Private consumption picks up as inflation softens;Demand increased in rural areas

*किसानों को गेहूं का अच्छा मूल्य मिलने की संभावना है, क्योंकि कीमतें ऊंची हैं*

नईदिल्ली,07 मार्च (एजेंसी)। कुछ उपभोक्ता उत्पाद कंपनियों की बिक्री के आंकड़े पर नजर डालें तो पता चलता है कि वर्ष 2023 के पहले दो महीनों में भारत में निजी खपत पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले बढ़ी है।

कंपनियों के मुख्य कार्याधिकारियों (सीईओ) का कहना है कि आगामी तिमाहियों के लिए परिदृश्य सकारात्मक है, क्योंकि जिंस कीमतों में कमजोरी आई है और ग्रामीण आय सुधरी है।

केंद्र सरकार द्वारा पूंजीगत खर्च वृद्धि को बढ़ावा दिए जाने से सीईओ इसे लेकर आशान्वित हैं कि आगामी महीनों में उपभोक्ता खर्च बढ़ेगा।
पारले प्रोडक्ट्स के वरिष्ठ कैटेगरी प्रमुख मयंक शाह का कहना है, ‘खासकर ग्रामीण इलाकों में मांग में फिर से तेजी आई है, क्योंकि रबी फसल की कटाई होने लगी है। इस साल गेहूं की फसल अच्छी है। किसानों को गेहूं का अच्छा मूल्य मिलने की संभावना है, क्योंकि कीमतें ऊंची हैं। धारणा जनवरी से ही सकारात्मक बनी हुई है। हमने मांग में सुधार दर्ज किया है। मांग दीवाली के बाद प्रभावित हुई थी, लेकिन अब सुधार आया है।

पहले दो महीनों के आंकड़े से मजबूत वाहन बिक्री, विद्युत खपत, और अन्य उपभोक्ता वस्तु बिक्री में तेजी आने का पता चलता है।
केयर रेटिंग्स के विश्लेषकों का कहना है कि ग्रामीण-शहरी बेरोजगारी दर में कमी, उपभोक्ता विश्वास में सुधार, और मुद्रास्फीति नरम पडऩे की उम्मीदों से खपत को मदद मिली है।

मुख्य कार्याधिकारियों का कहना है कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में शहरी वृद्धि 8 प्रतिशत से बढ़कर 10 प्रतिशत, ग्रामीण वृद्धि 3 प्रतिशत से बढ़कर 5 प्रतिशत पर पहुंच गई। उनका कहना है कि भले ही बढ़ती कीमतों से उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं, लेकिन कीमतों में नरमी आने के संकेत दिखे हैं।

हिंदुस्तान यूनिलीवर के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी संजीव मेहता का कहना है, ‘2023 की पहली छमाही में, कीमत वृद्धि होगी, भले ही यह निचले स्तर पर रहेगी। इसलिए, मुद्रास्फीति की दर कम रहेगी। लेकिन हम अभी भी उस स्तर तक नहीं पहुंचे हैं, जहां हम यह कह सकें कि जिंस कीमतों में कमी आने लगी है।

मेहता का कहना है अगले दो वर्ष की अवधि में कीमत वृद्धि कम होगी, लेकिन बिक्री वृद्धि में सुधार आना शुरू होगा, बशर्ते कि कंपनियां कम जिंस कीमतों का लाभ उपभोक्ताओं को मुहैया कराएं।

उनका कहना है, ‘हमें जिंस कीमतों में गिरावट के लिए प्रमुख कारक की जरूरत होगी। यदि रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त हो जाता है तो जिंस कीमतों में गिरावट आएगी।

उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि कैलेंडर वर्ष की दूसरी छमाही में बिक्री वृद्धि बेहतर रहेगी। जब जिंस कीमतें नीचे आती हैं, तो हम बिक्री वृद्धि की रफ्तार मजबूत होने की उम्मीद कर सकते हैं।

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