नई दिल्ली 18 जुलाई ,(एजेंसी)। एक तरफ 26 राजनीतिक दलों ने इंडिया नामक बैनर तले एनडीए का मुकाबला करने की घोषणा कर दी वहीं मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में दिल्ली के अशोक होटल में एनडीए गठबंधन 38 दलों बड़ी बैठक हुई?है। बैठक के लिए होटल अशोक पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो और एआईएडीएमके महासचिव ए के प्लानीस्वामी ने किया।
बैठक के अंदर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया गया। बैठक में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति नाथ पारस भी पहुंचे। बैठक से पहले चिराग पासवान ने पीएम मोदी के पैर छुए तो प्रधानमंत्री मोदी ने भी उनको गले लगाया।वहीं, पशुपति नाथ पारस से पीएम ने हाथ मिलाया। बिहार से 4 पार्टियां एनडीए की बैठक में शामिल हुई हैं। बैठक में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर एनडीए को समय परीक्षित, राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने वाला गठबंधन करार दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि पूरे भारत से हमारे मूल्यवान एनडीए साझेदार आज दिल्ली में बैठक में भाग लेंगे। हमारा एक समय परीक्षित गठबंधन है जो राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना चाहता है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को यह दावा किया था कि एनडीए के घटक दलों में उत्साह का माहौल है, पिछले 9 सालों में एनडीए का विस्तार हुआ है और मंगलवार की बैठक में शामिल होने के लिए 38 राजनीतिक दल स्वीकृति दे चुके हैं, हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया था कि दलों की संख्या बढ़ भी सकती है।
इंडिया का मुकाबला भारत करेगा:?सुशील मोदी
भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नाम बदलने से कुछ नहीं होता। नाम बदलने से चेहरा नहीं बदलता। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इंडिया का मुकाबला तो भारत करेगा। भाजपा नेता ने अपने बयान में कहा कि भारत का मतलब है यहां की संस्कृति, सभ्यता, यहां के गरीब व गांव में रहने वाले लोग। उन्होंने कहा कि पश्चिमी संस्कृति का अनुसरण करने वाले कुछ लोग इंडिया का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। यह लड़ाई वर्षों से चली आ रही है, भारत की ही जीत होगी क्योंकि हृष्ठ्र भारत का प्रतिनिधित्व करता है। इसके साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश को लगा था कि उन्हें संजोयक या विपक्ष का चेहरा घोषित किया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं इसलिए वे चले गए। वे चार्टर प्लेन से आए थे अगर 2 घंटे बाद भी निकलते तो कुछ नहीं होता। उन्हें वहां शायद वह सम्मान नहीं मिला जिसकी वे उम्मीद कर रहे थे जिसके चलते वे और लालू यादव वहां से निकल गए।
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