The message-oriented film 'Woh Teen Din' on the first rung of success

09.10.2022 – राज आशू के निर्देशन में बनी हालिया रिलीज फिल्म ‘वो तीन दिन’ देश के कई शहरों में सिनेदर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करने की दिशा में अग्रसर है।

छोटे बजट में बनी इस फिल्म की कहानी शुरु होती है उत्तर प्रदेश के एक गांव से, जहां बड़े दिल वाले रिक्शा चालक रामभरोसे अपनी आजीविका कमाने के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं। वह अपनी पत्नी और बेटी को एक अच्छा जीवन प्रदान करने का सपना देखता है. रामभरोसे के कैरेक्टर के जरिए फिल्म तुलनात्मक रूप से दिखाती है कि कैसे शहरों में जीवन की तुलना में ग्रामीण जीवन कहीं अधिक कठिन है।

रामभरोसे और उनके परिवार के गांव में जिंदा रहने के संघर्ष को दिल को गहराई से चित्रित किया गया है, जो आपके दिल को छू लेगा। रामभरोसे का जीवन पूरी तरह तब बदल जाता है जब वह एक यात्री से मिलता है जो ‘तीन दिनों’ के लिए उससे रिक्शा किराए पर लेता है. अजनबी के इरादों से अनजान, रामभरोसे उसे अपने रिक्शे पर जहां भी जाना होता है ले जाता है। यह फिल्म न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि देश के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में कठोर जीवन  व्यतीत करने वाले कैरेक्टर से भी परिचय कराती है।

संजय मिश्रा, राजेश शर्मा, चंदन रॉय सान्याल, पायल मुखर्जी, पूर्व पराग और अमजद कुरैशी के अभिनय से सजी इस फिल्म के दृश्यों का संयोजन बॉलीवुड के चर्चित फिल्म एडिटर अमित आनंद ने किया है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *