अमरनाथ यात्राः सुरक्षा में शामिल वाहन हुआ हादसे का शिकार, डीएसपी समेत चार लोग गंभीर घायल

Amarnath Yatra Vehicle involved in security accident, four people including DSP seriously injured

उधमपुर 30 June (एजेंसी): अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा में शामिल एक वाहन जम्‍मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे उधमपुर पर हादसे का शिकार हो गया है। हादसे में डीएसपी जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस और तीन अन्‍य लोग घायल हुए हैं। घायल लोगों को उपचार के लिए जिला अस्‍पताल उधमपुर में भर्ती करवाया गया है।

बता दें कि अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्‍था उधमपुर पहुंचा चुका है। डीसी उधमपुर सचिन कुमार वैश्य ने नारियल फोड़कर और श्रद्धालुओं को हार पहना कर जत्थे का स्वागत किया। इसके बाद यात्रा जत्थे के वाहनों को टिकरी से झंडी दिखाकर डीसी ने आगे रवाना किया। इस अवसर पर एसएसपी उधमपुर सहित अन्य पुलिस व प्रशासन के अधिकारी व गणमान्य लोग मौजूद थे।

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राज्यपाल रवि ने गिरफ्तार मंत्री सेंथिलबालाजी को बर्खास्त करने के आदेश लिए वापस

Governor Ravi withdraws orders for sacking of arrested minister Senthilbalaji

चेन्नई 30 June (एजेंसी): तमिलनाडु के राज्यपाल टी.एन.रवि ने बिना विभाग के मंत्री वी. सेंथिलबालाजी की बर्खास्तगी का आदेश वापस ले लिया और राज्य मंत्रिमंडल और मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को संदेश भेजकर सूचित किया है। मीडिया रिपोर्टों में बताया है कि तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने गिरफ्तार मंत्री सेंथिलबालाजी को बर्खास्त करने के अपने पहले के आदेश को वापस ले लिया है।” हालांकि, राजभवन की ओर से किसी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

रवि ने अपना संदेश मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को भेजा है। देर रात मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से बातचीत की। राज्यपाल ने कहा कि वह अटॉर्नी जनरल से परामर्श करेंगे और इस कदम के बारे में कानूनी राय लेंगे। सूत्रों ने बताया कि सेंथिल बालाजी को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त करने के आदेश को राज्यपाल ने अगले संचार तक स्थगित रखा है।

इससे पहले दिन में रवि ने एक अभूतपूर्व कार्रवाई करते हुए सेंथिलबालाजी को तत्काल प्रभाव से मंत्रिपरिषद से ‘बर्खास्त’ कर दिया था। सेंथिलबालाजी को हाल ही में कथित धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था।

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तेज रफ्तार का कहर: खड़े ट्रक में जा घुसी बोलेरो, मां-बेटा समेत 7 लोगों की दर्दनाक मौत

बांदा 30 June (एजेंसी): उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में भीषण सड़क हादसे की खबर सामने आई है। यहां हुए भीषण सड़क हादसे में सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है, जबकि तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। हादसा बांदा जिले के बबेरू में बीती रात हुआ, जहां तेज रफ्तार बेकाबू बोलेरो खड़े ट्रक में जा घुसी। हादसे में मां और बेटे समेत सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। कटर से काटकर स्टेयरिंग और इंजन के बीच फंसे ड्राइवर को बाहर निकाला गया। तीन गंभीर घायलों को पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा है।

कमासिन थाना क्षेत्र के तिलौसा गांव निवासी 15 वर्षीय कल्लू गुरुवार देर शाम करंट से झुलस गया था। परिजन उसे गांव के अकबर की नई बोलेरो से लेकर सीएचसी बबेरू ले जा रहे थे। कमासिन-राजापुर रोड पर परइया दाई के पास खड़े ट्रक से बोलेरो की टक्कर हो गई। भीषण हादसा देख राहगीरों ने पुलिस को खबर दी।

कुछ ही देर में मौके पर पहुंची पुलिस ने बोलेरो से घायलों को बाहर निकाला, तब तक कल्लू, उसकी मां शायरा बानो, चाचा कैफ, मुसाहिद और मुजीद समेत सात लोगों की मौत हो चुकी थी। ड्राइवर स्टेयरिंग और इंजन के बीच फंसा था। काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला जा सका। तीन घायलों को सीएचसी बबेरू में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की हालत नाजुक बनी है। इस बारे में डीएम दुर्गाशक्ति नागपाल ने कहा कि ड्राइवर करीब 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बोलेरो चला रहा था। संभवत: बेकाबू होने से हादसा हुआ है।

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नोहर रोड पर दो कारों की भीषण टक्कर, तीन लोगों की मौत

जयपुर 30 June (एजेंसी): राजस्थान में हनुमानगढ जिले के रावतसर थाना क्षेत्र में नोहर रोड पर दो कारों के आपस में भीषण टक्कर से तीन लोगों की मौत हो गई तथा दो अन्य घायल हो गये।

प्राप्त जानकारी के अनुसार देर रात्रि करीब 12 बजे हुए इस हादसे में दोनों कारों की रफ्तार बहुत तेज थी।

दुर्घटना में घायल युवकों को हनुमानगढ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पर पुलिस ने मृतकों के शवों को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है। पुलिस ने मृतकों के परिजनों को हादसे की जानकारी दे दी है।

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अजमेर में होगा तीन जुलाई को वृहद हथकरघा केंद्र का शिलान्यास

अजमेर 30 June (एजेंसी): राजस्थान के अजमेर में श्री ज्ञानोदय जैन तीर्थ क्षेत्र नारेली के सामने तीन जुलाई को “वृहद हथकरघा केंद्र” का शिलान्यास समारोह आयोजित होगा। अजमेर सकल दिगम्बर जैन समाज के प्रमोद सोनी एवं विजय जैन(पल्लीवाल) ने बताया कि वर्तमान सदी के संतशिरोमणी दिगम्बर जैनाचार्य विद्यासागरजी महाराज की प्रेरणा से राजस्थान के अजमेर में प्रथम वृहद हथकरघा केंद्र की स्थापना की जा रही है ,जिसमें सम्पूर्ण अजमेर जैन समाज का सहयोग रहेगा । जैनसमाज के आमजन के पुण्यार्जन के लिए पांच सौ एक रूपये पुण्य शिला स्थापना शुल्क तय किया गया है ।

हथकरघा केंद्र में अहिंसक वस्त्रों का निर्माण किया जायेगा। साथ ही यह केन्द्र अहिंसक आजीविका एवं अहिंसक जीवन शैली के सदैव प्रेरणा देने वाला होगा। उन्होंने बताया कि अजमेर में चातुर्मास के लिए मौजूद आचार्य विवेकसागर महाराज के सानिध्य में शिला स्थापना कार्यक्रम तीन जुलाई सुबह नौ बजे से आयोजित होगा । शिलान्यास के बाद इसका निर्माण पूरा कर आचार्य विद्यासागर महाराज को अजमेर लाने की योजना है ।

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नोटों के साथ परिजनों की सेल्फी वायरल होने पर पुलिस अधिकारी की जांच

उन्नाव 30 June (एजेंसी): उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में एक पुलिस अधिकारी के परिवार द्वारा नोटों के बंडलों के साथ ली गई सेल्फी पर हंगामा मच गया और उनका स्थानांतरण कर दिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस अधिकारी की पत्नी और बच्चों द्वारा ली गई सेल्फी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उनके खिलाफ जांच शुरू की गई है। इसमें वे 500 रुपये के नोटों के बंडलों के साथ पोज देते नजर आ रहे हैं।

यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें पुलिस अधिकारी की पत्नी और दो बच्चे 14 लाख रुपये की नकदी के ढेर के साथ एक बिस्तर पर बैठे हुए हैं।

जैसे ही नोटों के बंडलों के साथ अधिकारी की फोटो वायरल हुई, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने तुरंत मामले की जांच के आदेश दिए।

थाना प्रभारी रहे रमेश चंद्र सहनी का तबादला पुलिस लाइन कर दिया गया है.

हालांकि, साहनी ने अपना बचाव किया है और कहा है कि तस्वीर 14 नवंबर, 2021 को ली गई थी, जब उन्होंने एक पारिवारिक संपत्ति बेची थी।

घटना की जानकारी देते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘एक स्टेशन हाउस ऑफिसर की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें पुलिसकर्मी की पत्नी और उसके बच्चों को नोटों के बंडलों के साथ दिखाया गया है। हमने मामले का संज्ञान लिया है और पुलिसकर्मी को पुलिस लाइन में स्थानांतरित कर दिया गया है। जांच शुरू कर दी गई है।”

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युवा पर्यटन, आतिथ्य में नौकरियां लें, नहीं तो बाहरी लोग ले लेंगे : गोवा के सीएम

पणजी 30 June (एजेंसी): गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि अगर तटीय राज्य के युवाओं में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्रों में कौशल की कमी है, तो दूसरे राज्यों के लोग यहां आएंगे और उनसे नौकरियां छीन लेंगे।

सावंत ने पोंडा-दक्षिण गोवा में एक कार्यक्रम में कहा कि गोवा में पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा, “आपको ऐसी गुंजाइश देश में कहीं और नहीं मिलेगी। गोवा में इन क्षेत्रों में व्यापक संभावनाएं हैं।”

उन्होंने कहा, “जिस तरह से गोवा में स्टार होटल स्थापित हो रहे हैं और पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, भविष्य में गोवा भारत की पर्यटन राजधानी बन जाएगा।”

सावंत ने कहा, “हम उच्च श्रेणी के पर्यटकों को लक्षित कर रहे हैं। उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए हमें बुनियादी ढांचे और मानव संसाधनों की जरूरत है। प्राइवेट प्लेयर्स राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए तैयार हैं। बहुत से लोग आ रहे हैं, लेकिन हमारे पास उतना मानव संसाधन नहीं है। अगर हमारे युवा इन क्षेत्रों में कुशल नहीं हैं तो बाहरी लोग आएंगे और अवसर का लाभ उठाएंगे।”

इससे पहले, पिछले साल अक्टूबर में भी मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर राज्य के युवा आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में नौकरी के अवसर हासिल करने में विफल रहते हैं, तो अन्य राज्यों के नौकरी चाहने वाले आकर ले लेंगे।

“तटीय क्षेत्र में कई अवसर हैं। अगले पांच वर्षों में आतिथ्य और पर्यटन क्षेत्र में दो लाख से अधिक नौकरियां पैदा होंगी। अगर हम इन अवसरों का लाभ नहीं उठाएंगे तो दूसरे राज्यों के युवा इन्हें पकड़ लेंगे।” सावंत ने युवाओं से खुद को कुशल बनाने का आग्रह किया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “चाहे वह असम से हों या अन्य राज्यों से, इन राज्यों के युवा यहां आते हैं और सफेदपोश नौकरियां (निजी क्षेत्र में) करते हैं। यदि हम इसे लेने का प्रयास करेंगे तो यह हमें मिल भी सकता है। युवाओं को इन क्षेत्रों में अवसरों का लाभ उठाने की जरूरत है।”

सावंत ने कहा था कि अगर हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के युवा यहां आतिथ्य क्षेत्र में काम कर सकते हैं तो गोवा के लोग क्यों नहीं. उन्होंने कहा था कि सभी लोगों को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती।

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एक शानदार पीरियड ड्रामा फ़िल्म है ‘1922 प्रतिकार चौरी चौरा’..!

* फिल्म समीक्षा –  *1922 प्रतिकार चौरी चौरा*

*बैनर : सरजू विजन

*निर्माता निर्देशक व लेखक : अभिक भानु

*कलाकार – रवि किशन, अनिल नागरथ ,पवन  पांडेय,अशोक बनथिए, पार्थ मिश्रा, विकल्प श्रीवास।

*रिलीज़ डेट  -30 जून 2023

*रेटिंग    – 3/5

30.06.2023  –  भारतीय सिनेमा में आज़ादी से लेकर अब तक सैकड़ों फिल्में बनी जिनमें आज़ादी की लड़ाई को विभिन्न प्रकार से दिखाया गया । वैसे ही एक घटना भारतीय आज़ादी की लड़ाई के लिए 1922 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद के चौरी चौरा में लड़ी गई । उसी घटना को केंद्र में रखकर फ़िल्म बनी है ‘1922 प्रतिकार चौरी चौरा’ । यह फ़िल्म एक सत्य घटना पर आधारित है और उस घटना ने देश के आज़ादी की लड़ाई को एक अलग ही रुख प्रदान कर दिया था । यह फ़िल्म रिलीज़ हुई है और रिलीज़ के साथ ही इस फ़िल्म ने इतिहास के कुछ उन पलों से हमें रूबरू कराया है जिन्हें आजतक के इतिहासकारों ने भुला दिया था । फ़िल्म की भव्यता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हर एक किरदार ने अपने आप को उस पल के हालात में ढालने के लिए सर्वस्व न्योछावर कर दिया है । फ़िल्म की कहानी के केंद्रबिंदु में जालियांवाला बाग हत्याकाण्ड का प्रतिशोध है।

