Pilates vs Aerobics: Know which exercise is better to choose

28.07.2022 – रोजाना कुछ मिनट एक्सरसाइज करने से कई तरह के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से से जुड़े लाभ मिल सकते हैं और यह बात लगभग हर कोई जानता है, इसलिए अधिक से अधिक लोग फिटनेस फ्रीक बनते जा रहे हैं। वैसे लोगों के बीच आजकल एरोबिक और पाइलेट्स नाम की दो एक्सरसाइज काफी ट्रेंड में हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनमें से किसे चुनना ज्यादा अच्छा है? चलिए फिर आज हम आपकी सही एक्सरसाइज चुनने में मदद करते हैं।

एरोबिक्स क्या है?एरोबिक्स एक्सरसाइज को कार्डियो के रूप में भी जाना जाता है, जिससे हृदय में ऑक्सीजन युक्त रक्त को पंप करने की जरूरत होती है ताकि काम करने वाली मांसपेशियों को ऑक्सीजन पहुंचाया जा सके। इसके अतिरिक्त, एरोबिक अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाती है। यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करती है और मोटापे से भी बचाती है। एरोबिक एक्सरसाइज के तौर पर आप अपने रूटीन में स्वीमिंग, जॉगिंग, साइकिलिंग और रस्सी कूदना आदि को शामिल कर सकते हैं।

पाइलेट्स क्या है?पाइलेट्स एक्सरसाइज का एक रूप है, जिसे जोसेफ पाइलेट्स ने नर्तकियों और एथलीटों की चोट को जल्दी ठीक करने के लिए बनाया था। इसमें कई ऐसे मूवमेंट्स शामिल हैं, जो आपके कोर को स्थिर और मजबूत करते हैं। यह नॉन-कार्डियो वर्कआउट आपके शरीर को लचीलापन और जोड़ों की गतिशीलता बढ़ाने में मदद कर सकता है। पाइलेट्स में कैलीस्थेनिक्स, योग और बैले जैसी एक्सरसाइज शामिल हैं, जिनका अगर रोजाना 20-25 मिनट अभ्यास किया जाए तो कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।

एरोबिक्स और पाइलेट्स के बीच अंतरएरोबिक एक्सरसाइज एक तेज गति वाला वर्कआउट है, जिसमें जॉगिंग, तैराकी, साइकिल चलाना आदि शामिल हैं, जो हृदय गति को बढ़ाते हैं। पाइलेट्स एक्सरसाइज पेट पर नियंत्रण के साथ धीमी गति से किया जाने वाला वर्कआउट है और इसमें शामिल एक्सरसाइज को करते समय व्यक्ति का पूरा ध्यान अपनी सांस पर होना चाहिए। साफ शब्दों में कहें तो एरोबिक्स एक्सरसाइज उच्च ऊर्जा और तीव्र होती हैं, जबकि पाइलेट्स एक्सरसाइज आमतौर पर बैठकर या लेटकर धीमी गति में की जाती है।

एरोबिक और पाइलेट्स के बीच समानताएंसमग्र स्वास्थ्य में सुधार के लिए एरोबिक्स और पाइलेट्स दोनों ही शानदार हैं। ये आपकी शारीरिक ताकत को बढ़ाती हैं, मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करती हैं और तेजी से कैलोरी बर्न करने में सहायक हैं। हालांकि, एक्सरसाइज के इन दोनों रूपों के लिए एक प्रशिक्षक का होना जरूरी है। अगर आप नियमित रूप से अभ्यास करते हैं तो दोनों ही एक्सरसाइज के रूप आपको स्वस्थ बनाए रखने में काफी मदद कर सकते हैं।

एरोबिक और पाइलेट्स में से किसका चयन करना है ज्यादा बेहतर?अगर आपका लक्ष्य वजन घटाना है तो एरोबिक व्यायाम आपके लिए एक बेहतर विकल्प है क्योंकि यह आपकी हृदय गति को बढ़ाती हैं, जिससे आप अधिक से अधिक कैलोरी बर्न कर सकते हैं।

वहीं, कोर स्ट्रेंथ और मसल टोन को बेहतर बनाने के लिए पाइलेट्स बेहतर विकल्प है। धीमी गति वाली इस एक्सरसाइज यह सुनिश्चित होता है कि शरीर के सभी अंग प्रभावित हों, जिससे मांसपेशियों को बेहतर मजबूती मिले। (एजेंसी)

***************************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *