Jungle Raj in West Bengal under Mamata Banerjee's government Locket Chatterjee

नई दिल्ली , 19 फरवरी (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी की सांसद श्रीमति लॉकेट चटर्जी ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और बलात्कार की घटनाओं के जिम्मेदार शेख शाहजहां की गिरफ्तारी नहीं होने पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि सीएम ममता बनर्जी की सरकार में पश्चिम बंगाल में जंगलराज है। सीएम ममता बनर्जी की सरकार में महिलाओं का शोषण करने वाले शेख शाहजहां समेत अन्य माफियों को संरक्षण दिया जा रहा है।

लॉकेट चटर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ दिनों से उठ रही महिलाओं की चीखें महिला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सुनाई नहीं दे रही है, जो ममता सरकार के ऊपर एक कलंक है। ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में मुगलों जैसा क्रूर और अन्याय का शासन स्थापित की हुई हैं। कोलकाता से महज 30 किलोमीटर दूर संदेशखाली में शेख शाहजहां, उत्तर सरदार और शिबू हाजरा का माफियाराज कायम है। ये माफियाराज आज से नहीं, बल्कि वाम फ्रंट के शासन के समय से ही स्थापित है।

संदेशखाली के लोगों ने शेख शाहजहां की गिरफ्तारी और सजा देने के लिए आवाज उठाई, लेकिन 34 वर्षों के शासन में वाम फ्रंट ने भी कभी कोई कार्रवाई नहीं की और उसके बाद तृणमूल सरकार के शासन में शेख शाहजहां और अन्य माफियों को संरक्षण मिलने लगा। सीएम ममता बनर्जी की सरकार ने तो शेख शाहजहां को वहां का सभापति भी बना दिया गया।  चटर्जी ने बताया कि शेख शाहजहां और उसके पाले हुए गुंडे वर्षों से महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं। अत्याचार की सारी हदें पार कर दी थीं, ये गुंडे रात 11 -12 बजे फोन करके महिलाओं को काम के बहाने बुलाते थे और महिलायें जब रात में जाने के लिए मना करती थीं, तब टीएमसी गुंडों द्वारा उन्हें, उनके पति और बच्चों की हत्या करने की धमकी दी जाती थी।

परिवार को बचाने के लिए मजबूरन महिलाओं को उनके पास जाना पड़ता था। महिलाओं के साथ ये माफिया और अत्याचारी क्या क्या करते थे, ये आज मीडिया रिपोर्ट्स में बखूबी सामने आ रहे हैं। महिलाएं खुद बता रही हैं कि दो-तीन दिन तक, शेख शाहजहां और उसके संरक्षित गुंडे उनके साथ कुकृत्य को अंजाम देते थे। महिलाओं को इस कदर लाचार कर दिया जाता था कि उनके मना करने पर ये गुंडे उनकी जमीन हड़प लेते थे और खेतों में नमक का पानी भर देते थे, जिससे जमीन बंजर हो जाती थी। लॉकेट चटर्जी ने कहा कि पीड़िताओं के आधार कार्ड और जॉब कार्ड भी शेख शाहजहां और उसके साथी अपने पास रख लेते थे।

ममता सरकार की पुलिस भी शेख शाहजहां का समर्थन करती रही और अगर कोई महिला उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने जाती थी, तो पुलिस उस महिला से शेख शाहजहां की मंजूरी मांगती थी। कल ममता बनर्जी कह रही थीं कि शेख शाहजहां के खिलाफ एक भी एफआईआर दर्ज नहीं है, लेकिन वास्तविकता यह है कि सीएम ममता बनर्जी की पुलिस भी इन गुंडों से मिली हुई है। पश्चिम बंगाल का पूरा प्रशासन आज तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी के इशारों पर काम कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार शेख शाहजहां को ममता सरकार के संरक्षण में भगाया गया है। कल शिबू सरदार को गिरफ्तार किया गया, लेकिन मुख्य आरोपी शेख शाहजहां अब भी फरार है। शेख शाहजहां के परिवार के सदस्य उससे बातचीत करते हैं, लेकिन पुलिस उस माफिया को अब तक नहीं ढूंढ पाई है।

इसका मुख्य कारण है कि सीएम ममता बनर्जी की सरकार शेख शाहजहां को संरक्षण दे रही है। आगामी लोकसभा में मात्र 30 प्रतिशत मतों के लिए ममता बनर्जी हिंदू महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ कर रहीं हैं। ममता बनर्जी महिलाओं को 500 रुपए प्रति महीने देने का ढिंढोरा पीटती हैं, लेकिन ममता सरकार में इन 500 रुपए के बदले में पश्चिम बंगाल में हिंदू महिलाओं की अस्मिता और इज्जत लूटी जा रही है। बजट में ममता सरकार ने इस राशि को 500 रुपए से 1000 रुपए बढ़ाने की घोषणा की है, लेकिन सीएम ममता बनर्जी को हिंदू महिलाओं की सम्मान की कोई चिंता नहीं है। हाल ही में, संदेशखाली की पीड़ित महिलाएं जब अपना मुंह ढंक कर मीडियाकर्मियों को अपनी आपबीती बता रही थीं, तो वे अपने ऊपर हमला होने की आशंका जताते हुए अपनी पहचान दिखाने से इनकार रही थीं।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में पहुंचकर मीडिया से बात करने वाली पीड़ित महिलाओं के घरों को लूट रहे हैं। जिस तरह का अत्याचार पाकिस्तान, इरान और इराक में महिलाओं पर किए जाते हैं, ठीक उसी प्रकार के हालात पश्चिम बंगाल में बनी हुई है। एक महिला सीएम होकर भी  ममता बनर्जी इस मामले पर चुप्पी साधे बैठी हैं और वे लोगों को गुमराह करने के लिए इस मामले को आरएसएस की साजिश बता रही हैं।

ममता बनर्जी को महिलाएं ही चुन कर शासन में लाई थीं, क्योंकि पश्चिम बंगाल में वाम दलों के 34 वर्षों के शासन में महिलाएं अत्यंत असुरक्षित थीं, लेकिन आज देश की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री के राज में महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। इन अत्याचारियों पर कार्रवाई करने की बजाय सीएम ममता बनर्जी कह रही हैं कि ये महिलाएं बाहरी हैं.

लेकिन ये महिलाएं अपना आधार कार्ड दिखा कर कह रही हैं कि “ममता दीदी हम संदेशखाली की ही रहने वाली महिलाएं हैं और हमने ही आपको चुन कर मुख्यमंत्री बनाया है।” महिलाओं पर अत्याचार करने वाले शाहजहां शेख पर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई है।

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