निर्देशक अभिक भानु ने आज़ादी के पूर्व के संघर्षशील इतिहास को बड़े ही संजीदगी और जीवंत तरीके से सिल्वर स्क्रीन पर उतारा है फिल्म प्रारम्भ से लेकर अंत तक आपको एकसूत्र में बांधे हुए रखती है | फ़िल्म के संवाद में  आपको पुर्वांचल की झलक मिलती हुई प्रतीत होगी । फ़िल्म में अभिनय कौशल की बात की जाए तो फ़िल्म के केंद्रबिंदु में रवि किशन समेत सभी कलाकारों का अभिनय बेहद प्रभावशाली है। रवि किशन ने अपने इस रूप से यह दिखाया कि पीरियड सिनेमा में भी उनकी उतनी ही पकड़ है जितनी कि आजकल के नए कमर्शियल सिनेमा के चरित्रों पर ।  सरजू विजन के बैनर तले बनी फ़िल्म 1922 प्रतिकार चौरी चौरा के निर्माता-निर्देशक व लेखक हैं अभिक भानु ।

फ़िल्म ‘1922 प्रतिकार चौरी चौरा’ में मुख्य भूमिक में रवि किशन के साथ ममता जेठवानी ,अनिल नागरथ,अशोक वोटिया,अनुराधा  सिंह आदि अन्य कलाकार भी हैं। प्रचारक हैं संजय भूषण पटियाला। फिल्म की तकनीकी पक्ष की बात की जाए तो आज से 100 साल पहले की घटना को सहज रूप में आज दिखाना कोई साधारण बात तो है नहीं, फिर भी निर्देशक अभिक भानु ने एक बेहतरीन फ़िल्म बनाई है। फ़िल्म की साज सज्जा , सेटअप , ड्रेस डिजाइनिंग , उस समय का परिवेश और उसके हिंसाब से लाइटिंग इफेक्ट देखकर आपको वो दौर याद आने ही लगेगा । फ़िल्म में गीत संगीत की बात की जाए तो उस दौर के संगीत में और आज के संगीत में अंतर तो है , इसलिए संगीत के मामले में आपको थोड़ी सी निराशा हो सकती है, लेकिन बैकग्राउंड स्कोर ठीक ठाक बन पड़ा है ।

फ़िल्म का साउंड इफ़ेक्ट औसत से कुछ उम्दा है । जालियांवाला बाग हत्याकाण्ड का प्रतिशोध है फिल्म ‘1922 प्रतिकार चौरी चौरा’। कुल मिलाकर इस वीकेंड पर आपको आज़ादी के पहले के उस दौर को देखनेऔर समझने के लिए एक बेहतरीन सिनेमा मिली है। इसे परिवार और दोस्तों के साथ देख सकते हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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प्रधानमंत्री मोदी ने किया दिल्ली मेट्रो में सफर, यात्रियों से बातचीत कर जाना हाल

नई दिल्ली 30 June (एजेंसी): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय पहुंचने के लिए मेट्रो की सवारी की। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री की इस यात्रा से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो साझा किए। मेट्रो से सफर के दौरान प्रधानमंत्री को यात्रियों से संवाद करते देखा गया। इस दौरान सभी यात्री अपने बीच प्रधानमंत्री को देखकर काफी उत्साहित नजर आए।

पीएम मोदी दिल्ली विश्‍वविद्यालय के शताब्‍दी समारोह समापन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान दिल्‍ली विश्‍वविद्यालय कंप्‍यूटर सेंटर, प्रौद्योगिकी संकाय भवन और अकादमिक ब्‍लॉक की आधारशिला रखेंगे। ये भवन विश्‍वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में बनाए जाएंगे।

दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेजों ने कार्यक्रम के लिए गाइडलाइन भी जारी की हैं। स्टूडेंट्स से काले कपड़े पहनकर न आने के लिए कहा गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कार्यक्रम में गेस्ट ऑफ ऑनर हैं।

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फिर सुर्खियों में आया खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल, साथियों संग डिब्रूगढ़ जेल में शुरू की भूख हड़ताल

असम 30 June (एजेंसी): असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद वारिस पंजाब दे का प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल में उसने साथियों के साथ मिलकर भूख हड़ताल शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार अमृतपाल सिंह के साथ 10 लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं। अमृतपाल सिंह ने जेल में खराब खाना मिलने की शिकायत करते हुए भूख हड़ताल की है।

भूख हड़ताल से जेल प्रशासन में तहलका मच गया है। जेल में अमृतपाल और उसके साथियों की ओर से भूख हड़ताल करने की जानकारी अमृतपाल की पत्नी किरणदीप कौर ने दी। किरणदीप ने कहा कि अब वह भी अपने पति के साथ एकजुटता दिखाते हुए भूख हड़ताल करने वाली हैं।

किरणदीप ने बताया कि वह हर हफ्ते अपने पति से मिलने के लिए अमृतसर से डिब्रूगढ़ जेल जाती हैं। इस बार मुलाकात के दौरान पता चला कि अमृतपाल समेत सभी सिख कैदी भूख हड़ताल पर हैं। उनकी हड़ताल के पीछे एक कारण यह है कि पंजाब सरकार द्वारा उन्हें अपने-अपने परिवारों से फोन पर संपर्क करने की अनुमति नहीं दी जा रही। उन्होंने कहा कि अगर फोन की सुविधा मुहैया करा दी जाए तो एक मुलाकात के लिए 20-25 हजार रुपये एक व्यक्ति को खर्च नहीं करने पड़े।

उन्होंने कहा कि सबसे अहम बात यह है कि फोन की सुविधा नहीं मिलने के कारण वकीलों से भी बात नहीं हो पाती है। इस वजह से वकीलों से न तो कुछ कहा जा सकता है और न ही कुछ पूछा जा सकता है।

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बिहार के सारण में ट्रक ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या

पटना 30 June (एजेंसी): बिहार के सारण जिले में बुधवार देर रात भीड़ ने एक ट्रक चालक की पीट-पीट कर हत्या कर दी, क्योंकि उन्हें पता चला कि वाहन एक फैक्ट्री में जानवरों की हड्डियां ले जा रहा था। पुलिस ने यह जानकारी दी।

गौरा चौकी अंतर्गत मझवलिया गांव का ट्रक चालक 55 वर्षीय जहरुद्दीन जिले के नगरा बोन डस्ट फैक्ट्री जा रहा था।

फैक्ट्री जाते समय जलालपुर थाने के खोरी पाकड़ गांव के पास पहुंचते ही वाहन में कुछ तकनीकी खराबी आ गई और जहरुद्दीन और उसका सहायक तथा कुछ मजदूर उसे ठीक करने का प्रयास कर रहे थे।

फैक्ट्री के मालिक हैदर ने कहा, “उसी समय कुछ स्थानीय निवासी वहां इकट्ठे हुए और उनसे ट्रक पर लदी सामग्री के बारे में पूछा। जब उन्होंने जवाब दिया कि ट्रक में जानवरों की हड्डियां हैं और यह नगरा स्थित फैक्ट्री में जा रही है, तो उन्होंने उनकी पिटाई शुरू कर दी।”

उन्होंने कहा, “जबकि सहायक और अन्य मजदूर मौके से भागने में सफल रहे, जहरुद्दीन असफल रहा क्योंकि उसके पैर में लोहे की रॉड लगी थी और वह भागने में असमर्थ था। भीड़ ने उसे तब तक बेरहमी से पीटा जब तक उसकी मौके पर ही मौत नहीं हो गई. जलालपुर की स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन उन्होंने मामले में कोई हस्तक्षेप नहीं किया. हिंसक भीड़ ने ट्रक ड्राइवर पर मुस्लिम होने और ईद-उल-अज़हा से पहले हड्डियों और मांस का कारोबार करने का आरोप लगाया।”

उन्होंने कहा, “जहरुद्दीन की जिस तरह से पीट-पीटकर हत्या की गई, उसके बाद हेल्पर और अन्य कर्मचारी डर गए। उन्होंने मुझे घटना की जानकारी दी है।”

घटना के बाद सदर एसडीएम और एसडीपीओ मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की।

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उदयपुर में कयाकिंग एवं कैनोइंग खिलाड़ियों को मिली 6 नई नावें

उदयपुर 30 June (एजेंसी): राजस्थान कयाकिंग एवँ केनोइंग संघ द्वारा संचालित जलक्रीड़ा केन्द्र, फतेहसागर के खिलाडियों को भेंट स्वरूप 6 नवीन नावें मिली। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने होटल लेकएण्ड में आयोजित एक समारोह के दौरान इनका लोकार्पण कर खिलाड़ियों को बधाई दी और नाव भेंट करने वाले समाजसेवियों का आभार जताया। अल्का ग्रुप ऑफ होटल्स के प्रबंध निदेशक ऋषित भंडारी ने 4 बोट्स एवं राजस्थान कयाकिंग एवँ केनोइंग संघ के चौयरमेन पीयूष कच्छावा ने 2 बोट्स भेंट की।

कलक्टर ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आपके लिएद सुविधाओं की कोई कमी नहीं है, सभी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर उदयपुर का नाम रोशन करें। इस अवसर पर भारतीय ड्रैगन बोट चेयरमैन दिलीप सिंह चौहान एवं कयाकिंग केनोइंग कोच निश्चय सिंह चौहान, राजस्थान कायाकिंग संघ के अध्यक्ष आर. के धाभाई, उपाध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह , संघ के उपाध्यक्ष भगवान स्वरुप वैष्णव, राजस्थान ड्रैगन बोट चौयरमेन अजय अग्रवाल भी उपस्थित थे।

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असम के मुख्यमंत्री मिले पीएम मोदी से, बाढ़ के हालात की जानकारी दी

नई दिल्ली 30 June (एजेंसी): असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें राज्य में बाढ़ की स्थिति और राज्य सरकार की विकास पहल से संबंधित अन्य मुद्दों से अवगत कराया।

सरमा ने ट्विटर पर लिखा, “मुझे दिल्ली में आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आशीर्वाद लेने का सौभाग्य मिला। असम की भलाई माननीय प्रधानमंत्री के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। मैंने उन्हें हमारी विकास यात्रा से अवगत कराया और आगे बढ़ने के लिए उनका मार्गदर्शन प्राप्त किया।”

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास का दौरा किया और उन्हें राज्य में बाढ़ की ताजा स्थिति और बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत और पुनर्वास प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी।

सरमा के मुताबिक, मोदी ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और केंद्र से हर संभव सहायता और सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से राज्य सरकार द्वारा की गई विकास पहलों पर भी चर्चा की।

सरमा ने नई दिल्ली में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की और असम से संबंधित वित्तीय मामलों पर चर्चा की।

55 मिनट की लंबी चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने राजस्व जुटाने सहित विभिन्न प्रमुख संकेतकों में राज्य द्वारा की गई प्रगति पर प्रकाश डालते हुए एक समग्र वित्तीय परिदृश्य प्रस्तुत किया।

पूंजीगत सहायता और हस्तांतरण निधि की अग्रिम रिलीज के मामले में असम को ‘उदार समर्थन’ देने के लिए वित्त मंत्रालय की सराहना करते हुए सरमा ने कहा कि इन पहलों ने असम को कल्याण-उन्मुख कार्यक्रमों के साथ-साथ पूंजीगत व्यय में तेजी लाने में मदद की है।

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उपराज्यपाल सिन्हा ने अमरनाथ यात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

जम्मू 30 June (एजेंसी): जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ‘बम बम भोले’ के जयकारों के बीच, शुक्रवार सुबह यहां भगवती नगर यात्री निवास आधार शिविर से दक्षिण कश्मीर हिमालय में श्री अमरनाथ गुफा तीर्थयात्रा के लिए 3,488 तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

62 दिनों तक चलने वाली यह यात्रा 30 अगस्त को समाप्त होगी। सिन्हा ने वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में पारंपरिक पूजा-अर्चना के बाद श्री अमरनाथ तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई।

उन्होंने कहा, ‘श्री अमरनाथ जी तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाई। तीर्थयात्री पवित्र गुफा के लिए रवाना हुए।’ उन्होंने कहा, ‘सभी भक्तों को सुरक्षित और आध्यात्मिक रूप से पूर्ण यात्रा की शुभकामनाएं। बाबा अमरनाथ से सभी के लिए सुख , शांति और समृद्धि की प्रार्थना की।’

इस बीच एक अधिकारी ने बताया कि 3488 तीर्थयात्रियों का पहला जत्था 164 वाहनों के काफिले में आधार शिविर से रवाना हुआ। जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस साल यात्रा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन के लिए चार लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है। जम्मू के लोगों ने उम्मीद जताई है कि तीर्थयात्रियों के आने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा एवं शांति और सद्भाव का संदेश भी जाएगा।

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शंकर जीवाल तमिलनाडु के नए डीजीपी नियुक्त

चेन्नई 30 June (एजेंसी): आईपीएस अधिकारी शंकर जीवाल, जो वर्तमान में ग्रेटर चेन्नई सिटी पुलिस आयुक्त हैं, को तमिलनाडु का नया पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया है, इसकी घोषणा की गई।

वह सी. सिलेंद्र बाबू का स्थान लेंगे जो 30 जून को सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

तमिलनाडु के मुख्य सचिव वी. इराई अंबू ने गुरुवार को नियुक्ति आदेश जारी किए।

जिवाल 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और 1 जुलाई को पदभार ग्रहण करेंगे।

तमिलनाडु पुलिस अकादमी के निदेशक संदीप राय राठौड़ को अगले चेन्नई शहर पुलिस आयुक्त के रूप में तैनात किया गया है।

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नड्डा आज खरगोन में, सभा को करेंगे संबोधित

खरगोन 30 June (एजेंसी): भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा आज मध्यप्रदेश के खरगोन में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। पार्टी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार नड्डा केंद्र सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने पर देश भर में आयोजित महाजनसंपर्क अभियान के अंतर्गत खरगोन प्रवास पर रहेंगे।

नड्डा सुबह लगभग सवा 11 बजे जिले के बरूड़ फाटा हेलीपैड पहुंचेंगे। वे लगभग पौने 12 बजे औरंगपुरा से कार्यक्रम स्थल तक रोड शो में शामिल होंगे। साढ़े 12 बजे वे जनसभा को संबोधित करेंगे। दोपहर डेढ़ बजे वे सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित रोगियों को दिव्यांग प्रमाण पत्र वितरित करेंगे।

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देशभक्ति फिल्म ‘भारतीयंस’ 14 जुलाई को रिलीज होगी

30.06.2023  –  भारत अमेरिकन क्रिएशन्स के बैनर तले शंकर नायडू अदुसुमिल्ली द्वारा निर्मित देशभक्ति फिल्म ‘भारतीयंस’ 14 जुलाई को रिलीज होगी। यह फिल्म भारतीय शहीदों को एक साहसी श्रद्धांजलि स्वरूप देशभक्ति की भावनाओं से भरी एक पावर-पैक फिल्म है जिसमें प्यार, एक्शन और ड्रामा भी समाहित है। फ़िलवक्त आतंकवाद से निपटने में चीन की भूमिका और पाकिस्तान के साथ उसके तालमेल को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं।

इसके अलावा, चीन द्वारा कश्मीर को भारत का हिस्सा मानने से इंकार करना और इसे विवादित क्षेत्र घोषित करना दोनों देशों के बीच तनाव ही पैदा करेगा।  डॉ. शंकर की फिल्म ‘भारतीयन्स’ हिंदुस्तानी सेना के जवानों को सपोर्ट करती है और चीन की भयानक हरकतों का विरोध करती है। इसके अलावा, निर्माता ने कथित तौर पर विनाशकारी कोविड -19 महामारी की उत्पत्ति के लिए चीन को दोषी ठहराया है, जिसने दुनिया भर में लगभग 70 लाख लोगों की जान ले ली।

जून 2020 में गलवान घाटी में 20 बहादुर सैनिकों की मौत पर निराशा व्यक्त करते हुए, डॉ. शंकर नायडू ने प्रत्येक नागरिक से एकजुट होने का आग्रह किया है। ‘भारतीयंस’ दीना राज द्वारा लिखित और निर्देशित है, और इसमें निरोज़ पुचा, सुभा रंजन, सोनम थेंडुप बरफुंगपा, समायरा संधू, पेडेन ओ नामग्याल और राजेश्वरी चक्रवर्ती प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

बता दें कि इस फिल्म के निर्माता डॉ. शंकर नायडू एक प्रसिद्ध सर्जन हैं, जो 30 वर्षों से अमेरिका में डॉक्टरी के पेशे से जुड़े हुए हैं, उन्होंने एक सर्जन के रूप में बहुत सारे कैंसर मरीजों को अपनी सेवा दी है और स्वास्थ्य लाभ दिया है और अब वो अपनी फिल्मों के माध्यम से भारत से राष्ट्र विरोधी तत्वों को दूर करना चाहते हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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लोकसभा चुनाव की तैयारी में भाजपा

*देश को तीन जोन में बांटा*

नई दिल्ली 29 June (Rns) : भाजपा का केंद्रीय संगठन और केंद्रीय सरकार, अप्रैल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कर्नाटक चुनाव के बाद अपनी बदली रणनीति के तहत सक्रिय हो चुकी है…

पूरे देश को भाजपा का केंद्रीय संगठन ने 3 जोन में बांटकर 6, 7 और 8 जुलाई को सभी जोन की अलग-अलग बैठक आमंत्रित कर ली है….

*6 जुलाई*

6 जुलाई को ईस्ट रीजन की बैठक आमंत्रित की गई है इसमें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, आसाम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा के प्रदेश भाजपा के संगठन के साथ ही वहां के निर्वाचित विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जिन राज्यों में सरकार नहीं है वहां नेता प्रतिपक्ष इस बैठक में उपस्थित रहेंगे…

*7 जुलाई*

7 जुलाई दिल्ली में यह बैठक होगी इस बैठक में दिल्ली प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, राजस्थान, गुजरात, दमन दीव, दादर नगर हवेली, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा की प्रदेश भाजपा के संगठन के आमंत्रित सदस्यों के साथ निर्वाचित विधायक, सांसद मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री रहेंगे…

*8 जुलाई*

8 जुलाई को हैदराबाद में केरल प्रदेश तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, मुंबई, गोवा, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप प्रदेश की बैठक होगी जिसमें आमंत्रित प्रदेश के नेता के साथ ही मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अगर वहां सरकार नहीं है तो नेता प्रतिपक्ष अगर है तो बैठक में उपस्थित रहेंगे…

*नड्डा लेंगे बैठक*

यह बैठक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष लेंगे इस बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति पर गंभीरता से विचार किया जाएगा…

*पीएम हाउस में हुई बैठक*

*मंत्रीमंडल में हो सकता है बदलाव*

कल 28 जून 2023 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निवास पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष की मैराथन बैठक संपन्न हुई। नई दिल्ली सूत्र बता रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री परिषद का विस्तार हो सकता है कुछ नए राजनीतिक दल जो भाजपा के एनडीए से जुड़ रहे हैं उनके लोगों को भी मंत्रिपरिषद में स्थान दिया जा सकता है। संभावना है कि जुलाई के प्रथम सप्ताह में या दूसरे सप्ताह में मंत्रिपरिषद का विस्तार हो सकता है…

*संगठन में बदलाव की संभावनाएं*

इसके बाद केंद्रीय संगठन में भी बड़ा फेरबदल होने की संभावना है…

नवंबर-दिसंबर 2023 में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना राज्य के विधानसभा के चुनाव है। इस पर भी गंभीरता से विचार होगा, आवश्यकता पड़ने पर उपरोक्त राज्य में जहां विधानसभा चुनाव संपन्न होने हैं संगठन में भी फेरबदल किया जा सकता है…

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शिमला नहीं, अब बेंगलुरु में 13-14 जुलाई को होगी विपक्षी एकता की अगली बैठक

नई दिल्ली 29 जून,(आरएनएस)। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि विपक्षी पार्टियों की अगली बैठक 13-14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी। इससे पहले यह बैठक 10-12 जुलाई को शिमला में होनी थी।

एनसीपी चीफ ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 23 जून की बैठक का जिक्र करते हुए कहा पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद पीएम मोदी बेचैन हो गए हैं।

बिहार की राजधानी पटना में हुई इस बैठक में 15 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे। इस बैठक में सभी पार्टियों के नेताओं ने एकजुटता दिखाई।

बैठक के दौरान 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हारने को लेकर प्लानिंग की गई। इस बैठक के बाद ये कहा गया था कि विपक्षी एकता की अगली बैठक अगले महीने यानी जुलाई को शिमला में होगी।

