गाजियाबाद 13 June ( एजेंसी): गाजियाबाद के विजयनगर थाना पुलिस द्वारा हिरासत में लिए युवक की सोमवार रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। पुलिस ने इसे हादसा बताया है जबकि परिजनों का आरोप है कि उसकी हत्या की गई है। उन्होंने पुलिस पर सच्चाई छुपाने का भी आरोप लगाया है। छेड़छाड़ के मामले में सोमवार को विजयनगर थाना पुलिस ने युवक को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद परिजन उसे ढूंढ़ते हुए दिनभर इधर-उधर भटकते रहे। कुछ जानकारी नहीं मिली तो बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर लोग विजयनगर थाने फिर पहुंचे और हंगामा किया। रात को उन्हें बताया गया कि उसकी एक दुर्घटना में मौत हो गई है। पुलिस ने इसे हादसा बताया तो स्वजन ने हत्या का आरोप लगाया। देर रात तक मृतक के स्वजन थाना विजयनगर और पोस्टमार्टम हाउस के चक्कर काटते रहे।
डीसीपी सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि मकनपुर के मोहम्मद दिलशाद को छेड़छाड़ के मामले में पूछताछ के लिए दारोगा विजय व सिपाही संदीप निजी गाड़ी में थाना विजयनगर लेकर आ रहे थे। एनएच-9 पर दिलशाद ने थूकने के लिए कार से मुंह बाहर निकाला था। इसी दौरान तेज गति से पास से गुजरे ट्रक की चपेट में वह आ गया। अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने आरोपित चालक हुकुम सिंह और सहायक प्रवीण कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। पैनल से शव का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। स्वजन शिकायत देते हैं तो छानबीन कर आगे की कार्रवाई करेंगे।
दिलशाद के भाई नौशाद ने बताया कि उनका कपड़ों की ड्राइक्लीनिंग का काम है और लंबे समय से गाजियाबाद के कई पुलिसकर्मी अपनी वर्दी उनसे ड्राइक्लीन करा रहे हैं। सोमवार दोपहर की नमाज के बाद अभयखंड चौकी से दो सिपाही आए और चौकी से फोन कर कहा कि वर्दी लेकर चौकी आ जाओ। वह वर्दी पर इस्त्री कर चौकी पर ले गए। काफी देर तक भाई नहीं लौटे तो स्वजन चौकी पर गए।
पुलिसकर्मियों ने पहले कहा कि वह दिल्ली चला गया है और फिर बताया कि विजयनगर पुलिस ले गई है। दिलशाद की मां मीना का कहना है कि पुलिस ने विजयनगर थाने से इंदिरापुरम थाना भेज दिया। इंदिरापुरम से फिर विजयनगर आए। यहां भी पुलिस कुछ बताने को तैयार नहीं। सिर्फ इतना कहा कि दिलशाद के साथ हादसा हुआ है। पहले कहा कि गंभीर चोट लगने के चलते उसे आइसीयू में भर्ती किया है, लेकिन अस्पताल का नाम तक नहीं बताया। शाम को कहा कि उसकी मौत हो गई, जिसके बाद स्वजन पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। यहां भी कुछ जानकारी नहीं मिली तो बड़ी संख्या में इकट्ठे होकर लोग विजयनगर थाने फिर पहुंचे और हंगामा किया।
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