*आरोप-प्रत्यारोप के बीच दूर-दूर तक टक्कर से दूर रहें विपक्षी*
कोलकाता 11 जुलाई (एजेंसी)। लोकसभा, विधानसभा व केएमसी चुनाव के बाद पंचायत चुनावों में भी ममता बनर्जी का जादू चला। आज पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव की मतगणना परिणाम के रुझान में इस खबर के लिखे जाने तक सीएम ममता की पार्टी तृणमूल के टक्कर में दूर तक कोई पार्टी नहीं रही। हां इस पंचायत में भाजपा के प्रदर्शन को भी परे नहीं रखा जा सकता है। इधर तृणमूल के सर्व भारतीय महासचिव व सांसद अभिषेक बनर्जी ने, कहा कि, जो परिणाम सामने आ रहें हैं वह जनता के आशिर्वाद से है और यह परिणाम आगे लोकसभा का रास्ता तय करेगी।
अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए 63,229 ग्राम पंचायतों में लगभग 40, 000 से अधिक पर तृणमूल की बढ़त जारी थी। जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा भी 5, 500 पर बढ़त बनाए हुए थी। पंचायत समिति हो या फिर जिला परिषद हर जगह तृणमूल की बढ़त रुझानों में आगे थी। वैसे समाचार के प्रेषित किए जाने तक 73,887 सीटों के लिए दो लाख से ज्यादा उम्मीदवारों में तमाम के किस्मत का फैसला हो गया था तो काफी का चल रहा था।
त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए वोटों की गिनती कड़ी सुरक्षा के बीच नजर आई तो राज्य के कई जगहों पर छिटपुट मारपीट, हंगामा से लेकर विपक्षी लोगों को मतगणना केन्द्र से भगाने से लेकर प्रवेश नहीं करने जैसे घटानओं के भी आरोप सामने आते रहें। तमाम मतगणना केन्द्रों में केन्द्रीय बलों की सुरक्षा व्य़वस्था चुस्त और पुख्ता दिखी । वहीं नदिया जिले में भाजपा सांसद मतगणना केन्द्र में प्रवेश करने के दौरान पुलिस से उलझ कर बीमार हों गए।
वैसे बता दे कि, दोपहर एक बजे के करीब सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस बाकी विपक्षी पार्टियों से काफी आगे निकल गई थी। तृणमूल की बंपर जीत की रुझान से बंगाल के ग्राम अंचलों से लेकर कालीघाट तक हरे रंग के अबीर उड़े। तृणमूल के कर्मी, समर्थक व नेता इस रंग से सराबोर नजर आए। ग्राम पंचायत की 63 हजार 229 सीटों में से 8002 सीटों पर बिना प्रतिद्वंदिता विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवार पहले से ही जीत चुके हैं।
इनमें से तृणमूल कांग्रेस 7944 सीटों पर जीती है जबकि दो पर भाजपा, तीन पर माकपा और 53 पर निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत हुई है। पंचायत समिति की 9730 सीटों में से 991 पर विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवार बिना प्रतिद्वंदिता जीत चुके हैं। तृणमूल ने 981 सीटों पर बिना प्रतिद्वंदिता जीत हासिल की है जबकि अन्य दलों के 10 उम्मीदवार भी ऐसे ही जीत चुके हैं। इसी तरह से जिला परिषद की 928 सीटों में से 16 पर तृणमूल उम्मीदवार बिना प्रतिद्वंदिता जीते हैं।
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