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चिटफंड कंपनी परल में फंसे लोगों के पैसे मिलेंगे वापिस, पंजाब सरकार ने कब्जे में ली कंपनी की प्रॉपर्टियां

चंडीगढ़ 29 जून,(एजेंसी)। भ्रष्टाचार के खिलाफ राज्य में मान सरकार ने हल्ला बोल दिया है। मान सरकार ने चिटफंड कंपनी ‘परलÓ की पंजाब में मौजूद सभी प्रॉपर्टियों को अपने कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार द्वारा लिया गया ये बड़ा फैसला सीएम भगवंत मान ने ट्वीट भी किया है।

ट्वीव में लिखी ये बात

भगवंत मान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस मामले की कार्रवाई पूरी होते ही जल्द नीलामी कर दी जाएगी। साथ ही जनता को उनके पैसे वापस लौटाए जाएंगे।

दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने भी किया रीट्वीट

मान के इस ट्वीट को दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने भी रीट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि ये वह काम है जो कि आज तक कोई भी सरकार नहीं कर पाई है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि किसी भी सरकार की नियत ही नहीं थी। पुरानी सरकारें उस ग्रुप के साथ जुड़ी हुई थी। अगर हम लाखों लोगों को उनके पैसे वापस दिलाने में कामयाब हो जाते हैं तो ये बहुत बड़ा काम होगा। उन लाखों लोगों की दुआएं मिलेंगी।

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मेडिकल साइंस में राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड में 9 पहलों का शुभारंभ मनसुख मांडविया ने किया

नई दिल्ली , 29जून (एजेंसी)। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान परीक्षा बोर्ड (एनबीईएमएस) के 42वें स्थापना दिवस के कार्यक्रम में  कहा कि  प्रारंभ की गई पहलों और पाठ्यक्रमों के लिए संस्थान और गवर्निंग बोर्ड के सदस्यों को बधाई देते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों के भीतर 25 पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह विकास चिकित्सा छात्रों के लिए अधिक अवसर प्रदान करने का कार्य करता है और भारत सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाओं और विशेषज्ञ डॉक्टरों को प्राप्त करने में सक्षम है, जो एक स्वस्थ समाज और स्वस्थ राष्ट्र के लिए राष्ट्र की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सेवा करते हैं। उन्होंने दोहराया कि चिकित्सा क्षेत्र देश के विकास में सर्वोपरि भूमिका निभाता है और छात्रों से आने वाले वर्षों में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान देने और आकार देने के लिए प्रतिबद्ध होने का आग्रह किया।एस.पी. सिंह बघेल ने कहा कि भारतीय डॉक्टरों की शक्ति और मूल्य ऐसा है कि विश्व के हर भाग में एक भारतीय डॉक्टर सेवा में मिलेगा।

उन्होंने एबीएचए कार्ड को स्वतंत्रता के बाद भारत के सबसे बड़े विकास में से एक बताया जो स्वास्थ्य सेवाओं को दूरवर्ती क्षेत्रों तक पहुंचने और वंचित समुदाय को लाभान्वित करने में सक्षम बनाता है। उन्होंने कहा कि भारत की चिकित्सा शिक्षा अपने स्वर्ण युग में है। उन्होंने टॉपर्स से आग्रह किया कि वे अपने अनुभवों और प्रेरणाओं को छोटे शहरों और गांवों के कॉलेजों और स्कूलों के साथ साझा करें ताकि उन्हें आज के शिखर पर पहुंचने के लिए प्रेरित किया जा सके।डॉ वी.के पॉल ने समारोह को संबोधित करते हुए पिछले आठ वर्षों के परिवर्तन पर प्रकाश डाला और चिकित्सा शिक्षा तथा संबंधित संस्थानों की वृद्धि और विकास की प्रशंसा की।

उन्होंने इस क्षेत्र की सफलता को गिनाते हुए कहा, ” प्रारंभ की गई पहलों के कारण यह चिकित्सा शिक्षा के लिए एक परिवर्तनकारी समय है।‘’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड में स्नातकोत्तर सीटें तीन गुना बढ़कर 4000 सीटों से 13000 से अधिक हो गई हैं। उन्होंने संचालन में बदलाव पर बल देते हुए  एक नए नियामक के रूप में राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग को जोड़ने, नीट प्रारंभ करने हवाला दिया, जिसमें योग्यता-आधारित पाठ्यक्रम के साथ-साथ जिला रीजेंसी कार्यक्रम भी शामिल है, जो सभी द्वितीय वर्ष के स्नातकोत्तर छात्रों को 3 महीने के लिए जिला अस्पतालों में अपनी सेवाएं देने के लिए अनिवार्य बनाता है, ताकि वे वंचितों की सेवा कर सकें।

उन्होंने क्षेत्र के विकास को रेखांकित करते हुए कहा कि मेडिकल कॉलेज 387 से बढ़कर 704 हो गए हैं, इस वर्ष 52 नए कॉलेज जोड़े गए हैं, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है और मेडिकल छात्रों के लिए सीटें भी स्नातक के लिए 52,000 से बढ़कर 107,000 और स्नातकोत्तर के लिए 32,000 से 67,000 हो गई हैं। डॉ पॉल ने बल देते हुए कहा कि यह स्वर्ण युग है और इस क्षेत्र में नए डॉक्टरों और विशेषज्ञों को इसमें अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना चाहिए।नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (एनबीईएमएस) भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का एक स्वायत्त निकाय है और इसे अखिल भारतीय आधार पर आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में परीक्षा आयोजित करने का कार्य सौंपा गया है।

एनबीईएमएस पिछले 4 दशकों से चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है और गुणवत्ता वाले स्नातकोत्तर और पोस्टडॉक्टरल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए विभिन्न अस्पतालों की अवसंरचना का उपयोग किया है। एनबीईएमएस प्रत्येक वर्ष नीट-पीजी, एनईईटी-एसएस और एनईईटी-एमडीएस परीक्षाओं का सफलतापूर्वक संचालन कर रहा है। एनबीईएमएस ने विभिन्न विशिष्टताओं में 12,000 से अधिक पीजी सीटों के साथ 1100 से अधिक अस्पतालों को मान्यता दी है।

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बिहार की जनता पूरी करेगी और बिहार की सभी 40 की 40 सीटों पर कमल खिलेगा : अमित शाह

पटना , 29 जून (एजेंसी) । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लखीसराय में भाजपा की केंद्र में सफल 9 वर्ष पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों को आयोजित विशाल जनसभा में बताते हुए कहा कि बारिश और आंधी के बीच भारी संख्या में आये जन-सैलाब का धन्यवाद करते हुए बाबा अशोक धाम को नमन किया।

