स्कूल समितियों में महिलाओं को मिलेगा 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व

लखनऊ 17 Nov. (एजेंसी): उत्तर प्रदेश के सरकारी और सहायता प्राप्त प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्कूल प्रबंधन समितियों में अब महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व मिलेगा। इस संबंध में राज्य के सभी जिलाधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। प्रमुख सचिव (बेसिक शिक्षा) दीपक कुमार ने कहा, स्कूल प्रबंधन समिति में 15 सदस्य होंगे। इसमें 11 सदस्य पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता या अभिभावक होंगे, लेकिन समिति में 50 फीसदी महिलाएं होंगी।

मौजूदा स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) का कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त होगा और उनकी जगह नई समिति बनाई जाएंगी।

शेष चार सदस्यों में स्थानीय प्राधिकरणों के निर्वाचित सदस्यों में से एक सदस्य शामिल होगा। एक सदस्य सहायक नर्स और दाइयों (एएनएम) में से लिया जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा मनोनीत एक लेखपाल एवं एक सदस्य विद्यालय का प्रधानाध्यापक होगा। प्रधानाध्यापक न होने की दशा में प्रभारी प्रधानाध्यापक समिति का पदेन सदस्य-सचिव होगा।

आदेश में कहा गया है कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और कमजोर वर्गों के बच्चों के माता-पिता या अभिभावकों को (संबंधित) स्कूल प्रबंधन समिति के माता-पिता सदस्य के रूप में शामिल किया जाएगा।

आदेश में यह भी कहा गया है: एक ही परिसर में स्थापित प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और संयुक्त विद्यालयों में केवल एक विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन किया जाएगा। राज्य के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन समिति का गठन किया जाएगा।

अधिकारी ने कहा, स्कूलों में नई स्कूल प्रबंधन समितियों के गठन का कार्य 20 से 30 नवंबर की अवधि के दौरान पूरा कर लिया जाएगा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत प्रत्येक विद्यालय में नवीन विद्यालय प्रबंधन समितियों के गठन के दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं।

हर दो साल में इस कमेटी का पुनर्गठन किया जाएगा।

समिति के कार्यकाल के 23 माह पूर्ण होने पर नवीन विद्यालय प्रबंधन समिति के गठन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।

24 माह की समाप्ति से पूर्व नई समिति का गठन कर लिया जाएगा।

विद्यालय प्रबंधन समिति के अभिभावक सदस्यों का चयन खुली बैठक में सर्व सम्मति से किया जायेगा।

विवाद की स्थिति में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की उपस्थिति में गुप्त मतदान कराया जायेगा.

विद्यालय प्रबंधन समिति के 11 अभिभावक सदस्यों के चयन में प्रत्येक कक्षा से प्रतिनिधित्व अनिवार्य है

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प्रशांत किशोर ने नीतीश को घेरा

*देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 7 बिहार के, फिर भी चर्चा नहीं*

पटना 17 Nov. (एजेंसी): बिहार में अपनी राजनीतिक पहचान बनाने में जुटे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार में प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। बिहार में जन सुराज यात्रा पर निकले प्रशांत किशोर ने कहा कि प्रदूषण मापने वालों को कोई ज्ञान ही नहीं है।

किशोर ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से बुधवार की रात ट्वीट कर मुख्यमंत्री को घेरते हुए लिखा, दिल्ली के वायु प्रदूषण की चर्चा है, जबकि देश के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में 7 शहर बिहार के हैं। नीतीश कुमार जी लगता है, प्रदूषण नापने वालों को भी कोई ज्ञान नहीं हैं या फिर सब आपके होम डिलीवरी वाले शराबबंदी से नाराज होकर गलत आंकड़े दे रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि किशोर जन सुराज यात्रा पर हैं।

यात्रा के 46 वें दिन बुधवार को प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ बेतिया से चलकर मझौलिया प्रखंड के सतभेरवा गांव पहुंचे थे। इस यात्रा के क्रम में किशोर नीतीश कुमार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर निशाना साध रहे हैं।

किशोर ने बुधवार को यात्रा के दौरान कहा कि मेरा सपना बिहार का मुख्यमंत्री बनना नहीं है, मेरा सपना है कि अपने जीवन में ऐसा बिहार देख सकूं जहां मुंबई, गुजरात से लोग काम करने आएं।

उन्होंने कहा कि हम केवल यहां लड़ने नहीं आए हैं हम यहां लड़कर जीतने आए हैं।

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सैनिकों ने द्रास मस्जिद में लगी आग पर पाया काबू

श्रीनगर 17 Nov. (Rns): लद्दाख के द्रास शहर में एक मस्जिद में लगी भीषण आग पर काबू पाने के लिए आग आए सैनिकों ने आग उसे बुझा दिया।

यह जानकारी अधिकारियों ने गुरुवार को दी।

सेना के अधिकारियों ने कहा है, शाम लगभग 5.30 बजे जामा मस्जिद हनफिया में आग लग गई।

सैनिकों ने द्रास के लोगों की सहायता से तीन घंटे से अधिक समय के बाद आग पर काबू पा लिया।

हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नही है।

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गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश

लखनऊ 17 Nov. (एजेंसी): उत्तर प्रदेश सरकार ने अधिकारियों को गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारियों द्वारा राज्य सरकार को सौंपी गई एक रिपोर्ट के अनुसार राज्य भर में लगभग 8,441 मदरसों की मान्यता नहीं है। अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ और हज राज्य मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि उन्होंने विभाग के अधिकारियों को विभाग के पोर्टल और एमईएलए ऐप पर सभी गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों की सूची अपलोड करने का निर्देश दिया है, ताकि माता-पिता को किसी विशेष मदरसे के बारे में सही जानकारी मिल सके और वे ऐसा कर सकें। अपने बच्चों को गलत संस्थानों में न भेजें जहां उन्हें गुमराह किया जा सके।

मंत्री ने कहा कि सर्वेक्षण के दौरान, 8,441 गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों की पहचान की गई, जिसमें लगभग 7,64,164 छात्र, लड़कियां और लड़के नामांकित थे। उन्होंने कहा, ये बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे मुख्यधारा के समाज से जुड़े, यह आवश्यक है कि उन्हें आधुनिक शिक्षा तक पहुंच प्रदान की जाए।

सिंह ने अधिकारियों को अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों को नए शिक्षा कानूनों के अनुसार शिक्षा प्रदान करने के लिए कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए और अब तक पहचाने गए सभी गैर-मान्यता प्राप्त मदरसों के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर देने के लिए एक प्रस्तुति तैयार की जानी चाहिए। गौरतलब है कि राज्य सरकार के आदेश पर 10 सितंबर को सभी जिलों में मदरसों का सर्वे शुरू किया गया था। सर्वाधिक संख्या में गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मुरादाबाद जिले में पाए गए।

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सबरीमाला मंदिर मंडलम-मकरविलक्कू उत्सव के लिए खुला

सबरीमाला 17 Nov. एजेंसी): केरल में भगवान अयप्पा मंदिर को गुरुवार से शुरु दो महीने तक चलने वाले मंडलम-मकरविलक्कू वार्षिक उत्सव के लिए खोल दिया गया है।

मंदिर के अनुष्ठानों की शुरुआत अष्ट द्रव्य महा गणपति हवन करने के साथ हुई। अष्टाभिषेकम के बाद नेय्याभिषेकम शुरू हुआ। पहाड़ी मंदिर के श्रीकोविल (गर्भगृह) को निवर्तमान प्रमुख पुजारी एन परमेश्वरन नंबूदरी द्वारा प्रमुख पुजारी महेश मोहनारू की उपस्थिति में बुधवार शाम पांच बजे खोला गया था। कल शाम हालांकि श्रीकोविल में कोई अनुष्ठान नहीं किया गया। तांत्री राजीवरु कंदरारू ने थिरुमुट्टम में पवित्र अग्नि को प्रज्वलित किया। प्रमुख पुजारी गुरुवार को मलयालम महीने के पहले दिन एक साल के कार्यकाल के लिए कार्यभार संभालेंगे।

वार्षिक मडाला पूजा 27 दिसंबर को और मकरविलक्कू 14 जनवरी, 2023 को आयोजित की जाएगी।

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किसानों की उन्नति बिना देश के विकास का सपना नही होगा साकार: खंडेला

कोटा 17 Nov. (एजेंसी): देश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार ही कृषि तंत्र के उन्नयन से जुड़ा हुआ हो,यदि वहां किसानों की उन्नति नहीं होती है तो देश की उन्नति-प्रगति की कल्पना करना भी व्यर्थ है। राजस्थान किसान आयोग द्वारा इसी के मद्देनजर किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए प्रदेश भर में जाकर किसानों से सुझाव मांगे जा रहे हैं जिन्हें मूल भावना के अनुरूप अगले महीने राज्य सरकार को भेजा जाएगा ताकि किसानों की आमदनी बढ़ा कर उनकी खुशहाली लाने के उपाय किए जा सके।

