Trinamool leader killed by bomb at tea stall

नौ दिनों में तृणमूल नेताओं पर चौथा जानलेवा हमला

बीरभूम 20 Jully (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । सत्तारूढ़ तृणमूल के राज में लगातार तृणमूल के कर्मी, समर्थक और नेताओं की हत्या की घटनाओं से बंगल की पुलिस वयवस्था खुद सवालों के घेरे में आ गई है। बीरभूम ज़िले में बम से हमले में तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता बाइतुल्ला शेख (40) की मौत हो गई।

आंकड़ों की बात करे तो पिछले नौ दिनों में तृणमूल कांग्रेस नेताओं पर हुआ यह चौथा जानलेवा हमला है। उक्त ठीक तब घटी जब तृणमूल के द्वारा 21 जुलाई के दिन होने वाले पार्टी की शहीद दिवस रैली की तैयारी की जा रही थी।

लेकिन शनिवार रात को बीरभूम जिले के मल्लारपुर थाना अंतर्गत विषियाग्राम गांव में तृणमूल नेता बाइतुल्ला शेख की बम मारकर हत्या कर दी गई। बाइतुल्ला शेख स्थानीय पंचायत समिति के पूर्व मत्स्य कार्याध्यक्ष रह चुके थे।

पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, बाइतुल्ला शेख इलाके में एक जाना-पहचाना चेहरा थे। उनकी पत्नी वर्तमान में पंचायत समिति में मत्स्य कार्याध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। शनिवार रात लगभग आठ बजे वे गांव के ही एक चाय की दुकान पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ बातचीत कर रहे थे, तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने दुकान को घेर लिया और उन पर लगातार तीन बम फेंके।

घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल बाइतुल्ला को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की खबर मिलते ही पुलिस की एक बड़ी टीम मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को घेरकर जांच शुरू कर दी गई है।

इस हत्याकांड से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। उल्लेखनीय है कि सिर्फ पांच दिन पहले ही साईथिया थाना क्षेत्र में एक और तृणमूल नेता, पीयूष घोष की भी हत्या कर दी गई थी।

पांच दिनों में दो नेताओं की हत्या ने जिले में राजनीतिक उथल-पुथल मचा दी है। मयूरेश्वर के विधायक अभिजीत रॉय ने इस घटना के पीछे वामपंथी दलों की गुंडों का हाथ होने का आरोप लगाया है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है।

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