लखीसराय के गाँधी मैदान में ‘भारत माता की जय’ के नारे से हुंकार भरते हुए कहा कि ये बिहार की जनता है जिसने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 में 31 सीटें और 2019 में 39 सीटें दी। 2024 में एक-दो सीट की रही-सही कसर भी बिहार की जनता पूरी करेगी और बिहार की सभी 40 की 40 सीटों पर कमल खिलेगा।अमित शाह ने कहा कि पलटू बाबू नीतीश कुमार जी पूछ रहे थे कि भाजपा सरकार ने क्या किया 9 साल में? अरे नीतीश बाबू, जिनके साथ इतना बैठे हो, जिनके कारण मुख्यमंत्री बने हो, उसका जरा तो लिहाज रखो।

प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीते 9 साल गरीब कल्याण, भारत गौरव और भारत उत्कर्ष के रहे हैं। आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 9 वर्षों में देश के लगभग 70 करोड़ लोगों के जीवन-स्तर को ऊपर उठाया है। आजादी से अब तक किसी भी प्रधानमंत्री ने देश के किसानों के एकाउंट में हर साल छः-छः हजार रुपये रुपये डालने की शुरुआत नहीं की जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। किसान सम्मान निधि से बिहार के लगभग 86 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं जिन्हें अब तक लगभग 18,000 करोड़ रुपये की राशि दी जा चूक है।

जल जीवन मिशन के तहत बिहार में लगभग 1.60 करोड़ घरों में नल से जल पहुंचा। बिहार में लगभग 75 लाख लाभार्थियों को आयुष्मान भारत का लाभ मिल रहा है। बिहार में लगभग 1.30 करोड़ शौचालय बने, पीएम आवास योजना के तहत लगभग 37 लाख लोगों को आवास मिला और राज्य के लगभग 1.80 करोड़ लोगों को पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त अनाज मिल रहा है। शाह ने कहा कि आज  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के किसी भी देश जाते हैं तो वहां उनका भव्य स्वागत होता है और हर जगह मोदी-मोदी के गगनभेदी नारे लगते हैं।

कोई उनसे अपॉइंटमेंट माँगता है, कोई उनका ऑटोग्राफ लेता है तो कोई उनके पैर छूकर उनसे आशीर्वाद ले रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत देश के 140 करोड़ लोगों का सम्मान है, भारत का सम्मान है।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  की प्रेरणा से सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के जरिये आतंकवाद पर करारा प्रहार किया। कांग्रेस, जदयू, आरजेडी, तृणमूल कांग्रेस, डीएमके, सपा, सबके सब धारा 370 का समर्थन किया करते थे, ये लोग संसद में धारा 370 का समर्थन करते थे लेकिन दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 05 अगस्त 2019 को धारा 370 को उखाड़ फेंका।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के लक्ष्य के साथ बीते 9 वर्षों में काम किया है।

अमित शाह ने कहा कि  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी 2024 में भी भारतीय जनता पार्टी की ओर से देश का नेतृत्व करेंगे। बिहार को जंगलराज से मुक्त करने के लिए और भ्रष्टाचार करने वालों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए बिहार में सभी की सभी सीटों पर कमल खिलाइये। जो लोग सत्ता के लिए लालू यादव और कांग्रेस के साथ जा रहे हैं, उन्हीं के कारण बिहार में गुंडाराज, बालू माफिया, शराब माफिया और हथियारों के जखीरे आ रहे हैं। बिहार की कानून-व्यवस्था दिन-प्रतिदिन चरमराती जा रही है।

शाह ने कहा कि बिहार की जनता ने तय कर लिया है कि 2024 में उन्हें फिर से  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी चाहिए, 20 बार फेल्ड लॉन्चिंग वाले राहुल गाँधी नहीं। बिहार की जनता ने संकल्प लिया है कि जिन्होंने दल-बदल किया है, विश्वासघात किया है और जो भ्रष्टाचारियों के साथ बैठे हैं, उन्हें दंडित करना है।

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जो नेता हर बार घर बदले उस नीतीश कुमार पर कतई विश्वास नहीं किया जा सकता : अमित शाह

पटना , 29 जून (एजेंसी) । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और महागठबंधन के उन नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा जो पटना में महागठबंधन के बैठक में आए हुए थे । अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार आप जवाब दीजिये, आपने क्या किया? शाह ने कहा कि जो नेता हर बार घर बदले, उस पर कतई विश्वास नहीं किया जा सकता। ऐसे व्यक्ति के हाथ में बिहार प्रदेश की बागडोर सौंपी नहीं जा सकती। ये नीतीश कुमार को भी मालूम है, इसलिए वे कांग्रेस के घर जाकर उसकी चौखट पर बैठे हैं। हालांकि, नीतीश कुमार को पीएम नहीं बनना है, वे तो लालू यादव को इस उम्र में मूर्ख बना रहे हैं।

नीतीश कुमार जी बिहार में ही रहना चाहते हैं, वे किसी भी तरह बिहार के सीएम बने रहना चाहते हैं और इसी बहाने उन्होंने सारे भाजपा विरोधियों को पटना में इकठ्ठा किया।अमित शाह ने कहा कि हमने पटना में भाजपा विरोधी दलों का एक बड़ा फोटो सेशन देखा। इसे देखकर मुझे आश्चर्य भी हुआ। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने पटना में 15 विपक्षी दलों को इकठ्ठा किया लेकिन ये पार्टियां हैं कौन? ये वो पार्टियां हैं जिनके ऊपर 2004 से 2014 के कालखंड के दौरान लगभग 20 लाख करोड़ रुपये के घपले-घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोप हैं। बिहार की यह पावन भूमि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की भूमि है जहाँ से भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हुई।

आपको शर्म आनी चाहिए नीतीश बाबू कि आप 20 लाख करोड़ रुपये के घपले-घोटाले वाली कांग्रेस, आरजेडी, तृणमूल, एनसीपी, डीएमके और अरविंद केजरीवाल के साथ बैठ कर सत्ता हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। जो आदमी किसी भी तरह सत्ता में बने रहने के लिए सत्ता के लिए सारे सिद्धांतों को तिलांजलि दे दे, उसका भरोसा कभी नहीं किया जा सकता।

नीतीश कुमार जी, आपकी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत ही भ्रष्टाचार और लालू यादव के विरोध से हुई। आपने इंदिरा गाँधी के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और लालू यादव के चारा घोटाले का विरोध करके मुख्यमंत्री तक पहुंचे। अब आप किस मुंह से कांग्रेस और लालू के साथ बैठ कर मुंगेर और लखीसराय की जनता के सामने आएंगे।  शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भी अजीब पार्टी है।

राजनीति में किसी भी नेता को एक बार लॉन्च किया जाता है। हम तो ऐसी पार्टी से हैं जहाँ नेता को लॉन्च नहीं किया जाता बल्कि जनता ही नेता को लॉन्च करती है। कांग्रेस 20 साल से हर साल राहुल गाँधी की लॉन्चिंग में लगी है लेकिन राहुल गाँधी हैं कि लॉन्च ही नहीं हो पाते। उनकी लॉन्चिंग हर बार विफल हो जाती है। इस बार भी कांग्रेस ने पटना से राहुल गाँधी की लॉन्चिंग का एक और विफल प्रयास किया है। मैं आप सबको बताता हूँ कि बिहार की जनता कभी भी भ्रष्टाचारियों के साथ नहीं रहेगी।

