Terrorist organization Jaish-e-Mohammed threatens to blow up many railway stations of the country, alert issued

नई दिल्ली 15 Oct. (Rns/FJ)- त्यौहारों को लेकर देशभर में खुशी का माहौल बना हुआ है, तो वहीं दूसरी तरफ आतंकी बड़ी वारदात अंजाम देने की साजिश कर रहे है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से हरिद्वार रेलवे स्टेशन सहित उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के कई रेलवे स्टेशनों और धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली है।

आतंकी संगठन के एरिया कमांडर के हवाले से हरिद्वार रेलवे स्टेशन अधीक्षक को धमकी भरा पत्र मिला है। पत्र मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। अधिकारियों के मुताबिक 10 अक्तूबर को हरिद्वार रेलवे स्टेशन अधीक्षक के नाम से साधारण डाक से कार्यालय में पत्र आया।

स्टेशन अधीक्षक ने जब पत्र खोला तो उनके होश उड़ गए। पत्र में हरिद्वार रेलवे स्टेशन के साथ ही देहरादून, लक्सर, रुड़की, काठगोदाम, नजीबाबाद, शाहगंज सहित कई स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी दी है। पत्र भेजने वाले ने खुद को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का एरिया कमांडर बताया है।

एक पन्ने के पत्र में दोनों तरफ हिंदी में लिखा है। 25 अक्तूबर को स्टेशनों पर बम विस्फोट करने की धमकी दी गई है। जबकि 27 अक्तूबर को उत्तराखंड के चारधाम के साथ ही अन्य धार्मिक स्थलों पर बम धमाके करने की चेतावनी दी गई है।

जीआरपी के अपर पुलिस अधीक्षक अरुणा भारती ने बताया कि धमकी भरा पत्र मिलने के बाद अज्ञात के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए एक्ट) में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में पहली बार ये मुकदमा दर्ज हुआ है। इस मामले में गहनता से जांच कर रहे हैं।

स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद है। स्टेशन पर आने आने वाले हर संदिग्ध व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। वहीं सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंजाम किए जा रहे है।

*******************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *