नई दिल्ली, 7 सितंबर (आरएनएस/FJ) । राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित सेंट्रल विस्टा एवेन्यू क्षेत्र में आने वाले राजपथ का नाम बदल कर कर्तव्यपथ रखने का प्रस्ताव पास हो गया। यह प्रस्ताव नई दिल्ली म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन की एक बैठक में पास हुआ और नरेंद्र मोदी गुरुवार को कर्तव्य पथ का नामकरण और उद्घाटन करेंगे।
एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय से इस संबंध में प्रस्ताव मिला था। उन्होंने कहा कि अब इंडिया गेट पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरे इलाके को ‘कर्तव्य पथ’ कहा जाएगा। वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री व एनडीएमसी सदस्य अरविंद केजरीवाल एक बार फिर बैठक में शामिल नहीं हुए हैं।
केंद्रीय राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि बैठक ऐतिहासिक थी, स्पेशल मीटिंग थी। फैसला सर्वसम्मति से पारित हुआ की राजपथ का नाम पहले किंग्सवे था। हमें गुलामी की हर निशानी को बदलना होगा और प्रधानमंत्री नरेंद मोदी आठ सितंबर की शाम को पूरे क्षेत्र का उद्घाटन करेंगे, जिसका सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत पुनरुद्धार किया गया है।
‘‘इंडिया गेट पर नेताजी की प्रतिमा से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरा मार्ग और क्षेत्र कर्तव्यपथ के नाम से जाना जाएगा। ब्रिटिश काल में राजपथ को किंग्सवे कहा जाता था। प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में औपनिवेशिक सोच दर्शाने वाले प्रतीकों को समाप्त करने पर जोर दिया था।
मोदी सरकार ने इससे पहले भी अनेक मार्गों के नाम बदलकर जन-केंद्रित नाम रखे। 2015 में रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया, जहां प्रधानमंत्री आवास है। 2015 में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड किया गया। 2017 में डलहौजी रोड का नाम दाराशिकोह रोड कर दिया गया।
अकबर रोड का नाम बदलने के भी अनेक प्रस्ताव आये हैं, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है लेकिन बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने 2047 तक अगले 25 वर्ष में सभी लोगों के अपने कर्तव्य निभाने के महत्व पर जोर दिया है और ‘कर्तव्यपथ’ नाम में इस भावना को देखा जा सकता है।
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