Wife killed her husband to get insurance claim and waive off tractor-car loan

नागौर 06 Oct. (Rns/FJ) । मेड़ता सिटी थाना पुलिस ने पति की हत्या करने के आरोप में पत्नी को गिरफ्तार किया है। पति के इंश्योरेंस का क्लेम पाने और गाड़ियों पर लिया गया लोन माफ करवाने के लिए पत्नी ने गला दबाकर पति की हत्या कर दी और गुमराह कर परिवारजनों तथा रिश्तेदारों के साथ मिलकर पति का दाह संस्कार भी करवा दिया।

मामले का खुलासा कर पुलिस ने आरोपी पत्नी शारदा देवी पत्नी नेमा राम जाट (50) निवासी गांव कुरडाया को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि थाना मेड़ता सिटी क्षेत्र के गांव कुरडाया निवासी परिवादी भाकर राम जाट (60) ने मंगलवार को थाना पुलिस को सूचना दे गांव बुलाया और एक रिपोर्ट दी।

जिसमें बताया कि परिवार में ही भंवरू राम के गोद गये हुए उसके छोटे भाई नेमा राम जाट की आज मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार से पहले कराए गए स्नान के दौरान शरीर पर चोटों के निशान देखे गए।

जिसके बारे में भाई की पत्नी शारदा ने गिरने से चोट लगना बताया। उस समय परिवार जनों एवं रिश्तेदारों ने भाई का अंतिम संस्कार कर दिया।

परिवादी बड़े भाई द्वारा मौत को संदिग्ध बताए जाने पर मुकदमा दर्ज कर जांच थानाधिकारी रोशन लाल द्वारा शुरू की गई।

जांच के दौरान मृतक नेमाराम की पत्नी शारदा देवी से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई तो उसने इंश्योरेंस का क्लेम और गाड़ियों पर लिए गए लोन को माफ कराने के लिए गला दबाकर पति की हत्या करना स्वीकार कर लिया।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *