच शनिवार सुबह करीब 8:30 बजे हुई मुठभेड़ में 03 डीआरजी के जवान एएसआई रामूराम नाग निवासी जगरगुंडा, कांस्टेबल कुंजम जोगा निवासीमिटागुड़ा/ जगरगुंडा और सैनिक वंजम भीमा निवासी मरकागड़ा/चिंतलनार शहीद हो गये हैं, वहीं दो जवान घायल हुए हैं, मुठभेड़ अभी भी जारी है।

इसकी पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी.ने किया है। मिली जानकारी के अनुसार दंतेवाड़ा और सुकमा से डीआरजी के जवान नक्सल अभियान पर निकले थे, कुंदेड़ के पास नक्सलियों ने एंबुस लगा रखा था, जिसमें नक्सल अभियान पर निकले जवान फंस गए, इसी दौरान नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया।

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लेफ्टिनेंट जनरल आरएस रीन ने डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस का पदभार संभाला


नई दिल्ली , 25 फरवरी (एजेंसी)। लेफ्टिनेंट जनरल आरएस रीन ने डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस का पदभार संभाला। 1986 बैच के अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल रीन भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। लेफ्टिनेंट जनरल आरएस ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर से बीई (इलेक्ट्रिकल), रेडियो इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता और एमसी ईएमई, सिकंदराबाद से संचार इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की थी। वह डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस, बेंगलुरु में सीनियर फैकल्टी थे।

इसके अलावा, अधिकारी भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता से प्रमाणित सिक्स सिग्मा ब्लैक बेल्ट हैं। उन्होंने आईआईटी, खड़गपुर से रिलायबिलिटी इंजीनियरिंग में प्रमाणन किया है और ब्यूरो वेरिटास, बेंगलुरु से गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली और एकीकृत प्रबंधन प्रणाली में योग्य लीड ऑडिटर हैं।

अधिकारी ने एक वरिष्ठ गुणवत्ता आश्वासन प्रतिष्ठान का नेतृत्व किया है, मुख्यालय में ब्रिगेडियर, गुणवत्ता आश्वासन महानिदेशालय (डीजीक्यूए) और सिकंदराबाद में नियंत्रक (मिसाइल सिस्टम) थे। अधिकारी ने मुख्यालय डीजीक्यूए, नई दिल्ली में अतिरिक्त महानिदेशक (इलेक्ट्रॉनिक्स) के रूप में डीक्यूए (एल) का नेतृत्व किया।

डीजीक्यूए रक्षा मंत्रालय में रक्षा उत्पादन विभाग के तहत कार्यरत एक अंतर-सेवा संगठन है। यह भारतीय सेना, भारतीय नौसेना (नौसेना आयुध को छोड़कर) और निजी क्षेत्र और सार्वजनिक क्षेत्र से खरीदे गए भारतीय वायु सेना के लिए आम उपयोगकर्ता वस्तुओं के लिए आयातित और साथ ही स्वदेशी दोनों तरह के रक्षा स्टोर और उपकरणों के दूसरे पक्ष के गुणवत्ता आश्वासन के लिए जिम्मेदार है।

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एनजीटी ने पुरानी दिल्ली में अवैध तेजाब बनाए जाने के दावों की पड़ताल के लिए समिति गठित की

नईदिल्ली,25 फरवरी (एजेंसी)। राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने पुरानी दिल्ली में अवैध रूप से तेजाब बनाये जाने की शिकायत वाली याचिका के दावे की तहकीकात के लिए एक समिति का गठन किया है।

एनजीटी लाल दरवाजा की गली कुआं वाली के एक निवासी की ओर से दायर उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें कहा गया है कि इलाके में अवैध रूप से तेजाब बनाया जा रहा है।

याचिका में कहा गया है कि अवैध तेजाब निर्माण के कारण खतरनाक धुआं निकलता है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की सेहत पर भी विपरीत असर पड़ रहा है।

न्यायिक सदस्य न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल और विशेषज्ञ सदस्य ए. सेंथिल वेल की पीठ ने कहा, हमारी नजर में इस शिकायत की जांच-पड़ताल पहले स्थानीय अधिकारियों द्वारा की जा सकती है। इसलिए, हम दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति, पुलिस उपायुक्त (उत्तर) और जिला अधिकारी (उत्तर) की सदस्यता वाली एक संयुक्त समिति का गठन करते हैं।

यह भी कहा गया कि जिलाधिकारी (डीएम) समन्वय और अमल के लिए नोडल एजेंसी होंगे। पीठ ने कहा कि यह समिति शिकायत की जांच करेगी, स्थल का दौरा करेगी और यदि किसी तरह का उल्लंघन हो रहा है तो प्रासंगिक सूचनाएं एकत्र करेगी और यदि कोई उल्लंघन पाया जाता है तो दो माह के भीतर उसके निदान के लिए कार्रवाई करेगी। एनजीटी ने कहा कि समिति तीन महीने के अंदर कार्रवाई रिपोर्ट पेश करेगी।

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मध्य दिल्ली में कड़ी सुरक्षा के बीच फुटपाथ पर बने धार्मिक ढांचे हटाये

नयी दिल्ली,25 फरवरी (एजेंसी)। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने शनिवार को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच मध्य दिल्ली में फुटपाथ पर बने धार्मिक ढांचों को तोडऩे का अभियान चलाया। एक अधिकारी ने कहा कि यह अभियान अदालत के निर्देश पर शुरू किया गया है। लोक निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने कहा, फुटपाथ पर बने धार्मिक ढांचों को हटाने के लिए अभियान चलाया गया है।

अदालत के आदेश पर ऐसा किया जा रहा है। पुलिस ने कहा कि तोडफ़ोड़ अभियान के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

दरअसल, 29 सितंबर 2009 के एक आदेश में सर्वोच्च न्यायालय ने निर्देश दिया था कि संबंधित राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारें सड़कों व पार्कों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर अनधिकृत धार्मिक संरचनाओं की मामला-दर-मामला समीक्षा करके तेजी से उचित कदम उठाएं। दिल्ली उच्च न्यायालय ने 14 मार्च, 2022 को एक आदेश में कहा था कि संबंधित सरकार सार्वजनिक भूमि पर मौजूद सभी अनधिकृत निर्माणों को हटाने के लिए ‘कर्तव्यबद्ध थी।

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महाधिवेशन को रोकने ईडी ने छापा मारा लेकिन कांग्रेस ने डटकर मुकाबला किया, ऐसे लडऩा सीखना चाहिए:खरगे

रायपुर,25 फरवरी (एजेंसी)। कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के दूसरे दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र की भाजपा सरकार पर प्रहार किया. खरगे ने कहा कि आज सेंट्रल एजेंसी की मदद से चुनी हुई सरकारों को गिराया जा रहा है.

यहां तक कि कांग्रेस महाधिवेशन को रोकने की कोशिश की गई, लेकिन छत्तीसगढ़ के चीफ मिनिस्टर और कांग्रेस नेताओं ने डटकर मुकाबला किया. ऐसे लडऩा और मुकाबला करना सीखना होगा, रोने से काम नहीं चलेगा. खरगे ने अडानी-अंबानी का नाम लिए बिना भी केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला।

देश में सबसे पहले हमारे कांग्रेस पार्टी के जितने भी पीसीसी डेलीगेट्स हैं, सबका धन्यवाद क्योंकि चुना और देश का नेतृत्व करने का मौका दिया. कांग्रेस जनों का विश्वास मेरे जीवनभर की कमाई है.

मैं अपने आखरी सांस तक कांग्रेस के मूल्यों की रक्षा करुंगा. हर बलिदान देकर हर चुनौती का सामना करेंगे. आप में से काफी साथी मेरे जीवन की राह से परिचित हैं. यह कांग्रेस में संभव है कि एक साधारण व्यक्ति जो कभी ब्लॉक कांग्रेस का अध्यक्ष हो, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष निर्वाचित हो गया।

मैं आज बेहद भावुक भी हूं, क्योंकि मैं और आप गौरवशाली विरासत की नुमाइंदगी कर रहे हैं, जिसे महात्मा गांधी, नेहरू जी, सुभाष चंद्र बोस, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, सरोजनी नायडु, इंदिरा और राजीव जी ने अपने त्याग बलिदान और समर्पण से सींचा है. उनके दिखाए मार्ग पर लगातार हम आगे बढ़ाते रहेंगे।

मैं आज राहुल गांधी को धन्यवाद दूंगा यह प्रेम सिर्फ कांग्रेस जनों के लिए नहीं देश के करोड़ों भारत वासियों से उम्मीद है. देश में चारों ओर फैले नफरत के बीच टूटती उम्मीदों के बीच जब ऐसा लग रहा था कि अंधेरे की ताकत सच पर हावी न हो तब राहुल गांधी ने रौशनी की उम्मीदकी और संघर्ष की मशाल जला दी.

भारत जोड़ो यात्रा देश की उम्मीदों की सूरज का नाम है. जिसकी रौशनी कन्याकुमारी से कश्मीर तक फैल गई. हमने एक बार फिर साबित कर दिखाया कि भारत की आत्मा में कांग्रेस है.

भारत की पीड़ा कांग्रेस जानती है. देश वासियों की तकलीफें कांग्रेस जानती है. हमारा दिल तड़पता है. राहुल गांधी 3700 से ज्यादा किलोमीटर चलकर राहुल जी अपने कांग्रेस जनों के लिए दिखा दिया कि बलिदान की परिपाटी का जज्बा हमारे लहू के हर कतरे में मिलेगा. इसलिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं. इसी ढंग से मार्गदर्शन करते रहें.

आप सबको मैं याद दिलाना चाहता हूं कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी आज से करीब 100 साल पहले 1924 में मेरे गृह राज्य कर्नाटक में बेलगाम राष्ट्रीय अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे.

गांधी जी ने गांव देहात से लेकर किसानों मजदूरों को कांग्रेस के झंडे के नीचे खड़ा किया. बेलगाम में कांग्रेस संविधान में बड़ा बदलाव शामिल हुआ. गांधीजी ने मजबूरों और वंचितों से जोड़ा. यहीं से कांग्रेस एक जन आंदोलन के रूप में जनता के सामने आई और पूरा देश कांग्रेस के साथ खड़ा हुआ.

बेलगाम में ही पहली बार कांग्रेस ने छुआछूत और जातीय भेदभाव के खिलाफ संघर्ष को अपने एजेंडे में अधिकारिक रूप से शामिल किया. एक ही बार कांग्रेस प्रेसीडेंट बने और वहां छुआछूत का एक रिजॉल्यूशन पारित कर सारे देश में प्रचार करने का काम किया. 75 वर्ष में आज देश सबसे कठिन चुनौतियों से गुजर रहा है.

सत्ता में बैठे लोगों ने देश की जनता के अधिकारों और भारत के मूल्यों पर हमला बोल रखा है. इसलिए आज एक नए आंदोलन के शुरुआज की जरूरत है. हर देशवासी को आगे बढ़कर संकल्प लेकर यह कहना होगा सेवा संघर्ष और बलिदान सबसे पहले हिंदुस्तान, यह हमारा नारा होगा और देश को आज सेवा संघर्ष और बलिदान की जरूरत है, क्योंकि भारत सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है.

आज भाजपा संवैधानिक संस्थाओं की मर्यादा को तोड़ रही है. युवाओं के भविष्य को अंधेरे में झोंका जा रहा है. महंगाई से बजट बिगड़ गया है. जीएसटी नोटबंदी से छोटे कारोबार को बर्बाद कर दिया है. फसल कीमत न देकर किसानों की आमदनी को खत्म कर दिया है.

नफरत के माहौल में देश का सामाजिक माहौल बिगाड़ दिया है. सेंट्रल एजेंसी की मदद से चुनी हुई सरकारों को गिराया जा रहा है. महाधिवेशन को रोकने के लिए छापा मारा, हमारे लोगों को गिरफ्तार किया, लेकिन हमारे चीफ मिनिस्टर और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डटकर मुकाबला किया. ऐसे लडऩा और मुकाबला सीखना चाहिए.

दिल्ली में बैठी सरकार का डीएनए गरीब विरोधी इस साल दिल्ली में बैठी सरकार ने फूड सिक्योरिटी का 90 हजार करोड़ काट दिया, जो सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह ने गरीबों का पेट भरने के लिए जो कानून बनाया, उसमें 90 हजार करोड़ की कटौती की है. आप सोचिए कि किस प्रकार यह सरकार चल रही है. मैं कई बार सोचता हूं कि भाजपा की यह सरकार कितनों के गरीबों के मुंह से निकाला छीन लेगी.

मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं कि दिल्ली की सरकार में बैठे गरीबों का डीएनए ही गरीब विरोधी है, इसलिए ही वे लोग ऐसा काम कर रहे हैं. एक ओर गरीबों पर हमला और दूसरी ओर चीन के अवैध कब्जे के खिलाफ घुटने टेकी हुई दिल्ली. हमारे राजनीतिक मतभेद हैं, लेकिन भारत की सुरक्षा के लिए एक हैं. वे कहते हैं कि कांग्रेस सेनाओं के खिलाफ है.

हमने देश के लिए सविधान बनाया, उसकी सुरक्षा की और लोकतंत्र के लिए लड़ रहे हैं और आप लोकतंत्र को खत्म करने की बात कर रहे हैं. चाइना घुस गया और पीएम बोलते हैं कि कुछ नहीं हुआ. विदेश मंत्री कह रहे कि मेरे पिताजी को प्रमोशन नहीं दिया. सरकार ये बातें नहीं कर सकती.

आप सरकार में हैं. लेकिन वे लोग हर चीज को नया रंग देते हैं. चीन ने अप्रैल 2020 से आज तक हमारी जमीन पर जबरन कब्जा किया. मेरा सवाल है कि प्रधानमंत्री ने चीन को क्लीनचिट क्यों दिया? उनके विदेश मंत्री कहते हैं हम चीन से लड़ नहीं सकते, क्योंकि वे हमसे बड़ी अर्थ व्यवस्था हैं. यह तो आपकी नाकामयाबी है.

एक तरफ कहते हैं कोई घुसा नहीं, हम घुसने नहीं देंगे. वह तो घुसकर पुल बना रहा, रोड बना रहा. दूसरे तरफ छप्पन इंच का सीना तभी माना जाएगा जब आप चीन से हमारा जमीन छुड़वाकर 2020 से पहले ही स्थिति कायम करेंगे, तभी मानेंगे कि 56 इंच का सीना है. 2023 में 2024 में हमारा एजेंडा साफ है. हम देश के मुद्दों पर संघर्ष करेंगे और कुर्बानी देंगे. सबल और सक्षम राज्य बनाएंगे. यूपीए गठबंधन में समान विचारधारा के कई दल हमारे साथ आए थे.

डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व और सोनिया गांधी के सहकार से 10 साल मजबूत सरकार चली. वे तमाम दल जो बीजेपी आरएसएस के खिलाफ लडऩे के लिए तैयार हैं, हम उन्हें साथ लेने के लिए तैयार हैं. यह सच्चाई है कि हमारी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र के तहत झूठे आरोप लगाए गए थे. एक बेहद ईमानदार प्रधानमंत्री को बदनाम किया.

अब सच जनता के सामने आ चुका है. लोगों को मालूम है कि क्या सच्चाई है. हमारा लक्ष्य है कि रोजगार पैदा करें. महंगाई पर लगाम लगाई जाए. गैस सिलेंडर पेट्रोल डीजल आटा चावल उचित कीमत में दिलाकर हम रहेंगे.

हमारा लक्ष्य गरीब और अमीर के बीच जो खाई का काम चल रहा है, मजदूर के पास काम नहीं, गरीबों का सम्मान हो, सामाजिक न्याय सरकार का धर्म हो और रोटी रोजी का मौका सबको मिल पाए. देश के अन्नदाता किसान को फसल की उचित कीमत मिले और अन्नदाता को भूखे पेट न सोना पड़े. हमारा लक्ष्य देश से नफरत का माहौल खत्म करना है.

गरीब आदिवासी अल्पसंख्यक सिर उठाकर जिंदगी जीएं और उन्हें बराबरी का मौका मिले. देश के संवैधानिक संस्थाओं में बैठे लोगों की जवाबदेही सुनिश्चित हो.

बगैर रोकटोक के अपना कर्तव्य निभाए. देश की सरकारें जनता की वोट से चुनी और बदली जाएं न कि नोटों की बोरियों या ईडी, आईटी सीबीआई की धमकी से न बदली जाए. मैं कहता हूं देश के लिए एक साथ देश के लिए हरेक हाथ हाथ से हाथ जोड़ों आओ भारत जोड़ो।

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अंडरवल्र्ड का कब्जा में चिन्नी प्रकाश के साथ काम कर खुश हैं श्रिया सरन

25.02.2023  (एजेंसी)  –  एक्ट्रेस श्रिया सरन अपनी अपकमिंग फिल्म अंडरवल्र्ड का कब्जा की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने बताया कि वह एक्साइटेड और नर्वस दोनों हैं, जब उन्हें पता चला कि वह नमामि नमामि के लिए अनुभवी कोरियोग्राफर चिन्नी प्रकाश के साथ काम करेंगी।

इस बारे में विस्तार से बताते हुए एक्ट्रेस ने कहा, चिन्नी प्रकाश सर एक लेजेंड हैं।

माधुरी दीक्षित से लेकर सलमान खान तक सभी के पास वह सिग्नेचर मूव है जिसे उन्होंने कोरियोग्राफ किया है। जब मैंने सुना कि चिन्नी सर मुझे नमामि नमामि के लिए कोरियोग्राफ करेंगे, तो मैं बहुत एक्साइटेड और नर्वस थी।

लेकिन मैं वास्तव में खुश हूं कि दर्शकों ने गाने में मेरे प्रदर्शन को पसंद किया। ऐसा लगा जैसे मैंने अपने गुरु को गौरवान्वित कर दिया है।