अमित शाह ने कहा कि बिहार में  नरेन्द्र मोदी सरकार के विकास कार्यों को रेखांकित करते हुए अमित शाह ने कहा कि मुंगेर से बेगूसराय तक रेल सड़क को डबल और पुल के निर्माण का काम हुआ है, मुंगेर में इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित हुआ है, मुंगेर में मेडिकल कॉलेज बनाया गया, रोडवेज के लिए लगभग तीन लाख करोड़ रुपये के 13 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दिए गए, भारतमाला के तहत लगभग 45,000 करोड़ रुपये दिए गए, बिहार-झारखंड एक्सप्रेस-वे के लिए लगभग 28,500 करोड़ रुपये दिए गए, 6,800 करोड़ रुपये की लागत से गंगा पर पुल और सड़क उन्नयन को मंजूरी दी गई है। लगभग 3400 करोड़ रुपये की लागत से राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना लागू की गई है, लागग 230 किमी लंबा असम-दरभंगा हाइवे का काम चल रहा है, 175 करोड़ रुपये की लागत से मधुबनी में पीएम सड़क योजना का काम चल रहा है, लगभग 13,400 करोड़ रुपये की लागत से पटना में मेट्रो का काम शुरू हुआ है, करोड़ों रुपये की लागत से सुपौल-अररिया रेलमार्ग पर काम चल रहा है।

रेलवे ट्रैक पर 85 नए ओवरब्रिज और विद्युतीकरण का काम हो रहा है। दरभंगा को उड़ान योजना से जोड़ा गया है। शिवहर जनपद में केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और डिग्री कॉलेज तथा झंझारपुर में मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित किये गए हैं। बक्सर में वीर कुंअर सिंह महाविद्यालय,  इंजीनियरिंग कॉलेज का काम हुआ है। कोसी नदी पर 130 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना पर काम चल रहा है। साथ ही, बक्सर के चौसा में 1360 मेगावाट क्षमता के पॉवर प्लांट पर काम शुरू हुआ है। मधेपुरा में मछली चारा मिल भी शुरू हुआ।

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राहुल गांधी मणिपुर जिस जिद्द के साथ गए वह जिद्द उचित नहीं : संबित पात्रा

नई दिल्ली , 29 जून (एजेंसी)। राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर निशाना साधते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी जिस जिद्द के साथ गए वह ‘जिद्द’ उचित नहीं, बल्कि ऐसी स्थिति में उन्हें थोड़ी जागरुकता और संवेदनशीलता दिखानी चाहिए थी।

पात्रा ने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, इस नाते राहुल जी के मणिपुर जाने पर उन्हें किसी ने रोका नहीं, लेकिन मणिपुर प्रशासन ने राहुल गांधी से एक नम्र निवेदन किया था कि विगत 2-3 दिनों से, जब से उनके मणिपुर आने की खबर वहां के स्थानीय इलेक्ट्रॉनिक चैनल्स व अख़बारों में आ रहे थे, तब से उनके आने का विरोध किया जा रहा था। राहुल गांधी के मणिपुर जाने से पहले वहां की ऑल मणिपुर स्टूडेंट यूनियन ने राहुल गांधी के विजिट को बायकॉट करने की मांग की थी और अपने बायकॉट के विस्तृत कारण भी इन्होंने गिनाए थे।

कई सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन ने भी आह्वान किया था कि राहुल गांधी मणिपुर आकर यहां चिंगारी भड़काने का काम न करें। मणिपुर की कई महिला संगठनों ने भी राहुल गांधी के दौरे के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की थीं. फिर भी, राहुल गांधी नहीं माने और मणिपुर चले गए. आज मणिपुर में जो कुछ हो रहा है, वो आज के नहीं, बल्कि विरासत के मुद्दे के कारण है, जिसमें कांग्रेस ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विषय की संवेदनशीलता को देखते हुए उन मुद्दों पर चर्चा करना अभी उचित नहीं होगा

संबित पात्रा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह  जब मणिपुर दौरे पर गए थे, तो वहां का जायजा लेने के लिए उन्होंने वहां के तीन स्थानों- चुड़ाचांदपुर, मोरे और कांगपोकपी के लिए हेलीकाप्टर सेवा ली थी। आज जब राहुल गांधी इम्फाल हवाई अड्डे पर उतरे, उससे पूर्व वहां के प्रशासन द्वारा राहुल गांधी और उनके दफ्तर को सूचित कर निवेदन किया गया। मणिपुर सरकार ने राहुल जी से निवेदन किया की आप चुड़ाचांदपुर जाना चाहते हैं, तो वहां जाकर राहत शिविरों का जायजा ले सकते हैं, लेकिन सड़क पर कुछ लोग आपके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, आपकी सुरक्षा और स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए उचित होगा कि हेलीकाप्टर के माध्यम से चुड़ाचांदपुर जाएं. लेकिन राहुल जी नहीं माने, उन्हें मोहब्बत की दुकान खोलने की जल्दी थी।

अतः बिना सलाह- मशविरा किये, जिद्द करते हुए राहुल गांधी निकल पड़े और जिसका अंदेशा था, वही हुआ। लोग राहुल गांधी के विरोध में सड़कों पर उतर आए और ‘राहुल गो बैक’ के नारे लगाने लगे। लोग सवाल भी पूछते नजर आये कि आखिर कांग्रेस ने अपने शासन काल में इतनी गलतियां क्यों कीं, जिसका समाधान आज तक नहीं हो पाया है। भारी विरोध प्रदर्शन को देखते हुए वहां के प्रशासन द्वारा राहुल गांधी को रोका गया और विष्णुपुर शहर से उन्हें वापस लौटना पड़ा। यही काम राहुल गांधी पहले किये होते, प्रशासन के निर्देशों का पालन करते तो उनके जाने के बाद इम्फाल में जो तनावपूर्ण स्थिति बनी, वो नहीं होती।

राहुल गांधी का यह व्यवहार बेहद गैर-जिम्मेदाराना था और राहुल गांधी से एक जिम्मेदार नेता की अपेक्षा भी नहीं की जा सकती क्योंकि राहुल गांधी और जिम्मेदारी एक साथ नहीं चल सकते। 13 जून से मणिपुर के हालात सुधरे थे, इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं घटी थी, लेकिन  सुबह वहां एक नागरिक की मौत हो गयी, जो बेहद दुखद है।  मणिपुर की स्थिति अब जब नियंत्रण में है, तब तुच्छ राजनीति के माध्यम से यदि माहौल बिगाड़ने कोशिश की जाती है, तो यह उचित नहीं है.

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