आयोग के अध्यक्ष महादेव सिंह खंडेला ने बुधवार को कोटा में आयोजित एक कार्यक्रम में यह विचार व्यक्त करते हुये कहा कि किसानों की प्रगति और उनकी आर्थिक हितों के संवर्धन को ध्यान में रखते हुए योजनाओं पर अमल किया जाना चाहिए वरना इन योजनाओं की उपादेयता ही नहीं रह जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों की समस्याओं का समय पर समाधान कर आमदनी बढाने के लिए कृत संकल्पित होकर कार्य कर रही है। पहली बार कृषि एवं किसानों के लिए अलग से बजट लाकर आमदनी बढाने का कार्य किया है।

श्री खण्डेला ने किसान संवाद कार्यक्रम में उपस्थित जिले भर के किसानों को संबोधित करते हुये कहा कि देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। किसान खुशहाल होगा तभी देश में उन्नति आयेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशा है कि हर जिले में किसानों के बीच जाकर उनकी समस्याओं को सुना जाकर आये गये सुझावों के आधार पर नीतियों का निर्माण किया जाये।

श्री खण्डेला ने कहा कि राजस्थान कृषि एवं पशुपालन की दृष्टि से समृद्ध बने इसी उद्देश्य के साथ किसानों की समस्याओं का निराकरण कराया जायेगा। किसानों और खेतों तक नई तकनीकी की जानकारी पहुंचे तथा कृषि उपज से किसानों की आमदनी बढें, यह आयोग की मंशा है। किसानों से संवाद में जो भी समस्याऐं एवं सुझाव आयेंगे उनको दिसम्बर माह में एकजाई कर राज्य सरकार को प्रेषित की जायेगी।

संवाद कार्यक्रम में कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अभय कुमार व्यास ने कहा कि किसानों को खेती के विविधिकरण की ओर जाना होगा, तभी खेती की लागत को कम किया जा सकता है। कृषि उपज की प्रस्ंसकरण एवं वैल्यू एडीशन से किसान स्थानीय स्तर पर आमदनी बढाने के लिए कार्य करें तो अच्छे परिणाम सामने आयेंगे।

ज्ञकिसान संवाद कार्यक्रम में उपस्थित जागरूक किसानों ने भी आगे बढ़कर किसानों के उन्नयन के लिए कई सुझाव दिये और कहा कि सरकारों को इस पर मंथन करना चाहिये ताकि खेती-किसानी की प्रगति हो सके। नियमों की जटिलताओं पर किसानों ने सुझाव दिया कि फसल बीमा योजना का क्लेम मिलते समय नियमों का सरलीकरण किया जाए। बागवानी की उपज के लिए भण्डारण एवं वैल्यू एडीशन की व्यवस्था हो। कृषि उपकरणों को जीएसटी फ्री किया जाए, कृषि उपज मण्डियों का विस्तार किया जाए। जैविक उपज के प्रमाणीकरण के लिए जिला स्तर पर व्यवस्थाएं की जाए।

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राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर नया विवाद

*राष्ट्रगीत की जगह बजा गलत गाना- ट्रोल्स के निशाने पर कांग्रेसी*

नई दिल्ली 17 Nov. (एजेंसी): कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में जारी ‘भारत जोड़ो’ यात्रा को लेकर नया विवाद खड़ा होता नजर आ रहा है। इस बार मामला राष्ट्रगीत से जुड़ा हुआ है। जहां राहुल की राष्ट्रगीत की अपील करने पर मंच पर अलग ही संगीत बजने लगा। इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। फिलहाल, पदयात्रा महाराष्ट्र पड़ाव पर है।

दरअसल महाराष्ट्र भाजपा के नेता नीतेश राणे ने एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘पप्पू का कॉमेडी सर्कस।’ तमिलनाडु भाजपा नेता अमर प्रसाद ने भी ट्विटर पोस्ट के जरिए कांग्रेस नेता से सवाल किया, ‘राहुल गांधी, ये क्या है?’ शेयर किए गए वीडियो में नजर आ रहा है कि राहुल मंच से राष्ट्रगीत चलाने की अपील कर रहे हैं।

इसी बीच मंच पर एक धुन शुरू हो गई। कुछ देर सुनने के बाद नेताओं ने हैरानी जताई और राहुल भी दोबारा राष्ट्रगीत चलाने की बात कह रहे हैं। दरअसल, मंच पर शुरू हुई धुन नेपाली राष्ट्रगान है। मंच पर वायनाड सांसद के साथ महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नाना पटोले और वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल भी नजर आ रहे हैं।

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कठुआ रेप-मर्डर केस में सुप्रीम कोर्ट का आदेश, आरोपी को नाबालिग रखने का फैसला खारिज

नई दिल्ली 16 Nov. (एजेंसी) 2018 के कठुआ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के एक आरोपी पर बालिग के तौर पर नए सिरे से मुकदमा चलाया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम), कठुआ और जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों को रद्द कर दिया, जिसमें अभियुक्त को मुकदमे के लिए किशोर माना गया था।

न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला ने फैसला सुनाते हुए आरोपी शुभम सांगरा पर वयस्क के रूप में मुकदमा चलाने का निर्देश दिया। शीर्ष अदालत का फैसला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर द्वारा सीजेएम और उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेशों को चुनौती देने वाली अपील पर आया।

अदालत ने कहा कि आरोपी की उम्र के बारे में चिकित्सा विशेषज्ञ का अनुमान सबूत का वैधानिक विकल्प नहीं है और यह केवल एक राय है। मामले में विस्तृत निर्णय दिन में बाद में अपलोड किया जाएगा। आरोपी को 2019 में कठुआ गांव में आठ साल की बच्ची से सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जून 2019 में पठानकोट की एक विशेष अदालत ने मामले में तीन लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

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वकील ने महिला टीचर पर बरसाईं ताबड़तोड़ गोलियां, फिर खुद भी की खुदकुशी

इटावा 16 Nov. (एजेंसी): उत्तर प्रदेश में इटावा जिले में एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका को छह गोलियां मारने के बाद एक वकील ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। महिला को इटावा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत नाजुक बताई है। वहीं वकील का शव खेत में पड़ा मिला। शव के पास से लाइसेंसी रिवॉल्वर, मोटरसाइकिल, खाली और जिंदा कारतूस बरामद हुआ है।

महिला के परिजनों ने बताया कि उन्हें एक राहगीर ने उसके घायल अवस्था में सड़क पर पड़े होने की सूचना दी थी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जय प्रकाश सिंह और जिलाधिकारी अवनीश कुमार राय भी मौके पर पहुंचे।

इटावा के एसएसपी जय प्रकाश सिंह ने कहा, ‘पहले तो हमें महिला की गोली मारे जाने के बारे में जानकारी मिली। बाद में वकील का शव बरामद किया गया।’ एसएसपी ने बताया कि घायल महिला और वकील एक दूसरे को जानते थे। उन्होंने कहा, मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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स्टेज से नीचे उतरकर महिला डांसर ने नहीं किया डांस, युवकों ने गोली मार दी

आरा 16 Nov. (एजेंसी) बिहार में विपक्ष कानून व्यवस्था को लेकर बराबर सरकार को घेर रहा है। इस बीच, भोजपुर जिले के संदेश थाना क्षेत्र में आर्केस्ट्रा कार्यक्रम के दौरान एक नर्तकी को स्टेज से नीचे उतरकर नृत्य करने से मना करना महंगा पड़ गया। कुछ युवकों ने नर्तकी को गोली मार दी। इस घटना में नर्तकी और एक गायक घायल हो गए।

पुलिस अब पूरे मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि जनईऊडीह गांव में मंगलवार की रात आर्केस्ट्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें बडी संख्या में लोग मनोरंजन के लिए जुटे थे। इस दौरान आर्केस्ट्रा ग्रुप की डांसर स्टेज पर डांस कर रही थी, तभी कुछ युवा दर्शकों ने नर्तकी से स्टेज से नीचे उतरकर नृत्य करने की फरमाइश की। जिसे नर्तकी ने मना कर दिया, जिसे लेकर कुछ विवाद हो गया।

कार्यक्रम समाप्त होने के बाद जब नर्तकी एक गायक के साथ वापस लौट रही थी तभी फरमाइश करने वाले युवकों ने दोनों को रास्ते में रोका और दोनों को गोली मार दी। गोली लगने से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक दोनों को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।

