The dream of pure drinking water has come true for more than 1.30 lakh families – Chief Minister

*मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन और नमामि गंगे परियोजना की प्रगति की समीक्षा की*

लखनऊ 26 जून,(एजेंसी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘हर घर नल-हर घर जलÓ के संकल्प के साथ प्रदेश के 2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का महाभियान चल रहा है। जल जीवन मिशन के प्रारम्भ से पूर्व मात्र 5.16 लाख परिवारों को ही नल से शुद्ध पेयजल की उपलब्धता थी। लगातार प्रयासों से आज 01 करोड़ 30 लाख से अधिक परिवारों के लिए शुद्ध पेयजल का सपना साकार हुआ है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में ही 59.38 लाख कनेक्शन लगाए गए हैं। शेष घरों को भी पाइप्ड पेयजल की सुविधा मिले, ऐसे में इस कार्य को समयबद्धता के साथ चरणबद्ध रूप से पूरा किया जाए।

मुख्यमंत्री  अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में जल जीवन मिशन और नमामि गंगे परियोजना की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने हर घर तक नल से जल पहुंचाने के प्रयासों को तेज करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि जल जीवन मिशन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्राथमिकताओं में शामिल है। भारत सरकार द्वारा इसके क्रियान्वयन की सतत् समीक्षा की जा रही है। यह सुखद है कि जून 2023 के सर्वेक्षण में अचीवर श्रेणी के सभी तीन जनपद (गौतमबुद्ध नगर, जालौन और शाहजहांपुर) उत्तर प्रदेश के हैं। परफॉर्मर श्रेणी में जनपद मैनपुरी और औरैया को शीर्ष दो स्थान मिले हैं, जबकि एस्पिरेन्ट्स श्रेणी में जनपद आजमगढ़ शीर्ष पर है। ऐसे ही प्रयास सभी जनपदों में किए जाने चाहिए।

मुख्यमंत्रने कहा कि अप्रैल, 2022 में प्रदेश में 22,714 नल कनेक्शन प्रतिमाह लगाए जा रहे थे, जो मई, 2023 में 12.96 लाख कनेक्शन हर महीने तक पहुंच गए हैं। वर्तमान में 43 हजार नल कनेक्शन प्रतिदिन लगाए जा रहे हैं। इसे 50 हजार दैनिक तक विस्तार दिए जाने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्रीने जल जीवन मिशन की पूर्णता के लिए मार्च, 2024 तक का लक्ष्य रखा है। प्रत्येक दशा में इस अवधि तक प्रदेश के हर घर में नल से जल की सुविधा उपलब्ध हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन जैसी आम आदमी के जीवन को सरल बनाने वाली राष्ट्रीय योजना की सफलता उत्तर प्रदेश के प्रदर्शन पर निर्भर करती है। उत्तर प्रदेश बड़ा राज्य है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी भी बड़ी है। जल जीवन मिशन के लिए धनराशि की कोई कमी नहीं है। आवश्यकतानुसार मैनपावर बढ़ाया जाए। प्रत्येक गांव में प्रशिक्षित प्लम्बर की तैनाती कर दी जाए। इसमें कतई देरी न हो।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड और विंध्य क्षेत्र में शुद्ध पेयजल एक सपना था। आज यह सपना साकार हो रहा है। यह दोनों ही क्षेत्र शीर्ष प्राथमिकता में है। सतत् प्रयासों से महोबा, प्रदेश का ऐसा पहला जनपद बनने जा रहा है, जहां हर घर नल से जल की सुविधा होगी। जनपद झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, मीरजापुर, सोनभद्र सहित पूरे विंध्य-बुन्देलखण्ड में आगामी 02 माह में हर घर नल से जल का लक्ष्य पूरा कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 98,445 गांवों में से 91,919 गांवों में काम जारी है। सभी गांवों में समय सीमा के भीतर कार्य पूर्ण कराएं। जिन 6,800 गांवों के लिए डी0पी0आर0 तैयार है, उनकी एस0एल0एस0एस0सी0 की स्वीकृति की प्रक्रिया प्रत्येक दशा में यथाशीघ्र पूरी कर ली जाए। गांवों में लोगों को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाए। यह देश में जल संचय का एक अच्छा मॉडल बन सकता है। विंध्य-बुन्देलखण्ड में पाइप्ड पेयजल के लिए बिजली कनेक्शन में अनावश्यक देरी न की जाए। नमामि गंगे और ऊर्जा विभाग परस्पर समन्वय के साथ इस काम को समय से पूरा कराएं।

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