24.12.2022 (एजेंसी) इलेक्ट्रिक मसल्स स्टिमुलेशन (ईएमएस) वर्कआउट कमजोर या ऐंठन का अनुभव कर रही मांसपेशियों को उत्तेजना देने में सहायक है। यह डीप बैक मसल्स के साथ-साथ शरीर के सभी मांसपेशियों को 95 प्रतिशत तक एक्टिव करता है। कई मशहूर हस्तियों के बीच यह एक्सरसाइज काफी लोकप्रिय है। यह बहुत कम समय तक और हफ्ते में सिर्फ एक बार ही की जाती है।
आइए आज हम आपको इस वर्कआउट के बारे में विस्तार से बताते हैं। इलेक्ट्रोड लगे सूट पहनकर होती है एक्सरराइजईएमएस एक्सरसाइज करने के लिए एक खास सूट पहनते हैं, जिसमें कई इलेक्ट्रोड होते हैं। कुछ ईएमएस स्टूडियो में इस सूट के वायरलेस होते हैं, लेकिन ज्यादातर में इलेक्ट्रोड मशीन से जुड़े होते हैं।
एक्सरसाइज को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन मेडिकल कंडीशन में इस एक्सरसाइज को नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि जब कोई व्यक्ति इस सूट को पहनकर एक्सरसाइज करता है तो उसके मांसपेशियों को थोड़े और हल्के बिजली के झटके जैसा महसूस होता है।
ईएमएस एक्सरसाइज करने के लिए 20 मिनट पर्याप्त ईएमएस वर्कआउट महज 15 से 20 मिनट तक कर आप इसका पूरा फायदा उठा सकते हैं। कई शोधकर्ताओं का मानना है कि केवल 20 मिनट की ईएमएस एक्सरसाइज करने से 90 मिनट की इंटेंस एक्सरसाइज करने का लाभ मिल सकता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर नियमित रूप से स्क्वैट्स और लंग्स की एक्सरसाइज की जाए तो भी हफ्ते में एक बार 20 मिनट तक की जाने वाली ईएमएस वर्कआउट ज्यादा प्रभावी है। एक्सपर्ट की निगरानी में ही करें यह एक्सरसाइजईएमएस वर्कआउट सिर्फ उन स्टूडियो में ही किया जा सकता है जो खास इसके लिए ही डिजाइन किए गिए हैं। इसके अलावा सुरक्षा को देखते हुए इसे ईएमएस एक्सपर्ट ट्रेनर के मार्गदर्शन में ही करना चाहिए।
ईएमएस मशीनें आसानी से ऑनलाइन भी मिल जाती हैं, जिन्हें घर पर रखकर इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन कोई चोट या अनहोनी से बचने के लिए इसे स्टूडियो में एक्सपर्ट के साथ ही करना चाहिए। एक अध्ययन से पता चला है कि ईएमएस स्वस्थ लोगों और एथलीट दोनों में ज्यादा ताकत बढ़ाने के लिए कारगर है।
बहुत से लोग ऐसा मानते हैं कि ईएमएस एक्सरसाइज फिट रहने का एक अच्छा तरीका है। हालांकि, गर्भवती महिलाएं और जिनके पास पेसमेकर है या किसी दूसरी बीमारी से जूझ रहे हैं तो उन्हें इस एक्सरसाइज को करने से बचना चाहिए।
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