चूंकि एक्ट्रेस एक प्रशिक्षित डांसर है, इसलिए गाने के लिए शूट और रिहर्सल आसान थी: मैं एक ट्रेंड कथक डांसर हूं और 2 घंटे के प्रैक्टिस और 3 दिनों की शूटिंग के बाद हमने गाने पर काम किया और मैंने वास्तव में चिन्नी सर की कोरियोग्राफी का आनंद लिया।

आनंद पंडित मोशन पिक्चर्स द्वारा श्री सिद्धेश्वरा एंटरप्राइज और अलंकार पांडियन के सहयोग से निर्मित अंडरवल्र्ड का कब्जा का निर्देशन आर. चंद्रू ने किया है।

फिल्म अंडरवल्र्ड का कब्जा, जिसमें उपेंद्र, श्रिया सरन और किच्चा सुदीप भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं, 17 मार्च, 2023 को पूरे भारत में रिलीज होगी।

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शॉर्ट ड्रेस और खुले बाल, मोनालिसा ने क्यूट अदाओं से लूट ली महफिल

25.02.2023 (एजेंसी)  –  भोजपुरी क्वीन मोनालिसा हमेशा अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर नए-नए फोटोशूट की तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। हाल ही में उनकी लेटेस्ट तस्वीरों में क्यूटनेस भरा अंदाज देख कर फैंस उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं।

इन तस्वीरों में मोनालिसा प्यारी सी डॉल से कम नहीं लग रही हैं। टीवी एक्ट्रेस मोनालिसा ने हाल ही में अपनी दिलकश और क्यूट तस्वीरों से इंटरनेट पर गरदा उड़ा दिया है। इन तस्वीरों में एक्ट्रेस का लुक देख कर फैंस एक बार फिर से उनके हुस्र के कायल हो गए हैं। हाल ही में हुए फोटोशूट के दौरान मोनालिसा ने शॉर्ट ड्रेस पहनी हुई है, जिसमें वो बेहद प्यारी लग रही हैं।

बता दें कि एक्ट्रेस अपनी बोल्डनेस से बॉलीवुड की बड़ी-बड़ी हसीनाओं को टक्कर देती हैं। मोनालिसा पर बिकिनी से लेकर सिंपल आउटफिट तक काफी सूट करता है। हालांकि फैंस भी उनकी तारीफ करते नहीं थकते हैं।

एक्ट्रेस की इन तस्वीरों पर भी फैंस लाइक्स और कॉमेंट्स के जरिए दिलखोलकर अपना प्यार लूटा रहे हैं। उनकी इन तस्वीरों को देख कर यूजर्स उनका कंपेयर बार्बी डॉल से कर रहे हैं और साथ ही क्यूट भी बोल रहे हैं।

इन तस्वीरों में मोनालिसा बेहद ही गॉर्जियस लग रही हैं और प्यारी सी स्माइल देते हुए अलग-अलग पोज में फोटोज क्लिक करवा रही हैं।

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फूड पॉइजनिंग से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं ये 5 घरेलू नुस्खे

25.02.2023   (एजेंसी)  – लोग जहां भी जाते हैं नए भोजन विकल्पों को आजमाना पसंद करते हैं, लेकिन उनसे फूड पॉइजनिंग का खतरा अधिक रहता है। फूड पाइजनिंग स्टैफिलोकोकस नामक बैक्टीरिया, वायरस या अन्य जीवाणु के कारण हो सकता है। इससे पेट दर्द, उलटी और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

आइए आज हम आपको 5 ऐसे घरेलू नुस्खे बताते हैं, जो फूड पॉइजनिंग की समस्या को दूर करने में प्रभावी हो सकते हैं। सेब का सिरका है उपयोगीसेब के सिरके में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो फूड पॉइजनिंग का कारण बनने वाले बैक्टीरिया के खिलाफ बहुत प्रभावी हैं। लाभ के लिए 1-2 बड़ी चम्मच कच्चे और अनफिल्टर्ड सेब के सिरके को एक गिलास गर्म पानी डालकर अच्छे से मिलाएं। समस्या ठीक होने तक इस पेय का रोजाना 2-3 बार सेवन करें। हालांकि, अगर आपको सेब का सिरका सूट नहीं करता है तो आप इस उपाय को न आजमाएं।

अदरक और शहद भी हैं प्रभावीअदरक और शहद का मिश्रण भी फूड पॉइजनिंग का प्राकृतिक रूप से इलाज करने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए एक कप पानी में 1-2 इंच कटी हुई अदरक डालें और इसे सॉस पैन में उबालें। 5 मिनट के बाद मिश्रण को छाने और इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर सेवन करें। आप चाहें तो अदरक के रस की कुछ बूंदों को शहद में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।

शहद और तुलसी का मिश्रण है सहायकतुलसी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुणों खाद्य जनित रोगजनकों को मारने के लिए जाने जाते हैं। यह आपके पेट को स्वस्थ रखने के साथ फूड पॉइजनिंग से जुड़े लक्षणों को भी कम कर सकता है। लाभ के लिए तुलसी के कुछ पत्तों को पीसकर उसका रस निकालें और फिर एक चम्मच तुलसी के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर तुरंत सेवन करें।

वैकल्पिक रूप से आप एक कप पानी में तुलसी के तेल की एक बूंद डालकर भी पी सकते हैं।

आंवले के जूस का करें सेवनआंवले के जूस का सेवन फूड पॉइजनिंग के दौरान होने वाले लक्षण जैसे जी मचलाना और उल्टी आना आदि की समस्या से राहत दिला सकता है। इतना ही नहीं इसमें प्रचुर मात्रा में सम्मिलित विटामिन- सी जैसे गुण पेट की समस्याओं को भी दूर करने का काम करते हैं। लाभ के लिए थोड़े-से आंवले के जूस को एक कप पानी में डालकर अच्छे से मिलाएं और उसके बाद इसका सेवन करें।

केले का सेवन भी हो सकता है लाभकारीकेला शरीर में खोए हुए पोटेशियम की भरपाई करके फूड पॉइजनिंग के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। लाभ के ले रोजाना एक केला खाएं। आप चाहें तो केले के पेस्ट को दूध में मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। ऐसा आप दिन में 2 से 3 बार कर सकते हैं।

इसी तरह समस्या के पूरी तरह खत्म होने तक इस उपाय को दोहराते रहना चाहिए।

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पूरे शरीर का वर्कआउट कर सकती हैं ये 5 हुला हूप एक्सरसाइज

25.02.2023 (एजेंसी)  – अगर आप अपने वर्कआउट सेशन को मजेदार बनाना चाहते हैं तो इसके लिए हुला हूप एक्सरसाइज को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं। हुला हूप एक्सरसाइज फुल बॉडी वर्कआउट है, जो शरीर की शक्ति बढ़ाने, कैलोरी जलाने और तनाव जैसी मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों से निपटने में मदद कर सकती हैं। आइए आज हम आपको 5 हुला हूप एक्सरसाइज के बारे में बताते हैं, जिन्हें आप घर पर बहुत आसानी से कर सकते हैं।

हुला हूपिंग क्या है?काफी समय से हुला हूपिंग का इस्तेमाल फिटनेस के लिए हो रहा है, लेकिन विदेशों में इसका ज्यादा चलन है। वयस्कों के लिए हुला घेरा लगभग 45 इंच व्यास का होता है और इससे की जाने वाली एक्सरसाइज किकबॉक्सिंग या एरोबिक्स जितनी कैलोरी जलाती हैं। स्टैंडिंग ट्विस्टसबसे पहले अपने हुला हूप को दोनों हाथों से पकड़ें और पैरों को कंधे की चौड़ाई से थोड़ा चौड़ा रखें। अब निचले शरीर को सीधा रखते हुए बाईं ओर मुड़ें और फिर दाईं ओर मुड़ें। ऐसा 5 सेकेंड तक लगातार करें।

यह एक्सरसाइज एब्स बनाने में काफी मदद कर सकती है। एब्स केवल शारीरिक ढांचे को आकर्षक बनाने का काम नहीं करते बल्कि मुख्य तौर पर इनसे शारीरिक ताकत भी मिलती है। रोलिंग रीच रोलिंग रीच पीठ और पैरों के लिए एक प्रभावी एक्सरसाइज है। इसे करने के लिए अपने सामने हुला हूप पकड़ें और आगे की ओर झुकते हुए पैरों को कंधे की चौड़ाई जितना खोलकर सीधे खड़े हो जाएं। अब पीठ को सीधा रखते हुए हुला हूप को दाईं ओर घुमाएं। इसे तब तक करें जब तक आप कमरे के एक छोर तक न पहुंच जाएं। इसके बाद हुला हूप को बाईं ओर घुमाएं और अपनी शुरुआती स्थिति में वापस आ जाएं।

ट्री प्रेसइस एक्सरसाइज में हुला हूप को डंबल की तरह इस्तेमाल करना होता है। ट्री प्रेस के लिए हुला हूप को अपने सिर के पीछे पकड़ें। अब दाएं पैर को उठाकर इसके तलवे को बाएं पैर के अंदरूनी हिस्से पर रखें। इसके बाद हाथों को कोहनियों को मोड़ते हुए हुला हूप को अपने पीछे से नीचे करें और फिर इसे शुरुआती स्थिति में वापस लाएं। पैर बदलने से पहले ऐसा 10 बार करें।

