Prashant Kishor will give Tejashwi an Amethi-like defeat in his own constituency

24 घंटे में ही प्रशांत किशोर पर FIR; सैकड़ों गाड़ियों के काफिले पर एक्शन

वैशाली 13 oct, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकते ही जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) कानूनी मुश्किल में फंस गए हैं। तेजस्वी यादव के गढ़ राघोपुर से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने के 24 घंटे के भीतर ही उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि प्रशांत किशोर शनिवार को सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ राघोपुर पहुंचे थे, जिसके चलते वैशाली जिले के राघोपुर थाने में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

जानकारी के अनुसार, राघोपुर के अंचलाधिकारी (CO) के आवेदन पर यह मामला दर्ज किया गया है। शनिवार को प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के पारंपरिक विधानसभा क्षेत्र राघोपुर से अपने चुनावी अभियान का आगाज किया था। इस दौरान उनके स्वागत में कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी थी और सैकड़ों गाड़ियों का लंबा काफिला भी उनके साथ था। इसी को आधार बनाकर प्रशासन ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कार्रवाई की है।

इससे पहले,राघोपुर पहुंचे प्रशांत किशोर ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने दावा किया था कि वह तेजस्वी को उनके ही क्षेत्र में “अमेठी जैसी हार” देंगे। समर्थकों के जोरदार स्वागत के बीच पीके ने कहा, “आपका विधायक दो बार उपमुख्यमंत्री रह चुका है। क्या कभी उसने आपकी समस्याएं सुनीं?” उन्होंने यह भी तंज कसा था कि सुनने में आ रहा है कि तेजस्वी यादव इस बार डर के कारण दो सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन राघोपुर में उनका हश्र 2019 में राहुल गांधी जैसा होगा।

हालांकि, जब प्रशांत किशोर से यह पूछा गया कि क्या वह खुद राघोपुर से तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे, तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जनसुराज पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक रविवार को होगी। राघोपुर से मिले फीडबैक के आधार पर सबसे उपयुक्त उम्मीदवार तय किया जाएगा। यह कहना अभी संभव नहीं कि वह मैं होऊंगा या कोई और।” अब चुनावी आगाज के साथ ही केस दर्ज होने से बिहार की सियासत और गरमा गई है।

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