दोनों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। घायल नर्तकी ओड़ीसी के भुवनेश्वर की नीनू बेहरा बताई जा रही है जबकि घायल गायक की पहचान पटना के धनरूआ निवासी मुकेश यादव के रूप में की गई है

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रिसर्च स्कॉलर लिखेंगे अरुणाचल का इतिहास, स्कूली पाठ्यक्रम में होगा शामिल : डिप्टी सीएम

ईटानगर 16 Nov. (एजेंसी): शोधार्थी अरुणाचल राज्य के इतिहास को फिर से लिख रहे हैं और इन्हें स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा ताकि आने वाली पीढ़ी स्कूल स्तर पर राज्य के इतिहास को जान सकें। यह बयान अरुणाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री चाउना मीन ने दिया है। भगवान वीर बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि, आने वाले राज्य दिवस (20 फरवरी) को गुमनाम नायकों को समर्पित किया जाएगा ताकि उन्हें उचित सम्मान दिया जा सके।

केंद्र सरकार द्वारा अनसंग हीरोज के नाम पहले ही एक समर्पित सरकारी पोर्टल पर अपलोड किए जा चुके हैं, जबकि कुछ और नाम अपलोड करने की प्रक्रिया में हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पेमा खांडू और अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा भगवान वीर बिरसा मुंडा की एक प्रतिमा का अनावरण किया गया। खांडू ने कहा कि, अरुणाचल प्रदेश में भी स्वतंत्रता सेनानियों का हिस्सा है, लेकिन चिंता व्यक्त की है कि वे इतिहास में खो गए थे।

उन्होंने कहा, “वे देश की आजादी के लिए लड़े और उनमें से ज्यादातर आजादी की लड़ाई में मारे गए। लेकिन उनकी कहानियां अज्ञात हैं और उनके योगदान को मान्यता नहीं मिली है।”

उन्होंने सभा को बताया कि, “उपमुख्यमंत्री मीन की अध्यक्षता वाली एक समिति के तहत राज्य सरकार ने 157 गुमनाम नायकों की कहानियों का दस्तावेजीकरण किया है और उनमें से 60 की एक सूची अब तक केंद्र को सौंपी है ताकि स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को मान्यता दी जा सके।”

इस सूची में मतमुर जामोह भी शामिल है, जिसने कोम्सिंग गांव में ब्रिटिश अधिकारी विलियमसन की हत्या कर दी थी, जबकि उसके अनुयायियों ने 31 मार्च, 1911 को पूर्वी सियांग जिले के पांगी में डॉ. ग्रेगर्सन की हत्या कर दी थी। सेलुलर जेल में उनके आखिरी दिन, जहां वे अन्य लोगों के साथ थे।

उन्होंने कहा, “न केवल मध्य अरुणाचल बेल्ट के आदि, पूर्व में इडु मिशमी, वांचो, सिंगफो और खामती और पश्चिम में अकास ने भी अंग्रेजों का विरोध किया था और उनके साथ युद्ध लड़ा था।”

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कर्नाटक में धर्मांतरण के प्रयास में 15 के खिलाफ मामला दर्ज

हुबली 16 Nov. (एजेंसी): कर्नाटक पुलिस ने राज्य के हुबली शहर में जबरन धर्म परिवर्तन के प्रयास के सिलसिले में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, दंपति के बीच झगड़े के बाद घटना का पता चला। पति का आरोप है कि उसकी पत्नी उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रही है और उसके साथ रहने से इनकार कर रही है।

उन्होंने कहा कि, जब वह पत्नी का और दबाव नहीं झेल सका तो उसने मामले को समुदाय के नेताओं के संज्ञान में लाया। शिक्कलिगारा समुदाय के सदस्यों ने थाने के सामने धरना दिया और धर्म परिवर्तन की बोली को रोकने की मांग की।

शिकायत में उल्लेख किया गया है कि, ईसाई प्रचारक हिंदू धर्म के शिक्कलिगारा समुदाय को निशाना बना रहे हैं और पूरे समाज को बदलने का प्रयास कर रहे हैं।

आरोप है कि प्रचारक लोगों पर हिंदू धर्म छोड़ने और ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाने के लिए स्थानीय उपद्रवी मदन बुगुडी की मदद ले रहे हैं। पुलिस ने मदन बुगुडी और 14 अन्य के खिलाफ जबरन धर्मांतरण के संबंध में शिकायत दर्ज की है और मामले की जांच शुरू की है।

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आपका दिन सामान्य रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। कोई बड़ा काम करने तथा यात्रा पर जाने का मन बनेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। भेंट व उपहार देना पड़ सकता है। बेवजह तनाव रहने से बचे। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में अतिथियों का आगमन होने के योग हैं। व्यय बढ़ेगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। आय बनी रहेगी। सिर में हल्का दर्द रह सकता है, आराम करें।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु , वे, वो)

आपका दिन मिलाजुला रहेगा। जल्दबाजी और कुसंगति से बचें। कोई अप्रत्याशित खर्च सामने आएगा। कर्ज/उधार लेना पड़ सकता है। असमंजस की स्थिति बनेगी। लेन-देन में जल्दबाजी व लापरवाही न करें। भावनाओं को वश में रखें। मन की बात किसी को न बतलाएं। प्रतिष्ठा बनाए रखें। धार्मिक विचारों में वृद्धि होगी।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्रों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आपका दिन सामान्य रहेगा। किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। बातचीत में संयम रखें। शत्रुता में कमी रहेगी। स्थायी संपत्ति की खरीदी-बिक्री की योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। पार्टनरों तथा मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आपका दिन अनुकूल रहेगा। यात्रा लंबी तथा मनोरंजक रह सकती है। अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह से ओत-प्रोत रहेंगे। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। चोट-रोग व चोरी-विवाद से बचें।जल्दबाजी न करें।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आपका दिन बढिय़ा रहेगा। ऐश्वर्यादि पर खर्च होगा। यश बढ़ेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नए काम मिल सकते हैं। आर्थिक वृद्धि के लिए योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है। थकान व कमजोरी रह सकती है। विरोधी सक्रिय रहेंगे।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आपका दिन आपके साथ है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। सृजनशीलता का विकास होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यापार-व्यवसाय सुखद रहेगा। जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट संभव है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। संतान संबंधी बुरी सूचना प्राप्त हो सकती है।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आपका दिन मिलाजुला रहेगा। शत्रु पीठ पीछे षड्यंत्र रच सकते हैं। प्रियजनों के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। दूर से समाचार मिल सकता है। पुराने रोग को नजरअंदाज न करें। व्यय होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आपका दिन मिलाजुला रहेगा। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य संबंधी चिंता रहेगी। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। परिवार में कोई मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। जीवन साथी से सहयोग प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। शत्रुभय रहेगा। नौकरी में मातहतों का सहयोग मिलेगा।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आपका दिन सामान्य रहेगा। सुख के साधन जुटेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। मित्रों का साथ मिलेगा। प्रयास सफल रहेंगे। किसी विवाद में विजय मिल सकती है। सामाजिक काम करने का मन बनेगा। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। कारोबारी कामकाज चलते रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आपका दिन मनोनुकूल रहेगा। विवेक से कार्य करें, लाभ होगा। किसी धार्मिक स्थल के दर्शन का कार्यक्रम बन सकता है। मित्रों से भेंट होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। जीवनसाथी की चिंता रहेगी। घर में सुख-शांति बनी रहेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आपका दिन बढिय़ा रहेगा। आय होगी। व्यापार मे लाभ होगा। जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों के मामलों में हाथ न डालें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से क्लेश से बचें। जोखिम न उठाएं। धर्म के प्रति रुचि और बढ़ेगी।

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आपका दिन सामान्य रहेगा। आपकी योजना फलीभूत होगी। कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। यात्रा की योजना बन सकती है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नए उपक्रम प्रारंभ करने का मन बन सकता है। पार्टनरों तथा भाइयों से सहयोग मिलेगा। परहेज करें स्वास्थ्य लाभ होगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

तीर्थाटन तथा संत दर्शन का लाभ मिल सकता है। अध्यात्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। वरिष्ठ जन का मार्गदर्शन तथा सहयोग प्राप्त होगा। किसी बड़ी चिंता से मुक्ति मिलेगी। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें। पुरानी व्याधि बाधा का कारण बन सकती है। कार्य में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। धनहानि के योग हैं। वरिष्ठजनों की सलाह मानें तथा विवेक से कार्य करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आर्थिक उन्नति के लिए बनाई गई योजना फलीभूत होगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। कार्यस्थल पर मनोनुकूल परिवर्तन संभव है। आय बनी रहेगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। चिंता रह सकती है। जोखिम न उठाएं।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

सत्संग का लाभ मिलेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थाटन का मन बनेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सौभाग्य वृद्धि होगी। यात्रा में सावधानी आवश्यक है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। परिवार में कोई शुभ कार्य हो सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। अकारण क्रोध रहेगा। जोखिम व जमानत के का कार्य टालें। अपेक्षित कार्यों में विलंब से चिड़चिड़ापन रहेगा। व्यवसाय में ध्यान दें। लाभ होगा। जल्दबाजी से बचें।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

राजभय रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। यात्रा लाभदायक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यस्तता रहेगी। संपत्ति के बड़े सौदे हो सकते हैं। बड़ा लाभ होगा। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। पार्टनरों से मनोनुकूल सहयोग मिलेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

पार्टी व पिकनिक की योजना बनेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। थकान महसूस होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विरोधियों का पराभव होगा। नए लोगों से मिलना होगा। कार्य आसानी से संपन्न होंगे।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

कोई सूचना प्राप्त हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी अपने का व्यवहार दिल को ठेस पहुंचा सकता है। नकारात्मकता से दूर रहें। सहयोग होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। शांति बनाए रखें।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। उत्साह में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। थकान महसूस होगी। परिवारजनों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। लापरवाही से हानि होगी।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

घर में अतिथियों का आगमन होगा। उन पर व्यय होगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। कार्य में निरंतरता बनी रहेगी। परिवार में प्रसन्नता रहेगी। किसी प्रसिद्ध व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। बाहर जाने का कार्यक्रम बनेगा। विवाद न करें।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

कार्य की बेहतरी रहेगी। कोई बड़ा कार्य मनोनुकूल बनेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति के योग हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कुसंगति से बचें। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। समय अनुकूल है। लाभ में वृद्धि होगी।

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पूर्वजों के सपनों को साकार करने की जरूरत – हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री

रांची, 15.11.2022 (FJ) मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड के लिए आज गौरवशाली दिन है। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा का आज जयंती दिवस है और आज के ही दिन यहां के आदिवासी तथा मूलवासियों को अलग झारखंड राज्य मिला था। राज्य के कई वीर महापुरुषों ने त्याग, तपस्या और बलिदान दिया। अपना सर्वस्व न्यौछावर किया तब जाकर अलग झारखंड राज्य मिला। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा कोई परिचय के मोहताज नहीं हैं। झारखंड वीरों की धरती रही है। झारखंड की धरती की उपज और संसाधनों से पूरा देश जगमगाता है।

बहुत बड़े पैमाने में देश को इस राज्य से आर्थिक संसाधन मिलती है। देश की आर्थिक मजबूती मैं झारखंड की अहम भूमिका है। झारखंड के संसाधनों का लाभ देश के सवा सौ करोड़ लोगों को मिल रहा है। झारखंड कोई परिचय के मोहताज नहीं है। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने आज रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ अवसर पर अपने संबोधन में कहीं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।

 सभी लोग मिलजुलकर राज्य को बेहतर दिशा देंगे

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में अनेकों ऐसे अनछुए पहलू हैं जिसको हम देखते हैं हम सभी लोगों को आश्चर्यचकित होना पड़ता है। चाहे राज्य की सुंदरता हो, या सुदूर क्षेत्र में खिलाड़ियों का भंडार या फिर यहां के सीधे-सरल स्वभाव के लोग। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के लोगों की मानसिकता कभी भी लड़ाई- झगड़ा करने वाला नहीं रहा है। यहां के लोग हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहते हैं। हमारे राज्य के महापुरुष डॉ रामदयाल मुंडा ने कहा है ‘जे नाची से बाची’। झारखंड में चलना ही नृत्य और बोलना ही गीत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बढ़कर राज्यवासियों का अपना स्वाभिमान भी है और हमारी सरकार राज्यवासियों के स्वाभिमान से कभी भी समझौता नहीं होने देगी। राज्य की जनता का मान-सम्मान और गौरव को संरक्षित करना हमारा नैतिक कर्तव्य है। हमसभी लोग मिलजुल कर इस राज्य को बेहतर दिशा देने में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। आज का दिन कहीं न कहीं हमारे शहीद वीर पुरुषों को याद करने का दिन है। राज्य के महापुरुषों के आदर्शों पर चलकर खुशहाल राज्य का निर्माण करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप के बीच राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही है। यहां के ग्रामीण किसानों, नौजवानों एवं आने वाली पीढ़ी के लिए कार्य योजना बनाकर उसे मूर्त रूप दिया जा रहा है।

 लोगों को उनका हक-अधिकार दे रही हमारी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार यहां के लोगों को उनका हक-अधिकार देने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों के सपनों को पूरा करने में हम सभी लोग अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। समग्र विकास की परिकल्पना को पूरा करने के लिए हम सभी को आपसी समन्वय बनाकर आगे बढ़ने की जरूरत है। किसी एक व्यक्ति के बूते समग्र विकास नहीं किया जा सकता है। विकास की गाड़ी को तीव्र गति देकर झारखंड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करना है।

इस अवसर पर श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे सहित अन्य विशिष्ट अतिथिगण, वरीय पदाधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लेने पहुंचे लोग उपस्थित थे।

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धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सभी राज्य वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं : हेमन्त सोरेन, मुख्यमंत्री

*धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह  में सम्मिलित हुए 

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन, राज्यसभा सांसद

और पूर्व मुख्यमंत्री दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन एवं अन्य अतिथिगण*

*आप सभी के सहयोग से राज्य को अपने बलबूते सशक्त और मजबूत बनाएंगे*

  *20 वर्षों तक किसी भी सरकार ने राज्य की जनता की सुध नही ली*

*झारखंड वीरों और आंदोलनकारियों की भूमि रही है*

 *31 लाख किसान परिवारों को मिलेगा सूखा राहत का लाभ*

 15 नवंबर 2022, मोरहाबादी मैदान(FJ), रांची, मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखंड खनिज संपदा के साथसाथ वीरों की भूमि रही है। आज 15 नवंबर  का दिन सिर्फ स्थापना दिवस के लिए नहीं बल्कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती दिवस के रूप में भी मनाया जा रहा है। लम्बे समय से अलग झारखंड राज्य की मांग थी।  हमारे पूर्वजों ने सदियों से झारखंड वासियों के हक, अधिकार और मांग को लेकर संघर्ष किया। हमारे पूर्वजों ने यहां के लोगों के अस्तित्व और सम्मान के लिए अनेकों लड़ाइयां लड़ी। न कभी रुके न कभी थके। आज हम सभी के बीच आदरणीय दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन जी मंच पर उपस्थित हैं। आदरणीय गुरु जी के नेतृत्व में अलग राज्य की परिकल्पना को पूरा किया जा सका था। झारखंड  खनिज संपदा को लेकर देश और दुनिया में एक अलग पहचान रखता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जयंती एवं झारखंड राज्य स्थापना दिवस समारोह के अवसर पर अपने संबोधन में कहीं।

सभी समस्याओं का समाधान कर रही  सरकार

 मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 वर्ष में कई सरकारें बनी लेकिन इस राज्य के आदिवासी, दलित, पिछड़ों की समस्याएं यथावत रहीं। पूर्ववर्ती सरकारों ने राज्य की जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य नहीं किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी राज्यवासियों के आशीर्वाद और सहयोग से हमारी सरकार ने इस राज्य में व्याप्त समस्याओं के समाधान के लिए एक राजनीतिक जंग को जीता और दिसंबर 2019 में राज्य में आपकी अपनी सरकार बनी। इतनी मजबूत सरकार विगत 20 वर्ष में कभी देखने को नहीं मिली। हां यह बात जरूर है कि सरकारें बनी और चली लेकिन समस्या का समाधान न के बराबर हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोगों ने सरकार बनायाइस आशा और उम्मीद के साथ कि 5 साल में इस राज्य की छोटीबड़ी सभी समस्याओं का समाधान करेंगे, लेकिन सरकार बनते ही कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से हम लोग घिर गए। दो वर्ष का समय जाया हुआ। कोरोना संक्रमण काल के समय झारखंड सहित पूरे देश में हाटबाजार, गाड़ीघोड़ा, बड़ीबड़ी कंपनियां, रोजगार के अन्य साधन सब कुछ बंद हो गए। ऐसी स्थिति में देश का सबसे पिछड़ा राज्य झारखंड की स्थिति कैसी थी यह आप सभी लोग जानते हैं। लेकिन राज्य के लोगों की सहनशीलता और राज्य सरकार की सकारात्मक कार्यशैली से विपरीत स्थिति में भी हमने कोरोना की जंग को जीतने का काम कर दिखाया।

 किसान परिवारों को देंगे सूखा राहत

 मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण जैसे ही घटा, राज्य में एक और आपदा के रूप में सुखाड़ की समस्या आ खड़ी हुई। राज्य सरकार ने 226 प्रखंडों को चिन्हित कर सूखाग्रस्त घोषित करने का काम किया है। राज्य के किसानों को किस तरह राहत पहुंचाई जा सके, इस निमित्त कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले तो किसानों को समय पर खाद और बीज नहीं मिलते थे परंतु इस बार हमारी सरकार ने समय से पहले किसान भाइयों को खाद और बीज उपलब्ध कराने का काम किया लेकिन बारिश ने साथ नहीं दिया। स्थिति यह हुई कि आप राज्य सुखाड़ की चपेट में है। ऐसी चुनौती भरी स्थिति में भी हमारी सरकार ने किसी को हतोत्साहित नहीं होने दिया और किसान तथा जरूरतमंद लोगों के लिए कई योजनाएं बनाई। इन योजनाओं का लाभ और किसान भाइयों को मिल रहा है। हमारी सरकार ने राज्य के चिन्हित सूखाग्रस्त 226 प्रखंडों में लगभग 31 लाख किसान परिवारों को सूखा राहत हेतु 3500 रुपए की राशि तत्काल उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है।

 गरीबी-पिछड़ापन करेंगे दूर

 मुख्यमंत्री  ने कहा कि आज राज्य में जो गरीबी और पिछड़ापन है , वह किसी अभिशाप से कम नहीं है।   मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारी सरकार आपके दरवाजे पर जाकर आपको ऋण मुहैया करा रही है। आपके लिए स्वरोजगार का मार्ग प्रशस्त कर रही है। रोजगार सृजन के लिए राज्य सरकार आपको अनुदान भी दे रही है। सरकार ने ऐसी कार्य योजना बनाई ताकि झारखंड की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सके। यहां के लोगों की जरूरतों के अनुरूप योजनाओं का निर्माण किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जड़ को मजबूत करने में लगी है। जड़ मजबूत होगा तभी पेड़ भी मजबूती से खड़ा रहेगा। राज्य में जो गरीबी कुंडली मार कर बैठा है उसे धक्का मारकर बाहर करना है।

 नियुक्ति प्रक्रियाओं में आयी तेजी

 मुख्यमंत्री  ने कहा कि आप की योजनाआपकी सरकारआपके द्वार के तहत पंचायतपंचायत, गांवगांव में शिविर का आयोजन किया गया। 20 वर्ष में किसी भी सरकार ने इस तरह के शिविर के आयोजन को नहीं देखा होगा। गांव में शिविर लगाकर यहां के लोगों की समस्याओं का समाधान हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने आमजनों के साथसाथ सरकारी कर्मचारियों, पुलिसकर्मियों, पारा शिक्षकों, आंगनबाड़ी कर्मियों सहित कई वर्गों के समस्याओं का निदान करने का काम किया है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि नियुक्ति की प्रक्रिया लगातार चल रही है। जेपीएससी के माध्यम से भी नियुक्तियां हुई हैं। पिछले दिनों झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के माध्यम से राज्य के 250 बच्चेबच्चियों को अधिकारी के पद पर  नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों में 32 बच्चे ऐसे हैं जो बीपीएल परिवार से थे। इन 32 बच्चों में किसी के मातापिता मजदूर तो किसी के मातापिता किसान थे। ऐसे वर्गों के बच्चे बच्चियां राज्य सेवा में चयनित होकर अपने मांबाप का नाम रोशन कर दिखाया है।

 बच्चियों को दे रहे अधिकार, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राथमिकता

 मुख्यमंत्री ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर राज्य सरकार काफी गंभीर है। हमने विशेषकर बच्चियों के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना शुरू की है। हमारी सरकार ने इस योजना से राज्य की 9 लाख बच्चियों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत बच्चियों को लाभ दिया जा रहा है और 18 वर्ष पूर्ण होने पर उन्हें एक मुश्त 40 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। हम ऐसी योजना बनाने जा रहे हैं जिसमें जो बच्चियां इंजीनियर, डॉक्टर, वकील आदि बनना चाहती हैं उनकी पढ़ाई का सारा खर्च राज्य सरकार वाहन करेगी। उच्च शिक्षा के लिए भी सरकार छात्रछात्राओं को मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश भर में झारखंड पहला ऐसा राज्य है जहां राज्य सरकार अपने खर्चे पर बच्चों को विदेश में पढ़ने के लिए भी  भेज रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आने वाली पीढ़ी की नींव मजबूत करना चाहती है ताकि वह खुद अपना विकास करें और इस राज्य के विकास में भी अपना योगदान दे।

 54 लाख आवेदन प्राप्त हुए , 35 लाख का निष्पादन शिविरों में हो चुका है

 मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी योजनाआपकी सरकारआपके द्वार को लेकर विशेष अभियान का संचालन किया गया था लेकिन लोगों को योजनाओं का लाभ देने की प्रक्रिया अनवरत जारी रहेगी। जरूरतमंद लोग प्रखंड कार्यालय आकर इन योजनाओं का लाभ जरूर लें। योजनाओं से जोड़ने के अतिरिक्त शिविर का आयोजन ग्रामीणों के बीच जागरूकता का संचार करना भी था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान में 54 लाख आवेदन सरकार को प्राप्त हुए ।  इनमे से 35 लाख आवेदन का निष्पादन शिविरों के माध्यम से ही कर दिया है।

 अपनी ताकत और अपने भरोसे राज्य को खड़ा करेंगे

 मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको आश्वस्त करता हूं जिस तरह 20 वर्ष इस राज्य को भगवान भरोसे छोड़ दिया। आपका आशीर्वाद रहा तो आने वाले समय में यह राज्य भगवान के भरोसे नहीं बल्कि अपने भरोसे पर खड़ा होगा और अपनी ताकत पर खड़ा होगा। हमारी सरकार ने गरीबी और अशिक्षा को दूर करने का संकल्प लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को पानी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वृहद पैमाने पर कार्य करना शुरू कर दिया गया है।  हर खेत में पानी पहुंचाने का कार्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान को सुखाड़ से राहत देने के लिए 226 प्रखंडों को हम लोगों ने चिन्हित किया है। कुछ दिनों बाद पुनः गांवोंपंचायतों में शिविर लगाए जाएंगे। जहां 31 लाख किसान का चयन होगा और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

 राज्य के लिए ऐतिहासिक मायने रखती है 11 नवंबर की तारीख

 मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे राज्य के लिए 11 नवंबर का दिन बहुत ही ऐतिहासिक दिन रहा है। 11 नवंबर के दिन ही सीएनटी कानून बना था। 11 नवंबर के दिन ही हमारी सरकार ने सरना धर्म कोड विधेयक को विधानसभा से पारित किया था और 11 नवंबर के दिन ही हमारी सरकार ने 1932 खतियान आधारित स्थानीयता और नियुक्ति तथा सेवाओं में आरक्षण वृद्धि का विधेयक पारित करने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को आगे बढ़ने, मनोबल एवं स्वाभिमान के साथ जीने का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास हम सब लोग करें।

 इस अवसर पर ग्रामीण विकास मंत्री श्री आलमगीर आलम एवं श्रम, नियोजन तथा प्रशिक्षण विभाग के मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता एवं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं झारखंड कांग्रेस प्रभारी श्री अविनाश पांडेय ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य सरकार द्वारा संचालित लोक कल्याणकारी  योजनाओं एवं अन्य मुद्दों पर अपनी बातें रखीं।

 इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री तथा वर्तमान राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन, ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्री आलमगीर आलम, श्रम, नियोजन तथा प्रशिक्षण विभाग के मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता, ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं झारखंड कांग्रेस प्रभारी श्री अविनाश पांडेय, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, कार्मिक विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे, मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी श्रीमती कल्पना सोरेन सहित कई गणमान्य अतिथि एवं वरीय पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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तिरुवनंतपुरम के मेयर राजेंद्रन ने कांग्रेस सांसद के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया

तिरुवनंतपुरम 15 Nov. (एजेंसी): परेशान युवा तिरुवनंतपुरम नगर निगम के मेयर आर्या राजेंद्रन ने कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य जे.बी. मेथर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया। आर्या इस समय सीपीआई-एम की वरिष्ठ नेता हैं और वह तिरुवनंतपुरम के जिला सचिव, अनवूर नागप्पन को कथित पत्र के बाद एक ‘प्राथमिकता सूची’ की मांग के बाद विवादों में फंस गई हैं, क्योंकि नागरिक निकाय में 295 अस्थायी रिक्तियां हैं।

भाजपा और कांग्रेस सबसे कम उम्र के भ्रष्ट महापौर के इस्तीफे की मांग को लेकर निगम कार्यालय के सामने हथियार लहरा रहे हैं और उनका विरोध सोमवार को छठे दिन में प्रवेश कर गया।

हालांकि, आर्या राजेंद्रन ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कभी ऐसा पत्र लिखा था, जबकि नागप्पन ने कहा कि उन्हें ऐसा पत्र कभी नहीं मिला। यह अपराध शाखा पुलिस और सतर्कता जांच टीमों को बताया गया था, लेकिन पत्र अभी तक सामने नहीं आया है।

मेथर, जो महिला कांग्रेस की प्रमुख भी हैं, ने पिछले हफ्ते पार्टी के एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए एक बैग पर एक पोस्टर चिपका दिया था, जिसमें युवा मेयर से पूछा गया था, “कृपया पैसे के साथ कोझीकोड वापस आएं।” उन्होंने आर्या को ‘मेयरकुट्टी’ के रूप में भी संबोधित किया। कुट्टी आमतौर पर युवाओं के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक कठबोली है।

टीवी चैनलों द्वारा इस पोस्टर को उजागर किए जाने के साथ आर्या राजेंद्रन ने कहा कि वह मेथर के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगी जो उन्होंने सोमवार को किया था और मेथर को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने या कार्रवाई का सामना करने के लिए एक दीवानी और आपराधिक मानहानि का मामला दायर किया था।

प्रतिक्रिया में, मेथर ने कहा कि नोटिस मिलने के बाद वह निश्चित रूप से कुल जवाब देगी और कानूनी कार्यवाही को आगे बढ़ाएगी।

मीडिया समीक्षक और प्रमुख वकील ए. जयशंकर ने कहा कि मेथर को राजेंद्रन का कानूनी नोटिस मजाक के अलावा और कुछ नहीं है।

जयशंकर ने कहा, “वास्तव में, कानूनी नोटिस स्थानीय समाचारपत्र को जाना चाहिए था, जिसने पहले यह समाचार और टीवी चैनल को प्रकाशित किया था और इसके बजाय एक पोस्टर के लिए इसे मेथर को भेजा गया था।

इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए कि समान नोटिस क्यों नहीं भेजे गए हैं (मुख्यमंत्री पिनाराई) विजयन और उनके परिवार के अलावा माकपा के दो पूर्व शीर्ष मंत्रियों (वर्तमान विधायक और राज्य के पूर्व पर्यटन मंत्री कडकमपल्ली सुरेंद्रन, राज्य के पूर्व वित्तमंत्री थॉमस इसाक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पी. रामकृष्णन, जिनका नाम तस्करी का मामले की मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश ने लिया था।”

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मिजोरम में पत्थर खदान ढहने से 8 मजदूरों की मौत, 4 अन्य की तलाश जारी

आइजोल 15 Nov. (एजेंसी): मिजोरम के हनथियाल जिले के मौदढ़ में पत्थर खदान का एक बड़ा हिस्सा गिरने से 8 मजदूरों की मौत हो गई है। 4 अन्य मजदूरों की अभी भी तलाश जारी है, जिनके अभी भी फंसे रहने की आशंका है। मिजोरम आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक निजी कंपनी की पत्थर खदान का एक बड़ा हिस्सा अचानक उस समय धराशायी हो गया जब मजदूर पत्थर के गड्ढे में काम कर रहे थे।

अब तक 8 शवों को बाहर निकाला जा चुका है, जबकि विभिन्न एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान जारी था। इलाके के कुछ ग्रामीणों के मुताबिक हादसा उस वक्त हुआ जब मजदूर लंच ब्रेक से लौट रहे थे। हनथियाल जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजॉय गुरुंग ने खदान में काम देखने वाले एक ठेकेदार के हवाले से कहा कि लगभग 12 लोगों की मौत होने की सूचना है। गुरुंग ने कहा, हालांकि मरने वालों की सही संख्या का पता बचाव अभियान के पूरा होने के बाद चलेगा।

इस बीच, आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा कि उन्हें अभी तक हनथियाल जिले के उपायुक्त से विस्तृत रिपोर्ट नहीं मिली है, लेकिन उन्हें बताया गया कि खदान में पांच उत्खनन और अन्य ड्रिलिंग मशीनें दब गई हैं। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि मजदूर ज्यादातर मिजोरम से बाहर के हैं।

आइजोल से करीब 160 किमी दूर स्थित पत्थर की खदान ढाई साल से चालू थी। हादसे के बाद आपदा प्रबंधन अधिकारी, जिला प्रशासन, पुलिस और यंग मिजो एसोसिएशन के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया। खोज और बचाव अभियान में सहायता के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, मिजोरम सशस्त्र पुलिस कर्मियों, सीमा सुरक्षा बल और असम राइफल्स के जवानों को भी बुलाया गया। यह निजी कंपनी हनथियाल और डॉन गांव के बीच राजमार्ग का निर्माण कर रही है, जिसके लिए खदान से पत्थर इकट्ठा करती है।

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गोवा कांग्रेस आठ बागियों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दाखिल करेगी

पणजी ,14 नवंबर(आरएनएस)। गोवा में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने वाले पार्टी के आठ बागी नेताओं के खिलाफ अयोग्यता याचिका तैयार की जा रही है और इसे इसी सप्ताह दायर किया जाएगा। गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमित पाटकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, अयोग्यता याचिका तैयार हो रही है। हम इसे इसी सप्ताह दायर करेंगे।

कांग्रेस विधायक कार्लोस फरेरा ने कहा, हम कुछ तत्वों और सामग्री की तलाश कर रहे थे, यही वजह है कि याचिका दायर करने में देरी हो रही है।

फरेरा ने कहा, कांग्रेस यह सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष करेगी कि इस तरह के सिद्धांतहीन दल-बदल न हों।

जीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष गिरीश चोडनकर के कदम के बारे में बोलते हुए कार्लोस फेरा ने कहा कि दो अलग-अलग कांग्रेस नहीं हैं।

उन्होंने आगे कहा, कोई भी नागरिक याचिका दायर कर सकता है। लोग परेशान हैं। लोग अपनी अयोग्यता की मांग के लिए याचिका दायर करने के लिए आगे आएंगे।

14 सितंबर को भाजपा में शामिल होने वाले आठ विधायकों के खिलाफ दो व्यक्तिगत अयोग्यता याचिकाएं 11 नवंबर को गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावडकर के समक्ष दायर की गई हैं।

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जनजातीय गौरव दिवस-15 नवंबर पर विशेष

*जनजातीय जीवन शैली का अभिन्न अंग है नृत्य-संगीत*

लक्ष्मीनारायण पयोधि – मध्यप्रदेश के इन्द्रधनुषी जनजातीय संसार में जीवन अपनी सहज निश्छलता के साथ आदिम मुस्कान बिखेरता हुआ पहाड़ी झरने की तरह गतिमान है। मध्यप्रदेश सघन वनों से आच्छादित एक ऐसा प्रदेश है, जहाँ विन्ध्याचल, सतपुड़ा और अन्य पर्वत-श्रेणियों के उन्नत मस्तकों का गौरव-गान करती हवाएँ और उनकी उपत्यकाओं में अपने कल-कल निनाद से आनंदित करती नर्मदा, ताप्ती, तवा, पुनासा, बेतवा, चंबल, दूधी आदि नदियों की वेगवाही रजत-धवल धाराएँ मानो,वसुंधरा के हरे पृष्ठों पर अंकित पारंपरिक गीतों की मधुर पंक्तियाँ। ढोल, माँदर, गुदुम, टिमकी, डहकी, माटी माँदर, थाली, घंटी, कुंडी, ठिसकी, चुटकुलों की ताल पर जब बाँसुरी, फेफरिया और शहनाई की स्वर-लहरियों के साथ भील, गोण्ड, कोल, कोरकू, बैगा, सहरिया, भारिया आदि जनजातीय युवक-युवतियों की तरह विन्ध्य-शिखर थिरक उठते हैं तो पचमढ़ी की कमर में करधौनी की भाँति लिपट कर सतपुड़ा झूमने लगता है और भेड़ाघाट में अपने धुआँधार हर्ष राग से दिशाओं को आनंदित करता नर्मदा का जल-प्रपात।

जनजातियों का नृत्य-संगीत प्रकृति की इन्हीं लीला-मुद्राओं का तो अनुकरण है।जनजातीय समुदाय प्राय: प्रकृति सान्निध्य में रहते हैं। इसलिये निसर्ग की लय, ताल और राग-विराग उनके शरीर में रक्त के साथ संचरित होते हैं। वृक्षों का झूमना और कीट-पतंगों का स्वाभाविक नर्तन जनजातियों को नृत्य के लिये प्रेरित करते हैं। हवा की सरसराहट, मेघों का गर्जन, बिजली की कौंध, वर्षा की साँगीतिक टिप-टिप,पक्षियों की लयबद्ध उड़ान ये सब नृत्य-संगीत के उत्प्रेरक तत्व हैं।

नृत्य मन के उल्लास की अभिव्यक्ति का सहज और प्रभावी माध्यम है। संगीत सुख-दुख यानी राग-विराग को लय और ताल के साथ प्रकट करता है। कहा जा सकता है कि नृत्य और संगीत मनुष्य की सबसे कोमल अनुभूतियों की कलात्मक प्रस्तुति हैं। जनजातियों के देवार्चन के रूप में आस्था की परम अभिव्यक्ति के प्रतीक भी। नृत्य-संगीत जनजातीय जीवन-शैली का अभिन्न अंग है। यह दिन भर के श्रम की थकान को आनंद में संतरित करने का उनका एक नियमित विधान भी है।

जबलपुर, कटनी, मंडला, डिण्डौरी, पुष्पराजगढ़, उमरिया, शहडोल, सीधी, सिवनी, बालाघाट, छिन्दवाड़ा, बैतूल, रायसेन आदि जि़लों में गोण्ड जनजाति समूह में करमा, सैला, भड़ौनी, बिरहा, कहरवा, ददरिया, सुआ आदि नृत्य-शैलियाँ प्रचलित हैं। गोण्ड समुदाय के सजनी गीत-नृत्य की भाव-मुद्राएँ चमत्कृत करती हैं। इनका दीवाली नृत्य भी अनूठा होता है। माँदर, टिमकी, गुदुम, नगाड़ा, ठिसकी, चुटकी, झांझ, मंजीरा, खड़ताल, सींगबाजा, बाँसुरी, अलगोझा, शहनाई, तमूरा, बाना, चिकारा, किंदरी आदि इस समुदाय के प्रिय वाद्य हैं।बैगा माटी माँदर और नगाड़े के साथ करमा, झरपट और ढोल के साथ दशेहरा नृत्य करते हैं। विवाह के अवसर पर ये बिलमा नृत्य कराते हैं। बारात के स्वागत में किया जाने वाला परघौनी नृत्य आकर्षक होता है।

छेरता नृत्य नाटिका में मुखौटों का अनूठा प्रयोग होता है। इनकी नृत्यभूषा और आभूषण भी विशेष होते हैं।भील जनजाति समूह के लोग नृत्य को सोलो या नास कहते हैं। लाहरी, पाली, गसोलो, आमोसामो, सलावणी, दौड़ावणी, घोड़ी, भगोरिया आदि इस जनजाति समूह की बहु प्रचलित नृत्य-शैलियाँ हैं। भील नृत्य के साथ प्राय: बड़ा ढोल, ताशा, थाली, घंटी, ढाक, फेफरिया, पावली (बाँसुरी) आदि वाद्यों का प्रयोग करते हैं।कोरकू जनजाति के नृत्य प्राय: मिथकों पर आधारित और पर्व-प्रसंगों से जुड़े होते हैं।

चैत्र में देव दशेहरा, चाचरी और गोगोल्या, वैशाख में थापटी, ज्येष्ठ में ढाँढल और डोडबली, श्रावण में डंडा नाच, क्वांर में होरोरया और चिल्लुड़ी, कार्तिक की पड़वा पर ठाट्या तथा वैवाहिक अवसरों पर स्त्रियों का गादली नृत्य प्रचलित है।यह जनजाति नृत्य के साथ ढोल, ढोलक, मृदंग, टिमकी, डफ, अलगोझा, बाँसुरी, पवई, भूगडू, चिटकोरा, झांझ आदि वाद्य बजाते हैं।भारिया जनजाति के लोगों को भड़म, सैतम और करम सैला आदि नृत्य प्रिय हैं। ये नृत्य के साथ ढोल, ढोलक, टिमकी, झांझ और बाँसुरी बजाते हैं। युवतियाँ भी मंजीरा और चिटकुला बजाती हैं।

सहरिया जनजाति में स्वांग अधिक लोकप्रिय है। इसमें पुरुष ही स्त्रीवेश धारण करते हैं। ये मस्त होकर फाग नृत्य का आनंद लेते हैं तेजाजी और रामदेवरा प्रसंगों पर आधारित नृत्य विशेष रूप से करते हैं। ये चंग और ताशा वाद्यों का प्रयोग अधिक करते हैं।कोल, कोंदर और अन्य जनजातीय लोग भी विभिन्न अवसरों पर नृत्य-संगीत को विशेष महत्व देते हैं।

लेखक वरिष्ठ साहित्यकार और जनजातीय संस्कृति के अध्येता हैं।

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आपका दिन सामान्य रहेगा। आपकी योजना फलीभूत होगी। कार्यकुशलता में वृद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। यात्रा की योजना बन सकती है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नए उपक्रम प्रारंभ करने का मन बन सकता है। पार्टनरों तथा भाइयों से सहयोग मिलेगा। परहेज करें स्वास्थ्य लाभ होगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

तीर्थाटन तथा संत दर्शन का लाभ मिल सकता है। अध्यात्म में रुचि रहेगी। कानूनी अड़चन दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। वरिष्ठ जन का मार्गदर्शन तथा सहयोग प्राप्त होगा। किसी बड़ी चिंता से मुक्ति मिलेगी। घर-परिवार में प्रसन्नता रहेगी। जोखिम न लें।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें। पुरानी व्याधि बाधा का कारण बन सकती है। कार्य में अवरोध उत्पन्न हो सकता है। धनहानि के योग हैं। वरिष्ठजनों की सलाह मानें तथा विवेक से कार्य करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आर्थिक उन्नति के लिए बनाई गई योजना फलीभूत होगी। मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन मिल सकता है। कार्यस्थल पर मनोनुकूल परिवर्तन संभव है। आय बनी रहेगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा। चिंता रह सकती है। जोखिम न उठाएं।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

सत्संग का लाभ मिलेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा। तीर्थाटन का मन बनेगा। राजकीय बाधा दूर होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सौभाग्य वृद्धि होगी। यात्रा में सावधानी आवश्यक है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। परिवार में कोई शुभ कार्य हो सकता है। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। अकारण क्रोध रहेगा। जोखिम व जमानत के का कार्य टालें। अपेक्षित कार्यों में विलंब से चिड़चिड़ापन रहेगा। व्यवसाय में ध्यान दें। लाभ होगा। जल्दबाजी से बचें।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

राजभय रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। यात्रा लाभदायक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यस्तता रहेगी। संपत्ति के बड़े सौदे हो सकते हैं। बड़ा लाभ होगा। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। पार्टनरों से मनोनुकूल सहयोग मिलेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

पार्टी व पिकनिक की योजना बनेगी। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। थकान महसूस होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। विरोधियों का पराभव होगा। नए लोगों से मिलना होगा। कार्य आसानी से संपन्न होंगे।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

कोई सूचना प्राप्त हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। किसी अपने का व्यवहार दिल को ठेस पहुंचा सकता है। नकारात्मकता से दूर रहें। सहयोग होगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। लाभ होगा। शांति बनाए रखें।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। उत्साह में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। थकान महसूस होगी। परिवारजनों का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। लापरवाही से हानि होगी।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

घर में अतिथियों का आगमन होगा। उन पर व्यय होगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। कार्य में निरंतरता बनी रहेगी। परिवार में प्रसन्नता रहेगी। किसी प्रसिद्ध व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। बाहर जाने का कार्यक्रम बनेगा। विवाद न करें।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

कार्य की बेहतरी रहेगी। कोई बड़ा कार्य मनोनुकूल बनेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। भेंट व उपहार की प्राप्ति के योग हैं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कुसंगति से बचें। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। समय अनुकूल है। लाभ में वृद्धि होगी।

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जबरन धर्म परिवर्तन देश की सुरक्षा के लिए खतरा: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली ,14 नवंबर(एजेंसी)। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जबरन धर्म परिवर्तन का मुद्दा बहुत गंभीर है और यह राष्ट्र की सुरक्षा और साथ ही नागरिकों की स्वतंत्रता को प्रभावित कर सकता है। साथ ही केंद्र से कहा कि वह अपना रुख स्पष्ट करें कि जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। शीर्ष अदालत ने कहा कि धर्म की स्वतंत्रता है, लेकिन जबरन धर्म परिवर्तन पर कोई स्वतंत्रता नहीं है।

न्यायमूर्ति एम.आर. शाह और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की अध्यक्षता वाली पीठ ने अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय द्वारा दायर एक याचिका पर सुनवाई की। जिसमें धोखे से धर्म परिवर्तन, धमकाने और मौद्रिक लाभों के माध्यम से धर्म परिवर्तन किया गया था, जो अनुच्छेद 14, 21 और 25 का उल्लंघन करता है। न्यायमूर्ति शाह ने केंद्र का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि यह इतना गंभीर मामला है और मिस्टर मेहता, काउंटर के तौर पर आपका स्टैंड कहां है? बहुत गंभीर और ईमानदार प्रयास करने होंगे। मेहता ने प्रस्तुत किया कि जबरन धर्म परिवर्तन पर लोगों को चावल और गेहूं देकर लालच दिया जाता है, जो धर्मांतरण का आधार है।

