Modi should allow Ganguly to contest for the post of ICC chairman Mamata

कोलकाता ,17 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। पूर्व भारतीय कप्तान सौरभ गांगुली को राष्ट्र का गौरव की संज्ञा से नवाजते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह करेंगी कि वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के निर्वतमान अध्यक्ष को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन पद के लिये चुनाव लडऩे की अनुमति प्रदान करें।

उत्तरी बंगाल की यात्रा पर रवाना होने से पहले नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में सुश्री बनर्जी ने कहा सौरभ गांगुली बंगाल के ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिये गौरव हैं। उच्चतम न्यायालय ने सौरभ गांगुली और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र जय शाह को तीन साल का सेवा विस्तार दिया था। जय शाह तो अभी भी बीसीसीआई सचिव के पद पर कार्य कर रहे हैं लेकिन गांगुली को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। इसका कारण फिलहाल साफ नहीं हो सका है। गौरतलब है कि मंगलवार को बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक में गांगुली के स्थान पर 1983 विश्वकप विजेता टीम के सदस्य रहे रोजर बिन्नी को बीसीसीआई का नया अध्यक्ष चुना जाना तय है।

बनर्जी ने कहा मुझे जय शाह के बीसीसीआई सचिव पद पर बने रहने पर कोई आपत्ति नहीं है। वह भाजपा से सदस्य नहीं हैं। वह काम अच्छा करेंगे तो मै उनका निश्चय ही समर्थन करूंगी लेकिन काम नहीं करेंगे तो सवाल उठना लाजिमी है। गांगुली को अध्यक्ष पद से हटा कर उनके साथ अन्याय किया गया है। मैं और पूरे देश के क्रिकेट प्रशंसक जानना चाहते हैं कि उनके साथ ऐसा किसके कहने पर किया गया। उन्होने कहा कि बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से हटाये जाने के एवज में गांगुली का नाम आईसीसी चेयरमैन के पद के चुनाव के लिये दिया जाना चाहिए। इससे पहले भी जगमोहन डालमिया और शरद पवार ने बीसीसीआई में अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद आईसीसी का नेतृत्व किया है। उन्होंने कहा,मेरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विनम्र अनुरोध है कि सौरव गांगुली को आईसीसी पद के लिए चुनाव लडऩे की अनुमति दें।

वह राष्ट्र के अनमोल रत्न है, उन्हे बीसीसीआई अध्यक्ष पद से हटाना अनुचित है। देश में खेलों के भविष्य के आलोक में इस मामले पर मोदी विचार करें। सौरव बंगाल के दादा हैं, वह बंगाल के भाई हैं और किसी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं हैं। केंद्र से मेरा अनुरोध है कि इस मामले को राजनीतिक या प्रतिशोधी नहीं माना जाना चाहिये।

उन्होंने कहा सौरव गांगुली न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में क्रिकेट की एक बेहद लोकप्रिय और सम्मानित हस्ती हैं। क्रिकेट खेलने वाला हर देश उनके बारे में जानता है। यह स्तब्ध करने वाली और शर्म की बात है कि उन्हें बीसीसीआई से बेवजह बाहर कर दिया गया। मैं एक बार फिर सरकार से अनुरोध करती हूं कि वह बदले की भावना से काम न करे और क्रिकेट और खेल की बेहतरी को ध्यान में रखते हुए फैसला करे।

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