अजमेर 12 Sep, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अजमेर में सेवन वंडर्स पार्क को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। छह महीने पहले सर्वोच्च न्यायालय ने इस पार्क को हटाने के आदेश दिए थे। इसके बाद केवल एक प्रतिमा को हटाया गया था, लेकिन अब पूरी संरचना हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई है।
अजमेर विकास प्राधिकरण (ADA) ने पार्क को हटाने के लिए पहले टेंडर जारी किए थे, लेकिन केवल एक कंपनी ने बोली लगाई, जिसके कारण टेंडर रद्द कर दिए गए। नया टेंडर फिलहाल प्रक्रिया में है। जिला प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर भरोसा दिलाया था कि 17 सितंबर तक इसे हटा दिया जाएगा।
25 फरवरी को हुई सुनवाई में स्मार्ट सिटी की एसीईओ और नगर निगम आयुक्त की ओर से पेश एफिडेविट पर सुप्रीम कोर्ट ने नाराजगी जताई थी और कहा था कि—”आपकी कार्यप्रणाली से ऐसा नहीं लगता कि आप अजमेर को स्मार्ट बनाना चाहते हैं। हमें आश्चर्य है कि शहर में जल निकायों और आर्द्रभूमि की सुरक्षा के बिना कोई शहर कैसे स्मार्ट बन सकता है।”
यह पार्क स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत 11.64 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था। यहां दुनिया के सात अजूबों की प्रतिकृतियां स्थापित की गई थीं—ताजमहल, एफिल टावर, मिस्र के पिरामिड, पीसा की झुकी हुई मीनार, रोम का कोलोसियम, न्यूयॉर्क का स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी और ब्राज़ील के रियो डी जेनेरियो में स्थित क्राइस्ट द रिडीमर की प्रतिमा।
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