TRS showed wrong map of India on hoardings BJP MP

हैदराबाद ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के एक होर्डिग पर भारत के गलत नक्शे से विवाद खड़ा हो गया है। तेलंगाना के एक भाजपा सांसद ने इसे संविधान का अपमान बताया है।

निजामाबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य अरविंद धर्मपुरी ने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने भारत का गलत नक्शा दिखाया है। उन्होंने इसे भारत के संविधान और अखंडता का अपमान बताया।

टीआरएस ने हाल ही में देशभर में पार्टी का विस्तार करने के लिए अपना नाम बदलकर बीआरएस कर लिया है।
सांसद ने ट्विटर पर हैदराबाद के सोमाजीगुडा में लगे होर्डिग की एक तस्वीर पोस्ट की।

भारत के नक्शे के साथ होर्डिग और तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस नेता के. चंद्रशेखर राव की तस्वीर टीआरएस के कुछ स्थानीय नेताओं ने लगाई थी।

धर्मपुरी ने बताया कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 1 ने भारत के क्षेत्र को परिभाषित किया है। अनुच्छेद के अनुसार, पूरा जम्मू और कश्मीर भारत का हिस्सा है।

भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि भारत के नक्शे से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को हटाकर केसीआर पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने लिखा कि इस नक्शे का प्रचार और समर्थन पाकिस्तान करता है।

धर्मपुरी ने पूछा, क्या केसीआर निजाम की विरासत का अनुसरण कर रहे हैं, जो तत्कालीन हैदराबाद राज्य का पाकिस्तान में विलय करना चाहते थे? क्या राष्ट्रीय पार्टी शुरू करने के पीछे यही मकसद है?

इससे पहले भाजपा समर्थक सागर गौड़ ने हैदराबाद पुलिस को टैग करते हुए अपने ट्वीट के साथ होर्डिग की तस्वीर पोस्ट की थी। उन्होंने केस दर्ज करने की मांग की।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *