*उपराज्यपाल ने स्वीकार नहीं किया सिसोदिया का इस्तीफा*
नई दिल्ली 02 March (एजेंसी): मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधायकों और पार्षदों के साथ आज अहम बैठक की। बैठक में केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि मोदी आज इंदिरा गांधी की तरह अति कर रहे हैं।
ऐसा ही घमंड इंदिरा गांधी को भी हुआ था, जब ज्यादा अति हो जाती है तो ऊपर वाला झाड़ू चालता है।
केजीवाल ने मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी को लेकर भी उन्होंने केंद्र पर हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि आबकारी नीति का मामला तो सिर्फ एक बहाना है, केवल आम आदमी पार्टी ही नहीं पूरे देश को मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन पर गर्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दोनों मंत्रियों ने पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन किया, प्रधानमंत्री जी चाहते हैं कि दिल्ली में अच्छे कामों को रोका जाए, जैसे एक जमाने में इंदिरा गांधी ने अति कर दी थी, आज प्रधानमंत्री जी ने अति कर दी है।
मनीष सिसोदिया के इस्तीफे के बाद अब उनके प्रमुख विभाग वित्त, PWD, गृह और जल की जिम्मेदारी कैलाश गहलोत को सौंपी गई हैं। दूसरी तरफ राजकुमार आनंद को शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। गहलोत के पास पहले से परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी है।
दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मनीष सिसोदिया का इस्तीफा अस्वीकार कर दिया है। उनके कारण सत्येंद्र जैन का इस्तीफा भी स्वीकृत नहीं हो सका है।
उपराज्यपाल ने इस्तीफों को अस्वीकार करने के साथ ही दोनों से विभागों की जिम्मेदारी ले ली है। उपराज्यपाल के दफ्तर से इस्तीफा अस्वीकार करने की वजहें भी बताई गई हैं।
उपराज्यपाल के दफ्तर से जो वजहें बताई गईं हैं उनमें सिसोदिया के इस्तीफे पर तारीख न लिखा होना कहा जा रहा है। बताया गया कि मनीष सिसोदिया का इस्तीफा बिना डेट का है और सत्येंद्र जैन का 27 फरवरी को लिखा गया है।
दोनों ही इस्तीफे एलजी को 28 फरवरी को भेजे गए।
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