हुला हूप वी-सिट इसके लिए सबसे पहले एक्सरसाइज मैट पर बैठें और हुला हूप पकड़ें। अब पैरों को हूप के दूसरे सिरे पर रखें और पीछे की ओर झुकें। इस दौरानअपनी पीठ को सीधा रखकर दोनों पैरों को इस तरह ऊपर उठाएं कि वे 60 डिग्री पर हों। इसके बाद हाथों को आगे की ओर फैलाकर रखें, फिर हाथों और पैरों को ऊपर उठाकर उन्हें तब तक नीचे करें जब तक कि आपके पैर न थक जाएं। इसे कुछ मिनट ऐसे ही दोहराएं।

हुला हूप रशियन ट्विस्ट सबसे पहले एक्सरसाइज मैट पर बैठ जाएं और दोनों हाथों से हुला हूप को पकड़ लें। अब दोनों घुटनों को थोड़ा सा मोड़ें और दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। इसके बाद थोड़ा पीछे की ओर झुकें और हुला हूप के साथ दाईं ओर मुड़कर एक क्षण के लिए रुकते हुए अपनी बाईं ओर मुड़ें। एक सेट पूरा करने के लिए इसे 25 बार दोहराएं।

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आपकी सामाजिक क्षेत्र में मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। किसी कार्य के पूर्ण होने से मानसिक तनाव कम होगा। आप कोई नया व्यापार शुरू करने का मन बना सकते हैं। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल होंगे। नौकरी पेशा वाले लोगों को पदोन्नति मिलने के योग हैं। आप का आज का दिन बेहद शुभ नजर आ रहा है। घर परिवार की परेशानियों का समाधान निकल सकता है। मन हल्का रहेगा। कानूनी मामलों में लापरवाही मत कीजिए। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

आज आपको रचनात्मक कार्यों का प्रतिफल प्राप्त होगा। व्यापार में उन्नति मिलने के योग हैं। कानूनी मामलों में सफलता मिल सकती है। पति-पत्नी के बीच बेहतर तालमेल बने रहेंगे। मानसिक रूप से थोड़े परेशान नजर आ रहे हैं तो आप अपने ऊपर नकारात्मक विचारों को हावी मत होने दीजिए। पारिवारिक जिम्मेदारियों का पूर्ण ध्यान रखें। जीवनसाथी आपकी भावनाओं को समझेगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आपकी आज अचानक धन लाभ मिलने की संभावना नजर आ रही है। सामाजिक दायरा बढ़ेगा। आपका दिन भागदौड़ भरा रहेगा। गुप्त शत्रुओं से सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि यह आपके कामकाज बिगाडऩे की कोशिश कर सकते हैं। संतान की तरफ से हल्की चिंता रहेगी। नए-नए लोगों से दोस्ती हो सकती है लेकिन आप अनजान लोगों के ऊपर जरूरत से ज्यादा भरोसा मत कीजिए। स्वास्थ्य सही रहेगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आप अपने प्रयासों से उन्नति पथ प्रशस्त करेंगे। जरूरतमंद लोगों की मदद करने का मौका मिल सकता है। नौकरी के क्षेत्र में बड़े अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल बने रहेंगे। मेहनत का फल मिलेगा। आप अपनी अधूरी इच्छाओं को पूरा करने की हर संभव कोशिश करेंगे। पारिवारिक माहौल अच्छा रहेगा। परिवार के सभी सदस्य आपका पूरा सपोर्ट करेंगे। व्यापार के सिलसिले में आप यात्रा पर जा सकते हैं, आपके द्वारा की गई यात्रा सफल रहेगी। स्वास्थ्य लाभ होगा।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रहने वाला है। शादीशुदा जिंदगी में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है फिर भी जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। घर में किसी मांगलिक कार्यक्रम के आयोजन की चर्चा हो सकती है। माता-पिता के स्वास्थ्य में सुधार आएगा। विवाह योग्य लोगों को विवाह का रिश्ता मिल सकता है। आमदनी के अनुसार खर्चों पर कंट्रोल रखने की आवश्यकता है। आप अपने विरोधियों को परास्त करेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप किसी लाभदायक यात्रा पर जा सकते हैं। नौकरी के क्षेत्र में लाभ मिलने की संभावना है। निवेश में फायदा मिल सकता है। किस्मत आपका पूरा साथ देगी। घरेलू सुख साधनों में बढ़ोतरी होगी। जीवनसाथी के साथ रोमांटिक समय व्यतीत करने का मौका मिल सकता है। गुप्त शत्रु आपको हानि पहुंचाने की कोशिश करेंगे परंतु यह सफल नहीं हो पाएंगे। धार्मिक कार्यों में आपका अधिक मन लगेगा। माता-पिता के साथ किसी मंदिर में दर्शन करने के लिए जा सकते हैं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आपका आज का दिन मिलाजुला नजर आ रहा है। बड़े अधिकारियों को प्रसन्न करना काफी कठिन हो सकता है। दोस्तों के साथ मिलकर आप कोई नया व्यापार शुरू करने का मन बना सकते हैं। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। घर-परिवार के लोगों के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। व्यापार की समस्याओं का हल निकल सकता है। दूसरों के कार्यों में हस्तक्षेप मत कीजिए। नौकरी के क्षेत्र में कार्यभार अधिक रहेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आपको आज धन से जुड़े हुए मामलों में काफी सतर्क रहना होगा। आप किसी को भी पैसा उधार मत दीजिए। आप किसी यात्रा पर जा सकते हैं। पुराने मित्रों से मिलना-जुलना हो सकता है। व्यवहार कुशलता से समस्या का समाधान संभव है। पारिवारिक वातावरण सामान्य रहेगा। अचानक आप किसी महत्वपूर्ण मामले में निर्णय ले सकते हैं। लाभ के मार्ग प्रशस्त होंगे। स्वास्थ्य सही रहेगा।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप अपने प्रयासों से सफलता हासिल करेंगे। प्रभावशाली लोगों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। आपका मन प्रसन्न रहने वाला है। कार्यप्रणाली में सुधार आएगा। काफी लंबे समय से अधूरे पड़े कार्य पूरे हो सकते हैं, जिससे आपका मन हर्षित होगा। जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगा। पिताजी से व्यापार के विषय में बातचीत कर सकते हैं। स्वास्थ्य सुधार होगा।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपका आज का दिन पहले के दिनों की अपेक्षा अच्छा रहेगा। आपका मन धर्म-कर्म के कामों में अधिक लगेगा। सत्संग से लाभ मिल सकता है। व्यापार अच्छा चलेगा। आपका मन प्रसन्न रहने वाला है। दोस्तों की मदद से रुके हुए काम पूरे होंगे। आप किसी सुखद यात्रा पर जा सकते हैं। रचनात्मक कामों में सफलता हासिल होगी। आपका मन कार्यों में लगेगा। आपके अधूरे सपने पूरे हो सकते हैं। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आपका दिन मिला जुला रहेगा। वाहन और मशीनरी के प्रयोग में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। आप अपनी कीमती चीजों को संभाल कर रखें। कोई भी जोखिम लेने से बचना होगा। आमदनी के अनुसार खर्चा पर कंट्रोल रखने की आवश्यकता है। पारिवारिक जीवन सुखद रहने वाला है। परिवार में विवाद खत्म होगा और शांति एवं सुख बढ़ेगा। व्यापार में अच्छा मुनाफा मिलने के योग हैं। सवास्थ्य सही रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आपको प्रेम संबंधित मामलों में सफलता हासिल होगी। कानूनी बाधा दूर हो सकती है। परोपकारी स्वभाव होने से दूसरों की मदद करेंगे। कामकाज के प्रति आप लापरवाही मत कीजिए। कुछ जरूरी कामों को लेकर आपको अधिक भागदौड़ और मेहनत करनी पड़ सकती है परंतु आखिर में आपको सफलता मिलने के योग हैं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

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नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एकमात्र लक्ष्य गरीब व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करना: शाह

सतना , 24 फरवरी (एजेंसी)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्यप्रदेश के सतना में शबरी माता जन्मजयंती के अवसर पर आयोजित कोल जनजाति महाकुंभ को संबोधित करते हुए कहा कि एक जनजातीय माँ अपनी अनन्य राम भक्ति से युगों-युगों तक देश और करोड़ों लोगों के जीवन की प्रेरणा बन जाए – ऐसा जीवन, ऐसी भक्ति माँ शबरी थी। अमित शाह ने कहा कि  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में हमारा एकमात्र लक्ष्य है अंत्योदय के माध्यम से गरीब से गरीब व्यक्ति को विकास की मुख्यधारा में शामिल करना।

2014 में प्रधानमंत्री निर्वाचित होने के बाद अपने पहले उद्बोधन में  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  ने कहा था कि उनकी सरकार गाँव, गरीब, किसान, आदिवासी, दलित, पीडि़त, पिछड़ों, युवाओं और महिलाओं की सरकार होगी। अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कन्या पूजन, दीप प्रज्ज्वलन एवं माता शबरी और प्रभु श्रीराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर ‘कोल जनजाति महाकुंभ’ कार्यक्रम का  शुभारंभ किया।अमित शाह  ने कार्यक्रम की शुरुआत में लगभग 532 करोड़ रुपये की लागत से विकास के 70 निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया और लगभग 26 करोड़ रुपये के छोटे-छोटे विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया।

