Under the leadership of Modi, the country is progressing at a fast pace in the field of health Nadda

नई दिल्ली, 30 सितंबर (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ओडिशा के कटक में स्वामी विवेकानंद नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ रिहेबिलीटेशन ट्रेनिंग एंड रिसर्च उप-भवन एवं चिकित्सा पार्क का उद्घाटन किया।

जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दिव्यांग बंधुओं के कल्याण के लिए सतत काम हो रहा है।

स्वामी विवेकानंद नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ रिहेबिलीटेशन ट्रेनिंग एंड रिसर्च हॉस्पिटल के उप-भवन का उद्घाटन इस दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।

भगवान् किसी को भी दिव्यांगता जैसी स्थिति न दे लेकिन यदि ऐसी स्थिति आती है तो सम्मानपूर्वक इलाज कराना उनका अधिकार है और उन्हें सक्षम बनाने के लिए अच्छी सुविधायें उपलब्ध कराना हमारा दायित्व है। हम अपनी जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए कृतसंकल्पित हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2017 की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति ने देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में मूलभूत परिवर्तन का सूत्रपात किया है।

पहले सिर्फ क्यूरेटिव हेल्थ अर्थात् बीमार पड़ने पर इलाज करने की सुविधा उपलब्ध कराने पर ही जोर दिया जाता था लेकिन श्री नरेन्द्र मोदी सरकार आज प्रिएंटिव, प्रोमोटिव, क्यूरेटिव, पैलेटिव, रिहेबिलीटेटिव और उसके बाद क्रॉस रेफरल की सुविधा उपलब्ध करने की कोशिश कर रही है।

पहले किसी भी बीमारी के टीके को देश में आने में वर्षों लग जाते थे लेकिन जब कोरोना महामारी ने देश में दस्तक दी तो आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से 9 महीने से भी कम समय में देश में दो-दो विश्वस्तरीय वैक्सीन का निर्माण हुआ और इसका रोल-आउट हुआ।

नरेन्द्र मोदी सरकार ने देश में लगभग 1.50 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए जा रहे हैं। आयुष्मान भारत गरीबों के स्वास्थ्य लाभ के लिए संजीवनी की तरह काम कर रही है।

मोदी सरकार में मेडिकल कॉलेज की संख्या में लगभग 50% और अंडरग्रेजुएट मेडिकल सीटों की संख्या में लगभग 75% की बढ़ोत्तरी हुई है। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के 8 वर्षों में 15 नए एम्स खोले गए। कांग्रेस के पूरे कार्यकाल में केवल एक एम्स बना। यूपीए सरकार के 10 वर्षों में कोई एम्स नहीं बन पाया। ओड़िशा में भी केंद्र सरकार की सहायता से 6 मेडिकल कॉलेज और 3 सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक खोले गए हैं।

दिव्यांग शब्द का प्रयोग मानव समाज को इंसानियत का संदेश देता है। पहले दिव्यांग की केवल सात श्रेणियां थी, आज इस संबंध में 21 श्रेणियां बनाई गई हैं। पहले की सरकारों ने दिवांगों के बारे में कभी भी न सही से सोचा और न ही उनकी चिंता की। इसी कारण दिव्यांगता की श्रेणियां नहीं बढ़ाई गई। रेलवे, हॉस्पिटल, हवाई अड्डे आदि कई सार्वजनिक जगहों पर दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।

दिव्यांगों को समाज के मुख्यधारा में लाने के लिए नरेन्द्र मोदी सरकार निरंतर काम कर रही है।नड्डा ने कहा कि  मैं मानव कल्याण में लगे सभी चिकित्सकों को भी साधुवाद देता हूँ। भारत के चिकित्सक तो जन सेवा के लिए अपनी चिंता तक नहीं करते।

कोरोना काल में हमने अपने चिकित्सकों के, अपने हेल्थ वर्करों के अद्वितीय सेवा भाव को महसूस किया है।भारत ने पल्स पोलियो अभियान से देश को पोलियो मुक्त कर दिखाया। मैं पोलियो उन्मूलन अभियान में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मचारियों को साधुवाद देता हूँ।

अब हमने देश को टीबी से मुक्त करने का निर्णय लिया है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हम वर्ष 2025 तक भारत को टीबी से भी मुक्त करेंगे।

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