नई दिल्ली 2 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। कर्नाटक ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राज्य को पहली बार 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में रजत कमल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
यह अवॉर्ड कर्नाटक को डॉक्यूमेंट्री फिल्म नाददा नवनीता पंडित डॉ. वेंकटेश कुमार के लिए मिला है। इस डॉक्यूमेंट्री को सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा आर्थिक मदद दी गई है। गिरीश कसारवल्ली ने इसे डायरेक्ट किया है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्नाटक के प्रतिनिधि को पुरस्कार प्रदान किया।
बता दें कि फिल्म को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2020 में गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ कला और संस्कृति फिल्म के लिए चुना गया है। अवॉर्ड मिलने पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने खुशी जताई।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने इसे गर्व का क्षण बताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, यह गर्व का क्षण है कि सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री नाददा नवनीता पंडित डॉ. वेंकटेश कुमार को रजत कमल से सम्मानित किया गया है। मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं।
बता दें कि 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए। दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को 52वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। तान्हाजी और सोरारई पोट्रु को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार दिया गया। इस साल, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा जुलाई 2022 में की गई थी।
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