कोलकाता,12 अपै्रल (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने राज्य में कथित रूप से बड़े पैमाने पर हिंसा और अराजकता के बारे में चिंता जताई.
उन्होंने इसके लिए एक समूह के विरोध प्रदर्शन को जिम्मेदार ठहराया, जिसे उन्होंने संविधान और देश के कानून का विरोध करने वाला कट्टरपंथी कहा.
एक्स पर एक पोस्ट में अधिकारी ने आरोप लगाया कि सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. अनियंत्रित भीड़ की कार्रवाइयों के कारण सार्वजनिक सुरक्षा से समझौता किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल में एक खास समूह के कट्टरपंथियों द्वारा विरोध प्रदर्शन के नाम पर बड़े पैमाने पर हिंसा, अराजकता और अराजकता देखी जा रही है. ये लोग जिन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे भारत के संविधान के खिलाफ हैं. देश के कानून का विरोध करेंगे, वे सड़कों पर उतर आए हैं.
सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को मनमाने ढंग से नुकसान पहुंचाया जा रहा है. आम लोगों की सुरक्षा से समझौता किया गया है, क्योंकि वे इन क्रूर कट्टरपंथियों की दया पर हैं. अधिकारी ने कहा कि राज्य प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मुर्शिदाबाद में बीएसएफ की तैनाती की मांग की है.
उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और गृह विभाग के सचिव से केंद्रीय गृह मंत्रालय से सहायता मांगने का आग्रह किया. उन्होंने मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, हुगली, मालदा और बीरभूम जिलों के कुछ हिस्सों में धारा 355 लागू करने का सुझाव दिया जिसमें कहा गया कि स्थिति हाथ से निकल रही है.
प्रशासन ने मुर्शिदाबाद जिले में उत्पात को नियंत्रित करने के लिए अनिच्छा से बीएसएफ कर्मियों की तैनाती की मांग की है.
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