*संगम क्षेत्र में 251 करोड़ की लागत से 2.2 किलोमीटर लंबे रोपवे का हो रहा है निर्माण*
*सेना से अनापत्ति प्रमाणपत्र मिलने के बाद निर्माण की प्रक्रिया बढ़ेगी आगे*
*शंकर विमान मंडपम से त्रिवेणी पुष्प तक प्रस्तावित है रोपवे*
प्रयागराज 22 Dec, (एजेंसी)। कुम्भ नगरी प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुम्भ में आने वाले पर्यटक और श्रद्धालु रोपवे का आनंद ले सकें इसके लिए योगी सरकार की योजना धरातल में उतरना शुरू हो गई है। इसके निर्माण की जिम्मेदारी प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड यानी एनएचएलएमएल को सौंपी है।
कुम्भ नगरी में 2025 में आयोजित होने जा रहे कुम्भ को दिव्य , भव्य और नव्य बनाने को लेकर योगी सरकार निरंतर प्रयत्नशील है। संगम में प्रस्तावित रोपवे का निर्माण इसी का हिस्सा है। प्रदेश सरकार ने रोपवे निर्माण के लिए ₹ 251.00 करोड़ का प्रावधान किया है। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के वीसी अरविंद चौहान बताते हैं कि संगम क्षेत्र में प्रस्तावित इस रोपवे की फिजीबिलिटी रिपोर्ट केंद्र सरकार की एजेंसी राइट्स को तैयार करने को दी गई थी। एजेंसी राइट्स के विशेषज्ञ संगम आये और उन्होंने नेशनल हाईवेज लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड और प्रयागराज विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों के साथ रोपवे के प्रस्तावित मार्गों का सर्वे किया। इसमें तीन रूट का सर्वे हुआ जिसमे संगम के शंकर विमान मंडपम से उल्टा किला झूंसी , उल्टा किला झूंसी से त्रिवेणी पुष्प अरैल और त्रिवेणी पुष्प अरैल से संगम के शंकर विमान मंडपम के रूट शामिल हैं।
पर्यटकों को आसमान से संगम का विहंगम दृश्य दिखाने के लिए प्रदेश सरकार ने संगम में रोपवे निर्माण का संकल्प लिया है जिसके लिए संगम से इसके प्रस्तावित तीन रूट का सर्वे हुआ। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के साथ इन सर्वे रिपोर्ट्स पर मंथन किया गया।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अरविंद चौहान बताते हैं कि मंथन के बाद सबसे पहले संगम के शंकर विमान मंडपम से अरैल के त्रिवेणी पुष्प तक रोपवे के प्रथम रूट पर सहमति बनी है। प्रदेश सरकार ने शंकर विमान मंडपम से त्रिवेणी पुष्प तक रोपवे परियोजना के लिए एनओसी की प्रक्रिया पूरी कराकर निविदा कराने के आदेश दिए हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव इस विषय में अफसरों को निर्देशित कर चुके हैं कि प्रोजेक्ट के लिए सभी औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरी कराकर रोपवे का निर्माण शुरू कराया जाए। नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड ने परियोजना के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए सिंचाई विभाग, सेना और भारतीय अंतर्देशीय जल मार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को पत्र भी प्रेषित किया है।
माना जा रहा है कि महाकुंभ से पहले केबल कार से संगम- अक्षयवट दर्शन की योजना को साकार कर लिया जाएगा। श्रद्धालु और पर्यटक केबल कार से संगम, अक्षय वट ,सरस्वती कूप के अलावा माघ मेला और कुंभ मेला कुंभ मेला का नजारा देख सकेंगे। पहली बार साधु-संतों और सैलानियों के लिए केवल कार की ये सुविधाएं यहां मिलेगी।
*************************