License issued to restaurant of Smriti Irani's daughter should be probed Trinamool

पणजी 23 Jully (Rns/FJ): तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शनिवार को केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की पुत्री को गोवा में एक रेस्तरां चलाने के लिए जारी कथित अवैध लाइसेंस की जांच की मांग की।

गोवा टीएमसी नेता ट्रैजानो डी’मेलो ने लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा,“ रेस्तरां को फूड लाइसेंस मिलने से पहले शराब का लाइसेंस कैसे दिया जा सकता है।” भारतीय जनता पार्टी सरकार की प्रशासनिक विफलता को उजागर करते हुए उन्होंने कहा, “ जब भाजपा के मंत्रियों की बात आती है, तो कानून की सभी जरूरी प्रक्रिया समाप्त कर दी जाती हैं। ”

उन्होंने आरोप लगाया, “ वास्तव में भाजपा न्याय को दबाने के लिए न्यायिक प्रणाली का दुरुपयोग करती है। ” मौजूदा सत्र के दौरान विधानसभा में इस मुद्दे को नहीं उठाने पर विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए श्री डी’मेलो ने कहा, “ विपक्ष ने सरकार के सामने घुटने टेक दिये हैं। ऐसा लगता है कि वे गैलरी में सिर्फ प्रचार के लिए बोलते हैं, वे गोवा के लोगों को परेशानी में डालने वाले मुद्दों पर नहीं बोलते। ”

लाइसेंस प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली संदिग्ध प्रक्रिया की जांच की मांग करते हुए डी’मेलो ने कहा, सरकार को मामले में एक साफ और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए। गोवा टीएमसी नेता सामिल वोल्वाइकर ने कहा, गोवा के उद्यमियों को एक भी लाइसेंस हासिल करने में मुश्किल होती है, जबकि भाजपा से जुड़े शानिया जैसे वीआईपी इसे आवश्यक दस्तावेजों के बिना हासिल कर लेते हैं।

**********************************

इसे भी पढ़ें : मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *