पटना 06 Nov, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। देश की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार को निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनकर देशभर में शोक की लहर उमड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह सहित भाजपा के तमाम नेताओं उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा सहित प्रदेश के विभिन्न नेताओं ने शोक संवेदना व्यक्त की है। शारदा सिन्हा ने अनेक लोकभाषाओं व संस्कृति की सेवा की। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक गायिका, पद्म भूषण शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री योगी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट कर उनके निधन को संगीत जगत की अपूरणीय क्षति बताया।
मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन की खबर सुनकर बिहार में शोक की लहर दौड़ गई। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद अध्यक्ष लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित राजद के तमाम नेताओं ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक जताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए एक्स पर लिखा, “सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं। आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज सदैव बनी रहेगी। उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “अपनी मधुर आवाज से पांच दशकों से अधिक समय तक भारतीय संगीत को नई ऊंचाई देने वाली शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं। बिहार कोकिला के रूप में प्रसिद्ध शारदा सिन्हा जी ने मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों को जन-जन का कंठहार बनाया और पार्श्व गायिका के रूप में फिल्म जगत को मंत्रमुग्ध करती रहीं।
पूर्वांचल के लोक संस्कार उनकी आवाज़ के बिना अधूरे लगते हैं। इस छठ महापर्व पर उनका स्वर भक्तों को निश्चय ही और भी भावुक करेगा।” उन्होंने आगे लिखा, “दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों के साथ हैं। छठी मैया दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें।”
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने स्वर कोकिला के निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि छठ महापर्व को अपनी मधुर आवाज से सजाने वाली, हमारी संस्कृति की मर्मस्पर्शी गायिका, शारदा सिन्हा जी अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका योगदान हमारी लोक संस्कृति के लिए अमूल्य है, उनकी आवाज हर आस्था और हर पर्व में सजीव रहेगी।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को इस कठिन समय में सहनशक्ति प्रदान करें। शारदा जी, आपकी यादें और गीत हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे। गिरिराज सिंह ने मंगलवार को ही दिल्ली एम्स जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की थी और उनका हालचाल जाना था।
भाजपा के वरिष्ठ नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने शारदा सिन्हा के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि सुप्रसिद्ध लोक गायिका ‘बिहार कोकिला’ शारदा सिन्हा जी के निधन की दुखद सूचना से मन अत्यंत व्यथित है। भावपूर्ण गीतों के माध्यम से उन्होंने पीढ़ियों को आस्था, श्रद्धा और संस्कृति से जोड़े रखा। उनका निधन भारतीय संगीत और संस्कृति के लिए अपूरणीय क्षति है।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि लोकप्रिय भोजपुरी गायिका, बिहार कोकिला, पदम भूषण से सम्मानित आदरणीया शारदा सिन्हा जी के असामयिक निधन की सूचना अत्यंत दुःखद है। छठी मैया और भक्ति के गानों के माध्यम से भोजपुरी की मिठास को देश- दुनिया में पहुंचाने के लिए, शारदा जी को हमेशा याद किया जाएगा। उनका निधन भोजपुरी जगत और देश के लिए अपूरणीय क्षति है।
भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने शारदा सिन्हा के निधन पर कहा कि बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का इस दुनिया से जाना पूरे लोक संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी आवाज सदा लोक मानस में उनकी यादों को जीवित रखेगी और अपने मधुर स्वर के माध्यम से वे सदा हमारे बीच रहेंगी। छठी मैया से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपनी शरण में लें और उनके प्रशंसकों व परिजनों को यह दुःख सहने का साहस प्रदान करें।
मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार की रात निधन हो गया। वह 72 साल की थीं। कुछ दिन पहले बीमारी के कारण उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। सोमवार को तबीयत बिगड़ने पर उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। शारदा सिन्हा के पुत्र अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर पोस्ट में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया, “आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे। मां को छठी मइया ने अपने पास बुला लिया है। मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं।”
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