Women's Day WPL proved to be a boon for women's cricket

नई दिल्ली,08 मार्च। महिला दिवस के मौके पर हम बात कर रहे हैं कि कैसे डब्ल्यूपीएल महिला क्रिकेट के लिए वरदान साबित हुआ।महिला दिवस के मौके पर हर कोई महिलाओं के सम्मान में नतमस्तक है। हर क्षेत्र में महिलाओं ने अपनी काबिलियत साबित की। देश की सुरक्षा, कॉर्पोरेट सेक्टर, मेडिकल साइंस या खेल हर जगह महिलाओं का बोलबाला नजर आया।

वहीं काफी समय से अपनी पहचान तलाश रही भारतीय महिला क्रिकेटरों ने देर से ही सही लेकिन एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया।

महिला दिवस के मौके पर हम बात कर रहे हैं कि कैसे डब्ल्यूपीएल महिला क्रिकेट के लिए वरदान साबित हुआ।

साल 2023 को भारत में महिला क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष माना जा सकता है। शैफाली वर्मा की कप्तानी में भारत ने दक्षिण अफ्रीका में उद्घाटन महिला अंडर 19 विश्व कप जीतकर एक खास उपलब्धि हासिल की।

फिर, सीनियर महिला टीम ने चीन के हांगझोऊ में एशियाई खेलों के टी20 डेब्यू में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता।

इसके बाद उसने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 साल के अंतराल के बाद घरेलू मैदान पर टेस्ट खेला और जीत हासिल की। उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई ने पुरुष और महिला अंतर्राष्ट्रीय खिलाडिय़ों के लिए मैच-फीस समानता की घोषणा की थी।

लेकिन अगर कोई एक क्षण है जो इस मामले में शीर्ष स्थान लेता है, तो वह 4 मार्च को नवी मुंबई में महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) की शुरुआत है।

कई क्रिकेटरों और महिला क्रिकेट की दिग्गजों की लंबे समय से चली आ रही इच्छा आखिरकार पूरी हो गई है। यह एक वास्तविकता बन गया, जिसने हर ओर से सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।

डब्ल्यूपीएल 2023 के दौरान मुंबई और नवी मुंबई में स्टेडियम खचाखच भीड़ से भरे हुए थे, जो भारत में महिला क्रिकेट के लिए भारी समर्थन को दर्शाता है। इस साल के डब्ल्यूपीएल में बीसीसीआई ने टूर्नामेंट को दो नए स्थानों – बेंगलुरु और नई दिल्ली में आयोजित किया है जिसमें

प्रत्येक स्थान पर 11 मैचों की मेजबानी की गई है।

पिछले वर्ष के विपरीत, जहां महिला दर्शकों को मुफ्त प्रवेश दिया गया था, अब आयोजन स्थलों पर कोई भी मैच देखने के लिए टिकट अनिवार्य है।

बेंगलुरु में पहले हाफ के मैचों में इसकी मेजबानी वाले सभी मैचों के लिए काफी दर्शक आए, जिससे यह साबित होता है कि डब्ल्यूपीएल की फैन फॉलोइंग बढ़ रही है।

जब खेल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर शामिल हुई तो एम चिन्नास्वामी स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था, घरेलू दर्शकों ने स्मृति मंधाना एंड कंपनी का उसी तरह समर्थन किया, जिस तरह वे आईपीएल में पुरुष टीम के लिए करते थे।

भारत की पूर्व कप्तान ममता माबेन ने कहा, यह एक सपने के सच होने जैसा है, यह देखना कि खेल आज कहां है। चेन्नई और हैदराबाद से मेरे कई दोस्त बेंगलुरु में मैच देखने आए थे और अपना काम खत्म करने के बाद, मैं उनसे मिलने के लिए डब्ल्यूपीएल मैचों में गयी और मैच देखने के दौरान पूर्व क्रिकेटरों से मिलना बहुत अच्छा अनुभव रहा है।

*******************************

Read this also :-

एड्रेस प्रुफ में राशन कार्ड का इस्तेमाल नहीं हो सकता – दिल्ली हाईकोर्ट

सीहॉक की रहेगी नजर, हिंद महासागर में दुश्मन की खैर नहीं

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *