नई दिल्ली 31 Dec, (एजेंसी) – गणतंत्र दिवस परेड में शामिल न होने वाली झांकियों को लेकर राजनीति गरमाई हुई है वहीं केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि दोनों राज्यों की झांकियों को तय प्रक्रिया के अनुसार ही हटाया गया है। मंत्रालय के नोटिस में कहा गया कि इस बार दोनों की झांकियां परेड की थीम अनुसार नहीं थी।
सूत्रों का कहना है कि रक्षा मंत्रालय ने पंजाब के मुख्यमंत्री के आरोपों का खंडन किया है और बताया कि पंजाब और दिल्ली ने भारत सरकार के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें कहा गया है कि 26 जनवरी, 2024 से शुरू होने वाले तीन सालों में दिल्ली या पंजाब एक आरडीसी में राज्य की झांकी प्रदर्शित करने पर सहमति व्यक्त की है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि इस साल पंजाब की झांकियों का चयन नहीं किए जाने के आरोप बेबुनियाद हैं। सूत्रों ने बताया कि कुछ सालों के दौरान पंजाब की झांकी को साल 2017 से 2022 (पिछले 8 वर्षों में 6 बार) और पश्चिम बंगाल की झांकी को साल 2016, 2017, 2019, 2021, 2023 के लिए विशेषज्ञ समिति द्वारा इसी प्रक्रिया से झांकी को गणतंत्र दिवस परेड के लिए शॉर्टलिस्ट किया जा चुका है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि विशेषज्ञ समिति की बैठक के पहले तीन दौर में पंजाब की झांकी के प्रस्ताव पर विचार किया गया था। परेड के व्यापक विषयों के अनुरूप न होने के कारण पंजाब की झांकी पर विचार नहीं किया गया। दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की झांकी के प्रस्ताव पर विशेषज्ञ समिति ने दो दौर की बैठक में विचार किया गया। यह झांकी भी थीम के अनुरूप नहीं होने के कारण शामिल नहीं की गई।
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