न्यायमूर्ति शाह ने कहा कि धर्म की स्वतंत्रता हो सकती है, लेकिन जबरन धर्म परिवर्तन पर कोई स्वतंत्रता नहीं है। कोर्ट ने मेहता से पूछा कि केंद्र द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं, अपना रुख बहुत स्पष्ट करें, आप क्या कार्रवाई कर रहे हैं। पीठ ने मेहता से कहा कि स्थिति कठिन होने से पहले केंद्र को इस तरह के जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए और सरकार से जबरन धर्मांतरण पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।

शीर्ष अदालत ने कहा कि धर्म परिवर्तन का मुद्दा, यदि यह सच पाया जाता है, तो देश की सुरक्षा के साथ-साथ नागरिकों की स्वतंत्रता को भी प्रभावित करता है, इसलिए बेहतर है कि भारत संघ अपना रुख स्पष्ट करे और एक काउंटर दायर करे। जबरन, प्रलोभन या धोखाधड़ी द्वारा जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

दलीलें सुनने के बाद, पीठ ने मामले की अगली सुनवाई 28 नवंबर को निर्धारित की और केंद्र से 22 नवंबर से पहले अपना जवाब दाखिल करने को कहा। 23 सितंबर को, सुप्रीम कोर्ट ने धोखाधड़ी वाले धार्मिक रूपांतरण और धर्मांतरण के खिलाफ एक याचिका पर नोटिस जारी किया।

याचिका में दावा किया गया है कि यदि इस तरह के धार्मिक रूपांतरण मामले में जांच नहीं की गई, तो जल्द ही हिंदू भारत में अल्पसंख्यक हो जाएंगे। पिछली सुनवाई में, उपाध्याय ने शीर्ष अदालत को बताया था कि विदेशी फंड मिशनरियों और धर्मांतरण माफियाओं का मुख्य लक्ष्य महिलाएं और बच्चे हैं, लेकिन केंद्र और राज्य सरकारों ने अनुच्छेद 15(3) की भावना से धर्म परिवर्तन को नियंत्रित करने के लिए उचित कदम नहीं उठाए हैं।

याचिकाकर्ता ने मामले में गृह मंत्रालय, कानून और न्याय मंत्रालय, सीबीआई, एनआईए और राज्य सरकारों को प्रतिवादी बनाया है। उपाध्याय ने कहा कि स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि कई व्यक्ति-संगठन सामाजिक रूप से आर्थिक रूप से वंचित नागरिकों, विशेष रूप से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों का जबरन, प्रलोभन या धोखाधड़ी जैसे माध्यम से बड़े पैमाने पर धर्मांतरण करा रहे हैं।

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महाकालेश्वर मंदिर में घटी अनोखी घटना, लोगों के उड़े होश

*एक 60 वर्षीय शख्स के दर्शन करते ही प्राण निकल गए*

नई दिल्ली ,14 नवंबर(एजेंसी)। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में ऐसी घटना घटी जिसे देखकर लोग स्तब्ध रह गए। बाबा महाकाल के दर्शन करने आए एक 60 वर्षीय शख्स के दर्शन करते ही प्राण निकल गए। इस घटना की मंदिर प्रांगण में काफी चर्चा रही।

शयन आरती के दौरान हुई घटना

उज्जैन पुलिस के मुताबिक गुडगांव से 60 वर्षीय सतीश महाकाल के दर्शन करने शाम को पहुंचे थे। संध्या आरती के बाद वे महाकाल की शयन आरती में भी शामिल हुए। इसी वक्त वे महाकाल के सामने झुके और फिर दोबारा नहीं उठे। नतमस्तक होते ही महाकाल के सामने ही उनकी मृत्यु हो गई।

अक्सर पूजा के बाद लोग नतमस्तक होकर बाबा महाकाल के सामने प्रार्थना करते हैं। सतीश के नतमस्तक होने पर वे पांच मिनट तक उसी मुद्रा में नजर आए, जिससे लोगों को लगा कि वे प्रार्थना कर रहे हैं, पर जब परिवार वालों ने उन्हें हिलाने की कोशिश की तो पता चला कि उनके प्राण निकल चुके थे। महाकाल पुलिस के मुताबिक 60 वर्षीय सतीश पिता मूलचंद गुडगांव से अपने परिवार के साथ यहां आए थे। नंदी हॉल के बाहर दर्शन करने के दौरान उनकी जान निकल गई। महाकाल मंदिर समिति की एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पीएम करवाकर उनका शव परिजनों को सौंप दिया गया।

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सर्दियों में ट्राई करें ये 5 स्पा ट्रीटमेंट, शरीर को मिलेंगे कई लाभ

14.11.2022 – (एजेंसी) सर्दियों में चलने वाली ठंडी हवा त्वचा को रूखा और बेजान बना सकती हैं। इसलिए इस दौरान त्वचा की देखभाल पर अतिरिक्त ध्यान देना जरूरी है। इसके लिए आप स्पा को अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं, जो सर्दियों में शरीर को आराम देने, गर्माहट का अहसास कराने समेत त्वचा को कई लाभ दे सकते हैं।

सर्दियों में आप हॉट चॉकलेट मसाज से लेकर बटर हेड मसाज तक, स्पा ट्रीटमेंट आजमाए जा सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।हॉट चॉकलेट मसाजसर्दियों के लिए यह सबसे अच्छे स्पा ट्रीटमेंट में से एक, हॉट चॉकलेट मसाज आपके शरीर को मॉइस्चराइज करने के साथ-साथ आराम का अहसास दिला सकती है। इस मसाज के लिए मैक्सिकन हर्बल कंप्रेस को चॉकलेट के साथ मिलाया जाता है। यह शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-एजिंग और एंटी-सेल्युलाईट गुणों से भरपूर होती है, जो शरीर के ब्लड सर्कुलेशन को सुधारकर त्वचा को एक प्राकृतिक चमक दे सकती है।

अभ्यंग थेरेपीयह एक बेहतरीन आयुर्वेदिक मसाज थेरेपी है, जिसे अपनाकर आपकी त्वचा मॉइस्चराइज और चमकदार बन सकती है। साथी ही सर्दियों के दौरान कई तरह के संक्रमणों से बचाव भी कर सकती है। इस थेरेपी में शरीर की मालिश करने के लिए विभिन्न एसेंशियल ऑयल या जड़ी-बूटियों से युक्त आयुर्वेदिक तेलों का उपयोग किया जाता है। यह स्पा ट्रीटमेंट जोड़ों में ग्रीस बढ़ाने समेत मांसपेशियों की जकडऩ को शांत कर सकता है।

बटर हेड मसाजअगर आप सर्दियों के दौरान अपने बालों को चमकदार, मुलायम और स्वस्थ रखना चाहते हैं तो आपको बटर हेड मसाज जरूर ट्राई करनी चाहिए। मक्खन में प्राकृतिक तेल होते हैं, जो सिर की खोई हुई नमी को ठीक करने और इसके श्च॥ स्तर को संतुलित करने में मददगार हो सकते हैं। इसके लिए अपने स्कैल्प पर थोड़ा मक्खन लगाकर मसाज करें और अपने सिर को शॉवर कैप से ढक लें। 30 मिनट बाद माइल्ड शैंपू से सिर को धो लें।

शुद्धि स्पाइस बाथयह सबसे आकर्षक आयुर्वेदिक स्पा में से एक है, जो शरीर को आराम, शांत करने और गर्माहट का अहसास दिला सकता है। इस स्पा के लिए विभिन्न पारंपरिक मसालों जैसे दालचीनी और इलायची के साथ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग किया जा सकता है। यह त्वचा के रोमछिद्रों को साफ करके एक प्राकृतिक चमक दे सकता है लेकिन यह स्पा ट्रीटमेंट थोड़ा महंगा होता है।

पिझिचिलयह एक आदर्श स्पा ट्रीटमेंट है, जिसके लिए एसेंशियल ऑयल का उपयोग किया जाता है। आप इस स्पा थेरेपी को घर पर ही सही दो-तीन तेलों को मिलाकर और सही तापमान पर गर्म करके अपने शरीर की मालिश कर सकते हैं। यह ट्रीटमेंट मांसपेशियों और जोड़ों की अकडऩ से राहत दिलाने में मदद कर सकता है और त्वचा की अशुद्धियों को दूर करके इसे कोमल और चमकदार बना सकता है।

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