Tiger brought from Ranthambore in Sariska shifted to enclosure

अलवर 17 Oct. (Rns/FJ): राजस्थान के सवाईमाधोपुर के रणथंभौर अभयारण्य से अलवर जिले के सरिस्का अभयारण्य लाये गये बाघ को एंक्लोजर में शिफ्ट किया गया है। रणथंभौर से लाए गए इस बाघ को सरिस्का में एसटी-29 नाम दिया जाएगा। यह बाघ सरिस्का के जंगल में रविवार देर रात सवा बारह बजे एंक्लोजर में शिफ्ट किया गया। सरिस्का में चार साल बाद बाघ मिला है। इससे पहले बाघ को सड़क मार्ग से सरिस्का लाया गया और यहां इसकी मेडिकल जांच के बाद उसे एंक्लोजर में छोड़ा गया।

इस बाघ को तालवृक्ष रेंज के पानी का ढाल वन क्षेत्र में बनाए गए एंक्लोजर में शिफ्ट किया गया है। बाघ की उम्र करीब पांच साल है। यह बाघिन टी-19 कृष्णा का बेटा है। इस बाघ की शिफ्टिंग के बाद सरिस्का बाघ अभ्यारण में अब बाघों का कुनबा बढ़कर 25 हो गया है जिसमें आठ नर एवं 13 मादा बाघ एवं चार शावक शामिल है।

उल्लेखनीय है कि बाघ विहीन हो चुके सरिस्का में वर्ष 2008 में बाघों का पुनर्वास किया गया था तब से अब तक पांच बार में सरिस्का में 10 बाघ भेजे गए। एंक्लोजर में बाघ के लिए सभी संसाधन जुटाए गए हैं जिसमें शिकार के लिए जानवर को रखा गया है। पानी की व्यवस्था की गई है इसके अलावा इस बाघ की पूरी तरह मॉनिटरिंग की जा रही है जिसके लिए टीम गठित की गई है और इसे दिवाली के आसपास जंगल में विचरण के लिए छोड़ दिया जाएगा।

***************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *