*डा. लक्ष्मण रात 2 बजे हिरासत में लिए गए और 4 बजे रिहाकिये गए*
*भाजपा ओबीसी मोर्चा के नेताओं द्वारा डा.लक्ष्मण के साथ पुलिस के बर्ताव की निंदा*
हैदराबाद, 14 अक्टूबर (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, भाजपा संसदीय बोर्ड सदस्य, राज्य सभा सांसद डा.के.लक्ष्मण को हैदराबाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया। डा. लक्ष्मण छात्रा कुमारी प्रवल्लिका द्वारा आत्महत्या के रोष स्वरूप हैदराबाद के अशोक नगर स्थित बृंदावन हॉस्टल के सामने धरणा दे रहे थे।हैदराबाद पुलिस द्वारा डा. लक्ष्मण को हिरासत में लेते हुए धक्का मुक्की करने और जबरदस्ती करने के फोटो व वीडियो वायरल हुए हैं।
बाद में सुबह 4 बजे हैदराबाद पुलिस ने डा. लक्ष्मण को रिहा कर दिया। अपनी रिहाई के बाद डा. लक्ष्मण ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि तेलंगाना में के सी आर सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने का वायदा करके सत्ता में आई थी परंतु अपने 10 साल के कार्यकाल में इस सरकार ने कोई रोजगार नहीं दिया। जिसके परिणाम स्वरूप आज बहुत ही मेहनती एवम मेधावी छात्रा प्रवल्लिका ने आत्म हत्या कर ली। उन्होंने कहा कि गांवों से लाखों बच्चे रोजगार के सपने लेकर हैदराबाद में कोचिंग के लिए आते है। वे ऋण लेकर मेहनत से पढ़ाई करते हैं परंतु यह सरकार बार बार एग्जाम को स्थगित कर देती है जिससे छात्र अवसाद के शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बार बार लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं का लीक होना यह दर्शाता है कि यह सरकार कितनी भ्रष्ट है। डा. लक्ष्मण ने सरकार से छात्रा प्रवल्लिका की मृत्यु की न्यायिक जांच, परिवार को आर्थिक सहायता और छात्रा द्वारा आत्महत्या से पूर्व लिखे गए पत्र को सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने अपने व छात्रों द्वारा शांति पूर्ण तरीके से दिए जा रहे धरने पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने की घोर निन्दा की और छात्रों को आश्वस्त किया कि भारतीय जनता पार्टी छात्रों के हितों की रक्षा की लड़ाई लड़ेगी।
उन्होंने लोगों से आगामी चुनाव में इस सरकार को उखाड़ने का आह्वाहन भी किया।भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, लोक सभा सांसद नायब सैनी, राष्ट्रीय महामंत्री, सांसद डा. संगम लाल गुप्ता एवम निखिल आनंद ने मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.के. लक्ष्मण एवम हजारों छात्रों द्वारा दिए जा रहे शांतिपूर्ण धरने पर रात्रि में हैदराबाद पुलिस द्वारा किए गए लाठी चार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। एक संयुक्त विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में हर नागरिक को धरना प्रदर्शन करने की स्वतंत्रता है और यहां तो सभी छात्र अपने साथी छात्रा के आत्महत्या के रोष स्वरूप शांतिपूर्वक धरना दे रहे थे, उनके ऊपर लाठी चार्ज करना अंग्रेजी हकुमत की याद दिलाता है।
उन्होंने डा. लक्ष्मण और छात्रों पर आधी रात को किए गए बर्बर लाठीचार्ज की न्यायिक जांच की मांग की।
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