'Rural Disco' is a film related to human sensibilities

15.05.2022 – ‘देहाती डिस्को’ मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी फिल्म है .  कुरैशी प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड और वन एंटरटेनमेंट फ़िल्म प्रोडक्शंस के बैनर तले निर्मित और बॉलीवुड के चर्चित निर्देशक मनोज शर्मा द्वारा निर्देशित मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी फिल्म ‘देहाती डिस्को’ पिता पुत्र क्रमशः भोला और भीमा की इमोशनल कहानी है।

भोला का किरदार बॉलीवुड के विख्यात कोरियोग्राफर गणेश आचार्या निभा रहे हैं जबकि उनके बेटे भीमा का रोल मास्टर सक्षम शर्मा ने निभाया है जो सुपर डांस चैप्टर 3 के फाइनलिस्ट रहे हैं। गितेश चन्द्रकर, वसीम कुरैशी और कमल किशोर मिश्रा के द्वारा संयुक्तरूप से निर्मित ‘देहाती डिस्को’ में गणेश आचार्या और मास्टर सक्षम शर्मा के अलावा अभिनेता रवि किशन, मनोज जोशी, राजेश शर्मा, पंकज बेरी और रेमो डिसूजा भी अपने अभिनय का जलवा बिखेरते नज़र आएंगे। विदित हो कि इस फिल्म की शूटिंग 45 दिनों की स्टार्ट टू फिनिश शूटिंग शेड्यूल के साथ कोरोना काल में प्रशासनिक स्तर पर निर्धारित प्रावधानों का पालन करते हुए लखनऊ के निकटवर्ती इलाकों में की गई थी।

'Rural Disco' is a film related to human sensibilities

 ‘देहाती डिस्को’ की कहानी पर विस्तृत चर्चा करते हुए

निर्देशक मनोज शर्मा ने बताया कि बेशक यह फिल्म डांस पर बेस्ड है मगर यह पिता पुत्र की इमोशनल जर्नी भी है।27 मई को यह फिल्म रिलीज होने वाली है। ‘देहाती डिस्को’ को देखते समय दर्शक अपने देश की लोक कला संस्कृति अपनी मिट्टी, अपने कल्चर पर प्राउड फील करेंगे क्योंकि यह फिल्म केवल अपने मुल्क की बात करती है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

****************************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *