नई दिल्ली , 07 मार्च (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के हालिया दिए गए बयान पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि जिस तरह से कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेशों में जाकर अपने ही देश के बारे में गलत बयान बाजी कर रहे हैं उससे प्रतीत होता है कि राहुल गांधी पर पूरी तरह से माओवादियों का प्रभाव पड़ गया है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से मैं सवाल पूछता हूं कि क्या राहुल गांधी के दिए गए बयान से यह दोनों लोग और कांग्रेस पार्टी सहमत है अगर सहमत नहीं है तो राहुल गांधी पर तुरंत कार्रवाई की जाए। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी को विदेश जाते ही क्या हो जाता है, सारी मर्यादा, सारी शालीनता सारी परम्परा, सारी लोकतांत्रिक धर्म भूल जाते हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अब देश की जनता उनको न सुनती है और ना ही समझती है और उनको समर्थन करना तो दूर की बात है। तब राहुल गांधी विदेश में जाकर विलाप करते हैं कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है। यह बेहद शर्मिंदगी भरी बात है।
राहुल गांधी को यह सोचना चाहिए कि देश की जनता उनकी बातों को ध्यान से क्यों नहीं सुन रही है लेकिन राहुल गांधी की बात को जब देश की जनता अनसुनी कर रही है तो विदेश में जाकर देश के खिलाफ बयान देना कहां तक उचित है यह तो कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ही बता सकते हैं। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ब्रिटेन की संसद में जाकर राहुल गांधी बोल रहे हैं कि भारत में उन्हें किसी तरह की आजादी नहीं है बोलने की तो भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे देश में घूम घम कर क्या क्या नहीं बोला यह किसी से छिपा हुआ नहीं है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अभी हाल ही में लोकसभा में राहुल गांधी ने एक लंबा भाषण दिया और प्रधानमंत्री को लेकर भद्दी बातें कही। क्या राहुल गांधी लोकसभा में पूरी बातें कही या नहीं कही।राहुल गांधी ने नार्थ ईस्ट में प्रचार करने गए और कांग्रेस को जीरो बटा जीरो मिला, जो कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। भारतीय जनता पार्टी भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए किसी भी विदेशी ताकत का मुखर विरोधी रही है।
भारत में सर्वसम्मति रही है कि किसी भी विदेशी ताकतों को आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने नहीं देंगे।राहुल गांधी ने विदेश जाकर भारत को शर्मसार करने की कोषिष की है। जब उन्होंने कहा कि भारत के आंतरिक मामलों में यूरोप और अमेरिका को हस्तक्षेप करना चाहिए। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने राष्टीय स्वयंसेवक संघ के बारे में बहुत कहा है तो क्या राहुल गांधी संघ का पूरा नाम भी जानते हैं।
संघ के संस्थापक के नाम भी जानते हैं क्या? राहुल गांधी ने संघ की तुलना मुस्लिम बद्ररहूड से की। इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती है। राहुल गांधी का यह बयान अत्यंत निदंनीय है। राष्टीय स्वयंसेवक संघ एक राष्टवादी संघ हैं। आरएसएस 1925 से राष्ट सेवा और राष्टभक्ति, राष्ट संकल्प और राष्ट समर्पण में बहुत बड़ा योगदान दिया है। हमे गर्व है कि हम संघ के स्वयंसेवक हैं।
आज राष्टीय स्वयंसेवक संघ से प्रभावित एवं प्रेरित हजारो लोग देश में इस दिशा में काम कर रहे हैं।
राष्टीय स्वयंसेवक संघ की आलोचना राहुल गांधी के परनाना जी पंडित जवाहरलाल नेहरू करते थे। राहुल गांधी जी आपके दादी इंदिरा गांधी और आपके पिता राजीव गांधी भी आरएसएस की आलोचना करते थे।राष्टीय स्वयंसेवक संघ कहां से कहां पहुंच गया। आरएसएस के विचारधारा और प्रभाव पूरे देश के अंदर हैं।
जबकि राहुल गांधी आपकी कांग्रेस पार्टी सिमटकर कहां पहुंच गयी और 2024 में कांग्रेस पार्टी और सिमटने वाली है।भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि राहुल गांधी माओवादी, हिंसा और अराजक विचारधारा के प्रभाव में हैं। अन्यथा कोई व्यक्ति ऐसा बोल सकता है।आरएसएस के कामों को राहुल गांधी ने देखा है क्या? नार्थ ईस्ट में सामाजिक समरसता का काम किया है क्या राहुल गांधी ने उसे कभी देखा है?
1962 भारत चीन युद्ध के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने गणतंत्र दिवस की पैरेड में आरएसएस को आमंत्रित किया था।राष्टीय स्वयंसेवक संघ्ज्ञ प्रेम और राष्टभक्ति का पाठ पढ़ता है। उस संघ के बारे में राहुल गांधी बेबुनियाद और ऐसी हल्की बातें करते हैं। भारतीय जनता पार्टी की इसकी भर्त्सना करती है।राहुल गांधी चीन को सद्भावना का सर्टिफिकेट दे रहे हैं और सवाल भारत से पूछ रहे हैं।
राहुल गांधी जी यह सवाल आपको अपने परिवार से पूछना चाहिए। जब आपके परनाना पंडित नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे तब 1962 युद्ध में क्या हुआ था? भारतीय सैनिकों की पिटाई हुई थी। अब इतिहास में सारी बातें आ गयी हैं कि भारतीय सैनिक उस समय कपड़े के जूते में युद्ध लड़ते थे। उनके पास बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं थे। अच्छी बंदूके नहीं थी।
राहुल गांधी को यह जानाना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी का आधिकारिक स्टैंड के बारे में यूपीए सरकार के रक्षा मंत्री एके एंटोनी ने लोकसभा में कहा था कि मैं देश के अंदर सरहद पर आधारभूत संरचना को विकसित कर चीन को नाराज नहीं करना चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी की यह विदेश नीति थी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लद्दाख से लेकर नार्थ ईस्ट तक सड़के पुल आदि आधारभूत संरचना को विकसित किया और सेना का मनोबल बढ़ाया।
इसे कहते हैं देश का स्वाभिमान और सामारिक सुरक्षा। राहुल गांधी देश का स्वाभिमान एवं सामारिक सुरक्षा के बारे में कितना समझता हैं यह बहस का अलग विषय है।राहुल गांधी द्वारा चीन को लेकर किए गए सभी टिप्पणियों की भर्त्सना करते हैं। राहुल गांधी विदेश की धरती पर भारत को बदनाम करना बंद करें।
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