Mayawati got angry over the murder of a Dalit youth, said- Government should maintain the rule of law

लखनऊ ,13 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के करछना क्षेत्र में दलित युवक की हुई हत्या पर दुख जताया है, जिसे जिंदा जला दिया गया।

साथ ही उन्होंने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अपमान करने की घनाओं को लेकर भी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंन इन दोनों मामलों में सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

मायावती ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक के बाद एक दो ट्वीट कर प्रदेश में बढ़ते अपराध और सामाजिक तनाव को लेकर चिंता जाहिर की।

उन्होंने पोस्ट किया, यूपी के प्रयागराज के करछना में सामंती तत्वों द्वारा एक दलित की की गई नृशंस हत्या की घटना अति-दुखद व चिंतनीय। प्रदेश में बेलगाम हो रहे ऐसे आपराधिक, असमाजिक व सामंती तत्वों के खिलाफ सरकार जरूर सख्त कार्रवाई करके कानून के राज को कायम करे।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, साथ ही, संविधान निर्माता भारतरत्न परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के अनादर की घटनाओं को भी सरकार पूरी गंभीरता से लेकर समाज में तनाव एवं हिंसा पैदा करने वाले ऐसे गुनहगारों के विरुद्ध सरकार सख्त कार्रवाई करे, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति रूक सके।

बता दें कि डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं उत्तर प्रदेश के कई जिलों से सामने आती रही हैं। इसे लेकर दलित समाज में आक्रोश है। बाबा साहेब अंबेडकर संविधान निर्माता ही नहीं, बल्कि दलितों और पिछड़ों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया है।

वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती, दलित समाज की सबसे प्रबल राजनीतिक आवाज मानी जाती हैं, ऐसे में वे इन मामलों को बेहद गंभीरता से उठाती रही हैं। मायावती ने हमेशा मांग की है कि सरकार जातिगत हिंसा और सामाजिक भेदभाव की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई करे और दोषियों को सख्त सजा दिलाए।

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