शाह ने कहा कि मैं कोल जनजाति के विकास के लिए शिवराज सिंह चौहान  को हार्दिक धन्यवाद देता हूँ। मैं जब पहले जबलपुर आया था तब शिवराज सिंह चौहान ने मुझसे 14 घोषणाएं करवाई थी। मुझे लगता था कि मेरी उपस्थिति में शिवराज घोषणाएं करा रहे हैं और यदि पूरी नहीं हुई तो क्या होगा लेकिन आज मुझे ख़ुशी है कि 14 की 14 घोषणा उन्होंने पूरी कर दी। यही भारतीय जनता पार्टी की पहचान है।

अमित शाह ने कहा कि जब पीछे मुड़ कर इन 9 वर्षों की यात्रा को देखता हूँ कि स्पष्ट हो जाता है।अमित शाह  ने कहा कि पिछले साढ़े 8 वर्षों में लगभग 9 करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन दिया गया, लगभग 11 करोड़ शौचालयों का निर्माण कराया गया, गरीबों के लिए लगभग तीन करोड़ से अधिक घर बनाए गए, देश के लगभग 55 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत का लाभ दिया गया, 10 करोड़ से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ दिया जा रहा है, कोरोना काल में सभी देशवासियों के लिए मुफ्त में वैक्सीन की डबल डोज और बूस्टर डोज उपलब्ध कराई गई और पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत ढाई सालों से देश के लगभग 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में हर महीने पांच किलो गेहूं/चावल और एक किलो दाल उपलब्ध कराया जा रहा है।

शाह ने कहा कि मैं कोल समाज के सभी भाई-बहनों को 1831 के कोल विद्रोह भी याद कराना चाहता हूं।  200 करोड़ रुपये की लागत से 10 ऐसे स्मारक बना रहे हैं। इन स्मारकों में सभी आदिवासी स्वातंत्र्य सेनानियों के योगदान को सामहित किया गया है। भगवान् बिरसा मुंडा जी के बारे में बात हो, गोंड महारानी की बहादुबा हो, रानी कमलापति का बलिदान हो, अमर सेनानी बुद्धू भगत हो, सभी आदिवासी समाज के स्वतंत्रता सेनानियों की यादों को संजोया गया है।अमित शाह  ने कहा कि पिछले 70 सालों तक कांग्रेस ने एक भी जनजाति समाज के बेटे या बेटी को राष्टपति पद पर प्रतिष्ठित नहीं किया।

ये प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  हैं जिन्होंने एक गरीब आदिवासी समाज की बीती  द्रौपदी मुर्मू  को राष्ट्रपति पद पर प्रतिष्ठित कर समग्र जनजाति समाज को सम्मानित किया।  शिवराज सिंह चौहान ने लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से वीर राजा रघुनाथ शाह और राजा शंकर साह जी का भी स्मारक बनाया। शाह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में अनुसूचित जनजाति के लिए महज 24,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया।  नरेन्द्र मोदी सरकार ने अनुसूचित जनजाति के लिए आम बजट में लगभग 89,000 करोड़ रुपये आवंटित किये हैं। पहले आदिवासी छात्रों के लिए केवल 167 एकलव्य मॉडल स्कूल स्वीकृत किये गए थे जबकि हमारी सरकार में ये संख्या लगभग 700 तक पहुँच गई है।

इस बजट में एकलव्य मॉडल स्कूलों में लगभग 38,800 शिक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव रखा गया है। कांग्रेस की सरकार में आदिवासी बच्चों को केवल हजार रुपये की छात्रवृत्ति दिया जाता था जिसे मोदी सरकार ने बढ़ा कर 2,833 रुपये कर दिया है।अमित शाह ने कहा कि मध्य प्रदेश में बीच में थोड़े समय के लिए पंजे की सरकार आई, मतलब कांग्रेस की सरकार आई।

अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान  ने जनजाति कल्याण और गरीब कल्याण के लिए योजनायें शुरू की थी, कांग्रेस सरकार ने उन सभी योजनाओं को रोक दिया। हालांकि कांग्रेस की सरकार अपने ही क्रियाकलापों के कारण कुछ ही समय में खुद ही गिर गई और फिर से भाजपा की सरकार बनी। हमारी सरकार आते ही शिवराज जी ने उन सभी योजनाओं को फिर से शुरू किया।

अमित शाह ने कहा कि शिवराज सिंह चौहान  की सरकार – मध्य प्रदेश की डबल इंजन वाली सरकार राज्य में गरीबों को हर सुख, सुविधा पहुंचाने में लगी है, उन्हें खुशहाल बनाने में लगी है।

मैं आज यहाँ मेडिकल कॉलेज भवन के उद्घाटन के लिए और आप लोगों के दर्शन के लिए आया हूँ। इसी वर्ष चुनाव होने वाला है। आगामी चुनाव में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को फिर से बनाना है और यहाँ विकास की गति को और तेज करना है।

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किसानों की समस्या को केवल नरेंद्र मोदी ने ही समझा: जेपी नड्डा

हनुमानगढ़ , 24 फरवरी ( एजेंसी)। राजस्थान के हनुमानगढ़ में सिख समाज द्वारा आयोजित ‘किसान संगत अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष  जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि किसान देश के अन्नदाता हैं। देश के किसानों के साथ लंबे समय तक छल हुआ। कई राजनीतिक लोग स्वयंभू किसान नेता बन गए। किसानों के लिए बड़े-बड़े नारे भी दिए, बातें की गई लेकिन किसानों की समस्या समझ कर उनके हित में योजनाओं को धरातल में लाने का कार्य केवल और केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है।

फसल बीमा तो पहले भी थी लेकिन बीमा कंपनियों से किसानों को केवल और केवल धोखा ही मिलता था। लड्ढा ने कहा कि  फसल क्षतिपूर्ति को लेकर किसानों के लगभग 1.20 करोड़ केस थे। नरेन्द्र मोदी सरकार ने उन सभी केसों का सेटलमेंट कराया। प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि के तहत हर साल देश के लगभग 11 करोड़ किसानों को छ:-छ: हजार रुपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक एकाउंट में मिलती है। राजस्थान के भी लगभग 77 लाख किसान इस योजना से लाभान्वित हो रहे हैं। अब तक 12 किस्तों में लगभग सवा दो लाख करोड़ रुपये किसानों के एकाउंट में पहुंचाए जा चुके हैं।

आप ही बताइये कि किस किसान नेता ने किसानों के लिए ये काम किये? किस प्रधानमंत्री ने किसानों के सम्मान की बात की? क्या कभी किसी किसान ने सोचा था कि उन्हें भी पेंशन मिलेगी? किसानों को मासिक पेंशन देने की व्यवस्था  नरेन्द्र मोदी सरकार ने की है। इस योजना से देश के लगभग 20 लाख किसान जुड़ चुके हैं। राजस्थान में लगभग 38,000 किसान इस योजना से जुड़े हैं। हालांकि ये संख्या कम है। मैं तो चाहूंगा कि यहाँ से लाखों किसान इस योजना से जुड़ें और इसका लाभ उठायें।

नड्डा ने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत साढ़े 8 वर्षों में किसानों के कल्याण के लिए उठाये गए क़दमों की विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष  सतीश पूनिया, राजस्थान विधान सभा में उप-नेता  राजेंद्र राठौड़, राजस्थान की भाजपा प्रभारी  विजया राहटकर, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष सरदार अजय पाल सिंह, पूर्व मंत्री सरदार सुरेंद्र पाल सिंह, सरदार गुरचरण सिंह और सरदार कुलदीप सिंह सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी उपस्थित थे। नड्डा ने कहा कि ने कहा कि इस देश में आम नागरिकों के स्वास्थ्य की चिंता तक नहीं होती थी लेकिन आज मिट्टी के स्वास्थ्य की चिंता हो रही है।

देश में करोड़ों स्वायल हेल्थ कार्ड जारी किये गए हैं और किये जा रहे हैं। इसके माध्यम से देश में लगभग 93 प्रतिशत मिट्टी की जांच की जा चुकी है। पहले यूरिया और अन्य खाद ब्लैक किये जाते थे। यूरिया की किल्लत से किसान हमेशा परेशान रहते थे। यूरिया के लिए किसानों पर लाठीचार्ज होता था। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नीमकोटेड यूरिया शुरू कर इसके ब्लैक मार्केटिंग पर अंकुश लगाया। अब किसानों को सही समय पर यूरिया मिलता है। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश में कृषि क्षेत्र में आधारभूत संरचना के विकास के लिए एक लाख करोड़ रुपये का आवंटन किया।

यहाँ के किसानों को भी इससे फायदा उठाना चाहिए। 2014 में कृषि का आम बजट महज 25 हजार करोड़ रुपये के आसपास था लेकिन नरेन्द्र मोदी सरकार में कृषि बजट लगभग पांच गुना बढ़ कर 1.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है। प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के लिए लगभग 93,000 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सके। 2014 में केवल दो मेगा फ़ूड पार्क थे, आज ये बढ़ कर 22 हो गए हैं। राजस्थान के रूपनगढ़ में मेगा फ़ूड पार्क का उद्घाटन हो चुका है। बीकानेर में भी मेगा फ़ूड पार्क जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा।

हमारी सरकार में लगभग 1,000 ई-मंडी बनायी गई है जिसमें लगभग 1.60 करोड़ किसान पंजीकृत हो चुके हैं। राजस्थान के भी लगभग 14 लाख किसान इसमें रजिस्टर्ड हैं। आज किसान अपने खेत से दुनिया के किसी भी जगह अपने उत्पादों को अच्छी कीमत पर भेज सकते हैं। जहां किसानों की ऊपज के अच्छे दाम मिलेंगे, वहां किसान अब अपने उत्पाद भेज कर बेच सकते हैं, ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है। मैं किसानों से आग्रह करता हूँ कि आप केवल पुरानी व्यवस्था पर भरोसा न करें, बल्कि आप ये देखें ई-मंडी और टेक्नोलॉजी से किस तरह आपको पता चल जाता है कि कहाँ आपकी ऊपज की कीमत कम है और कहा ज्यादा और आप इस आधार पर अपनी ऊपज अच्छी कीमत पर बेच सकते हैं।

इस साल आम बजट में कृषि शिक्षा एवं रिसर्च के लिए लगभग 1.25 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार किसानों के सशक्तिकरण के लिए कटिबद्ध है। नड्डा ने कहा कि हमारे सिख भाइयों ने देश की रक्षा के लिए जितना बलिदान दिया है, उसे देश कभी भी भूल नहीं सकता है। सिख गुरुओं ने हमें देश की रक्षा के लिए शिक्षा दी। दशम पिता गुरु गोबिंद सिंह सिंह जी ने देश के लिए शहादत दी। उनके वीर साहबजादों ने देश के लिए शहादत दी। अन्य सभी गुरुओं ने भी अपना सर्वोच्च बलिदान देकर देश को एक रखने का काम किया है और समाज को आगे बढऩे की प्रेरणा दी है।

देश के विकास में महान सिख गुरुओं के योगदान को हम कभी भूल नहीं सकते। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में भाजपा को छोड़ कर सिख भाइयों के साथ लगभग सभी राजनीतिक दलों ने केवल और केवल राजनीति की। सिख भाइयों ने विवाह के मामले में कहा था कि क़ानून में बदलाव आना चाहिए। यह बात तो छोटी थी किंतु किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने इस पर ध्यान देकर क़ानून में बदलाव किया। पहले की सरकारों में और यहाँ तक कि 10 वर्षों तक एक सिख प्रधानमंत्री के काल में भी श्री श्री तख़्त हरमंदिर साहब के लंगर पर भी टैक्स लगता था। प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  ने लंगर पर से टैक्स को ख़त्म कराया।

श्री श्री हरमंदिर साहिब को फॉरेन कंट्रीब्यूशन लेने का पहले कोई प्रावधान नहीं था लेकिन  प्रधानमंत्री  की प्रेरणा से एफसीआरए रजिस्ट्रेशन ग्रांट हुआ और अब श्री श्री हरमंदिर साहिब को विदेशी योगदान मिलना शुरू हो गया है। आजादी से लेकर 70 सालों तक डेरा नानक साहब और करतारपुर साहिब का दर्शन करने का अवसर हमारे सिख भाइयों को नहीं मिल पाया था, यह रास्ता अब तक नहीं मिल पाया था लेकिन  प्रधानमंत्री  की प्रेरणा से यह कॉरिडोर बन कर तैयार हुआ और सिख भाइयों को डेरा नानक साहब और करतारपुर साहिब का दर्शन करने का मार्ग प्रशस्त हुआ। नड्डा ने कहा कि गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के आयोजन पर लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च करके सुल्तानपुर लोधी शहर को विकसित किया गया और रेलवे स्टेशन को तैयार कराया गया।

सिख श्रद्धालुओं के लिए विशेष ट्रेन चलाई गई। गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व को धूमधाम के साथ पूरे देश में मनाया गया। इसके लिए  नरेन्द्र मोदी सरकार ने 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की। गुजरात के जामनगर में  प्रधानमंत्री  ने 750 बेड का एक अस्पताल सिख भाइयों को समर्पित किया। गुरबानी पर रिसर्च करने के लिए लगभग 67 करोड़ रुपये की लागत से गुरुनानक यूनिवर्सिटी में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ इंटरफेथ स्टडीज की भी शुरुआत की गई है। इतना ही नहीं, गुरबानी को देश की 15 भाषाओं में अनुवाद करके पढ़ाने का काम शुरू किया गया है। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  ने यूनेस्को में आग्रह किया है कि विदेशी भाषाओं में गुरबानी का अनुवाद होना चाहिए ताकि पूरी दुनिया इसे पढ़ कर प्रेरणा ले सके। नड्डा ने कहा कि  प्रधानमंत्री  की दृढ़ इच्छाशक्ति से ब्लैकलिस्ट से 314 नाम हटाये जा चुके हैं, अब उसमें केवल दो नाम रह गए हैं।

हमारे सिख भाइयों के आंसू बह-बह के सूख गए लेकिन कांग्रेस की सरकारें 1984 के दंगों के दोषियों को सजा नहीं दिलवा पाई।  प्रधानमंत्री  ने एसआईटी बनाई और दोषियों को सलाखों के पीछे डालने का कार्य किया। दंगा पीडि़त परिवारों की भी मदद  नरेन्द्र मोदी सरकार में की गई। स्वदेश दर्शन योजना विकसित की जा रही है। जालियांवाला बाग़ को विकसित कराया गया है। आखिर क्यों पहले की सरकारों ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की? क्यों इसके लिए श्री नरेन्द्र मोदी जी का इंतजार करना पड़ा?

क्योंकि  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी को सिख भाइयों के लिए दर्द है दिल में, प्यार है उनके प्रति। आखिर क्यों पहले की सरकारों को वीर बाल दिवस मनाने की याद नहीं आई? क्यों गुरु गोबिंद सिंह जी के शहजादों की शहादत याद नहीं आई? आज वीर बाल दिवस के दिन दुनिया बहादुर बलिदानी साहेबजादों को याद करती है, उनकी बहादुरी के इतिहास को याद करती है। नड्डा ने कहा कि आज रेलवे का बजट लगभग दौ गुना बढ़ गया है। एक समय राजस्थान में रेलवे के लिए बजट केवल 682 करोड़ रुपये होते थे, इस साल यह बढ़ कर 9,532 करोड़ रुपये हो गया है। देश के लगभग 1.72 लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है जिसमें राजस्थान के भी लगभग 8770 गाँव हैं। यह परिवर्तन है। यह भारत के विकास की कहानी है।

नड्डा ने कहा कि राजस्थान में यह देख कर बहुत दु:ख होता है कि यहाँ चुनाव से पहले किसानों की कर्ज माफी के दावे तो कांग्रेस द्वारा बहुत किये गए लेकिन आज तक ये नहीं हुआ। कहाँ गई वो बातें? क्यों यहाँ किसानों के साथ कांग्रेस की सरकार ने छल किया? वहीं, दूसरी ओर,  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  ने किसानों के खाते में केवल पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत लगभग सवा दो लाख रुपये पहुंचाए जा चुके हैं।

चुनाव आने पर लोग राजस्थान में जादूगरी करते हैं कि ये करूंगा, वो करूंगा लेकिन करते कुछ नहीं। इसलिए इनलोगों को आराम दीजिये और भाजपा को सेवा का अवसर दीजिये।

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सीडब्ल्यूसी का चुनाव नहीं होगा, खडग़े करेंगे नॉमिनेट

*कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन आरंभ*

रायपुर, 24 फरवरी (एजेंसी)। अखिल भारतीय कांग्रेस का राष्ट्रीय महा अधिवेशन शुरू हो गया है। राष्ट्रीय महा महाधिवेशन के पहले दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़के की मौजूदगी में स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई।

बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि सीडब्ल्यूसी का चुनाव नहीं होगा।सर्वसम्मति से तय किया गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सीडब्ल्यूसी नॉमिनेट करेंगे।

जयराम रमेश ने कहा कि ढाई घंटे चली कमेटी की बैठक में खुली बातचीत हुई। सभी सदस्यों ने अपनी बातें रखीं। कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्षों को सीडब्ल्यूसी में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि पार्टी के नेता, सभी पीसीसी डेलीगेट्स इसका समर्थन करेंगे।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी के स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में शामिल नहीं होने पर कहा कि बैठक में 45 सदस्य बैठे थे। गांधी परिवार से किसी तरह की जूम मीटिंग नहीं हुई है।

उन्होंने कहा कि प्लिनरी सेशन में पार्टी के संविधान में संशोधन के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी। करीब 16 प्रावधानों में संशोधन और 32 नियमों में संशोधन पर प्लिनरी सेशन में चर्चा होगी। संशोधन में सबसे महत्वपूर्ण यह है कि दलित, आदिवासी, महिला, युवाओं का प्रतिनिधित्व पार्टी में निश्चित किया जा रहा है।

