नई दिल्ली,17 दिसंबर (एजेंसी)। अरब सागर में समुद्री अपराध की घटना रोकने के लिए भारतीय नौसेना द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई है। समुद्री अपराध रोकने के मिशन के तहत माल्टा ध्वज वाले पोत एमवी रुएन के अपहरण पर अपनी नौसेना ने यह त्वरित प्रतिक्रिया दी।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, 18 चालक दल वाले इस पोत ने यूकेएमटीओ पोर्टल, पीएम पर 14 दिसंबर, 2023 पर मई डे संदेश भेजा था, जिसमें लगभग छह अज्ञात कर्मियों के सवार होने का संकेत दिया गया था।
भारतीय नौसेना ने संकट की इस स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया दी और इस क्षेत्र में निगरानी करने वाले अपने समुद्री गश्ती विमान को पहले भेजा।
इसके बाद एमवी रुएन पोत का पता लगाने और उसकी सहायता करने के लिए अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोकने के लिए तैनात अपने युद्धपोत को भी भेजा।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यहां विमान ने 15 दिसंबर, 2023 की सुबह अपहृत पोत के ऊपर से उड़ान भरी। इसके बाद भारतीय नौसेना का विमान लगातार इसकी गतिविधि की निगरानी कर रहा था।
एमवी रुएन पोत सोमालिया के तट की ओर बढ़ रहा था। भारतीय नौसेना के युद्धपोत, जिसे समुद्री डकैती रोधी गश्त के लिए अदन की खाड़ी में तैनात किया गया था, ने भी 16 दिसंबर, 2023 की सुबह एमवी रुएन को रोक लिया है।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि इस क्षेत्र में अन्य एजेंसियों या एमएनएफ के समन्वय से पूरी स्थिति की गहराई से निगरानी की जा रही है। भारतीय नौसेना, इस क्षेत्र में सबसे पहले प्रतिक्रिया देने और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों व मित्र देशों के साथ व्यापारी पोत परिवहन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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