Khajuraho Temple Case On the Supreme Court's comment, Congress said - interference of law in religion is not right

लखनऊ ,19  सितंबर (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । सुप्रीम कोर्ट ने खजुराहो के जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की टूटी मूर्ति को ठीक करने की याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया है। सर्वोच्च अदालत की टिप्पणी पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि धार्मिक मामलों में कानूनी हस्तक्षेप उचित नहीं है।

कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने  कहा, सामाजिक, धार्मिक और आध्यात्मिक कामों में कानूनी हस्तक्षेप उचित नहीं है। ये धार्मिक और सामाजिक कार्य हैं और इन सारे कामों में समाज, धर्म और आध्यात्मिक लोग सामने आएंगे तो बेहतर होगा। मंदिर न्यास या मंदिर ट्रस्ट को ये सारी चीजें करनी चाहिए, अगर कोई क्षतिग्रस्त चीज है तो उसको चढ़ावे या लोगों के सहयोग से ठीक किया जाना चाहिए। हर चीज में कानून का हस्तक्षेप उचित नहीं है।

बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित पैतृक घर पर फायरिंग करने वाले आरोपी को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। सुरेंद्र राजपूत ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए और कहा, एनकाउंटर होना और एनकाउंटर करने में हमेशा फर्क है। अगर एनकाउंटर हुआ है तो पुलिस ने विधि-सम्मत काम किया है और अगर पुलिस एनकाउंटर कर रही है तो पुलिस भी अपराधियों की तरह व्यवहार कर रही है, क्योंकि पुलिस का काम किसी को मार देना नहीं है। पुलिस का काम अपराधी को अदालत के सामने पेश करके कठोर से कठोर सजा दिलवाना है।

बिहार कांग्रेस के एआई जनरेटेड वीडियो पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, हमने पटना हाई कोर्ट का निर्देश मान लिया और उस वीडियो को हटा दिया है, लेकिन भाजपा की असम इकाई ने हिंदू-मुस्लिम के बीच जहर फैलाने वाला एक एआई वीडियो शेयर किया है, जिसे अब तक नहीं हटाया गया है। मैं पूछता हूं कि क्या कोर्ट इसका भी संज्ञान लेगा? असम भाजपा ने देशद्रोही वीडियो बनाया है, जिससे समाज में संघर्ष पैदा हो सकता है और हिंदू-मुस्लिम दंगे भड़क सकते हैं। इस वीडियो को कोर्ट कब हटाने का आदेश देगा?

तमिलनाडु कांग्रेस नेता केएस अलागिरी ने कंगना रनौत के विरोध का ऐलान किया है, जिसका कांग्रेस नेता ने समर्थन किया। उन्होंने कहा, जिस तरीके से कंगना रनौत का व्यवहार है, चाहे वे संसद के बाहर हों या फिर एयरपोर्ट पर या फिर महिला सुरक्षा कर्मियों के साथ, वे हमेशा विवादों के घेरे में रही हैं। सीआईएसएफ की महिला कांस्टेबल के प्रति उनका अनुचित व्यवहार था और ये घटना सबके सामने है। हम चाहते हैं कि कंगना को अपना व्यवहार बदलना चाहिए। अगर वे ऐसा नहीं करती हैं तो पूरी दुनिया में उनका विरोध होगा।

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