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मोदी ने वैश्विक चुनौतियों से निपटने बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने का किया आह्वान

बेंगलुरु,24 फरवरी (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि जी-20 भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवंतता से प्रेरणा लेगा और वैश्विक परिदृश्य पर स्थिरता, भरोसा और वृद्धि को वापस लाने की दिशा में काम करेगा। वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंकों के गवर्नरों की जी-20 बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने अपने वीडियो संदेश में जलवायु परिवर्तन और उच्च ऋण स्तर जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने की आवश्यकता को रेखांकित किया।

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर अभी भी महामारी के बाद के प्रभावों और व्यापक भू-राजनीतिक तनावों के असर का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इन घटनाक्रमों ने कई देशों की वित्तीय व्यवहार्यता को खतरे में डाल दिया है। भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी-20 के पहले बड़े कार्यक्रम में मोदी ने कहा, यह अब आप (जी-20 के सदस्य देशों) पर निर्भर करता है जो दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं और मौद्रिक प्रणालियों के संरक्षक हैं कि वे वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता, भरोसा और वृद्धि वापस लाएं।

यह आसान काम नहीं है। भारत ने पिछले साल दिसंबर में विकसित और विकासशील देशों के समूह जी-20 की अध्यक्षता संभाली थी। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि प्रतिभागी भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवंतता से प्रेरणा लेंगे। उन्होंने कहा, भारतीय उपभोक्ता और उत्पादक भविष्य को लेकर आशावादी और आश्वस्त हैं। हमें उम्मीद है कि आप वैश्विक अर्थव्यवस्था में उसी सकारात्मक भावना को प्रसारित करने में सक्षम होंगे। मोदी ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे अपनी चर्चा को दुनिया के सबसे कमजोर नागरिकों पर केंद्रित करें।

उन्होंने जोर देकर कहा कि वैश्विक आर्थिक नेतृत्व केवल एक समावेशी एजेंडा बनाकर फिर से दुनिया का भरोसा जीत सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी जी-20 अध्यक्षता का विषय इस समावेशी दृष्टिकोण-एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य को बढ़ावा देता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व की जनसंख्या आठ अरब को पार कर चुकी है लेकिन ऐसा लग रहा है कि सतत विकास लक्ष्यों को लेकर प्रगति धीमी पड़ रही है। उन्होंने कहा, हमें जलवायु परिवर्तन और उच्च ऋण स्तर जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने की आवश्यकता है।

वित्त की दुनिया में प्रौद्योगिकी के बढ़ते प्रभुत्व को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि कैसे डिजिटल भुगतान ने महामारी के दौरान संपर्क रहित और निर्बाध लेनदेन को सक्षम किया। उन्होंने जी-20 के सदस्य प्रतिभागियों से डिजिटल वित्त में अस्थिरता और दुरुपयोग के संभावित जोखिम को विनियमित करने के लिए मानकों को विकसित करते समय प्रौद्योगिकी की शक्ति का पता लगाने और उसका उपयोग करने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में अपने डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र में एक अत्यधिक सुरक्षित, भरोसेमंद और प्रभावी सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा बनाया है।

मोदी ने कहा, हमारे डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र को एक मुक्त सार्वजनिक वस्तु के रूप में विकसित किया गया है। उन्होंने रेखांकित किया कि इसने देश में शासन, वित्तीय समावेशन और जीवन की सुगमता को मौलिक रूप से बदल दिया है। यह देखते हुए कि बैठक भारत की प्रौद्योगिकी राजधानी बेंगलुरु में हो रही है, उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों को प्रत्यक्ष अनुभव मिल सकता है कि भारतीय उपभोक्ताओं ने डिजिटल भुगतान को कैसे अपनाया है।

उन्होंने भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान बनाई गई नयी प्रणाली के बारे में भी बताया जो जी-20 मेहमानों को भारत के यूपीआई का उपयोग करने की अनुमति देता है। उन्होंने कहा, यूपीआई जैसे उदाहरण कई अन्य देशों के लिए भी आदर्श हो सकते हैं। हमें दुनिया के साथ अपने अनुभव साझा करने में खुशी होगी और जी-20 इसके लिए एक माध्यम हो सकता है।

भारत की अध्यक्षता में शुक्रवार से शुरू हुई पहली बड़ी जी-20 बैठक के दौरान वैश्विक ऋण कमजोरियों, यूरोप में चल रहे युद्ध से विश्व अर्थव्यवस्था के लिए जोखिम और महामारी के फिर उभरने की आशंकाओं के साथ-साथ आईएमएफ और विश्व बैंक सुधारों पर चर्चा की जाएगी। क्रिप्टो मुद्राओं के विनियमन के लिए वैश्विक ढांचे से संबंधित मुद्दे जिन पर गुरुवार को जी-20 देशों के वित्त और केंद्रीय बैंक के प्रतिनिधियों द्वारा पहले ही विचार-विमर्श किया जा चुका है, मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान भी उठ सकते हैं।

बैठक में जी-20 के सदस्यों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंकों के गवर्नर, आमंत्रित सदस्य और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुख भाग लेंगे। कुल मिलाकर, बैठक में भाग लेने वाले 72 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल होगा। जी-20 की अध्यक्षता भारत ऐसे समय में कर रहा है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था साल भर चले रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रभाव से जूझ रही है।

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एअर इंडिया एक्सप्रेस विमान का पिछला हिस्सा रनवे से टकराया

*तिरुवनंतपुरम में आपात स्थिति में उतरा*

तिरुवनंतपुरम (केरल),24 फरवरी (एजेंसी)। कालीकट से दम्मम जा रहे एअर इंडिया के एक विमान के पिछले हिस्से के उड़ान भरने के दौरान ‘संदिग्ध रूप से रनवे से टकरा जाने के बाद उसे यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारा गया। एअर इंडिया एक्सप्रेस उड़ान आईएक्स 385 दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर 168 यात्रियों के साथ तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी जिसके बाद हवाई अड्डा प्राधिकारियों ने पहले घोषित पूर्ण आपात स्थिति हटा दी।

एअर इंडिया ने कहा कि कालीकट हवाई अड्डे से उड़ान भरते हुए विमान का पिछला हिस्सा संदिग्ध रूप से टकरा गया जिसके कारण कोझीकोड-दम्मम उड़ान का मार्ग तिरुवनंतपुरम की ओर मोड़ दिया। एअरलाइन ने एक अन्य विमान से यात्रियों को दम्मम भेजने की व्यवस्था की। इस विमान के आज शाम को ही तिरुवनंतपुरम से उड़ान भरने की संभावना है। एअर इंडिया ने एक विज्ञप्ति में कहा, एअरलाइन कर्मी तिरुनवंतपुरम में यात्रियों की सभी आवश्यकताओं का ध्यान रख रहे हैं।

इस बीच, विमानन नियामक डीजीसीए ने कहा कि वह घटना की जांच करेगा। तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का प्रबंधन करने वाले अडाणी समूह ने कहा कि उन्होंने कालीकट पर घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद आपात स्थिति की घोषणा कर दी थी। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने कहा, शुरुआत में विमान को सुबह 11 बजकर तीन मिनट पर उतरना था लेकिन बाद में इसका समय बदलकर दोपहर 12 बजकर 15 मिनट कर दिया गया।

सुबह 11 बजकर 36 मिनट पर हमने हवाई अड्डे पर पूर्ण आपात स्थिति की घोषणा कर दी और सभी आपात सेवाओं को तैयार रहने को कहा। हवाई अड्डे पर सभी एम्बुलेंस और तीन क्रैश फायर टेंडर तैयार थे और आपात द्वार खुले थे। एहतियातन तौर पर नजदीकी अस्पतालों से एम्बुलेंस और पुलिसकर्मियों को लेकर तीन बस हवाई अड्डे पर पहुंची।

हवाई अड्डा प्राधिकरण ने कहा, बहरहाल, अन्य विमानों का संचालन सामान्य रहा। विमान एहतियात के तौर पर अतिरिक्त ईंधन को खपाने के लिए करीब ढाई घंटे तक हवा में चक्कर काटने के बाद दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर हवाई अड्डे पर उतरा। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने रनवे का निरीक्षण किया और बाद में आपात स्थिति का निर्देश वापस ले लिया।

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85 प्रतिशत से अधिक पार्षदों ने किया मतदान

*एमसीडी स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव*

नयी दिल्ली,24 फरवरी (एजेंसी)। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की स्थायी समिति के छह सदस्यों के चयन के लिए नए सिरे से कराए जा रहे मतदान के दौरान शुक्रवार को अपराह्न दो बजे तक 250 पार्षदों में से 85 प्रतिशत से अधिक ने मतदान किया।

मतदान पूर्वाह्न करीब सवा 11 बजे आरंभ हुआ और अपराह्न दो बजे तक करीब 220 पार्षदों ने अपना वोट डाल दिया था। दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय के आदेश पर स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव के लिए शुक्रवार को नए सिरे से मतदान हुआ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने समिति के सदस्यों के चुनाव के लिए पुन: मतदान कराए जाने की मांग की थी।

‘आप के बागी नेता पवन सहरावत ने भी मतदान किया। इस बीच उनके पूर्व पार्टी सहयोगियों ने उनका मजाक उड़ाया और कई ने उन्हें ‘विश्वासघाती कहा। आप के सदन के नेता मुकेश गोयल, उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल, महापौर के चुनाव में ओबेरॉय से हारने वाली भाजपा की पार्षद रेखा गुप्ता, दक्षिण दिल्ली के पूर्व महापौर कमलजीत सहरावत और ट्रांसजेंडर समुदाय के पहले पार्षद एवं आप सदस्य बोबी ने वोट डाला। सीलमपुर वार्ड से पार्षद शकीला बेगम ने भी मतदान किया।

स्थायी समिति के 6 सदस्यों के लिए सात प्रत्याशी मैदान में हैं। आप ने आमिल मलिक (श्री राम कॉलोनी वार्ड), रमिंदर कौर (फतेह नगर वार्ड), मोहिनी जीनवाल (सुंदर नगरी वार्ड) और सारिका चौधरी (दरियागंज वार्ड) को उम्मीदवार बनाया है।

कमलजीत सहरावत (द्वारका-बी वार्ड) और पंकज लूथरा (झिलमिल वार्ड) भाजपा की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं। निर्दलीय पार्षद गजेंद्र सिंह दराल भी उम्मीदवार हैं। वह बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे। ओबेरॉय ने बीच-बीच में पार्षदों को याद दिलाया कि मतदान केंद्र में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है। स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव कराने की एक और कोशिश करने के लिए एमसीडी की बैठक शुक्रवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे पुन: शुरू हुई।

इससे एक दिन पहले सदन की कार्यवाही आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पार्षदों के बीच झड़प और हंगामे के कारण दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी।

‘आप की नेता शैली ओबेरॉय को दिल्ली का नया महापौर चुने जाने के कुछ ही घंटों बाद एमसीडी के निर्णय लेने वाले सर्वोच्च निकाय- स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव कराने के लिए सदन की कार्यवाही बुधवार शाम सवा छह बजे शुरू हुई थी, लेकिन इस दौरान भाजपा सदस्यों के कड़े विरोध, ‘हाई-वोल्टेज ड्रामा, नारेबाजी और 12 से अधिक बार स्थगन के बाद महापौर ने इसे दिनभर के लिए स्थगित कर दिया था।

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कांग्रेस ने पूर्वोत्तर के राज्यों को एटीएम की तरह इस्तेमाल किया, हम अष्टलक्ष्मी मानते हैं: मोदी

दीमापुर,24 फरवरी (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दावा किया कि कांग्रेस पूर्वोत्तर को एटीएम की तरह इस्तेमाल करती थी जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) क्षेत्र के आठ राज्यों को ‘अष्टलक्ष्मी मानती है और यहां शांति एवं विकास के लिए काम कर रही है।

दीमापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) नगालैंड में स्थायी शांति लाने का प्रयास कर रहा है ताकि राज्य से सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम, 1958 को पूरी तरह से हटाया जा सके। उन्होंने कहा, ”देश अपने ही लोगों पर अविश्वास करके नहीं, बल्कि अपने लोगों का सम्मान करके और उनकी समस्याओं का समाधान करके चलता है।

पहले पूर्वोत्तर में विभाजन की राजनीति थी, अब हमने इसे दिव्य शासन में बदल दिया है। भाजपा धर्म और क्षेत्र के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव नहीं करती है। कांग्रेस शासन के दौरान नगालैंड में राजनीतिक अस्थिरता का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ने पूर्वोत्तर को दिल्ली से रिमोट कंट्रोल से नियंत्रित किया और दिल्ली से दीमापुर तक वंशवाद की राजनीति को प्राथमिकता देते हुए इसके विकास के लिए आवंटित धन की हेराफेरी की।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भाजपा नीत राजग ने नगालैंड को चलाने के लिए तीन मंत्र अपनाए हैं- शांति, प्रगति और समृद्धि। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रौद्योगिकी का उपयोग करके भ्रष्टाचार में एक बड़ी सेंध लगाई है, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली से भेजा गया पैसा सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा किया जाता है।

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वनोत्पाद से किसानों के स्वावलंबन को सुनिश्चित करने की दिशा में बढ़ते ठोस कदम

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*सिदो-कान्हू कृषि एवं वन उत्पाद संघ कृषि एवं वन उत्पाद के क्षेत्र में मजबूत ब्रांड बनाने की ओर अग्रसर*

*राज्य सरकार द्वारा पहली बार वनोत्पाद को बढ़ावा देने का हो रहा संगठित प्रयास*

रांची, 24.02.2023 (FJ) – वन उत्पाद के मामले में झारखण्ड पर प्रकृति की विशेष मेहरबानी है। लाह, तसर, शहद, ईमली, चिरौंजी, साल बीज, महुआ आदि झारखण्ड के वनों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं। राज्य गठन के बाद से राज्य के किसानों को वन उत्पाद का सही मूल्य दिलवा पाना चुनौती का विषय बना हुआ था। लेकिन इस चुनौती को स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने वीर शहीद सिद्दो-कान्हो के नाम से सिदो-कान्हू कृषि एवं वन उत्पाद संघ का निर्माण किया, जिसके तहत राज्य के सभी किसानों एवं वन उत्पाद संग्राहकों को संगठित करते हुए उनके विकास के कार्यों को आगे बढ़ाने की योजना तैयार की गयी है। ताकि वनोत्पाद के माध्यम से भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती हेतु नव ऊर्जा का संचार किया जा सके।

पैक्स लैंपस को किया जा रहा सशक्त, कार्यशाला का हो रहा आयोजन

किसानों के वनोपज को उचित मूल्य और बाजार उपलब्ध कराने के उदेश्य से सभी PACS/LAMPS को आधुनिक स्वरूप देने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश के तहत धरातल पर अब सकारात्मक प्रयास प्रारम्भ हुए हैं। इस कड़ी में सहकारिता के माध्यम से कृषि और वन उपज में आजीविका संवर्धन पर सभी जिला मुख्यालयों में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है, जिसकी शुरुआत रांची से 17 फरवरी 2023 को की गयी। प्रत्येक जिले में कार्यशाला के आयोजन के बाद जल्द ही सभी PACS / LAMPS को जोड़ते हुए सदस्यता अभियान प्रारंभ किया जाएगा। राज्य भर में LAMPS/PACS के सदस्यों को उनकी कृषि और उपज के लिए प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करने की योजना भी सरकार की है।

एक मजबूत ब्रांड को खड़ा करने का प्रयास

मुख्यमंत्री के निर्देश के तहत पलाश ब्रांड की ही तरह सिदो-कान्हू कृषि एवं वन उत्पाद संघ के विभिन्न उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने की जिम्मेवारी निभाई जाएगी। इसका मूल उद्देश्य जिले के सभी लैम्प्स -पैक्स को उचित बाजार तक पहुंच सुनिश्चित करना, क्षमता निर्माण, प्रसंस्करण और एक मजबूत ब्रांड को खड़ा करना है। सिदो-कान्हू कृषि एवं वन उत्पाद संघ में त्रिस्तरीय संरचना का गठन किया जा रहा है। पंचायत स्तर पर लैम्प्स -पैक्स, जिला स्तर पर संघ एवं राज्य स्तर पर महासंघ कार्य करेगा। पंचायत स्तरीय समिति उत्पादन एवं संग्रहण का जिम्मा एवं जिला स्तरीय संघ प्रसंस्करण की जिम्मेवारी निभाएगी। विभिन्न सुविधाओं से जोड़ते हुए वनोत्पाद के साथ आगे बढ़ने की जो परिकल्पना की गयी है, उससे प्रतीत होता है कि आने वाले दिनों में सिदो-कान्हू कृषि एवं वन उत्पाद संघ कृषि एवं वन उत्पाद के क्षेत्र में देश में अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफल होगा।

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महिलाओं को पीरियड्स लीव की याचिका पर SC का जवाब, यह पॉलिसी मैटर- सरकार के आगे रखें मांग

नई दिल्ली 24 Feb, (एजेंसी): सुप्रीम कोर्ट ने देशभर में सभी कामकाजी महिलाओं और छात्रों को पीरियड्स लीव दिए जाने की मांग वाली जनहित याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह पॉलिसी मैटर है इसलिए याचिकाकर्ता को सरकार के पास जाना होगा और अपनी मांग के साथ ज्ञापन देना होगा।

सुप्रीम कोर्ट में यह जनहित याचिका दिल्ली के रहने वाले शैलेंद्र मणि त्रिपाठी की ओर से दायर की गई थी। याचिका में मातृत्व लाभ अधिनियम, 1961 की धारा 14 के अनुपालन के लिए केंद्र और सभी राज्यों को निर्देश देने की भी मांग की गई थी।

याचिकाकर्ता के अधिवक्ता विशाल तिवारी ने पिछले हफ्ते याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग की थी। याचिका में कहा गया था कि यूनाइटेड किंगडम, चीन, वेल्स, जापान, ताइवान, इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया, स्पेन और जाम्बिया जैसे देशों में पहले से ही किसी न किसी रूप में पीरियड्स लीव दिया जा रहा है।

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